सेक्सी सहकर्मी की चुदाई करके अनचुदी बुर फाड़ डाली XXX Hindi Chudai Ki Kahani : हेल्लो दोस्तों मेरा नाम राहुल है और मेरी उम्र करीब 25 वर्ष है. आज मैं आप लोगो के सामने अपने जीवन की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की एक सत्य घटना शेयर करने जा रहा हूँ. आज मैं तुम चूतियों को जिस चुदाई की घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ वह मेरे जीवन की वास्तविक घटना है और यह मेरे जीवन क पहला सेक्स भी है. मेरी यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी मेरी और मेरी गदराई सहकर्मी भावना की है. मेरी गदराई सहकर्मी भावना की उम्र करीब 20 वर्ष है और वो दिखने में बहुत हॉट और गदराई थी और वो मेरे ही प्राइवेट बैंक में काम करती थी.
हम बहन के लंड दोनों ही प्राइवेट बैंक में नए थे और हमें प्राइवेट बैंक की ओर से ट्रेनिंग के लिए पुणे भेज दिया. वहाँ बीस दिनों की ट्रेनिंग थी और उन बीस दिनों में हम बहन के लंड दोनों के बिच बदनानी रिश्ते कायम हो गय हम एक दुसरे से प्यरा करने लगे. ट्रेनिंग के दौरान हमारी फ्रेंडी हो गई और हम अच्छे फ्रेंड बन गए. एक दिन भावना ने मुझे कहा – राहुल, तुमसे एक बात कहनी थी, अगर तुम्हे बुरा न लगे तो ! मैंने उस से कहा- कहो? तो मेरी गदराई सहकर्मी ने कहा – आई लव यू ! क्या तुम मुझे अपनी प्रेमिका बनाना चाहोगे? तब तक मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी तो मैंने भी हाँ कर दिया.
सेक्सी सहकर्मी की चुदाई करके अनचुदी बुर फाड़ डाली XXX Hindi Chudai Ki Kahani

उस दिन से वो ट्रेनिंग में मेरे ही पास आकर बैठने लगी तथा मुझसे हंसी आनंदक भी करने लगी. में ट्रेनिंग के दौरान अवसर पाकर उसके बोबे भी दबाता रहा था और वो शर्मा जाती थी. कभी-कभी मेरे पीछे चिकोटी तक काट देती थी. इसके साथ साथ मेरी भी हिम्मत बढ़ने लगी, मैं भी उसके अंगों को छूने लगा, कभी अवसर मिलता तो हम लोग चुम्बन भी कर लेते थे, कभी ,मैं मेरी गदराई सहकर्मी को अपनी बाहों में ले लेता था. आखिरी दिन से पहले हमारे यहाँ कॉकटेल पार्टी थी. वहाँ से अपने कमरे में लौटते-लौटते नाईट के दो बज चुके थे, सभी लोग अपने-अपने कमरे में चले गए थे, मैं भी भावना को उसके कमरे तक छोड़ने गया, वहाँ पहुँच कर भावना कुछ ज्यादा ही शरारती हो गई थी.
वो बार बार मेरे बदन से लिपटने लगी तथा बोलने लगी- राहुल, मुझे कुछ-कुछ हो रहा है ! तो मैंने पूछा- कहा ँ? तो मेरी गदराई सहकर्मी ने अपने नीचे हाथ रख कर कहा – यहाँ ! मुझे यहाँ से आगे बढ़ने में डर लग रहा था क्योंकि मैंने इसके पहले कभी चुदाई करी नहीं था, सो मैंने उस से कहा- सो जा ! कल बात करते हैं. इस पर मेरी गदराई सहकर्मी ने मुझे पकड़ कर बिस्तर पर गिरा दिया और बोलने लगी- बदन दर्द कर रहा है ! जरा मेरी सहायता करो ! मैंने उस से कहा- मैं मालिश कर देता हूँ. मेरी गदराई सहकर्मी ने कहा – ठीक है ! और मेरी तरफ पीठ करके बैठ गई.
मैं उसकी पीठ पर हल्के-हल्के मालिश करने लगा. यह पहली बार था जब मैं किसी लड़की के साथ बंद कमरे में इस तरह कर बैठा था, मुझे उसकी गोरी-गोरी पीठ, लम्बे बाल तथा बड़े-बड़े रसीले मोटे मोटे स्तन मस्त लग रहे थे. अब मेरे इंतजार का बांध टूट चुका था, मैंने उससे अपने आगोश में लिया और उसके ऊपर लेट कर तथा मेरी गदराई सहकर्मी को चूमने लगा. इस पर वो सिसकारियाँ भरने लगी. पहली बार तो मैं डर गया कि क्या हुआ इसे, पर मेरी गदराई सहकर्मी ने कहा – राहुल, मुझे सेक्स चाहिए अब ! इस पर मैंने उस से कहा- चलो आगे बढ़ते हैं ! तब देखते ही देखते हम एक दूसरे के हर अंग को चूमने लगे, मैंने उसके चूचे मसलने चालू किये, अब वो और आवाजें निकालने लगी.

मैंने उसकी जींस को उतार दिया तथा मेरी गदराई सहकर्मी ने मेरी जींस को निकाल दिया. अब हम बहन के लंड दोनों के बदन केवल अन्तर्वस्त्रो में थे. उसके बाद मेरी गदराई सहकर्मी ने मेरा 9 इंच लम्बा तथा 4 इंच मोटा लण्ड अपन हाथ में लिया और मुठ मारने लगी. ऐसे तो मैंने कई बार पोर्न फिल्मे देख देख कर मुठ मारा था पर आक एक लड़की मेरा मुठ मार रही थी मुझे बहुत मजे आ रहे थे. अब आवाज मेरे मुँह से निकलने लगी. मैंने उस नाईट जम कर उसके वक्ष को मसला तथा चूसा, उसके गोरे गोरे छोटे मस्त चूचे एकदम लाल हो गए थे. तब मैं उसकी चुत तक पहुँचा तथा उसकी चुत को पहले तो कोमल होंठों से छुआ, उसके बाद चूसना शुरु किया, वो मस्त होकर बोलने लगी- राहुल, और करो ! करो ! उई माँ ! और करो !
कुछ देर बाद वो मुझसे बोलने लगी- राहुल, अब और बर्दाश्त नहीं होता, मुझ चुदने की भूखी महिला को अपनी वेश्या रांड बनाकर चोद डालो ! तुम्हारा लण्ड काफी मस्त है आज तुम मेरी इस अनचुदी बुर की प्यास मिटा दो आज अपना ये तगड़ा लंड मेरी अनचुदी चूत के अंदर डाल दो और इसे फाड़ डालो! मेरी गदराई सहकर्मी ने खुद थोड़ी क्रीम अपनी अनचुदी बुर तथा मेरे लण्ड पर लगाई तथा मेरे ऊपर आकर बैठ गई. वाह ! अनचुदी बुर को पेलने का वो पहली बार का हसीन वक्त कितना मजेदार था ! मैं शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ, इसके बाद मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी अनचुदी योनी में थोड़ा ही भीतर गया होगा कि वो चिल्लाने लगी और बोलने लगी आह…. आह… राहुल तुम्हारा लण्ड बहुत तगड़ा और मोटा है ! बहुत आनंद आएगा आज तुम्हारे इस विशाल लण्ड से अपनी अनचुदी योनी की सील खुलवाकर !
उसके बाद मैंने मेरी गदराई सहकर्मी को नीचे लिटाया, खुद ऊपर आ गया तथा एक धक्का जोर से लगाया, उसकी अनचुदी चूत के भीतर मेरा सात इंच का लण्ड करीब-करीब पूरा जा चुका था, उसकी अनचुदी बुर फट गई और उसकी फटी हुईयोनी से ब्लड निकल लगा. मेरी गदराई सहकर्मी को अपनी अनचुदी योनी मेरे लण्ड से चुदवाकर बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा रहा था वो चुदाई के जोश में जोर जोर से अपनी कमर ऊपर निचे करने लगी और चुदवाते चुदवाते मुझसे बोलने लगी- फक्क मी राहुल ! फक्क मी आह….. आह…. उमह… और अंदरतक आह….आह….! अब मैंने मेरी गदराई सहकर्मी को अपनी बाहों में पकड़ा और उस साली रंडी छिनाल की चूत के अंदर पूरा लण्ड डालकर मेरी गदराई सहकर्मी को पेलने लगा, वो भी साथ देने लगी.

फिर मेरी गदराई सहकर्मी ने घुटने के बल बैठ कर मुझे पीछे से पेलने के लिए बोला. इस बार मैंने अपने पेनिस को थोड़ा और जोर लगाकर उसकी चुत के भीतर डाल दिया और शोर्ट मारने लगा, वो और जोर से चिल्लाने लगी- राहुल और जोर से ! और करो ! अब मैं भी पूरे जोर से मेरी गदराई सहकर्मी को पेलने लगा. करीब 15 मिनट बाद वो मुझे जोर से पकड़ कर चिल्लाने लगी- उम्म्म उम् उम्मा आह आह ! मैं उस अनचुदी अनचुदी लड़की को अपनी रांड बनाकर और जोर जोर से पेलने लगा फिर करीब एक घंटे की शानदार चुदाई के बाद वो झड़ गई पर अभ तक मेरा चिपचिपा सफेद पानी नहीं निकला था और मै उसे चोदे जा रहा था.
वो मुझसे चुदवाते चुदवाते थक चुकी थी और अब हांफ़ने लगी थी उसकी योनी में दर्द भी हो रहा था तो वो मुझसे थोड़ा रुकने को कहने लगी पर मै नहीं रुका और उसकी फटी हुई चूत के अंदर अपना लण्ड भीतर बहार करता रहा फिर करीब एक घंटे तक लगातार चली चुदाई के बाद मै उसकी योनी में झड गया और मैंने अपना गरमा गर्म माल उसकी योनी में भर डाला. वो मुझसे बोलने लगी की मुझे निरोध पहनना चाहिये था तो मै उससे कहा की कंडोम की क्या जरुरत है डार्लिंग वैसे भी हम बहन के लंड दोनों एक दुसरे से प्यार करते है और अब जल्द शादी भी करलेंगे.

दोस्तों आज मैंने अपने विशाल लण्ड से मेरी सेक्सी सहकर्मी की चुदाई करके उसकी अनचुदी बुर फाड़ डाली और उसकी योनी से ब्लड भी बह रहा था पर वो मेरे फौलादी लौड़े से अपनीयोनी की सील खुलवा कर बहुत प्रसन थी. हम बहन के लंड दोनों अपने जीवन के पहले सेक्स से बहुत प्रसन थे. मैंने अपनी अनचुदी बुर फाड़ डाली थी और अब उसे मेरे साथ चुदाई करने में बहुत आनंद आने लगा था. ट्रेनिंग के दौरान मैं और मेरी गदराई सहकर्मी को सेक्स का चस्का लग चूका था और हम एक दिन में तिन चार बार सेक्स करने लगे थे.
कुछ दिनों तक हमरी चुदाई का ये गेम खेल ऐसे ही चलता रहा और फिर हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने शादी कर ली. शादी के बाद सुहागरात पर मैंने मेरी गदराई सहकर्मी की बुर की खतरनाक चुदाई कैसे करी वो इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में के अगले भाग में बताऊंगा. यदि मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “सेक्सी सहकर्मी की चुदाई करके अनचुदी बुर फाड़ डाली XXX Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आई हो तो निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना.