होस्टल में सीनियर की बदबूदार गांड मारी और अपनी मरवाई Ass Fucking Hindi Chudai Ki Kahani : मेरी यह कहानी तब की है जब मैं 11वीं में पढ़ता था और होस्टल में रहता था. एक नाईट एक सीनियर लड़का मेरे साथ लेट गया फिर किस तरह हमारे बीच शारीरिक संबंध बने इस कहानी में पढ़िए… हेलो दोस्तों, मेरा नाम राज है. मैं शुरू से ही अपने घर से बाहर रहा हूँ. जब मैं 8 साल का था तभी पढ़ाई करने के लिए होस्टल चला गया था. दोस्तों, मेरा कलर गोरा है और दिखने में भी मैं बहुत सुंदर हूँ. मेरे लन्ड का साइज इतना है कि वो किसी भी लड़की या औरत को संतुष्ट कर सकता है.
अब मैं ज्यादा देर न करते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ. बात तब की है जब मैं 11वीं कक्षा में पढ़ता था. उस वक्त मेरी उम्र 20 साल थी. मैंने जवानी की दहलीज पर कदम रखा था और मुझे पर नई – नई जवानी चढ़ी थी. ठंड का मौसम था और मैं अपने होस्टल के कमरे में अपने पलंग पर लेटा हुआ था. मेरे सिवा वहां पर कोई नहीं था. मैं लेटा – लेटा अपने ख्वाबों में खोया हुआ था. कुछ समय बाद दो लड़के मेरे पास आये. दोनों मुझसे सीनियर थे. वे आकर मेरे पास मेरे ही बेड में बैठ गए.
दोस्तों, मैं पढ़ाई में काफी तेज था और इस वजह से विद्यालय में काफी फेमस था. इसी वजह से विद्यालय के सभी लड़के मुझसे बात करना चाहते थे. थोड़ी देर तक उन दोनों से मेरी बात होती रही और फिर उसमें से एक लड़का अपने रूम में चला गया और दूसरा वहीं मेरे साथ मेरे ही बेड में लेट गया और मेरी ही रजाई में घुस गया. हमारे विद्यालय में एक ही होस्टल था और वहां ये आम बात थी.
कुछ समय बाद मुझे नींद आ गई और मैं सो गया. कुछ देर बाद मेरी नींद खुली तो मुझे अपने लौड़े पर कुछ महसूस हुआ. जब मैंने गौर किया तो पाया कि ये उस लड़के का कोमल हाथ था. उसने मेरे पैंट के भीतर अपना हाथ डाल रखा था और मेरी लुल्ली को सहला रहा था. उसका इस तरह करना मुझे अच्छा लग रहा था इस कारण से मैं सोने का बहाना करते हुए लेटा रहा दोस्तों मेरा फौलादी लण्ड तन कर खड़ा हो चूका था. उसके लन्ड सहलाने की वजह से मेरा लन्ड तन कर खड़ा हो गया था और मेरी पेंट के भीतर फड फडा रहा था. अब वो धीरे – धीरे आवाज देकर मुझे जगाने लगा. किन्तु मैं नहीं उठा.
होस्टल में सीनियर की बदबूदार गांड मारी और अपनी मरवाई Ass Fucking Hindi Chudai Ki Kahani
फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और पीछे अपनी तरफ ले जाकर उसे अपने लन्ड पर रख दिया. मैं कुछ देर तक बिना हिले उसका लन्ड पकड़े रहा. किन्तु फिर जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैं उसकी तरफ घूम गया और अपने कोमल होंठों को उसके कोमल होंठों पर रख दिया और उसके लन्ड को हिलाने लगा.
उसके कोमल होंठ बहुत ही रसीले थे. उन्हें चूसने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. अब वो तेज गति से मेरे लन्ड को हिलाने लगा था. दोस्तों, उस दिन पहली बार किसी गैर ने मेरे लन्ड को पकड़ा था इस कारण से मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने जल्दी ही अपना पानी छोड़ दिया. मेरे पानी से उसका कोमल हाथ भीग गया था.
पानी जब निकला तो मैंने अपनी टांगों को कस लिया और उसके लन्ड को जोर से दबा दिया. कुछ समय बाद उसके लन्ड ने भी पानी छोड़ दिया और वो भी ढीला पड़ गया. इसके बाद वो उठा और अपने कमरे में चला गया.
उस नाईट के बाद से मैं उससे मिलने के तड़पने लगा था. मैं उससे मिलना चाहता था. आखिरकार वो दिन भी आ गया. हमारे विद्यालय में मूवी चल रही थी. सब लोग मूवी देखने में मस्त थे. कुछ समय बाद लाइट चली गयी और शो रुक गया.
मेरा रूम काफी पास था. फिर मैं अपने पलंग पर आकार लेट गया. लाइट न होने के कारण बहुत अंधेरा हो रहा था, कहीं कुछ दिख नहीं रहा था इस कारण से मुझे पता ही नहीं चला कि कब वो मेरे पास आकार लेट गया. तभी एकदम उसने मेरे लन्ड को पकड़ लिया. एकदम हुई इस घटना से मैं एक दम से हड़बड़ा गया और उठ कर बैठ गया.
लेकिन जब मुझे पता चला कि ये वहीं लड़का है तो फिर मैं भी उसका साथ देने लगा. वो मेरे लन्ड को सहला रहा था अब मैंने भी उसके लन्ड को पकड़ लिया और सहलाना शुरू कर दिया. थोड़ी देर तक हम एक – दूसरे के लन्ड को सहलाते रहे. फिर वो लड़का कहा कि चल मेरे रूम में चलते हैं.
दोस्तों, उसका नाम गगनदीप था. उसका ऑफर पाकर मैं तुरन्त तैयार हो गया. मुझे पता था कि उस दिन उसके रूम में और कोई नहीं है क्योंकि उसका रूम मेट अपने घर गया हुआ था.
फिर हम उठे और अंधेरे में ही उसके रूम में चले गए. वहाँ पहुँचते ही वो मेरे ऊपर टूट पड़ा. वो मुझे किस कर रहा था. इस काम में मैं भी उसका पूरा साथ दे रहा था. तभी उसने अपना पैंट उतार दिया और मुझे अपना लन्ड मुँह में लेने को कहा किन्तु मैंने मना कर दिया. (होस्टल में सीनियर की बदबूदार गांड मारी और अपनी मरवाई Ass Fucking Hindi Chudai Ki Kahani)
इसके बाद मैंने भी अपना पैंट उतार दिया. अब हम बहन के लंड दोनों नंगे हो गए थे. वह मेरा लन्ड पकड़ कर दबाने और सहलाने लगा और मैं उसका लन्ड सहला रहा था. थोड़ी देर तक ऐसा करने के बाद मेरा खुद पर से कंट्रोल खत्म होने लगा. मेरा मन अब चुदाई करने को करने लगा तो मैंने उससे कहा – चल अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मेरी तरफ कर.
मेरे इतना कहने पर उसने झट स्व अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मेरी तरफ कर दी. अब मैंने अपना लन्ड उसकी मखमली चूतड़ पर रख दिया और धीरे से लन्ड को धक्का दे दिया पर वो भीतर नहीं गया. उस साली रंडी छिनाल की गांड बहुत तंग थी.
अब मैंने अपने आस – पास नज़र दौड़ाई तो मुझे तेल की बोतल मिल गयी. इसके बाद मैंने थोड़ा सा तेल उस साली रंडी छिनाल की गांड पर लगया और थोड़ा सा अपने लन्ड पर भी लगा लिया. तेल लगाने के बाद मैंने धीरे से एक दफे फिर धक्का दिया. किन्तु इस बार भी मेरा लन्ड उस साली रंडी छिनाल की गांड के भीतर नहीं गया.
इसके बाद इसके बाद मैंने उसे उल्टा लिटाया और जोर से एक धक्का दिया. इस बार मेरा आधा लन्ड फिसलता हुआ उस साली रंडी छिनाल की गांड के छेद में घुस गया था. वो भी पहली बार किसी लड़के से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवा रहा था इस कारण से उसे बहुत तेज दर्द हुआ और उसकी चीख निकाल गयी. उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे थे. इस पर मैं थोड़े वक्त के लिए रुक गया. जब उसे कुछ आराम हुआ तो उसने कहा कि धीरे – धीरे कर यार लग रहा है. तब मैंने कहा – ठीक है अब नहीं लगेगा. इतना कह कर मैं धीरे – धीरे उसे पेलने लगा.
अब मेरा लन्ड बड़े आराम से उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे भीतर – बाहर हो रहा था. मुझे भी अब खूब आनंद आ रहा था और वो भी बड़े मजे के साथ चुदाई करवा रहा था. करीब 5 मिनट के बाद मुझे लगा कि मेरा चिपचिपा सफेद पानी निकलने वाला है तो मैंने उससे कहा – अपना पानी कहा ं निकालूं? तो उसने कहा – भीतर ही निकाल दे यार, मैं प्रेग्नेंट थोड़े न हो जाऊंगी.
उसकी यह बात सुन कर मैं हंस दिया और फिर कुछ धक्कों के बाद मैंने अपना सारा का सारा माल उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे ही निकाल दिया. इसके बाद मैं उसके ऊपर ही लेट गया. कुछ समय बाद कृष्ण कहा – मेरा अभी नहीं हुआ यार मैं क्या करूं? इस पर मैंने कहा – तेरी जो मर्जी करे कर ले.
फिर क्या था उसने मुझे उल्टा किया और अपना लन्ड एक ही झटके में मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर डाल दिया. इससे मेरी चीख निकाल गयी और मैं कहा – यार मरेगा क्या धीरे – धीरे कर ले न. इस पर उसने सॉरी कहा और फिर मेरी ठुकाई करने लगा. करीब 3 मिनट बाद उसने भी मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर ही अपना पानी छोड़ दिया.
दोस्तों, उस दिन मुझे भी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ चुदवाने में बड़ा मज़ा आया. अब मैं उसका लन्ड अपने मुँह में लेना चाहता था पर तब तक लाइट आ गयी और बाहर शो शुरू हो गया. अब आगे क्या उसके लिए थोड़ा इंतजार करो. आप को मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मारने और मरवाने की यह गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “होस्टल में सीनियर की बदबूदार गांड मारी और अपनी मरवाई Ass Fucking Hindi Chudai Ki Kahani” कैसी लगी निचे लाइक बटन पर क्लिक करके बताना…