रखेल बनाया फ्रेंड की बेवा जोरू और कुँवारी बेटी को Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani I Fucked My Friend’s Widow Wife And Virgin Daughter Indian Hindi XXX Sex Story : मेरी फ्रेंड की जोरू का नाम पायल है और उनकी उम्र करीब 35 वर्ष है. मेरे फ्रेंड की जोरू दिखने में एक नम्बर माल थी उसकी 16 साल की एक बहुत मस्त जवान लड़की भी थी जिसका नाम नीलम था वो भी दिखने में अपनी प्यारी माँ पर गई थी. मेरा फ्रेंड राजीव मेरे घर के बगल में ही रहता था. यहाँ भी देखें >> Actress Alia Bhatt Real Full HD Sex Videos XXX Porn MMS वो बस ड्राईवर था और मै कनडकटर था. हम बहन के लंड दोनों बचपन के फ्रेंड थे. मेरी अभी शादी नही हुई थी जबकि राजीव की शादी आज से १८ साल पहले ही हो गयी थी और उसकी लड़की नीलम 16 साल की हो गयी थी.
सब कुछ बहुत ही ज्यादा अच्छा चल रहा था की एक दिन मेरे फ्रेंड के साथ बहुत बुरा हादसा हो गया. मैं एक हफ्ते की छुट्टी लाकर मैं गांव चला गया और इधर राजीव की बस का एक बहुत खतरनाक बस एक्सीडेंट हो गया. इस बस दुर्घटना में मेरे फ्रेंड राजीव की जान चली गयी और उसकी गदराई जोरू पायल भरी जवानी में ही बेवा हो गयी और उसकी जवान बेटी नीलम इस हादसे में अनाथ हो गयी. जब मैं राजीव के घर गया तो मेरे फ्रेंडी की बेवा जोरू मेरे सीने से लिपट गयी और जोर जोर से दहाड़ मार के रोने लगी गिरधारी भाई साहब !! अब मेरा क्या होगा…. ?? अब मैं कहा ँ जाउंगी??
रखेल बनाया फ्रेंड की बेवा जोरू और कुँवारी बेटी को Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani

सेक्सी पायल भाभी दहाड़ मार मारकर जोर जोर से रोने लगी तो मैं भी भावुक हो गया. मैं भी चीख चीख कर रोने लगा. हे उपर वाले !! ये तुने क्या किया?? पायल भाभी को इतनी कम उम्र में बेवा कर दिया और नासमझ नीलम बेटी को अनाथ कर दिया. मैं भी बहुत रोया. खैर किसी तरह जिंदगी चलने लगी. क्यूंकि दोस्तों, एक से एक बड़ी से बड़ी हस्तियाँ मौत के मुँह में चली गयी पर ये दुनिया ना कभी रुकी है और ना कभी रुकेगी. मैं बस पर काम करने लगा. अब उत्तर प्रदेश बस परिवहन विभाग ने एक नया बस ड्राईवर भेज दिया था जो मेरी बस को चलाता था.
हर शाम जब ड्यूटी खतम होती तो अपनी गरम पायल भाभी के गदराई बदन को ताड़ने उनके घर जाता और हाल चाल लेता. वो जो भी मुझे अपना देवर समझकर घर के काम बता दिया करती थी तो मैं कर देता. कभी उनकी सब्जी ले आता. कभी उसका गेहूं पिसा देता, नीलम बेटी की फ़ीस जमा कर देता. जैसे जैसे दिन बीतने लगे वैसे वैसे मन हुआ की अगर मैं मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू अर्थात पायल भाभी को पटा लूँ तो मेरे लंड के लिए बुर का परमानेंट बंदोबस्त हो जाए. एक दिन मैं जब राजीव की बेवा जोरू से मिलने गया तो वो रोने लगी. 3 महीनो से उन्होंने कमरे का किराया नही भरा था. बेवा पायल भाभी मेरे कंधे पर सिर रखकर रोने लगी.!!
मैंने मेरी बेवा भाभी जी को समझाया की तुम बिलकुल परेशान मत हो मैं कुछ बंदोबस्त करता हूँ. नेक्स्ट डे मैंने बैंक से रुपये निकाल निए. पायल भाभी का 3 महीने का किराया भर दिया. मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू अब मेरे अहसान तले दब चुकी थी उन्हें अब मेरा ही सहारा था और मैं ये सब उन्हें और उनकी 16 साल की कुँवारी बेटी को अपनी रखेल बनाने के इरादे से कर रहा था. मैं जब कभी भी उनके घर जाता तो पायल भाभी कभी भी बिना चाय पिए नहीं आने देती थी. दोस्तों, अब तो हर नाईट मुझे मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू अपने सपने में दिखने लगी थी मैं उन्हें हर हाल में अपनी रखेल बनाना चाहता था. (I Fucked My Friend’s Widow Wife And Virgin Daughter Indian Hindi XXX Sex Story)

मैं सपने में देखा करता था की बेवा पायल भाभी मेरी रखेल बन चुकी हैं और मै उसकी चुत की खतरनाक चुदाई करता रहता हूँ और चूतड़ भी मारता रहता हूँ. पायल मुझे पुरे तन मन धन से प्यार कर रही है, मैं यही हर नाईट सपने में देखने लगा. कुछ दिन बाद मैं मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू से मिलने उसके घर गया तो वो बोलने लगी की विद्यालय वालों ने उसकी बेटी नीलम का नाम काट दिया है क्यूंकि 3 महीने से उसकी फ़ीस जमा नही हो पायी है. इस पर मैंने भी दांव गेम खेल दिया. मैंने कहा पायल ! मुझसे तुम शादी कर लो. अब मैं तुमको और कष्ट उठाते हुए नहीं देख सकता. मैं तुमको पति का प्यार दूँगा और नीलम को बाप का प्यार दूँगा.
पायल भाभी इस बात पर भौचक्की रह गयी. पर आहिस्ता आहिस्ता बात बन गयी और वो मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो गई और उन्होंने अनी बेटी को भी इस बारे में सब बता दिया की वो उसके लिए एक नया बाप लाने वाली है. मेरी हवस से भरी गन्दी नजर मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू के साथ साथ उसकी 16 साल की कुँवारी बेटी पर भी थी अर्थात मैं एक तीर से 2 शिकार करना चाहता था. पायल और उसकी बेटी नीलम दोनों को अपनी रखेल बनाकर रखना चाहता था. मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू मेरे जाल में फंस गई और पायल भाभी की बेटी नीलम भी उसकी माँ की दूसरी शादी के लिए मान गयी.
फिर हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने मंदिर में जाकर शादी कर ली. सुहाग रातवाले दिन पायल कुछ अपसेट थी. वो मुझसे कहने लगी गिरधारी!! मुझे तुम्हारे साथ चुदाई करने में कुछ वक्त लगेगा. मैं तुमको हमेशा अपना देवर ही समझा है पर आज तुम मेरे स्मार्ट पति बन गए हो!! कोई बात नही पायल. मैं तुमसे शादी अपने सुख के लिए नही की है. बल्कि तुम्हारी सेवा के लिए की है. मैंने तुमसे शादी अपने फ्रेंड राजीव की आत्मा को सुख पहुचानें के लिए की है मैंने कहा और एक दफे फिर से मगरमच्छ जैसे आँशू बहाने लगा. 7 दिन तक पायल भाभी ने मुझको उसकी खतरनाक चुदाई नही करने दी. वो अपने पहले पति राजिव की याद में रोती बिलखती रही.

वो कहते हैं ना वक्त सबसे बड़ा मर्रहम होता है… आहिस्ता आहिस्ता सब कुछ सही होने लगा. एक दिन मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू जो अब मेरी वाइफ बन चुकी थी मुझसे कहने लगी मैं तैयार हूँ अब गिरधारी जी आज के साथ सोने के लिए… मैंने आपको तन और मन से भी अपना पति स्वीकार कर लिया है. दोस्तों, मैं तो अपनी वाइफ पायल की बुर मारने के लिए कबसे बेक़रार था. कबसे मैंने ये सपना संजो के रखा था. पायल भाभी अर्थात मेरी वाइफ बिलकुल मक्कन की टिकिया जैसी मखमली थी. शादी के 8 वे दिन मैंने उसके साथ अपनी सुहाग रातमनाई. जिन लाली लगे कोमल होंठ को देख के मैं हेंडजॉब कर लेता था, आज वो कोमल होंठ मेरे थे. सबसे पहले तो मैंने मेरी वाइफ पायल के कोमल होंठो को खूब चूसा.
वो साली बहन की लौड़ी बचती रही पर मैं उसके दोनों चिकने गालों को हाथ में लेकर उसके कोमल होंठ पीता रहा. नही जी कोमल होंठ पर नही ! वो बोली.पायल! अब तुम मेरी पहले वाली भाभी नहीं हो. अब तुम मेरी जोरू हो. अब मेरा तुमपर पूरा हक है, मुझे मत रोको मैंने कहा और अपनी बातों में उसे फसां लिया. खूब जी भरके मैंने उसके रसीले कोमल होंठों का रसपान किया. फिर मैं उसका ब्लाउज उतार दिया. उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन खूब बड़े बड़े ३६ साइज़ के थे. जिन स्तनों को देख देख के मैं हाथ से मुठ मारा करता था , अब वो मेरी मिलकियत हो चुके थे.
मेरी गरम भाभी से वाइफ बनी पायल ना नुकुर करती थी. पर मै उसके विरोध को नजर अंदाज कर उसके दोनों ब्रेस्ट के निप्पल अपने मुँह में भरकर पीता रहा. उसके बाद मैंने उसको पूरा नंगा कर दिया. उसकी पैंटी उतार दी. पायल के दोनों पैर मैंने खोल दिए जैसे मोर्निंग सुबह अखबार पढ़ने वाले अखबार खोल देते है. आज भी उसकी फिगर मेंटेन थी. मेरा काला कलूटा लण्ड तो कबसे पायल को पेलने को बेक़रार हो रहा था. मैं पायल की चिढिया देखी. बड़ी छोटी सी नासमझ सी अनचुदी बुर थी उसकी. आज भी पायल के दोनों ब्रेस्ट अच्छे खासे कसे कसे थे. मैंने उसके दूध से भरे मोटे मोटे स्तनों को खूब दबाया. उसकी निप्लस को हाथ की उँगलियों से खूब मसला मैंने. वो बिस्तर पर खूब तडपी दोस्तों.

जिस पायल भाभी को देख देख के मैंने ना जाने कितनी बार हेंडजॉब करा था आज मै उसके साथ अपनी सुहागरात बनाने जा रहा था. मैंने उसको पेलने के लिए बिलकुल नंगा कर लिया था. मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू आज मेरे सामने बिना कपड़ों के बिलकुल न्यूड थी. पायल की एक एक पसलियां मुझको दिख रही थी. मैंने उसको सीने से लगा लिया और खूब प्यार किया. घंटों हम बहन के लंड दोनों नए नए मिया जोरू बने २ प्राणी एक दूसरे से लिप्टा लिपटी करते रहे. आखिरकार अब मैं उसको पेलने की तयारी कर रहा था. मैंने जब उसकी मखमली टाँगे खोल दी और उसकी चुत का दीदार किया तो वो शरमा गयी.
अपने चेहरे को उसने अपने हाथ से ढक लिया.कोई बात नहीं पायल!! मैंने उस से कहा. उसकी चुत पर मैंने जैसे ही अपनी उँगली फिराई तो उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर कंपन होने लगा. मैंने और 2-3 बार पायल की चुत पर उपर से नीचे ऊँगली फिराई, वो तडप उठी आखिर अपने पति की मौत के कई दिनों बाद उसे ये सुख जो मिल रहा था. इसके बाद मैंने अपना मुँह उसकी चिड़िया पर लगा दिया और उसकी चुत पीने लगा.
पायल ने सुहाग रातबनाते वक्त एक दफे भी मेरी ओर नही देखा. बल्कि अपने हाथों से अपने मुँह को ढके रही. पायल अपने पति राजीव को बहुत प्यार करती थी. मेरे शयनकक्ष में भी राजीव की फोटो उसने लगा ली थी. मेरे मारे हुए फ्रेंड राजीव की फोटो के सामने ही मैं उसको पेलने जा रहा था और अपने जीवन की पहली सुहागरात बनाने जा रहा था. राजीव की आत्मा अगर मुझे देख रही होगी तो मन ही मन गाली दे रही होगी की फ्रेंड मैंने तुझे क्या समझा था, तू क्या निकला.

मैंने अपना उफनता लण्ड आखिर पायल के भोसड़े पर रख दिया और एक खतरनाक झटके के साथ भीतर ठूंस दिया. लण्ड बेवा पायल भाभी की चूत के भीतर बाहर होने लगा और मैं पायल को पेलने लगा. मैं चाहता था की अपनी बुर की खतरनाक चुदाई करवाते वक्त पायल भाभी मेरी तरफ देखे. उसकी आँखों में देखते हुए उसको मैं जमकर चोदूं, पर ऐसा ना हो सका दोस्तों. मैंने कहा कोई नही बुर तो उसने दी. यही क्या कम है. मैं अपना पूरा जोर लगाकर उसको पेलने लगा. मेरी कमर उसके पुट्ठों से जल्दी जल्दी लड़ रही थी और फट फट का शोर कर रही थी. मैं पायल को जोर जोर से पेल रहा था. उसने अपने बालों को खोल रखा था, वो क़यामत लग रही थी.
इसके बाद मैंने मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू की फुद्दी को पेलने की रफ़्तार बढा दी और जल्दी जल्दी उसकी फुद्दी में अपना लौड़ा भीतर बाहर करने लगा. मेरा काला तगड़ा लण्ड उसकी गोरी बुर को मार रहा था. मैं उसके दूध से भरे मोटे मोटे ब्रेस्ट सहलाते हुए और मसलते हुए उसकी खतरनाक चुदाई कर रहा था. कुछ मिनट बाद मैंने उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर ही अपना माल छोड़ दिया. अपनी नई नई जोरू बनी पायल भाभी को अब दूसरी तरह से पेलने का वक्त आ गया था. मैं नीचे लेट गया और पायल को अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर बैठा लिया. जैसे ही वो मेरे खड़े लण्ड पर बैठी 2 सेकंड के लिए उसे बहुत तेज दर्द हुआ, उसे लगा की कोई मोटा डंडा उसके भोसड़े में घुस गया हो. उसकी टुंडी का छेद देख के मैं मचल गया.
बड़ी सुंदर टुंडी थी उस बेवा रांड की. मैंने पायल भाभी जी से कहा अब मुझको चोदो !!. फिर बेवा पायल भाभी आहिस्ता आहिस्ता मेरे विशाल लण्ड पर उट्ठक बैठक लगाने लगी. उसके खुले काले घने बाल चारों ओर बिखर गए थे. मुझे वो दुनिया की सबसे चुदासी महिला लग रही थी. मैं तो मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू की सुंदरता पर मर मिटा था. बेवा पायल भाभी के गोरे गोरे चिकने गाल, गलों पर डिम्पल, उसके रसीले कोमल होंठ, उसका ये नंगा महकता बदन, उसके चिकने नंगे गोल कंधे मन कर रहा था बस लण्ड पर बैठाए दिन रात उसको चोदता ही रहूँ. काम पर भी ना जाऊ. बस यही मेरा दिल कर रहा था दोस्तों. आहिस्ता आहिस्ता पायल भाभी किसी प्यासी रांड की तरह मेरे लण्ड पर हिचकोले खाने लगी.

मेरे लण्ड पर उप्पर निचे कूदते हुए वो गरम रांड मुझे पेलने लगी. इधर मैं भी नीचे से अपना बल लगता जिससे मेरा फौलादी लण्ड गप्प गप्प उसकी चुत को संतुष्ट कर रहा था. मेरे फ्रेंड की बेवा जोरू आज मेरी जोरू बन अपनी कमर और पिछवाडा उठाकर खुद को चुदवा रही थी, वही मैं भी अपनी ताकत लगा रहा था और खप्प खप्प उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर अपना काला मोटा लण्ड पेल रहा था. लग रहा था वो न्यूड किसी काले घोड़े पर बैठ घुड़सवारी कर रही हो.
मेरी लुल्ली का घोड़ा उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर बड़ी जल्दी जल्दी दौड़ लगा रहा था. कुछ देर की खतरनाक चुदाई के बाद बाद चुदाई की प्यासी पायल भाभी की कमर नाचने लगी और मस्त चुदाई होने लगी. करीब 1 घंटे बाद मैंने अपने स्पर्म की ताज़ी ताज़ी और गर्म गर्म फुहारे उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर छोड़ दी. हमारी सुहाग रातदोस्तों आज शदी के कई दिनों बाद आखिर फोर व्हीलर गाड़ी सम्पूर्ण हो ही गयी मेरी गरम भाभी ने मुझे अपने पति के रूप में स्वीकार ही लिया.
एक दिन जब मेरी वाइफ पायल घर के बाहर गयी हुई थी तो मैंने उसकी बेटी नीलम को मेरे लण्ड से चुदवाने के लिए पटाया. पायल भाभी अब मेरी वाइफ और उसकी बेटी अब मेरी सौतेली बेटी बन गयी थी. मैंने उसके बालों में तेल लगा दिया. उसकी चोटी बाँध दी. मैंने उसको विद्यालय के लिए तैयार करते बक्त उसके छोटे छोटे चूचे भी दाब दिए. मेरी सौतेली बेटी नीलम अभी नादान थी वो मेरे गंदे इरादों के बारे में कुछ समझ ना पायी.

आहिस्ता आहिस्ता मैंने मेरी कुँवारी सौतेली बेटी नीलम को भी चुदवाने के लिए पटा लिया. नीलम से मैंने पूछा नीलम बेटी क्या तुमको जादू देखना है..? हाँ गिरधारी ताऊजी दिखाओ दिखाओ जादू! वो बोली. जब राजिव जिन्दा था तब तक नीलम मुझको ताऊजी ताऊजी कहकर बुलाती थी. उसकी वही आदत पड़ी थी. वो अभी मुझको पापा नही कहती थी मेरी सौतेली बेटी नीलम !! इस जादू में जरा दर्द होगा, पर बाद में आनंद खूब आएगा !! ठीक है गिरधारी ताऊजी !! नीलम बोली.
मेरा दिल जब 16 साल की इस जवान पर आ गया मैं उसकी माँ को तो चोद चूका था अब उसकी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ने का सुख लेना चाहता था. मैं नीलम को पेलने के लिए भीतर शयनकक्ष में ले गया. उसके सारे कपड़े उतार कर पूरी न्यूड कर दिया. उसके नए नए स्तनों को मैंने खूब दबाया और पिया.
मेरी वाइफ पायल बाजार गई हुई थी कहीं पायल बाजार से ना लौट आये, मैंने सोचा जल्दी से उसकी 16 साल की अनचुदी बेटी नीलम की बुर का भी स्वाद अपने पेनिस को चखा देता हूँ. मैं जल्दी से अपनी 16 साल की अनचुदी सौतेली बेटी नीलम की टाँगे फैलाई, उसकी अनमैरिड बुर पर लण्ड रखा और पेनिस को अंडर की ओर दबाया. माँ कसम!! दोस्तों, नीलम रोने लगी. मेरे लोहे जैसे लण्ड से उसकी अनचुदी बुर की सील को तोड़ दिया.
वो चुदते चुदते दर्द के मारे रोती रही और मैं उसपर रहम खाए बिना उसकी फटी हुई ब्लड से लथ पथ फुद्दी को अपने काले मोटे लण्ड से पेलने लगा. एक दफे तो लगा की उसकी अनमैरिड चूत के अंदर मैं अपना लण्ड नही चला पाउँगा, पर अंत में कामयाबी मिल गयी. मैंने आधा घंटा अपने फ्रेंड राजीव की जवान बेटी नीलम को खतरनाक चोदा और स्पर्म निकलने से पहले अपना लण्ड उसकी फुद्दी से निकालकर उसके मुँह में ठूस दिया और उसे मेरे लण्ड से निकला सारा का सारा माल पिने को बोला. उसने मेरा पूरा माल गटक लिया उसे मेरा स्पर्म पिने में बहुत मजे आए ऐसा उसने मुझे बताया था.

चुदाई ख़त्म करने के बाद मैं उसे स्नानघर में ले गया और बाथरूम में लेजाकर उसको नहला दिया. अपनी सौतेली बेटी की खतरनाक चुदाई ख़त्म करने के बाद मैंने उसको समझा दिया था की… नीलम बेटी !! ये बात अपनी अम्मी से कहना नहीं… ये गंदी बात होती है !! वो कहने लगी ठीक है मैं किसी को भी नहीं बताउंगी. नीलम ने अपनी प्यारी माँ से नही कहा की मैंने उसके साथ संभोग करा है. 1 हफ्ते बाद मुझे फिर से अपनी सौतेली बेटी नीलम की चुदाई करने का अवसर मिला. इस बार मैंने अपनी सौतेली बेटी नीलम को शयनकक्ष में ले जाकर काम सूत्र के हर पोज में चोदा. मेरी 16 साल की सौतेली बेटी को भी मेरे लण्ड से अपनी फुद्दी चुदवाकर खुब आनंद आया.
दोस्तों , अब मेरे दोनों हाथों में लड्डू था, इधर पायल को पेलता था , उधर जब फ्रेंड की बेवा जोरू घर से बाहर गयी होती थी तब उसकी 16 साल की जवान बेटी नीलम की बुर मैं अपना लण्ड घुसाता था और उसकी खतरनाक चुदाई करता था. दोनों माँ बेटी को मैंने अपना रखेल बना लिया था. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरे फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “रखेल बनाया फ्रेंड की बेवा जोरू और कुँवारी बेटी को Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani” बहुत पसंद आई होती यदि आप इस इंडियन हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में का आगला भाग पड़ना चाहते हैं तो निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना. (I Fucked My Friend’s Widow Wife And Virgin Daughter Indian Hindi XXX Sex Story हिंदी सेक्स कहा नियाँ Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani Hindi Sex Stories)