अविवाहित नौकरानी के साथ हमबिस्तर XXX हिंदी चुदाई कहानी : हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सभी इस कोरोना काल में उम्मीद करता हूँ आप सभी अपने अपने घरों में सुरक्षित होंगे और अपनी अपनी पत्नियों के साथ दिन रात अवसर पाकर खूब तबयत से हो रहे होंगे. मेरी अविवाहित नौकरानी के साथ हमबिस्तर होने की इस हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को शुरू करने से पहले मैं आप सभी हराम जदों को मेरा परिचय दे देता हूँ. दोस्तों मेरा नाम समीर खान है और मैं मुस्लिम धर्म से तालुक रखता हूँ. मैं लखनऊ, उत्तर प्रदेश का रहने वाला एक जवान लड़का हूँ. दोस्तों अविवाहित नौकरानी रुखसार के साथ हमबिस्तर होने की यह घटना मेरे जीवन का पहला सेक्स एक्सपीरियंस है.
हमारी मस्त कमसिन माल नौकरानी के साथ हमबिस्तर होने और अपने फुद्दी पेलने वाले डंडे से उसकी अनमैरिड फुद्दी की सील तोड़ने की यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी तब की है जब मैं 18 वर्ष का था और गवर्नमेंट विद्यालय में 12वीं क्लास का छात्र था, मेरी फैमिली में एक शराबी अब्बू जान, अम्मी जान और एक छोटा भाई है. मेरा भाई उस वक़्त काफी छोटा था. हमारे घर में एक बहुत ही मस्त कमसिन माल घर के काम करने वाली नौकरानी आती थी जिसका नाम रुखसार था वो दिखने में बहुत ब्यूटीफुल थी उसे देखते ही मेरा दिल उसकी चुदाई करने का करता था पर कभी हिम्मत ही नहीं हुई उसे पेलने की.
अविवाहित नौकरानी के साथ हमबिस्तर XXX हिंदी चुदाई कहानी

हमारी नौकरानी रुखसार करीब 21 वर्ष की अनमैरिड लड़की थी और वो अधिकतर अपने गदराई शरीर पर सलवार सूट पहनती थी. उस बहिन की लौड़ी का गोरा और चिकना बदन, कद करीब पांच फीट चार इंच, गदाराया हुआ भरा पूरा बदन, मोटे मोटे ब्रेस्ट और सबसे ख़ास बात उसकी थोड़ी बाहर की तरफ निकली हुई डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड बहुत कातिलाना दिखती थी. हमारी नौकरानी रुखसार अनमैरिड थी उसे मेरी अम्मी जान ने अभी कुछ दिन पहले ही काम पर रखा था. जब मैंने पहली बार हमारी हॉट नौकरानी रुखसार को देखा था उस वक्त उसने हरे कलर का सलवार सूट पहन रखा था.
मैंने जब से गदराई रुखसार को देखा था, तब से मैं उसके गदराई बदन पर मर मिटा था, मेरा चुदाई करने वाला डंडा उसको देखते ही खड़ा हो जाता था और मैं उसके साथ चुदाई करना चाहता था और उसकी अनचुदी फुद्दी को चोद चोदकर फाड़ना चाहता था. मेरा दिल उसका सलवार सूट फाड़कर उसका रेप करने का करता था. मगर मैं कुछ नहीं कर पा रहा था क्यूंकि मेरी कबाब में हड्डी अम्मी जान आम तौर पर हमारी जवान नौकरानी के आस पास ही रहती थीं. सर्दियों के हसीन दिन थे, हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार हमेशा अपने गदराई बदन पर सलवार सूट पहन कर आती थी, ऊपर से एक कार्डिगन पहनती थी, ऊपर ऊपर सर पर से दुपट्टा भी लेती थी. (Virgin Maid Tight Pussy Fucked Indian Sex Story)
हमारे घर आकर हमारी गरम नौकरानी सबसे पहले दुपट्टा उतार कर टांग देती, फिर अपना स्वेटर उतार कर रख देती और काम पर लग जाती. मैं उसे छिप चिप कर देखता था पर कई बार सामने हूँ होता तो आनंद ही आ जाता था. जब हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार स्वेटर उतार रही होती तो उसकी चुची स्वेटर में से निकाल कर बाहर को आती तो मेरा दिल मचल उठता कि मैं भाग कर उसके मोटे मोटे दूध से भरे मोटे मोटे ब्रेस्ट को अपने दोनों हाथों में थाम लूँ और पहले बड़े प्यार और मोहब्बत से सहलाऊँ, फिर उन्हें दबा दबा कर मसल डालूं और उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन के साथ मस्ती करने के बाद उसका सलवार सूट फाड़ डालू और उसका रेप करूँ किन्तु दिल के अरमाँ दिल में ही दब कर रह जाते थे मेरी अम्मी जान के खौफ के कारण.
नौकरानी के मोटे मोटे बोबे पैडेड ब्रा खोलकर दबाने उस गदराई लड़की का रेप करने और उसकी फुद्दी का बाजा बजाने का सपना देखते देखते कुछ महीने बीत गए और गर्मियों का मौसम आ पहुंचा. मेरी परीक्षा के बाद विद्यालय में छुट्टी हो गयी और मैं घर पर रहने लगा. अब मैं रोज़ उसको लाइन देता था और मेरी मेहनत कलर लायी. एक दिन मुझे बहुत तेज प्यास लग रही थी तो मैं किचन में पानी पिने चला गया उस वक्त हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार घर के आँगन से बर्तन लेकर आई, उसने बर्तन भीतर लाकर रखे तो हम दोनों एक दूसरे के बेहद करीब खड़े थे और मैंने उसकी आँखों में आँखें घुसेड़ कर देखा.

हम दोनों कुछ देर यूं ही देखते रहने के बाद उसने एकदम से पेंट के उप्पर से मेरा फौलादी लण्ड पकड़ लिया और सहलाते हुए धीरे से फुसफुसा कर मुझसे बोलने लगी – छोटे मालिक हम आपके इस तगड़े लौड़े के बहुत दीवाने हैं! यारों, पहली बार किसी अनचुदी अनचुदी लड़की ने मेरे चुदाई करने वाले डंडे को हाथ लगाया था… मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि कैसा करंट लगा था मुझे जब वो अनचुदी अनचुदी लड़की मेरी लुल्ली को सहला रही थी! मैं हैरान परेशान भी था उस अनचुदी अनचुदी लड़की की ऎसी निडरता भरी हरकत से… मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि कोई जवान अनमैरिड लड़की ऎसी हरकत कर सकती है.
हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार तो मेरे से भी बहुत गर्म निकली और एडवांस भी… रुखसार तो मेरे लण्ड से अपनी अनचुदी फुद्दी की चुदवाने के लिए पहले से तैयार बैठी थी, उस अनमैरिड लड़की की कामवासना पूरी उफान पर लग रही थी. चूँकि मेरी कबाब में हड्डी अम्मी जान किचन से ठीक बाहर बने डाइनिंग रूम में डाइनिंग टेबल पर अपनी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड टेक कर बैठी थीं तो हमने कुछ और करना उचित नहीं समझा और मैं मुस्कुरा कर बाहर आ गया. मेरे अब्बू जान डॉक्टर हैं और उनके पास एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन है जिसको लेकर वो मेडिकल कैंपों में जाना चाहते थे. उन्होंने मेरी अम्मी जान से मशवरा किया और उन दोनों ने लखनऊ के पास के एक गाँव में कैंप लगाने का निर्णय लिया और वो अगले ही दिन से कैंप में जाने लगे और हम दोनों के लिए मौज हो गयी.
मेरा छोटा भाई उस वक़्त बहुत छोटा था उसे चुदाई की A B C D भी नहीं पता थी और लंड, फुद्दी और ब्रेस्ट किस खेत की चिड़िया है उसे इस बारे में भी कुछ भी पता नहीं था. अम्मी जान और अब्बू जान के पहले दिन कैंप जाते ही जब हमारी नौकरानी रुखसार आयी तो मैंने अपने छोटे भाई को बाहर बैठा दिया कुछ ड्राइंग का काम देकर और हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार मुस्कुराते हुए किचन के भीतर आ गयी. उसके किचन में आते ही मैंने उसको अपनी बाहों में भर लिया और उसकी मोटी मोटी चूचियां को बहुत जोर जोर से दबाते हुए उसके लाल गुलाबी कोमल होंठ चूसने लगा.

करीब दस पंद्रह मिनट की चुम्मा चाटी के बाद मैं उसकी अनचुदी फुद्दी की चुदाई करने और उसकी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ने उसे अपने शयनकक्ष में ले गया. सेक्स करने की भूख बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी इस कारण उसकी अनमैरिड फुद्दी पेलने और उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ मारने की जल्दबाज़ी में मैंने उसे ज़मीन पर ही लिटा दिया. चूँकि ये मेरे जीवन की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई थी तो इस कारण से मैं तो एकदम बावला सा हो गया था. मुझे बहुत जल्दी थी हमारी गदराई नौकरानी के साथ सेक्स करने की… और मेरा भाई भी बाहर बैठा था तो उसके आने का डर भी था.
हमारी चुदवाने की भूखी नौकरानी ने मेरे डंडे से चुदवाने के लिए अपनी सलवार का नाड़ा खुद ही खोल लिया और सलवार पूरी उतार कर एक तरफ रख दी. उसने काले कलर की पेंटी भी पहनी हुई थी, मैं नौकरानी की साबुत सील फुद्दी को पैन्टी के ऊपर से छूने लगा किन्तु उसने अपनी पैंटी भी उतार दी और नीचे लेट कर मुझे उसके ऊपर आने का इशारा किया. मैंने अपना चुदाई करने वाला डंडा (लंड/लौड़ा/लिंग) पजामे से बाहर निकाला और अपने चुदाई करने वाले डंडे से नौकरानी की अनचुदी फुद्दी पर निशाना लगाने लगा और फटाफट से एक खतरनाक धक्का मारा, मगर लण्ड नौकरानी की अनचुदी फुद्दी से फिसल गया और फिसल कर नीचे की तरफ चला गया.
हमारी गदराई और जवान नौकरानी रुखसार मेरा उसे पेलने का उतावलापन देख कर हंस पड़ी और उसने अपने हाथ में मेरा फौलादी लण्ड पकड़ कर उसको अपनी साबुत सील फुद्दी के छेद पर लगाया और मुझे धक्का मारने को कहा . मैंने फिर धक्का मारा, इस बार मेरा पूरा लण्ड रुखसार की साबुत सील फुद्दी की सील तोड़ते हुए पूरा भीतर चला गया और हमारी अविवाहित नौकरानी की दर्द के मारे बहुत तेज चीख निकल गई. उसकी फुद्दी भीतर से बहुत गरम थी और आज पहली बार उसकी अनचुदी फुद्दी की सील फटी थी इस कारण उसकी फुद्दी से बहुत सारा ब्लड बह रहा था.

कसम से यारों, पहली बार पेनिस को किसी लड़की की अनचुदी फुद्दी के भीतर डालने का मज़ा ही कुछ और था, किसी अनमैरिड लड़की की अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ने और उसकी चुदाई करने के इस आनन्द को लफ़्ज़ों में बयान नहीं किया जा सकता. फिर मैं उसके कोमल होंठों को चूमते चाटते हुए और उसकी चूचियां मसलते हुए अपना मुसल जैसा लंड उसकी फटी हुई फुद्दी के भीतर बाहर करते हुए उसकी चुदाई करने लगा, उसके चेहरे को देखकर लग रहा था कि उसको चुदते हुए थोडा दर्द हो रह है पर बेहद मज़ा भी आ रहा है. चुदते हुए उसकी सांसें बहुत तेज़ चल रहीं थीं.
करीब दस मिनट की चुदाई के बाद मैं नौकरानी की फटी हुई फुद्दी में झड़ गया. मैं उसकी फटी हुई फुद्दी के भीतर ही झड गया था जबकि मैंने अपने फुद्दी चुदाई करने वाले डंडे पर कोई निरोध नहीं लगाया था, उसने भी इसके लिए कुछ नहीं कहा था. मैं झड़ने के बाद दो तीन मिनट नंगा ही रुखसार के ऊपर लेटा रहा. तब रुखसार ने मुझे उसके ऊपर से उठने के लिए कहा और मैं अपना लण्ड उसकी स्पर्म और ब्लड से संदी हुई फुद्दी से निकाल कर उठा गया. चुदाई ख़त्म होते ही मेरा चुदाई करने वाला डंडा सिकुड़ कर छोटा सा हो चुका था.
मेरे उठने के बाद रुखसार उठी, बिस्तर की बेडशीट के एक कोने से अपनी स्पर्म और ब्लड से संदी फुद्दी साफ़ की, अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ पर पैंटी पहनी, अपने मोटे मोटे बोबों पर पैडेड ब्रा पहनी, सलवार पहनी, उसने अपने कपड़े ठीक किये और शयनकक्ष से बहार जाकर अपने काम में लग गयी जैसे जैसे शयनकक्ष में कुछ हुआ ही नहीं था और मैंने भी अपना लण्ड पौंछा और पजामे के भीतर कर लिया. अविवाहित नौकरानी की अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ने और फिर उसकी फुद्दी की चुदाई करने के इस सारे गंदे गेम खेल में हमें कठिनाई से पन्द्रह मिनट लगे होंगे.

मैं बाहर आया तो मेरा छोटा भाई भीतर चल रही हमारी चुदाई के गेम खेल से अंजान अपने काम में लगा था. उसे कुछ पता नहीं लगा कि अभी अभी कमरे में मैंने नौकरानी की अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ डाली है और उसकी फटी हुई फुद्दी को चोदा है ! मेरे हाथों में स्पर्म लग गया था तो सबसे पहले मैंने हाथ धोये फिर किचन में गया तो हमारी हॉट नौकरानी रुखसार बरतन मंज रही थी. हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार मुझे देख कर मुसकुराई और अपना काम करती रही. तभी उसने आँखों से इशारा करके मुझसे पूछा कि कैसा लगा उसकी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़कर और उसके साथ सेक्स करके..
मैंने उसे गर्दन हिला कर और आँखों से इशारा करके बताया कि मुझे बहुत आनंद आया उसकी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ने में और उसके साथ चुदाई करने में. कुछ देर बाद हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार काम ख़त्म करके जाने लगी तो मैंने उसे एक दफे फिर पकड़ लिया और उसके लाल कोमल होंठ चूसने लगा. किन्तु हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार फ़टाफ़ट मुझसे छुट कर चली गयी आज मैंने उसकी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ डाली थी जिस कारण उसकी चाल बिगड़ गई थी उससे सही तरह से चला भी नहीं जा रहा था. अब तो ये चुदाई का गेम खेल हमारा रोज़ का काम हो गया था.
मेरे वालिदैन के जाते ही मैं हमबिस्तर होने के लिए हमारी गदराई नौकरानी का इंतज़ार करता और उसके आते ही छोटे भाई को घर के बाहर करके हम दोनों हमबिस्तर होने मेरे बेडरूम में चले जाते. उसके साथ की गयी दूसरी चुदाई सबसे मज़ेदार थी. इस बार मैंने रुखसार को करीब करीब न्यूड कर दिया था सिवाए कुर्ता पूरा उतारने के. उसका कहना था कि एकदम से दोबारा पहनना पडा तो पहनने में टाइम लगेगा. मैं उसकी चूचियां दबाते और चूसते हुए उसके साथ फोरेप्ले कर रहा था और हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार गर्म सांसें छोड़ रही थी.
पहले दिन तो मैंने उसकी चुची केवल उसके चुस्त कुरते के ऊपर से ही दनौकरानी थी. उसके बाद मैंने पलटी मारी और उसको अपने ऊपर ले लिया, उसकी मोटी मोटी चूचियां मेरे सीने पर दब गयीं, बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने उसको अपने ऊपर चढ़ कर चुदाई करने को कहा मगर हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार नहीं मानी तो मैंने उसको वापस अपने नीचे लिया और उसकी अनचुदी फुद्दी में अपना 9 इंच लम्बा और 5 इंच मोटा लौड़ा घुसेड़ कर उसकी अनचुदी फुद्दी की शानदार चुदाई शुरू कर दी. मैं बहुत तेज़ शोर्ट मार रहा था और चुदाई के हर शोर्ट के साथ उसकी मोटी मोटी चूचियां ऐसे ऊपर नीचे झूल रहीं थीं कि एकदम पागल कर देने वाला नज़ारा था.

चूँकि उसकी गरम फुद्दी से पानी आ रहा था इस कारण से हर शोर्ट के बाद फुद्दी से पच्च पच्च की आवाज़ होने लगी. यह आवाज़ मुझे और पागल कर रही थी और मेरे शोर्ट नतीजतन तूफानी होते चले गए. पूरे एक घंटे की धकापेल चुदाई के बाद मैं दो बार उसको झड़वा कर खुद भी झड़ गया और उसकी उठती गिरती चूचियों के बीच की खाई में सर रख कर हांफने लगा. हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार भी चुदवाने के बाद किसी कुतिया की तरह हांफ रही थी और हम दोनों जून की गर्मी में पसीने से तरबतर थे. हमारा सेक्स करने का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा और एक दफे मैंने उसको मेरा लण्ड मुँह में लेने को कहा था मगर हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार नहीं मानी और बहुत मनाने पर उसने केवल मेरे लौड़े के टोपे पर एक चुम्मा दे दिया था.
बीच में उसकी छोटी बहिन भी एक दिन काम करने आयी थी. घर पर केवल मैं और मेरा छोटा भाई ही थे, दिल तो कर रहा था कि इसकी भी फुद्दी की चुदाई कर दूं मगर एक अनजाने से डर ने मुझे उसके साथ सेक्स करने से रोक लिया की बेकार में रेप का केस लग गया तो बदनामी हो जायगी. अगली बार जब रुखसार आयी और हमने बिना निरोध के ही चुदाई करी तो मैंने इस बात का ज़िक्र उससे किया कि उसकी बहिन को पेलने का मन हो रहा था मेरा. रुखसार ने बताया कि उसकी बहिन घर पर मुझे याद कर रही थी. मतलब अगर मैं उसे पकड़ लेता तो हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार की बहिन भी बिना किसी आनाकानी के अपनी अनचुदी फुद्दी मेरे लण्ड से चुदवा लेती.
मेरे और मेरी नौकरानी रुखसार के अवैध सेक्स संबंध करीब एक साल तक चलते रहे और घर में और घर के बाहर किसी को भी हम दोनों के अवैध सेक्स संबंध के बारे में कानो कान खबर तक नहीं हुई. मै हमारी अविवाहित नौकरानी की चूतड़ और फुद्दी अधिकतर बिना निरोध पहने ही चोदता था जिस कारण रुखसार एक दफे प्रेग्नेंट भी हो गयी थी. किन्तु उसने मुझे कोई टेन्शन नहीं ड़ी, उसने खुद ही दवाई वगैरा लेकर उस परेशानी से छुटकारा पा लिया था.
उसने मुझसे केवल सौ रुपये लिए थे. इसके अलावा उसने मुझसे कभी कोई पैसे नहीं मांगे, या और कुछ भी नहीं माँगा. मुझे लगता था कि हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार केवल अपनी कामवासना और चुदाई के शौक के कारण मुझसे चुदती है. फिर एक दिन मेरे वालिदैन मिलिट्री कैंटीन गए थे घर का कुछ सामान लाने और मैं हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसारक की अनचुदी फुद्दी की चुदाई अपने तगड़े खंजर जैसे लौड़े से कर रहा था.

मैं हमारी गरम नौकरानी के साथ हमबिस्तर होने से पहले रूम के परदे लगा देता था और दरवाज़ा बंद करने के बाद बड़े इत्मीनान से उसकी फुद्दी की चुदाई करता था. हम नौकर और मालिक मिलकर डॉगी स्टाइल में चुदाई कर ही रहे थे कि एकदम घर की घंटी बजी. घर की घंटी बजते ही हम दोनों की चूतड़ फट गई और हम दोनों चुदाई अधूरी छोड़ हड़बड़ा कर अलग हो गए. हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार घबरा के बोली- ब्रा कहा ँ है मेरी…? मैंने उसको पैडेड ब्रा पकड़ाई और फिर ब्रा और चड्डी पहनने के बाद उसने फटा फट अपने नंगे शरीर पर सलवार सूट पहना. (Virgin Maid Tight Pussy Fucked Indian Sex Story)
हम दोनों कुत्ते कमीनो ने आनन फानन में अपने कपड़े पहने थे और घबराहट के मारे हम दोनों की सांसे फुल रही थी. उसके बाद मैंने हांफते हांफते दरवाज़ा खोला और हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार आँगन में चली गयी बर्तन लाने जो हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार पहले ही धो चुकी थी. मेरे अब्बू जान ने पूछा बेटा समीर इतना हांफ क्यों रहा है – दरवाज़ा खोलने में इतनी ज्यादा देर क्यों हो गयी? तो मैंने मेरे अब्बू जान से बोला- जी अब्बू जान मैं लेट्रिंग में था टट्टी कर रहा था टट्टी बहुत तंग आ रही थी वो जरा इस लिए साँस फुल रही है.
मेरी कबाब में हड्डी अम्मी जान के चेहरे पर शक साफ़ नज़र आ रहा था उन्हें शक हो चूका था की मैं उनके पीठ पीछे हमारी गरम और जवान नौकरानी के साथ हमबिस्तरी होता हूँ. उन्हें शक हो चूका था की मैं हमारी अनमैरिड नौकरानी रुखसार के साथ सेक्स करता हूँ. फिर जैसे ही हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार बर्तन लेकर किचन में आयी अम्मी जान ने उसको बोला- तुम्हारा हिसाब कर रही हूँ क्यों की मुझे सब पता है की तू मेरे जवान पुत्र के साथ मेरे पीठ पीछे क्या क्या गुल खिलाती है…
हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार मेरी कबाब में हड्डी अम्मी जान को समझाने लगी की मेमसाहब छोटे मालिक और मेरे बिच ऐसा कुछ नहीं है आप गलत समझ रही हो किन्तु मेरी अम्मी ने उसकी एक नहीं सुनी उलटे उसको बहुत डांटा और उसका हिसाब करके उसको काम से बाहर कर दिया. मैं हमारी अविवाहित नौकरानी रुखसार के साथ इतने वक़्त से हमबिस्तरी होते होते थोड़ा जज़्बाती तौर पर जुड़ गया था उसके जाते ही मेरे पेनिस को फुद्दी मिलना भी बंद होने वाली थी इस कारण से मुझे बेहद अफ़सोस हुआ उसके निकाले जाने से.
तो मेरे प्यारे भाई और बहनों कैसी लगी मेरी और मेरी अविवाहित नौकरानी की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में उम्मीद करता हूँ की मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “अविवाहित नौकरानी के साथ हमबिस्तर XXX हिंदी चुदाई कहानी” आप सभी को बहुत पसंद आई होगी. यदि आप चाहते हो की हम हमारी पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में का दूसरा भाग भी लेकर आएं तो निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना और इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करना ताकि वो भी इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को पढ़कर हेंडजॉब कर सकें और अपना स्पर्म निकाल सकें… Virgin Maid Tight Pussy Fucked Indian Sex Story