सेक्सी चुदासी ताईजी ने हेंडजॉब करते पकड़ा XXX Sex Story In Hindi : हेल्लो दोस्तों हम ताईजी और भतीजे की इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है. मेरा नाम विक्रम है और मैं एक 23 साल का एक चोदु किस्म का जवान लड़का हूँ और फ़िलहाल MBA के फाइनल इयर के एग्जाम दे रहा हूँ. दोस्तों मैं लखनऊ में रहता हूँ आज मैं आपको अपनी पहली सच्ची हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में बताने जा रहा हूँ. यह फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मेरी और मेरी ताईजी के बिच के बने अवैध सेक्स संबंध पर आधारित है.
फ्रेंडो.. मेरी जॉइंट फैमिली है और मेरे अब्बू दो भाई हैं. मेरे सारे भाई बाहर नौकरी करते हैं और ताऊजी की केवल एक बेटी है.. जो कि उस वक्त 9 में पढ़ती थी. मेरी ताऊजी बैंक में नौकरी करते थे. पापा भी दिन में अपनी दुकान पर चले जाते थे.. तो घर में केवल अम्मी और मेरी चुदासी ताईजी ही रह जाती थीं. फाइनल इयर में मैंने कॉलेज जाना कम कर दिया था.. क्योंकि क्लास में बहुत कम लोग आते थे. मेरी चाची की उम्र 37 साल है.. किन्तु इतनी उम्र होने के बाद भी वो बहुत ही कसी हुई गदराई महिला हैं. उसका कारण ये है कि ताऊजी रोज दारू पी कर आते थे और आते ही सो जाते थे तो ताईजी की खतरनाक चुदाई बहुत कम होती थी.
सेक्सी चुदासी ताईजी ने हेंडजॉब करते पकड़ा XXX Sex Story In Hindi

मैं अकसर मेरी गदराई ताईजी की पैडेड ब्रा या पैंटी चुरा के उसमें मुट्ठ मार दिया करता था. मैं हमेशा से ही उन्हें जम कर चोदना चाहता था.. पर डर लगता था कि कहीं कुछ उल्टा-सीधा ना हो जाए. एक दफे दिन में जब सब लोग अपने-अपने काम पर चले गए और अम्मी मंदिर चली गईं.. तो ताईजी मुझसे कहने लगीं- मैं नहाने जा रही हूँ.. तुम कहीं जाना मत.. घर में कोई नहीं है. मैं मन ही मन प्रसन हो गया कि अब ताईजी के शयनकक्ष में जा कर उनकी ब्रा और पेंटी को सूंघते सूंघते उनके नाम की मुट्ठ मारूँगा.
मेरी गदराई ताईजी अपना तौलिया और साड़ी लेकर नहाने चली गईं किन्तु वो बहन की लौड़ी अपनी पैडेड ब्रा शयनकक्ष में ही भूल गई थीं. मैं इस बात से अनजान था. मुझे लगा कि ताईजी देर तक नहाएगीं तो मैं आराम से उनके शयनकक्ष में नंगा हो कर मेरी गदराई ताईजी की पैडेड ब्रा अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर लपेट कर अपने फ़ोन में मेरी गरम चाची की फ़ोटो देख-देख कर हेंडजॉब करने लगा. मैं ताईजी की फोटो देखकर हेंडजॉब करने में इतना मस्त हो गया कि मुझे स्नानघर का दरवाजा खुलने की भी आवाज नहीं सुनाई दी.
मेरी जवान चुदासी ताईजी को पता था कि घर में मेरे और उनके आलावा और कोई नहीं है और उन्होंने सोचा की मई अपने शयनकक्ष में आराम कर रहा हूँ तो वो बे झिझक तौलिया लपेट कर तेज़ी से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ हिलाते हुए अपने शयनकक्ष में पैडेड ब्रा लेने के लिए आ रही थीं. जब ताईजी शयनकक्ष में घुसीं.. तो वह मुझे नंगा होकर हेंडजॉब करते देख सन्न रह गईं. मेरी भी डर के मारे चूतड़ फट गई कि अब तो घर में बहुत मार पड़ेगी.
मेरी गदराई ताईजी ने कहा – यह क्या बद्तमीजी कर रहे हो तुम बेटा..? मैंने तुरंत पैडेड ब्रा फेंक कर अपनी पैंट पहनी और मेरी चुदासी ताईजी के कदमों में गिर गया- मुझे माफ़ कर दो चाची! ताईजी बिना कुछ बोले अपनी दूसरी पैडेड ब्रा ले कर चली गईं और जाते-जाते मुझसे कहने लगीं- उसको धोकर बाहर जाकर फैला दो. मैं शर्मा गया.. किन्तु पैडेड ब्रा ले जाकर धो कर सूखने फैला दी. ताईजी चुदाने को राजी हो गई नेक्स्ट डे फिर उसी वक्त ताईजी नहाने जाने लगीं.. तो मेरे पास आ कर मुस्कुराते हुए बोलीं- मैं नहाने जा रही हूँ आज हेंडजॉब करते वक्त मेरे कपड़े गंदे मत करना. मेरी थोड़ी हिम्मत जाग गई..
मैं बोल पड़ा- चाची, मज़बूरी है. ताईजी वापस आ कर मेरे बगल में बैठ गईं. मैं बहुत डर गया.. किन्तु जब ताईजी मुस्कुरा कर बोलीं- क्या मज़बूरी है? तब मेरा पूरा डर निकल गया, मैंने उस से कहा- मेरी जवान चुदासी ताईजी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है मेरी.. तो मैं अपने अन्दर की गर्मी कहा ँ निकालूँ? तो ताईजी थोड़े मस्ती भरे अंदाज में बोलीं- तो क्या हुआ हेंडजॉब करके कपड़े क्यों गंदे करते हो जबकि तुम अपनी गर्मी अपनी इस गदराई ताईजी की गुलाबी योनी चोदकर निकाल सकते हो. इतना कह कर वो जाने लगीं.
मेरी गदराई ताईजी की यह बात सुन कर मेरा फौलादी लण्ड उन्हें पेलने के लिए बुरी तरह तनकर खड़ा हो गया, मन तो किया कि यहीं जमीन पर पटक के चोद दूँ अपनी इस मस्त कमसिन माल मेरी जवान चुदासी ताईजी को. फिर मैं खूब हिम्मत करके दौड़ के उनके पीछे गया और पीछे से ही बाथरूम के गेट पे मेरी गदराई ताईजी की कमर में हाथ घुसेड़ कर जोर से पकड़ लिया. वो बोलीं- पागल हो क्या.. छोड़ो.. मैं फिर से डर कर दूर हट गया.. तो वो स्नानघर के अन्दर जाते हुए गदराई मुस्कान लिए हुए बोलीं- इतनी जल्दी क्या है मुझे पेलने की.. चुदाई वुदाई तो नाईट का काम है.. नाईट में ही होगा.

बस फिर तो मैं बेशरम हो गया और मेरी चुदासी ताईजी से बोला- ठीक है.. तब तक के लिए जो पैडेड ब्रा पहनी है तुमने.. वो उतार कर दे दो. वो बोली- भग पगले. मेरे अन्दर तो राक्षस जाग गया, मैं कूद पड़ा स्नानघर में.. और मेरी गदराई ताईजी को पकड़ कर जबरदस्ती उनका ब्लाउज फाड़ दिया और ब्रा को नोंच कर बाहर निकाल लिया और जोर से उनके बोबे दबा कर मै मेरे शयनकक्ष की तरफ भागने लगा. अब मेरी गदराई चुदासी ताईजी भी मेरे पीछे दौड़ पड़ीं. वो भी ऊपर से न्यूड थीं.
हमारे घर में कोई था नहीं इस कारण हम ताईजी भतीजे दोनों बहुत मस्ती में थे. मैं रुक गया और मेरी गदराई ताईजी को वहीं जमीन पर गिरा कर उनके ऊपर चढ़ गया, मैं खूब जोर-जोर से मेरी गदराई ताईजी की मोटी-मोटी चूचियाँ अपने दोनों हाथों से दबाने लगा. वो चिल्लाईं- अच्छा ले जा ब्रा.. किन्तु अभी तो छोड़ दे.. नहा लेने दे नाईट में मेरी योनी चोदकर अपनी आग बुझा लेना. ताईजी की बात मानते हुए मैंने उन्हें छोड़ दिया और नाईट होने का इंतज़ार करते-करते अपनी जवान गदराई चुदासी ताईजी की ब्रा में दो बार हेंडजॉब करते हुए अपना स्पर्म निकाला.

नाईट में जब हमारे घर के सब लोग सो गए तो करीब 2 बजे मेरी मस्त कमसिन माल ताईजी धीरे से उठ कर मेरे शयनकक्ष में अपनी भोसड़ी ठुकवाने आ गईं और दरवाजा अन्दर से बंद कर लिया घर में किसी को नहीं पता था की आज नाईट ताईजी भतीजे . मैंने तो एकदम भूखे भेड़िये की तरह उठ कर मेरी जवान चुदासी ताईजी को पकड़ लिया.. क्योंकि वो लाल कलर के गाउन में गज़ब की मस्त माल लग रही थीं. मैंने तुरंत उनका गाउन उतार के फ़ेंक दिया और खुद भी फटाफट नंगा हो गया. ताईजी मेरे लम्बे मोटे पेनिस को देख कर बोलीं- बेटा तुम्हारा लण्ड तो बहुत तगड़ा है तुम तो सच में राक्षस हो.
मैंने मेरी जवान चुदासी ताईजी को बिस्तर पर धकेल कर गिरा दिया. ताईजी ब्रा-पैंटी में एकदम जवान लग रही थीं, उनके 36 के बोबे मेरे लंड को दावत दे रहे थे. मेरी बेशर्म ताईजी बोलीं- आराम से मेरे राजा.. अब तुम अपनी इस ताईजी के नंगे बदन के साथ जो करना चाहो वो करो तुम्हारी ये ताऊजी उफ़ तक नहीं करेगी.. बस चोदते चोदते अपनी इस मस्त कमसिन माल ताईजी को मार मत डालना अपनी इस जवान चुदासी ताईजी को थोडा प्यार से चोदना. मैंने उस से कहा- डरो मत मेरी चाची.. आज मैं आप को इतने अच्छे से चोदुंगा की आप आज के बाद बस मेरे साथ ही सेक्स करना पसंद करोगी आज ताईजी जी आप आप को मेरे इस लौड़े पर बैठाकर जन्नत की सैर करवाऊंगा.

उसके बाद मै ताईजी के बदन से एकदम चिपक कर खूब जम कर उनके कोमल होंठ जबान गर्दन चूमने और चूसने लगा और उनके दोनों बोबे दबाने लगा कुछ वक्त बाद मेरे भीतर की हवस इतनी ज्यादा बड गयी की मैंने मेरी गदराई ताईजी की पैडेड ब्रा भी फाड़ दी. उसके बाद मेरी गदराई ताईजी की पैंटी उतार कर उंगली मेरी गदराई ताईजी की फुद्दी में डाल दी और उनके मोटे मोटे दूध से भरे बोबो के निप्पल अपने मुँह में भरकर मजे से चूसने लगा. इस तरह ताईजी एकदम मस्त हो गईं.. और बोलीं- अब डाल दो अपना लण्ड मेरी इस चुदाई की प्यासीयोनी में मुझसे अब और रहा नहीं जा रहा है.
मैंने मेरी ताईजी को सीधा लिटाया और उनके ऊपर चढ़ कर ताऊजी की गुलाबी योनी पर और मेरे लण्ड पर थोडा थूक लगाकर मेरा तगड़ा लण्ड मेरी गदराई ताईजी की फुद्दी में धीरे-धीरे अन्दर डालने लगा. ताईजी ने हल्की-हल्की आवाज करते हुए मेरा पूरा लण्ड अपनी फुद्दी के अन्दर ले लिया. उसके बाद तो मैं पूरे जोर-शोर से अपना लोहे की रौड जैसा लण्ड अपनी ताईजी कीयोनी में पेलने लगा. पूरा कमरा चुदाई की नशीली आवाजो आआआहह.. मर गई.. आआह ओओह.. उई माँ.. मर जाउंगीं… आह… आह…. से गूंजने लगा. ताऊजी की इन नशीली आवाजो से मुझे और जोश चढ़ रहा था.

इसके बाद ताईजी ने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ कर उछलने लगीं और मेरे लण्ड की सवारी करने लगी. लगभग दस मिनट की सामान्य चुदाई के बाद हम बहन के लंड दोनों ताईजी भतीजे एक साथ झड़ गए. मैंने मेरे लण्ड से निकला पूरा स्पर्म ताईजी की फुद्दी में ही डाल दिया और बेसुध हो कर उनके ऊपर गीर पड़ा और काफी देर तक नंगा ही अपनी ताऊजी के उप्पर लेटा रहा. कुछ समय बाद जब मेरी थकान ख़त्म हुई तो मै फिर से ताईजी की चूचियों को मसलने लगा.
अबकी बार मेरा इरादा मेरी गदराई ताईजी की चूतड़ मारने का था और मेरी ताईजी मेरे विशाल लण्ड से अपनी चूतड़ मरवाने के लिये घोड़ी भी बन चुकी थी की तभी ताईजी की बेटी जाग गई.. वो रोने लगी और उन्हें बुलाने लगी.. तो ताईजी ने चीख कर कहा – मैं स्नानघर में हूँ.. आ रही हूँ बेटा. उन्होंने जल्दी-जल्दी अपनी पैडेड ब्रा पेंटी और कपड़े पहने और अपनी बेटी के पास अपने शयनकक्ष में भाग गईं. उसके बाद नेक्स्ट डे मैंने मेरी ताईजी की गांड भी मारी खैर वो वाली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में अगले भाग में.

उस दिन के बाद से मैंने हेंडजॉब करना बंद कर दीया क्यों की अब उसकी जरुरत ही नहीं पड़ती थी जब कभी भी चुदाई करने का मन होता था मैं ताईजी की खतरनाक चुदाई कर लिया करता हूँ मेरी ताईजी को भी मेरे साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने में बहुत आनंद आता है. हम ताईजी और भतीजे के इस अवैध सेक्स संबंध के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है . हम चाची भतीजे करीब करीब हर दो तिन दिन में सेक्स कर ही लेते है. कभी-कभी जब चाची का चुदवाने का मन नहीं होता है तब भी में मेरी ताऊजी को जबरदस्ती चोद देता हूँ मेरी ताईजी कभी बुरा नहीं मानती हैं.
दोस्तों रिश्तो में चुदाई करना कोई गलत बात नहीं है वो कहते है न जब मिया जोरू राजी को क्या करेगा काजी अर्थात जब पेलने और चुदवाने वाले को कोई प्रॉब्लम नहीं है तो इसमें किसी को क्या समस्या है. दोसोत हम ताईजी भतीजे की खतरनाक चुदाई की ये अवैध सेक्स संबंध वाली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “सेक्सी चुदासी ताईजी ने हेंडजॉब करते पकड़ा XXX Sex Story In Hindi” आप को पसंद आई हो तो निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना और इसे अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना.