होने वाली भाभी की फुद्दी चुदाई करी शहद लगाकर गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : हेल्लो दोस्तों मेरी इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है. दोस्तों मेरा नाम आलोक शर्मा है और मै कोटा (राजस्थान) का रहने वाला हूँ. दोस्तों में दिखने में एक बिलकुल सामान्य सा लड़का हूँ पर दिखने में बहुत आकर्षक हूँ. आज जो हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मैं आप लोगो के साथ शेयर कर रहा हूँ ये फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में उस वक्त की है जब मैं मुंबई फिल्म नगरी में रहकर अपनी ग्रेजुएशन कर रहा था. मुंबई फिल्म नगरी में मैं कमरा किराये पर लेकर रह रहा था. उस घर मैं अंकल आंटी जी और उनका इकलौता बेटा था. मेरे मकान मालिक अंकल का प्रॉपर्टी का काम था, जिसमें उनका बेटा भंवर भी उनकी सहायता करता था.
अनचुदी भाभी की फुद्दी चुदाई की यह घटना उस वक्त की है, जब मेरे मकान मालिक के लड़के जिसका नाम भंवर है उसकी शादी में सात दिन रह गए थे. मकान मालिक अंकल अपनी वाइफ और भंवर भाई साहब के ससुराल वालों के साथ शादी के कपड़ों की खरीददारी करने के लिए कोटा के किसी परिचित के शोरूम पर जाना था. वो लोग मुझे और निलेश भाई साहब को घर में छोड़ कर नेक्स्ट डे आने की बोल कर गए थे. मेरा कमरा ऊपर है तो मैं अपने रूम पर था. तभी भंवर भाई साहब आए और बोले- यार आलोक … तू मेरी एक छोटी सी हेल्प करेगा? मैंने भाई साहब से कहा की आप मेरे बड़े भाई साहब जैसे हैं बस आदेश कीजिए …
होने वाली भाभी की फुद्दी चुदाई करी शहद लगाकर गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में

भाई साहब ने मुझसे कहा की यार आज मैं और तेरी होने वाली भाभी मिलना चाहते हैं और सुहाग रातबनाना चाहते है. हमारे दोनों के अम्मी पापा घर पर नहीं हैं और दोनों के ही अम्मी पापा कल आने की बोल कर कोटा हमारी शादी की शोपिंग करने गए हैं. मैं भाई साहब से कहा की भाई साहब ये सब मुझे पता है. आप तो बिंदास बोलिए कि मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ. भाई साहब मुझसे बोले की यार मैं प्रिया (उनकी मंगेतर) को सरप्राईज देना चाहता हूँ. मैं बोला – अरे वाहह… क्या बात है भाई साहब ये तो बहुत अच्छी बात है. भाई साहब- मैं चाहता हूँ कि रूम को फूलों और मोमबत्तियों से सजा कर आज की नाईट को ऐसी यादगार बना दूँ … जिसे वो कभी ना भूल सके.
मैं अपने शयनकक्ष में ये सब नहीं कर सकता क्योंकि शादी का टाईम है. अगर कोई रिलेटिव आ गया तो मेरी अम्मी चुद जायगी… तो तू जानता है कि क्या हो सकता है. फिर भाई साहब बोले की मैं ये चाहता हूँ कि आज की नाईट तू नीचे सो जा, मैं डेकोरेशन वाले को बुला कर तेरा रूम सजवा देता हूँ. मैं बोला – ठीक है भाई साहब … और कोई आ भी गए, तो मैं बोल दूंगा कि भाई साहब बाहर गए हैं … वो कल आएंगे. भाई साहब प्रसन होते हुए बोले- हां ये और सही रहेगा. घर का मेनगेट बंद कर दे और घर की चाभी तू रख ले. फिर मोर्निंग जल्दी, जब मैं फोन करूं, तो घर का मेनगेट खोल देना मैं तेरी होने वाली भाभी प्रिया को उसके घर छोड़ आऊंगा.
मैं समझ गया कि भाई साहब शादी से पहले ही अपनी होने वाली वाइफ अर्थात मेरी होने वाली भाभी जी की फुद्दी चुदाई का कार्यक्रम कर देना चाहते हैं. हालांकि शादी के बाद उन्हें वैसे भी हर नाईट सुहाग रातकी खतरनाक चुदाई का आनंद मिलने वाला था. मगर फुद्दी चुदाई की चुल्ल एक ऐसी बात होती है, जो हर किसी को लगने लगती है. मेरी होने वाली अनचुदी भाभी की फुद्दी चुदाई का सब प्रोग्राम तय हो गया. मेरा कमरा सुहागरात की सेज की तरह सजा दिया गया था.भाई साहब की मंगेतर प्रिया ने अपनी अम्मी को फोन करके बोल दिया कि आज वो अपनी फ्रेंड के साथ उसी के घर रहेगी. नाईट के साढ़े नौ बजे मेरी होने वाली भाभी हमारे घर आईं.
मेरी तरफ स्माइल करके भाभी भाई साहब के साथ अपनी अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवाने के लिये ऊपर मेरे कमरे में चली गई थीं जहाँ उनकी सुहाग रातकी सेज पहले से सजी हुई थी. मैं नीचे रूम में आ गया और मैंने घर का मेनगेट लॉक कर दिया. कुछ देर बाद मेरे नसीब ने अंगड़ाई ली. नाईट के अभी ग्यारह बजे होंगे, तभी बाहर किसी ने घर की बेल बजायी. मैंने सोचा इतनी नाईट को कौन हो सकता है. बाहर गेट पर जाकर देखा, तो मेरी सांसें धक्क रह गईं … टांगों के नीचे से धरती सरक गई.
मैं घबराते हुए कहा की- अअआप्प् अंकल जी … आप लोग तो कल आने वाले थे ना? अंकल- गेट तो खोल, सब बाहर ही पूछ लेगा बेटा. मैं बोला – सॉरी अंकल जी. मैंने जल्दी से गेट से ताला खोला. अंकल आंटी अन्दर आते हुए एक साथ बोले- अरे काम जल्दी हो गया था, तो रुक कर क्या करते! मैं कुछ नहीं बोला. मेरी बुद्धि काम ही नहीं कर रही थी कि क्या जबाव दूं.
आंटी पूछने लगीं- बेटा भंवर कहा ं है? मेरी पहले ही चूतड़ फटी पड़ी थी मेरे समझ में झांट कुछ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या बोलना चाहिए. तभी मेरे मुँह से निकल गया कि आंटी भाई साहब ऊपर हैं मेरे कमरे में हम साथ बैठ कर बाते कर रहे थे. मैं उन्हें अभी नीचे भेज देता हूँ. आंटी- हां बेटा, उसे भेज दे. फिर मैं अन्दर से भी ताला लगा लूंगी. मैं मकान मालकिन से कहा ‘जी आंटी ..’ फिर मैं ऊपर आया और गेट को हल्का सा खटखटा कर बोला- भैया, नीचे अंकल आंटी आ गए हैं. वो आपको नीचे बुला रहे हैं.
ये सुनते ही अन्दर से भाई साहब की आवाज आई- क्कक्या अम्मी पापा आ गए अरे यार आज तो मेरी अम्मी चुदवा बैठी… वो बहन के लौड़े तो कल आने वाले थे आज कैसे टपक गए! मैंने उस से कहा- हां भाई साहब … पर वो तो आज ही आ गए…. तभी भाई साहब ने दरवाजा खोला और मेरे कमरे से बाहर आए. भाई साहब को देखकर लग नहीं रहा था कि उन्होंने अभी मेरी होने वाली भाभी की अनचुदी फुद्दी के साथ कुछ करा होगा. भाई साहब- सुन … मैं नीचे जा रहा हूँ … फिर तुझे बताता हूँ कि तेरी होने वाली भाभी प्रिया को उसके घर वापस कैसे भेजना है. अभी तू अपनी भाभी के पास रुक. ये बोल कर भाई साहब हडबड़ाहट में चले गए. मैं जब अपने रूम में आया … तो देखता ही रह गया.

मेरी होने वाली भाभी लाल साड़ी में पलंग पर बैठी थीं और मेरे कमरे का सुहाग रातके शयनकक्ष जैसा माहोल बना हुआ था. यार क्या बताऊं भाभी सुहागन दुल्हन के लाल जोड़े में कितनी ब्यूटीफुल लग रही थीं. कमरे में रंगीन मोमबत्तियां जल रही थीं. फूलों से पूरा कमरा सजा हुआ था. मैं अन्दर आया, तो भाभी बोलीं- अगर घर पर पता लग गया तो क्या होगा. बस वो रोने लग गईं. मैं उनके पास गया और बोला- आप डरो मत … भाई साहब सब सम्भाल लेंगे.
यारों मैं गरम भाभी के पास बैठा, तो उनके शरीर से बहुत अच्छी महक आ रही थी. तभी भाभी के मोबाईल पर कॉल आया. भाभी ने बात की और बोलीं- आपके भाई साहब बोल रहे हैं कि मैं यहीं रूम में सो जाऊं. अम्मी ने मेनगेट और अन्दर के गेट का ताला लगा दिया है. अब मोर्निंग पांच बजे अम्मी पापा घूमने जाएंगे, तब मैं तुम्हें घर छोड़ आऊंगा. मैं बोला – भाभी आप पलंग पर सो जाओ. मैं फर्श पर बिस्तर लगा कर सो जाता हूँ. भाभी कहने लगी – नहीं … नीचे ठंड लग जाएगी. आप पलंग पर ही सो जाओ. मैं कुछ नहीं कहा और भाभी के साथ पलंग पर लेट गया. मैं पलंग पर एक साईड में सोने का नाटक करने लगा. इतनी ब्यूटीफुल अप्सरा लाल साड़ी में दुल्हन बन कर मेरे बाजू में सो रही हो, तो मुझे क्या झांट नींद आनी थी.
गरम भाभी जो सुहागन दुल्हन बनी हुई थी मुझसे कहने लगी देवर जी सो गए क्या …??? मुझे नींद नहीं आ रही आप थोड़ी देर बात करो ना मुझसे..! हम बहन के लंड दोनों भाभी देवर एक ही कम्बल में थे. भाभी मेरे पास सरक आईं. उनकी गर्म सांसों को मैं महसूस कर रहा था. आज भाभी सुहागन दुल्हन बनी हुई थी और भाई साहब के लण्ड से चुदवाने जा रही थीं, पर उनकी खतरनाक चुदाई नहीं हो पाई थी. जबकि भाभी का फुल मूड बना हुआ था चुदवाने का. हम ऐसे ही बातें कर रहे थे, तभी मेरा पैर उनके पैर से छू गया. मैंने सॉरी बोल कर पैर हटा लिया. तभी भाभी बोलीं- कोई बात नहीं मुझे बुरा नहीं लगा. ये बोलकर वो खुद अपना पैर मेरे पैर पर रगड़ने लगीं. मेरा फौलादी लंड पूरा खड़ा हो गया था. मैं अपने हाथ से अपना लोअर ठीक करने लगा. इससे भाभी को पता लग गया कि मैं लण्ड के साथ कुछ कर रहा हूँ. तभी उन्होंने मेरा फौलादी लण्ड पकड़ लिया.

मेरे शरीर में एकदम से 440 वोल्ट करंट दौड़ गया. उसी पल भाभी ने अपने लाल गुलाबी सुलगते कोमल होंठ मेरे कोमल होंठों पर रख दिए और पागलों की तरह चूसने लगीं. मेरी होने वाली अनचुदी भाभी मेरे कोमल होंठों पर अपनी जबान घुमाने लगीं. मैंने भी अपना मुँह खोल दिया और आनंद लेने लगा. मेरी अनचुदी भाभी मेरी जबान को अपने रसीले कोमल होंठों में लेकर आईसक्रीम की तरह चूसने लगीं. मेरे लिए ये एक सपने जैसा था. अब मुझसे रहा नहीं गया. मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उनकी सुराहीदार गोरी गर्दन को चूमने लगा. भाभी कहने लगी – आआह हह … बहुत आनंद आ रहा है मेरे होने वाले देवर जी.
मुझे तभी याद आया कि मेरे पास शहद की बोतल थी. मैं शहद की बोतल लेने के लिए उठा. तो भाभी बोलीं- मुझे प्यासी छोड़ कर कहा ं जा रहे हो देवर जी ? मैं भाभी से कहा की आप तोडा इंतजार करो मैं बस अभी आया. और मैं जल्दी से उठ कर शहद की बोतल ले आया. अब तक भाभी ने कम्बल अलग कर दिया था और उनकी साड़ी अस्त व्यस्त हो गई थी. मैंने भाभी की तरफ देखा तो भाभी ने मुझे इशारा कर दिया. मैंने हाथ बढ़ा कर भाभी की साड़ी निकाल दी. अनचुदी भाभी को भी शायद अपनी अनचुदी फुद्दी चुदवाने की कुछ ज्यादा जल्दी थी, तो उन्होंने अपना ब्लाऊज और पेटीकोट खुद ही निकाल दिया. अब मेरी होने वाली भाभी पैडेड ब्रा पैंटी में मेरे सामने थीं.
मेरी होने वाली भाभी का दूध जैसा गोरा शरीर देखकर मैं खुद के नसीब पर प्रसन हो रहा था कि आज मैं शादी करे बिना अपनी पहली सुहाग रातसाक्षात काम देवी के साथ बनाने जा रहा हूँ. मैंने बिस्तर पर गरम भाभी के करीब बैठते हुए उन्हें अपनी बांहों में भर लिया और भाभी की पीठ पर हाथ ले जाकर उनकी ब्रा को खोल दिया. भाभी की पैडेड ब्रा खुली तो उसमें से दो कड़क कबूतर उछल कर बाहर आ गए. भाभी के रसीले चुचे एकदम गोल नहीं थे, जैसे आमतौर पर लड़कियों के होते है. मेरी अनचुदी भाभी के बोबे बिलकुल तोतापरी आम के जैसे थे. आगे की तरफ लम्बे होते हुए, फिर नुकीले. भाभी के रसीले आम जैसे स्तनों के आगे निप्पल पर लाल कलर का गोल घेरा था.

मेरा कहने का मतलब है की भाभी के चूचे तो एकदम गोरे थे, बस आगे का निप्पल वाला भाग लाल गोले की तरह था. गरम भाभी के रसीले चुचे की साईज 36 इंच की थी. मैंने एक पल भाभी के मोटे मोटे ब्रेस्ट को निहारा फिर मुझसे रहा नहीं गया और मैं भाभी के एक बोबे को अपने मुँह में भरकर आम की तरह जोर जोर से चूसने लगा. भाभी अब मस्ती में आकर बोलने लगी – आआहहह चूसो … आहहहह खा जाओ मेरे बोबे को देवर जी … बहुत आनंद आ रहा है मेरे हरामी देवर जी आह.. आह…. मैं मेरी होने वाली भभी से कहा की ये तो अभी शुरूआत है भाभी … अभी देखो आपको कितना आनंद आएगा आप के इस हरामी देवर के साथ.
कुछ देर तक अपनी होने वाली भाभी के मोटे मोटे बोबों को चूस कर आनंद लेने के बाद मैंने उनके ब्रेस्ट पर बहुत सारा शहद डाल दिया. भाभी मेरी इस कारगुजारी को मस्ती से देख रही थीं. हवस से भरी भाभी खुद अपने बोबों पर शहद टपकते देख और ज्यादा उत्साहित हो गई थीं. इसके बाद मैंने भाभी की आंखों में झांका, मेरी प्यासी अनचुदी भाभी भी वासना से मेरी आंखों में झाँक रही थीं. मैंने उन्हें देखते हुए ही उनकी एक चूची को मुँह में ले लिया और भूखे शेर की तरह जंगली जानवरों की तरह भाभी के आम चूसने लगा.
भाभी चुदासी होते हुए बोलने लगी… आह मेरे हरामी देवर … आह आहह हहह तुमने ये कैसी आग लगा दी मेरी अनचुदी फुद्दी में … आहहह खा जाओ मेरे बोबों को आज. मैंने जब मेरी होने वाली गरम भाभी के मुँह से खुले आम फुद्दी और स्तनोंं जैसे शब्द सुने तो मैं भी खुल गया. मैंने उस से कहा- आह भाभी … आज आपकी अनचुदी फुद्दी की शानदार चुदाई करके इसका भोसड़ा बना दूंगा शादी के बाद जब भाई साहब आप की फुद्दी देखेंगे तो देखते रह जायंगे…. मैं अपनी जबान से चूची को चाट चाट कर आनंद लेना शुरू कर दिया. शहद में डूबी चूचियों को मैं खींच खींच कर चूसने लगा.
मेरी चुदासी भाभी भी अपने बोबे पकड़ कर मुझे चुसवाती जा रही थीं. कुछ ही पलों बाद भाभी की पोजीशन बहुत गर्म हो गई थी. वो शायद इस मजे को सहन नहीं कर पा रही थीं और अब मेरी लुल्ली को अपनी अनचुदी फुद्दी की गहराई में लेना चाहती थी. इस कारण से मेरी प्यासी अनचुदी भाभी चुदासी होते हुए लेटे लेटे ही अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उछाल रही थीं और जोर जोर से कामुक सिसकारियां ले रही थीं. मैं कहा भाभी ज्यादा आवाज मत करो, किसी ने सुन लिया तो ये आनंद यहीं खत्म हो जाएगा. भाभी गिड़गिड़ाते हुए बोलीं- नहीं, मुझे अपनी अनचुदी फुद्दी की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई देवर जी आप ही के लण्ड से करवानी है.

भाभी चुदासी होते हुए कहने लगी की देवर जी आज मेरी अनचुदी फुद्दी को चोदकर फाड़ डालो आज इस छोटी सी फुद्दी का भोसड़ा बना डालों मैं मेरी अम्मी की कसम खाकर बोलती हूँ की शादी के बाद तुम्हारी देसी रांड बनकर रहूँगी. तुम जो बोलोगे … मैं वही करूंगी. मैं बोला – अरे ये आप क्या बोल रही हैं. आप जैसी ब्यूटीफुल अप्सरा का कौमार्य भंग करके तो मैं धन्य ही हो जाऊंगा भाभी जी. मैं सारी जिंदगी आपका ये एहसान कभी नहीं भूलूंगा. प्रिया भाभी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उठाते हुए मुझे उनके बोबे चूसने का इशारा कर रही थीं और कह रही थीं- आह चूसो न … इसमें अहसान जैसा कुछ भी नहीं है.
गरम भाभी मुझसे बोलने लगी की देवर जी तुम्हारे साथ जिस भी लड़की की शादी होगी वो किस्मत वाली होगी. जिस तरह तुम मेरे हर अंग की प्यास बुझा रहे हो, शायद ऐसा तो मेरे होने वाली पति भंवर के साथ सुहागरातमना कर भी मुझे नहीं मिलता. भाभी ने ये बोल कर मुझे तंग हग कर लिया. अब मैंने फिर से उनके मोटे मोटे बोबों पर शहद घुसेड़ कर चाटने लगा. भाभी दबी हुई आवाज में गर्म सिसकारियां ले रही थीं. चूचियों के बाद मैंने भाभी की गहरी टुंडी में शहद डाला और जबान घुसा कर चूसने लगा.
चुदासी भाभी बोलीं- देवर जी आज से तुम ही मेरे स्मार्ट पति हो और में तुम्हारी वाइफ … आआआह आइ लव यू जान. दोस्तों अब में भी सुहागन दुल्हन बनी भाभी की खतरनाक चुदाई करने के लिए बहुत गरम हो उठा था. फिर मैं भाभी की गदराई पैंटी को निकाले बिना ही पैंटी के ऊपर से भाभी की अनचुदी फुद्दी चूसने लगा. उनकी पैंटी फुद्दी के पानी से पूरी भीगी हुई थी. भाभी कहने लगी – आहहहह खा जाओ मेरी फुद्दी को पूरी चूस लो … आहहह. मैं बिना बोले उन्हें आनंद दिए जा रहा था. इसके बाद मैंने उनकी मांसल जांघों से पैंटी निकाल दी और अपना मुँह उनकी मखमली फुद्दी पर रख दिया. भाभी जोर से आहहह… उई… उई… माँ आह… आह… आई… करने लगी ही थीं कि मैंने हाथ से उनका मुँह दबा दिया.
तभी भाभी का मोबाइल फोन बजा. भाभी कहने लगी की देवर जी आप के भाई साहब का फोन आ रहा है मैं नहीं उठा रही. मुझे बस आज तुमसे अपनी अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवानी ही है और इस फुद्दी का भोसड़ा बनवाना है, चाहे मेरी शादी ही क्यों ना टूट जाए. मैं बोला – भाभी उठा कर तो देखो, ऐसा कुछ नहीं होगा. भाभी कहने लगी – ठीक है देखती हूँ. ‘हैलो ..’ भंवर- मेरी सुहागन दुल्हन सो गई थीं क्या … फोन नहीं उठाया! प्रिया भाभी बोली- हां सो गई थी मेरे दुल्हे राजा … क्या हुआ!
भाई साहब भाभी से बोले वो- यार मेरा फौलादी लण्ड खड़ा है. बोलो तो अम्मी के कमरे से चाभी चुरा कर आ जाऊं तुम्हारी फुद्दी चुदाई करने … जल्दी से तुम्हारी अनचुदी फुद्दी की चुदाई करके चला जाऊंगा. भाभी भंवर भाई साहब से कहने लगी – नहीं फर्श पर पास ही आलोक सो रहा है. भाई साहब- तुम उसकी टेंशन ना करो, वो मेरे कमरे में आकर सो जाएगा. भाभी कहने लगी – नहीं मुझे सेक्स नहीं करना, अब शादी के बाद ही होगा सब. मैं सो रही हूँ बाय.

मैं भाभी का चेहरा देख रहा था. एकदम गुस्से से लाल था. भाभी ने आज मेरे लण्ड से अपनी अनचुदी फुद्दी चुदवाने के लिए अपने मंगेतर को मना कर दिया था. वो बोलीं- साला बहन का लौड़ा … जल्दी चोदकर जाने की बोल रहा था. उसे नहीं पता कि हर लड़की अपना पहला सेक्स हमेशा याद रखना चाहती है. पहले तो मुझे गोली खिला कर गर्म कर गया और अब मादरचोद जल्दी पेलने की बात कर रहा है भोसड़ी का. भाभी मुझे गले लगाकर बोलीं- मैं तुम्हारा ये एहसान कभी नहीं भूलूंगी. अगर आज मैंने भंवर के साथ पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की होती … तो मुझे पता ही नहीं चलता कि इस फुद्दी चुदाई के गेम खेल में इतना आनंद भी आ सकता है.
मैं कहा भाभी आपकी अनुमति हो, तो आप की खतरनाक चुदाई करने की आगे की लगजरी कार्यवाही शुरू की जाए! गरम भाभी हंसते हुए बोलीं- जी जहांपनाह … दासी आपके खड़े लंड की सेवा में अपनी खुली फुद्दी लेकर हाजिर है आप इसकी अनचुदी फुद्दी स्वीकार करें.. मैं भी भाभी की इस अदा का कायल हो गया. मैंने भाभी की अनचुदी फुद्दी पर बहुत सारा शहद टपका दिया और सपड़ सपड़ करके भाभी की अनचुदी फुद्दी अपनी जबान से चाटने लगा. भाभी ने अपने दोनों टांगों से मेरी गर्दन को जकड़ लिया और फुद्दी पर मेरा मुँह दबाने लगीं. मैं अपनी जबान से कभी फुद्दी के दाने को चाटता, कभी कभी कोमल होंठों में लेकर चूस लेता.
चुदासी भाभी कहने लगी आहहह जान जल्दी से चोद दो मुझे … अब नहीं सहन हो रहा. मेरी फुद्दी की आग बुझा दो मेरे शेर! मैंने भी देर करना ठीक नहीं समझा. अपना लम्बा मोटा लंड फुद्दी पर रगड़ने लगा. मेरे पास कंडोम नहीं था, तो भाभी बोलीं- तुम ऐसे ही चोद दो … मैं दवा ले लूंगी. मैंने अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर शहद लगाकर भाभी की फुद्दी में घुसाया. तो उन्हें दर्द हुआ. वो कराहने लगीं. मैं रुक गया, तो भाभी बोलीं- तुम तो डाल दो पूरा अन्दर … मेरी तरफ मत देखना … मुझे कितना भी दर्द हो. मैंने ओके कहा और भाभी ने अपनी पैडेड ब्रा मुँह में घुसेड़ कर मुझे इशारा कर दिया कि चोद दो.
मैंने भी अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर बहुत सारा शहद लगाकर जोर का धक्का दे मारा. मेरा आधा लण्ड फुद्दी में घुस गया. भाभी की आंखों से आंसू और फुद्दी से ब्लड निकल रहा था. मैं उन्हें कम दर्द देकर प्यार और मोहब्बत से चोदना चाहता था. किन्तु भाभी ने बोला- तुम मेरे दर्द को मत देखो … बस चोदते रहो. मैंने 10-15 जोर से शोर्ट मारे और रुक गया. मैं पूरा लण्ड फुद्दी के अन्दर ही रख कर भाभी को किस करने लगा. थोड़ी देर में भाभी ने बोला- अब दर्द कम है … अब जंगली बनकर चोदो. मैं पेनिस को पूरा भीतर जड़ तक घुसा कर भाभी की फुद्दी चुदाई करने लगा.

भाभी चुदते चुदते बोलने लगी आह देवर जी बहुत आनंद आ रहा है अनचुदी फुद्दी में शहद लगाकर चुदवाने में… और जोर से करो आह… फ़क मी आह… आह…. भाभी जी के बोलने पर मैंने भाभी की फुद्दी चुदाई करने की स्पीड और तेज कर दी. सच में भाभी की अनचुदी फुद्दी बहुत तंग थी मुझे चुदाई करने में आनंद आ रहा था. कुछ देर तक चुदवाने के बाद भाभी बोलीं- देवर जी और तेज करो आज मेरी फुद्दी का भोसड़ा बना डालो फाड़ डालो आज मेरी इस प्यासी फुद्दी को … आह आह.. देवर जी मुझे कुछ हो रहा है…. मैंने और जोर से शोर्ट लगाने शुरू कर दिए. करीब एक घंटे की खतरनाक चुदाई के बाद मेरी होने वाली भाभी आह… आह…. अहहहहह करते हुए झड़ गईं.
मेरा वीर्य अभी निकला नहीं था तो मैं भाभी की फुद्दी में जोर जोर से शोर्ट लगाता रहा. फिर 15 मिनट बाद मेरा माल निकलने वाला था, तो मैंने पेनिस को भाभी की फटी हुई फुद्दी से बाहर निकाल कर हाथ से अपना सफेद गाढ़ा माल नीचे फर्श पर गिरा दिया. भाभी ने मुझे सिर पर चूमा और बोलीं- जिस तरह का सेक्स मैं चाहती थी, उससे कहीं ज्यादा आनंद तुमने दिया. उसके बाद हम भाभी छोटे देवर जी ने एक दफे और चुदाई करी.
सुबह पांच बचे भंवर का फोन आया कि जल्दी नीचे आ जाओ, अम्मी पापा घूमने निकल गए हैं. भाभी ने जाते हुए मुझे हग किया और बोलीं- मुझे भूल ना जाना एक दफे मेरी तुम्हारे भाई साहब से शादी हो जाये और में इस घर में बहु बन कर आ जाऊ उसके बाद तुम्हारी देसी रांड बनकर रहा करुंगी जब कभी भी अवसर मिला करेगा तुम्हे अपनी फुद्दी पेलने के लिये दिया करुंगी. अब मैं तुमसे चुदे बिना रह नहीं पाऊंगी.
सात दिन बाद भाई साहब भाभी की शादी हो गई और भाभी सुहागन दुल्हन बन हमारे घर आ गई. शादी के बाद जब कभी भी हमें अवसर मिलता है हम खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते है. भाभी की शादी भले भाई साहब से हुई हो पर वो मुझे ही अपना पति मानती है ऐसा मेरी गरम भाभी मुझसे बोलती है. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “होने वाली भाभी की फुद्दी चुदाई करी शहद लगाकर गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” बहुत पसंद आई होगी और आप इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके मुझे प्रोत्साहित करेंगे ताकि में ऐसी ही और नई नई हिंदी सेक्स कहा नियाँ आप सभी के लिये लेकर आऊ…