भाभी के सामने ही मेरी अनचुदी बुर को भाई साहब ने चोदा Hindi Sex Story : हैलो फ्रेंड्स मेरा नाम गुंजन शर्मा है और मै एक अनमैरिड लड़की हूँ. आज जो इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मै आप लोंगो को बताने जा रही हूँ उस गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को सुन आप सभी की माँ चुद जायगी. दोस्तों मेरी सविता भाभी ने मुझे मेरे ही भाई साहब से चुदवा दिया था जी हाँ दोस्तों मै मेरी गरम भाभी के सामने मेरे अपने भाई साहब के साथ सेक्स कर चुकी हूँ और वो सारी सेटिंग मेरी सविता भाभी ने करी थी. वो सब कैसे हुआ कब हुआ क्यों हुआ आज इस इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में आप सभी के सामने पूरा का पूरा खुल कर आने वाला है. यह भी देंखे लड़की की फुद्दी से बच्चा बाहर निकलते हुए विडियो – Baby Coming Out From Girls Pussy
मैं अब 20 साल की अपनी अनचुदी बुर और गांड के अंदर लौड़ा चुदवाने लायक जवान माल हो गई हूँ. मेरी मौसी जी के बेटे की उम्र 28 साल की है और भाभी का नाम सविता है और वो भी दिखने में बहुत गदराई माल है उनकी उम्र 24 साल है और वो बहुत चंचल है. मैं पिछले साल अपने एग्जाम ख़त्म होने के बाद अपनी मौसी जी के घर घूमने गई थी. यह भी देंखे मेरी मौसी मुझसे ऐसी गन्दी गन्दी बाते करती है ऑडियो सुनो Hindi Audio Roleplay मेरी मौसी जी का सुहागन बेटा मतलब मेरा दूर का भाई मुझे हवाई हडडे पर लेने आ गया. मई भाई साहब को काफी दिनों बाद देख रही थी. मेरे इस भाभी चोद भाई की शादी को दो साल हो गए थे. उनकी शादी के बाद तो वो बिलकुल ही बदल से गये थे अब वो पहले से ज्यादा स्मार्ट दिखने लगे थे.
भाभी के सामने ही मेरी अनचुदी बुर को भाई साहब ने चोदा Hindi Sex Story
कोई भी जवान लड़की मेरे भाई के साथ सेक्स करने के लिये आराम से राजी हो जाए वो इतने स्मार्ट लग रहे थे. मैं उनसे बात करने लगी. मेरे मौसेरे भाई की शादी के बक्त मेरे एग्जामस चल रहे थे तो मैं नहीं गई थी पर मेरी पूरी फेमिली गयी थी. उसने मुझसे पहले तो इसी बात को लेकर उलाहना देते हुए कहा कि तुम शादी में क्यों नहीं आई थीं. यह भी देंखे इंडियन फ्री गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में भाई साहब के पेनिस को देख के मेरी साँसे ही रुक गई भाई के साथ सेक्स फिर यूं ही बात होने लगी और वो मुझसे पूछने लगे कि मेरी प्यारी बहन तुम कैसी हो… ? और तेरी पढ़ाई वगैरह कैसी चल रही है मेरी प्यारी बहन.
मैंने भी कहा – हाँ भाई साहब मैं बिलकुल ठीक हूँ और पढ़ाई की अभी कोई बात मत करो प्लीज़ अभी मुझे छुट्टियां एन्जॉय करने दो. तुम बताओ कि सविता भाभी कैसी हैं और मौसी जी कैसी हैं. मेरे भाई साहब बोले की सारी बात यंही हवाई हडडे पर ही कर लोगी या घर के लिये भी कुछ बचा कर रखोगी मेरी प्यारी बहन… फिर मैं और भाई साहब नेक्स्ट डे उनकी फोर व्हीलर गाड़ी से उनके घर के लिए चल दिए. उन्होंने रास्ते में मुझे बहुत सारी खाने की चीजें दिलाईं और हम 3 घंटे के बाद मौसी जी के घर पहुँच गए. मौसी जी ने मुझे गले लगाया और सविता भाभी ने भी गले लगाया.
मुझे सब लोगों ने बहुत प्यार दिया और मेरी मौसी जी के घर पर मेरी खातिरदारी शुरू हो गई. मुझे मौसी जी वाले कमरे में मौसी जी के साथ सोना था भाई साहब सविता भाभी का चुदाई का कमरा मतलब उनका शयनकक्ष साइड वाला था. नेक्स्ट डे मेरी मौसी जी को सद्संग के लिये चेन्नई जाना था तो भाई साहब मौसी जी को लेकर स्टेशन चल दिए. मौसी जी करीब 15 दिनों के लिये चेन्नई जा रही थी अब घर पर मै, सविता भाभी और मेरे भाई साहब ही बचे थे.
मैं अब मेरी गदराई सविता भाभी के बारे में बता दूँ. सविता सविता भाभी की हाइट 5 फिट 3 इंच है. एकदम गोरी हैं, उनका साइज़ भी मेरा जैसा ही 34-30-32 का है. सविता भाभी के बाल नीचे कमर तक आते हैं. उनकी काली आँखें बहुत नशीली हैं. सविता भाभी बोलीं- गुंजन जल्दी से नहा ले, मंदिर चलना है. मैं भी जल्दी से नहा कर आई. मैंने ब्लू कलर की लॉन्ग स्कर्ट पहनी और ब्राउन टॉप पहना, मेरा ये वाला टॉप एकदम फिटिंग का था, इसमें मेरे चूचे बड़े फूले हुए दिखते हैं.
सविता भाभी ने पर्पल कलर की साड़ी पहनी थी वो उस साड़ी में बहुत हॉट और गदराई लग रही थी. जब सविता भाभी तैयार होकर मेरे पास आईं तो बोलीं- क्या बात ननद रानी… किसपे बिजली गिरानी है… तू तो एकदम पटाखा माल लग रही हो. मैं ने मेरे भाई की रांड मतलब मेरी गरम भाभी सविता भाभी आप भी कम नहीं लग रही हो. यह भी देंखे भाई साहब के टूर पर जाते ही भाभी ने मेरा तगड़ा देसी लौड़ा पकड़ लिया Hindi Sex Kahaniya
खैर… हम मंदिर जाने लगे तो बाहर जितने भी लोग थे, बस हम बहन के लंड दोनों को ही देख रहे थे. सविता भाभी मुझसे बहुत ही ज्यादा आनंदक करने लगीं और फिर हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे के क्लोज फ्रेंड हो गए. घर आकर हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने खाना खाया और गप्पें मारते हुए टीवी देखने लगे. शाम को भाई साहब दफ्तर से आ गए और आज गर्मी कुछ ज्यादा थी तो सविता भाभी ने एक नाइटी डाल ली थी, जबकि मैं उनके कपड़ों में थी.
सविता भाभी भाई साहब से कहने लगीं- कल मुझे मार्केट जाना है, आपकी बहन को कुछ कपड़े दिला दूँ… नहीं तो ये गर्मी में मर जाएगी. मेरे भाभी चोद भाई साहब बोले- अभी चलो, कल मुझे आउट ऑफ स्टेशन जाना है, अभी चलो… जल्दी चलो. सविता भाभी जल्दी से तैयार हो गईं और मैं भाई साहब सविता भाभी तीनों एक ही बाइक पर बैठ कर चल दिए. भाई साहब हमको एक मॉल में ले जाने की कह कर चल दिए. मॉल में आने के बाद हम लोग एक शोरूम में कपड़े देखने लगे. सविता भाभी ने दुकानदार से थोडा शरमाते हुए और मुस्कुराते हुए कहा भाई साहब पैडेड ब्रा पेंटी दिखा दो…
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दुकानदार हमें पैडेड ब्रा पेंटी दिखाने लगा और सविता भाभी मुझे दिखाने लगीं. मुझे भाई साहब के सामने पैडेड ब्रा पेंटी देखते हुए शर्म आ रही थी. सविता भाभी ने मुझे बहुत सारे कपड़े दिलाए और हम लोग घर आ गए. कुछ देर बाद खाना आदि खाया और सो गए. मोर्निंग सविता भाभी ने एक तंग सा टॉप निकाला और मुझे पहनने को दिया, मैंने पहन लिया… ये टॉप पूरा तंग फिटिंग का था. इसमें मेरे चूचे एकदम तोप की तरह तने हुए थे. मुझे खुद अन्दर से एक गदराई सा फील आ रहा था. मैं उस लाल कलर के टॉप और मिनी स्कर्ट में थी. यह भी देंखे ब्रा पेंटी बेचने वाले ने मुझे दुकान में ही चोद लिया सेक्स कहा नियाँ
जब शाम को भाई साहब दफ्तर से घर पर आए तो सविता भाभी ने मुझे पानी लेकर उनके सामने जाने को कहा . मुझे इतने हॉट लुक में भाई साहब के सामने जाने में शर्म सी लग रही थी. सविता भाभी बोलीं- चली जा यार… तेरे भाई ही तो हैं. मैं बोला – सविता भाभी वो बात नहीं… बस जरा शर्म आ रही है. सविता भाभी कहने लगी – मेरी ननद रानी, इतना क्यों शर्मा रही हो… कल से तुमको यही कपड़े पहने हैं. अब ये तेरा विलेज नहीं है… सिटी हे सिटी… समझी.
इसके बाद मेरी झिझक जैसे तैसे खत्म हुई और हम सब नाईट होने तक यूं ही बातें करते रहे. फिर सब लोग सोने चल दिए. करीब 11 बजे मेरा कूलर खराब हो गया. मैंने भाई साहब को जगाया तो भाई साहब बोले कि तू हमारे वाले रूम में ही सो जा. मैं भी सविता भाभी के साथ उसी रूम में आ गई. एक तरफ भाई साहब और बीच में सविता भाभी, साइड में मैं थी.
यह भी देंखे फुद्दी मे मूत दीदी की बुर मे भाई साहब ने मूत दिया हिन्दी सेक्स कहा नियाँ मैं उस टाइम लोवर टी-शर्ट में थी, सविता भाभी नाइटी में थीं. कुछ समय बाद उन्हें को लगा कि मैं सो गई हूँ तो वे दोनों आपस में मस्ती करने लगे. मुझे उनकी छेड़खानी से बहुत शर्म आ रही थी. किसी तरह नाईट निकल गई और मैं मोर्निंग तक सोती रही, मुझे भाई साहब ने जगाया तब मैं ज़गी. सविता भाभी बोलीं- आज संडे है… गुंजन जाओ तुम नहा कर आओ और सुनो, आज तुमको कल ली हुई नई वाली ड्रेस ही पहननी है.
मैं शर्माते हुए नहाने चली गई. सविता भाभी ने कपड़े निकाले और मुझे दे दिए. एक बहुत छोटा सा स्कर्ट और ट्रांसपेरेंट टॉप उसके साथ ब्लैक पैडेड ब्रा पेंटी थी. मैंने सविता भाभी से कहा – सविता भाभी, घर में भाई साहब हैं… मैं इनको नहीं पहन सकती हूँ. सविता भाभी बोलीं- ये तो कपड़े हैं इनमें इतनी क्यों परेशान हो रही हैं. मैं बोली- सविता भाभी, मुझे भाई साहब के सामने इनको पहनने में शर्म आती है. सविता भाभी बोली- जब तेरी शादी होगी तो जब नहीं पहनेगी क्या? मैं बोली- तब की बात और है. भाभी बोलीं- जा मैं तेरे से बात नहीं करती.
मुझे लगा कि सविता भाभी नाराज़ हो गईं, तो मैंने सविता भाभी को हग किया और बोली- अच्छा जैसा आप कहोगी मैं वैसे ही कपड़े पहन लूँगी… बस आप नाराज़ मत होना. सविता भाभी हंस कर बोलीं- जा तू अपने भाई साहब को पानी देके आ. मैं भाई साहब के रूम में गई तो भाई साहब मुझे देखने लगे. भाई साहब की निगाहों में एक अजीब सा भाव था. मुझे उनके देखने के अंदाज से अन्दर तक गुदगुदी सी होने लगी.
उसके बाद सबने खाना खाया और आराम करने लगे. सारा दिन यूं ही चुहलबाजी में बीत गया. जब नाईट को हम सोने गए तो सविता भाभी ने मुझे बीच में खिसका दिया और खुद साइड में सो गईं. थोड़ी देर में भाई साहब का कोमल हाथ मेरे सीने पर घूमने लगा था. सविता भाभी ना जाग जाएं, मुझे तो यही डर लग रहा था. मैं इस कारण से चुपचाप लेटी रही. इसका नतीजा ये हुआ कि भाई साहब की हरकतें बढ़ती गईं.
एक तो रूम में अंधेरा था और दूसरा भाई साहब के हाथों की हरकतों से मुझे भी मस्ती छाने लगी. भाई साहब ने मेरे दोनों स्तनोंं ऊपर से खूब दबाए फिर मेरे टॉप में हाथ डाल दिया. वो अपना काम करने लगे तो मैंने भी अपनी आँखें बंद कर लीं और आनंद लेने लगीं. भाई साहब पैडेड ब्रा के ऊपर से मेरे मोटे मोटे स्तनोंं को बहुत जोर जोर से दबाते रहे. यह भी देंखे भाई साहब ने भाभी को मेरे सामने चोदा Hindi Sex Stories मुझे सबसे ज्यादा अजीब तब लगा, जब भाई साहब मेरे ऊपर चढ़ गए और मेरे लाल गुलाबी कोमल होंठ चूसने लगे. मैं भी वासना में भर उठी थी और आब तो मेरी अनचुदी फुद्दी भी मेरे भाई का लण्ड खाने को तड़पने लगी थी… सो मैं भी उनका साथ देने लगी. हम बहन के लंड दोनों की जीभें आपस में लड़ रही थीं.
तभी मुझे फिर से याद आया कि सविता भाभी बगल में ही सो रही हैं, तो मैंने भाई साहब को साइड किया और उठ कर स्नानघर में चली गई. उधर देखा कि पूरी पेंटी गीली हो गई थी. मैंने गरम मूत करा और अपनी अनचुदी योनी पानी से धोई और फिर से रूम में आ गई. मैंने सविता भाभी को उनकी जगह पर सरका दिया और खुद किनारे लेट गई. मुझे लगा कि भाई साहब को पता नहीं है कि उनके नीचे में थी, शायद वो मुझे अपनी वाइफ समझ कर पेलने के मूड में थे कि इतने में सविता भाभी जाग गई थीं.
उन्होंने मुझे हिलाया, मैं तो अब तक सेक्स करने की आग में गर्म थी सो जाग ही रही थी. मेरा भाई भी जागा हुए ही था. तभी बिजली चली गई और चूंकि गर्मी का मौसम था तो बेचैनी होने लगी. सविता भाभी बोलीं- चलो, बाहर आँगन में चलते हैं. भाई साहब तो कुछ कहने की जगह सीधे उठ कर ही बाहर आँगन में चले गए. उन्हें ज्यादा गर्मी लग रही थी तो वे आँगन में बैठ कर नहाने लगे.
इसके बाद सविता भाभी भी पानी में भाई साहब के साथ मस्ती करने लगीं और बोलीं कि चलो एक गेम खेल खेलते हैं, हम में से किसी एक इंसान की आँखों में ब्लैक पट्टी बाँधते हैं और उस इंसान को दूसरे इंसान को छू कर बताना है कि वो कौन है. जिसको वो छुएगा उसको नहीं बोलना है… कोई भी नहीं बोलेगा. गेम खेल स्टार्ट हुआ, सविता भाभी ने मुझे भी पानी में खींच लिया. हम सब लोग पानी में भीग गए, सबने एक दूसरे को पानी में खूब भिगोया.
पहले सविता भाभी की आँखों पर पट्टी बंधी और सविता भाभी ने मुझे ही पकड़ लिया और मेरा टॉप जानबूझ कर खींचते हुए फाड़ दिया. अब मैं पैडेड ब्रा और स्कर्ट में रह गई थी. मैंने उस से कहा- सविता भाभी ये क्या किया आपने… मेरा टॉप फाड़ दिया? सविता भाभी बोलीं- कोई बात नहीं, ये तो गेम खेल है. इसके बाद सविता भाभी ने भाई साहब को पकड़ा. वे अपने हाथ से उनके अन्डरवियर को पकड़ने लगीं और उनका लण्ड दबाने लगीं. मैं ये सब देख रही थी. भाई साहब कुछ नहीं बोले और अपना लण्ड सविता भाभी के हाथ से मसलवाने लगे.
यह भी देंखे भाई साहब ने मेरी गरम बुर को चोदकर ठंडा करा फ्रेंड के साथ मिलकर अब भाई साहब की बारी थी, भाई साहब ने सविता भाभी को पकड़ा और सविता भाभी का भी टॉप फाड़ कर भाई साहब उनके रसीले आम जैसे स्तनोंं को दबाने लगे. उसके बाद भाई साहब ने मुझे पकड़ा और मेरे स्तनोंं को दबाने लगे, मैं भी सिसकियाँ लेने लगी क्योंकि मुझे तो बहुत आनंद आ रहा था. भाभी भी मुझे चूचे मसलवाते हुए देख रही थीं और मुस्कुरा रही थीं मेरा डर भी खत्म हो गया था. इसी तरह हम 2 से 3 घंटे पानी में ही खेलते रहे.
बाद में सविता भाभी आनंदक करते हुए मुझसे कहने लगीं- क्या बात गुंजन, आज तो तू अपने भाई साहब से ही अपने स्तनोंं को मसलवा रही थी… गेम खेल अच्छा लगा या नहीं. मैं बोली- सविता भाभी गेम खेल तो अच्छा था, मैं क्या आनंद ले रही थी, वो तो गेम खेल था, जिसमें आप भी तो अपने फुकने दबवा कर आनंद ले रही थीं. आज के गेम खेल से मेरी झिझक कम हो गई थी और सविता भाभी मेरे से बहुत आनंदक करने लगी थीं. अब तो वे कभी मेरे स्तनोंं को दबा देतीं, कभी मेरे हिप्स में चपत मार देतीं… ये अब आम बात हो गई थी. हम बहन के लंड दोनों सहेलियों के जैसे बर्ताव करने लगे थे.
उसी नाईट को सविता भाभी फिर एक साइड में ही सोईं. मैं भाई साहब की तरफ़ वाली साइड में सो गई. कुछ देर बाद भाई साहब शुरू हो गए, उनका कोमल हाथ मेरे छाती पर मेरे स्तनोंं को टटोलते टटोलते आ गया. आज मैंने भी कुछ नहीं कहा क्यों की मुझे भी वो आनंद चाहिये था जो आनंद मेरी रांड भाभी अकेले अकेले लुटा करती थी. यह भी देंखे >> Aishwarya Rai Taking A Huge Cock Of Amitabh Bachchan In Tight Pussy उस दिन मेरे भाभी चोद भाई साहब ने पहली बार मेरी पेंटी और मेरी फुद्दी को टच किया. अब मैं तो सातवे आसमान में उड़ रही थी और भाई साहब मेरे दोनों स्तनोंं पर अपनी मजबूत पकड़ बना रहे थे. मैं भी चाहती थी कि भाई साहब आज मेरी अनचुदी फुद्दी चोदकर अपना मेरी सील तोड़ डाले और मुझे हमेशा के लिये अपनी बना लें.
कुछ ही पलों में वो मेरे हॉट और गदराई बदन को पागलों की तरह चूमने और काठने लगे. मैं भी उनके बालों में हाथ फेर रही थी. भाई साहब ने मेरा हाथ अपने काले भुसंड मोटे से लण्ड पर सरका दिया तो मैंने भी उत्साहित होकर अपने भाई साहब का लण्ड स्पर्श करा आज पहली बार मैंने जाना की आखिर ये लण्ड होता कैसा है. मरे भाई का काला मोटा लण्ड तन कर एकदम तंग मोटा लंबा खड़ा हो चूका था. कुछ ही देर में भाई साहब ने मेरी पैडेड ब्रा भी निकाल दी. अब मैं ऊपर से न्यूड थी. नीचे मेरे बदन पर स्कर्ट और पेंटी थी.
भाई साहब ने वो भी निकाल दी. अब भाई साहब ने नीचे को होकर पहली बार मेरी क्लीन फुद्दी पर किस किया और अपनी जबान से मुझे पेलने लगे. मैंने भी अपने टांगें खोल दीं औरयोनी चटवाने का आनंद लेने लगी ‘आआआहह ओह…’ मैं अपनी कामुक आवाज़ को अपने मुँह में ही रहने का प्रयास करती रही. फिर एकदम से सविता भाभी उठ गईं और बोलीं- यहां का एसी बहुत तेज चल रहा है, मुझे तो ठंड सी लग रही है, मैं बाहर जाकर सोती हूँ. मेरे समझ में आ गई कि सविता भाभी ने मुझे चुदवाने का पूरा अवसर दे दिया है.
जैसे ही सविता भाभी गईं, भाई साहब ने मुझे अपने ऊपर लिटा लिया और मेरी कमर और चूतड़ पे हाथ फेरने लगे. फिर भाई साहब ने मेरी फुद्दी चूसना प्रारम्भ करा मेरी नशीली सिसकारियां निकल रही थीं- आआ उम्म्ह… अहह… हय… याह… आहह ओह मुऊ… उम्मईं आआहह… मैं ये सब कर रही थी तो भाई साहब बोले- तू तो एकदम मस्त माल हो गई है. मैंने उस से कहा- आप भी तो मुझे पाकर मस्त हो गए हो. यह भी देंखे तेरे भाई साहब तो चूसने ही नहीं देते – भाभी ने जल्दी से मेरा फौलादी लण्ड मुँह में लिया और चूसने लगी Hindi Chudai Ki Kahani
फिर भाई साहब ने अपना लण्ड मेरे मुँह पर रख दिया. मैंने अपना मुँह खोल दिया और पेनिस को प्यार करने लगी, भाई साहब का लण्ड चूसने लगी. मुझे बहुत आनंद आने लगा. भाई साहब अपने लण्ड से मेरा मुँह पेलने लगे. थोड़ी देर में भाई साहब ने कहा – गुंजन अब मैं तेरी इस अनचुदी फुद्दी में मेरा काला मोटा लण्ड अपना लण्ड डालूँगा… आज तुझे अपनी बना लूँगा. मैं बोली- हां बना लो ना मुझे भी इसी दिन का इंतजार है भाई साहब मैंने आप के लये ही तो अभी तक मेरी फुद्दी की सील किसी और लड़के से नहीं तुडवाई थी … मैं तो आपकी ही हूँ मेरे राजा भाई साहब. भाई साहब बोले- एक प्रॉमिस कर आज से भाई साहब नहीं कहेगी… तू मुझे लखन बोलेगी. मैंने उस से कहा- ठीक है मेरे लखन राजा… अब जल्दी से डाल भी दो अन्दर.
जब लखन ने अपना लण्ड मेरी फुद्दी में डाला तो मुझे दर्द भी हुआ था और ये लग रहा था कि सविता भाभी अन्दर ना आ जाएं… और गेम खेल न बिगड़ जाए. कुछ देर के दर्द के बाद मैं बहुत मजे में आ गई थी. खुद नीचे से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उठा कर लण्ड ले रही थी ‘आआआहह… आअहह…’ भाई साहब जब तेज झटके मारते थे तो मैं ‘उईईईई अम्मीं… मर गई…’ मचल कर कामुकता से बोलने लगती थी. भाई साहब मुझे चोदते हुए बोले- बोल… तू मेरी कुतिया बहन है आज से साली तू मेरी रांड और मै तेरा जिगोलो हूँ आह…. आह…..
यह भी देंखे अमीरजादी भाभी की बेकाबू फुद्दी पर लन्ड की लगाम लगाई गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मैं भी दर्द के मारे जोर जोर से चिल्लाते हुए बोल रही थी की… हाँ हूँ भाई साहब मई तेरी कुतिया… साले चोद मुझे आआआहह ओह मुऊऊउउ… अम्मीममम मर गई… कितना मोटा लण्ड है… आअहह…’ तभी मैं एकदम से अकड़ कर फ्री हो गई थी. कुछ देर मुझे पेलने के बाद भाई साहब भी मेरी फुद्दी में ही झड़ गए और मेरे ऊपर ही लेटे हुए थे. मैं उन्हें किस करने लगीं. भाई साहब का लण्ड अब भी मेरी फुद्दी में ही था. फिर पता ही नहीं चला और हम बहन के लंड दोनों ऐसे ही सो गए.
सुबह मुझे भाई साहब ने जगाया और मैं उठ कर फ्रेश होने चली गई. फिर आज मैंने चाय बनाई, सविता भाभी भाई साहब को चाय दी. सविता भाभी हंस कर बोलीं- तू नाईट में इतना शोर क्यों मचा रही थी… आराम से सोया कर ना. मैंने सोचा शायद मैं पकड़ी गई. तभी सविता भाभी बोलीं- चल अब नहा ले. मैं नहा कर आई तो भाई साहब सविता भाभी के कोमल होंठ चूस रही थीं. मैं उन दोनों को देख कर कमरे में आते हुए ठिठक गई. मैं खांस कर बोली- मैं बाद में आती हूँ. सविता भाभी अलग होते हुए बोलीं- कोई बात नहीं ननद रानी… इसमें क्या शर्म इधर आओ. उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया तो भाई साहब बोले- इसको जाने दो. तभी सविता भाभी बोलीं- क्यों जब नाईट को तुम दोनों ये सब कर रहे थे, तो दिन में भी तो कर सकते हो.
मैं डर के मारे सकपकाने लगी. सविता भाभी बोलीं- घबरा मत… सच बता क्या चाहती है तू? अब मैं बोली- जैसा आप चाहें. तो सविता भाभी बोलीं- मैं तो ये चाहती हूँ कि तुझे मेरे स्मार्ट पति से अभी मेरे सामने अपनी अनचुदी बुर चुदवानी है और चूतड़ मरवाना ना मरवाना तेरी मर्जी. मैं मन ही मन में बहुत प्रसन हो रही थी क्यों की मेरी अनचुदी बुर को आज मेरे भाई के लम्बे मोटे लण्ड का स्वाद जो चखने को मिलने वाला था वो भी मेरे अपने सगे भाई के. मैंने पहले भाभी को अपने सगे भाई के साथ सेक्स करने के लिये मना किया. तभी सविता भाभी ने भाई साहब से कहा – तुम क्यों चुप हो… चोदो साली को तुम इसके बड़े भाई साहब को देखती हूँ तुम्हे कैसे मना करती है ये साली रांड . यह भी देंखे पति नशे में मस्त मै देवर से चुदवाने में मस्त हिन्दी ऑडियो फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
मेरे सगे लखन भाई साहब ने मुझे अपनी गोद में खींच लिया और सविता भाभी के सामने ही मेरी अनचुदी बुर को जोर जोर से पेलने लगे. उस दिन भाई साहब ने मुझे 3 बार चोदा और आज इस चुदाई में सविता भाभी भी न्यूड होकर योनी चुदाई का आनंद ले रही थीं. बस इसके बाद तो जब तक मैं मौसी जी के घर रही समझो मेरी फटी हुईयोनी में भाई साहब का काला मोटा लण्ड आता जाता रहा. अब बिना लण्ड लिए मुझे चैन ही नहीं पड़ता है. भाभी के सामने ही मेरी अनचुदी बुर को भाई साहब ने चोदा Hindi Sex Story