मेरे पिताजी की गैरमौजूदगी में हमारे घर के अंदर मैंने बचपन में मेरी सेक्सी और जवान माँ को ट्यूशन वाले टीचर के मोटे लण्ड से डॉगी सेक्स पोजीशन में कुतिया बनकर अपनी गांड मरवाते देखा हिंदी सेक्स स्टोरी : हेल्लो दोस्तों मैं विकास आज आपके सामने मेरी अम्मी जान की गांड चुदाई वाली हिंदी सेक्स स्टोरी लेकर पेश हुआ हूँ उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी अम्मी जान की अपनी गांड मरवाने वाली यह हिंदी सेक्स स्टोरी बहुत पसंद आयगी. दोस्तों मेरे घर में मेरे अलावा मेरे माता पिता और मेरी एक छोटी बहन रहती थी.
मेरे पिताजी की नौकरी रात की होती थी तो वो रात में अपनी नौकरी करने चले जाते थे और फिर मेरे पिताजी के पीठ पीछे शुरू होता था मेरी सेक्स की भूखी माँ के पराए मर्दों से अपनी हवस शांत करवाने का गन्दा खेल. दोस्तों आज जो हिंदी सेक्स स्टोरी मैं आप सभी के साथ शेयर करने जा रहा हूँ यह उन दिनों की बात है जब मैं एक छोटा बच्चा था और आठवीं क्लास में था और मेरी छोटी बहन छटी क्लास में थी. हमारा घर थोड़ा अलग-थलग था क्योंकि उस समय हमारे मकान के आस पास कोई घर नहीं बना था तो हमारे में बिजली भी नहीं थी. हमारे घर हमारे स्कूल के ही एक टीचर आते थे और उन टीचर का नाम सुरेश था.
माँ को कुतिया बनकर ट्यूशन वाले टीचर से गांड मरवाते देखा पिताजी की गैरमौजूदगी में हिंदी सेक्स स्टोरी

वे ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद टीचर मुझ मासूम बच्चे को और मेरी छोटी बहन को बहुत ज्यादा डरा कर रखते थे तो हम भाई बहन दोनों डर के मारे चुपचाप पढाई में लगे रहते थे और ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर और मेरी अम्मी जान चुदाई में लगे रहते थे. मेरी अम्मी जान, जिसका नाम सुमन शर्मा था, उनकी उम्र 30 साल से भी कम होगी क्योंकि उनकी शादी बहुत कम उम्र में ही हो गई थी, मगर उन्होंने अपनेआप को खूब संवार कर रखा था. दोस्तों खास बात यह थी कि उनकी गांड बहुत चोड़ी थी जिसे हर कोई मारना चाहता था.
एक दिन जब मेरे पिताजी की रात की नौकरी थी तो पिताजी खाना खाकर सात बजे चले गए और हम दोनों भाई-बहन अपनी पढ़ाई करने लगे. यहाँ भी देखें:- बहन की कुंवारी बच्ची को गोदी में उठाकर खूब उछाल उछाल कर चोदा कुछ समय बाद हमारे दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी, तो मेरी अम्मी जान ने दरवाजा खोल दिया और दरवाजे खुलते ही ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद टीचर अन्दर घर में आ गए और आते ही उन्होंने हमें खुद ही अपनी अपनी पढाई करने के लिए बोल दिया और खुद मेरी अम्मी जान के पास चले गए.
क्योंकि मेरी जवान और सेक्सी माँ रसोई में खाना बना रही थी तो वो भी रसोई में ही चले गए. थोड़ी देर के बाद मुझ मासूम बच्चे को रसोई के अंदर से मेरी अम्मी जान की आवाज सुनाई दी- अभी नहीं सुरेश प्लीज़ बच्चे देख लेंगे…! मुझ मासूम बच्चे को कुछ गड़बड़ सी लगी की आखिर ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर मेरी अम्मी जान के साथ ऐसा कर क्या रहे हैं जो हमारी माँ को हम बच्चों से डर लग रहा है की हम देख लेंगे तो मैं मेरा शक दूर करने के इरादे से आहिस्ता से रसोई में गया और छिप कर अंदर देखने लगा की आखरी मेरे पिताजी की गैरमौजूदगी में हमारे घर के अंदर चल क्या रहा है.
दोस्तों अंदर का नजारा देखते ही मेरे पैरों तले जमीन खिसक गयी क्यों की अंदर रसोई में हमें ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने मेरे जवान और सेक्सी माँ की साड़ी पीछे से उप्पर उठा रखी थी और वो उनकी मोटी मोटी गांड पर अपना हाथ फेर रहा था. क्योंकि मुझ बच्चे को तब तक चुदाई के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था तो मैं उनके सामने अंदर चला गया और बोला की टीचर मेरी बेचारी मम्मी को छोड़ दो !
मुझ मासूम बच्चे को देखते ही ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर की गांड फट गयी और उस बहन के लौड़े ने मेरी जवान और सेक्सी माँ की साड़ी छोड़ दी और मेरी मम्मी बहाना बनाते हुए बोली- बेटा, मेरे घुटने में दर्द हो रहा था, तो तुम्हारे ट्यूशन वाले टीचर उसकी मालिश कर रहे थे तेल लगाकर. कुछ देर बाद ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर “रात में आता हूँ !” कह कर हमारे घर से चले गए. अब रात को कुछ होने वाला था इतना तो मुझ मासूम बच्चे को पता था मगर क्या होने वाला है यह मुझ मासूम बच्चे को पता लगाना था.
अब रात हो चुकी थी और मेरी अम्मी जान ने हम दोनों भाई और बहनों को खाना खिला कर सुला दिया. लेकिन क्योंकि मुझ मासूम बच्चे को पता था कि ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर रात में कुछ कांड करने हमारे घर पर आयेगा तो मैं रात में सोया नहीं. रात में करीब 11 बजे फिर से हमरे घर के मेन दरवाजे पर दस्तक हुई, मेरी जवान और सेक्सी माँ ने चुपके से उठकर घर का दरवाजा खोला और ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर धीरे से अन्दर आ गए.
अंदर आते ही उस मर्द ने मेरे माँ से कहा- जानेमन आज तो बाल-बाल बच गए नहीं तो तुम्हारे बच्चे तुम्हे मेरे आठ इंच लम्बे और तिन इंच मोटे लण्ड से डॉगी सेक्स पोजीशन में अपनी गांड और भोसड़ी चुदवाते देख लेते और तुम्हारे पति को हमारे अवैध सेक्स संबंध के बारे में सब कुछ बता देते… फिर उन्होंने मेरी अम्मी जान को अपने गले से लगा लिया कुछ देर के बाद मेरी सेक्सी माँ उसे अपने शरीर से हटाते हुए बोली- रुको ना ! पहले तसल्ली कर लूँ कि ये शैतान बच्चे सोये हैं या नहीं !
फिर वो साली छिनाल हमें देखने आई. दोस्तों मैं बहुत चालक था तो मैंने सोने का नाटक कर लिया और वो साली चुदासी छिनाल निश्चिंत हो गई की हम भाई बहन दोनों गहरी नींद में सोए हुए हैं. क्योंकि हमारे घर में एक कमरा और एक रसोई ही थी तो मैं और मेरी बहन पलंग पर सोये थे. यहाँ भी देखें:- होली पर दोस्त को नंगा करके उसके लौड़े पर रंग लगते हुए इंडियन पोर्न थोड़ी देर में मेरे माँ ने नीचे फर्श पर एक स्लीपवेल का गद्दा बिछा दिया और उस पर अपनी गांड टेक कर बैठ गई. ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर अब भी खड़े ही थे.
इतने में मेरी अम्मी जान ने ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर का काला मोटा लौड़ा कपड़ों के ऊपर से पकड़ लिया और बोली- आजकल यह तुम्हारा लौड़ा बहुत ज्यादा ही परेशान करता है न तुम्हें मेरी जान? आज इस शरारती लौड़े को मैं ठीक कर दूंगी और यह कहते हुए मेरी माँ ने ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर की पैंट उतार दी. ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर वैसे तो बहुत ही ज्यादा कमजोर और दुबले पतले थे लेकिन उनके लौड़े का आकार करीब आठ इंच लम्बा और तिन इंच मोटा था.
मेरी चुदवाने की प्यासी माँ ने उसके लण्ड को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने लगी. अब ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर के मुंह से आवाज आने लगी- आह्ह्ह्ह… मेरी चुदवाने की प्यासी माँ ! मेरी जान ! और ! और ! वह मेरी चुदवाने की प्यासी माँ के बाल सहलाने लगा. कुछ देर बाद ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाला और मेरी चुदवाने की प्यासी माँ के दूधों को उसके ब्लाऊज़ से बाहर निकाल लिया. मेरी चुदवाने की प्यासी माँ ने अभी भी अपनी साड़ी पहन रखी थी.
ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने उस चुदवाने की भूखी छिनाल की साड़ी को ऊपर उठाया और उसकी भोसड़ी को चाटने लगा और एक हाथ से वो मेरी चुदवाने की प्यासी माँ के दूध दबाने लगा. थोड़ी देर में ही मेरी चुदवाने की प्यासी माँ बोली- सर ! मुझ सेक्स की प्यासी छिनाल को चोदकर ठंडा कर दे ! अब और मत सता मुझ रांड को… मेरी चुदवाने की प्यासी माँ का पानी निकल रहा था और ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर उसे चूस रहा था. मेरी चुदवाने की प्यासी माँ भी उसके लण्ड को हाथ से सहला रही थी. अब मेरी चुदवाने की प्यासी माँ ने अपनी दोनों टांगें ऊपर कर ली और बोली- आओ अब.
हम भाई और बहन को ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने भी उसकी टांगों के बीच बैठ कर अपना लण्ड फ़ंसा दिया मेरी चुदवाने की प्यासी माँ की भोसड़ी में और जोर-जोर से चोदने लगा. मेरी चुदवाने की प्यासी माँ के मुंह से आवाज आने लगी- धीरे-धीरे करो बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है चुदाई करवाने में ! लेकिन ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर कहाँ रुकने वाला था, ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने मेरी चुदवाने की प्यासी माँ को वैसे ही आधे घण्टे तक चोदा. बीच-बीच में वो उसके दूध से भरे रसीले बूब्स को चूसने लगता था.
30 मिनट बाद ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने अपना पूरा पानी मेरी चुदवाने की प्यासी माँ की भोसड़ी में डाल दिया और उसके ऊपर निढाल हो गया. यहाँ भी देखें:- होली पर कुँवारी बहन को शराब पिलाकर चोदा Hindi Sex Story दोनों कुछ देर तक ऐसे ही लेटे रहे, फिर मेरी चुदवाने की प्यासी माँ ने उसे अपने ऊपर से हटाया और उसके लण्ड को फिर से तैयार करने लगी. लेकिन ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर का मूड नहीं था, उसने बोला- मैं थक गया हूँ. मेरी चुदवाने की प्यासी माँ कहाँ मानने वाली थी, उसने उसके लण्ड को फिर से तैयार कर के उसे अपनी मोटी गांड से सटा लिया.
अब ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर भी फिर से मेरी अम्मी जान को चोदने के मुंड में आ चुके थे, उस नंगे मर्द ने मेरी चुदवाने की प्यासी माँ की गांड मारने के लिए उन्हें डॉगी सेक्स पोजीशन में किया और उन्हें अपने आगे कुतिया बना दिया और उनकी गांड मारने के लिए उस नंगी महिला के ऊपर चढ़ गया. इतने में मेरी चुदवाने की प्यासी माँ बोली डार्लिंग वैसलीन ले आओ पहले और मेरी गांड में अपना मुसल जैसा लंड पेलने से पहले मेरी गांड में थोड़ी सी वैसलीन लगा दो फिर मेरी गांड मार लेना. ट्यूशन पढ़ाने वाले नंगे टीचर ने झट से वैसलीन अपने लौड़े और मेरी चुदवाने की प्यासी माँ की मोटी गांड के छेद में लगाई और अपने मुसल जैसे लंड को ऐसे मोटी गांड मे घुसाया जैसे अमूल मक्खन में कोई पैनी छुरी…
ट्यूशन पढ़ाने वाले मादरचोद सर ने मेरी चुदवाने की प्यासी माँ की मोटी गांड खूब बजाई और अपना पानी मेरी नंगी माँ की मोटी गांड के छेद में ही डाल दिया. दोनों ऐसे ही कुछ देर तक नंगे एक दुसरे से चिपक कर लेटे रहे फिर दोनों ने अपने अपने कपड़े पहने और हमारे सामने ऐसे भोले भाले बनकर आये जैसे उन दोनों के बिच कुछ हुआ ही नहीं है साले दोनों हरामी लोग मुझे चुतिया समझ रहे थे…