हेल्लो दोस्तों मेरी इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “बेवा दीदी की फुद्दी और गांड के अंदर लण्ड पेला गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” में मै आप सभी बहनचोद और माँदरचोद लडको और लड़कियों का बहुत बहुत स्वागत करता हूँ. मैं एकदोस्तों मेरी उम्र अभी 22 साल है और मै एक अच्छे घर-परिवार से बिलोंग करता हूँ. मेरे घर में मेरे अलावा मेरी 45 साल की माँ और एक बड़ी बहन हैं जिसकी उम्र 30 साल हैं. वो बहुत ही फेशनेबल है।यहाँ भी देंखे ऑडियो सेक्स लड़की से सुने फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में भाभी को छोटे देवर जी ने चोदा और लण्ड चुसाया MP3 Audio Sex Story
मेरी मस्त कमसिन माल दीदी का फिगर 24-36-24 का है और बहुत ही मस्त हैं उसकी चूचियाँ भी मस्त बड़ी बड़ी है और उनकी गांड का तो मै बहुत बड़ा फैन हूँ. मेरी बड़ी दीदी की शादी कुछ चार साल पहले हुई थी पर अब वो बेवा हो गई हैं. मुझे मेरी बेवा दीदी बचपन से ही बहुत चाहती थी क्यूंकि मैं घर में सबसे छोटा हूँ. हम दोनो एक ही कमरे में सोते थे और बेवा दीदी के 20 साल की होने तक तो हम एक ही बेड प़र सोते थे. प़र एक दिन माँ ने हमे अलग-अलग बिस्तर प़र सोने को कहा ।
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दोस्तों मै एक बहुत बड़ा चुद्द्कड़ लड़का था इसी लिये मेरी हवस से भरी गन्दी नजर हमेशा से ही अपनी बेवा दीदी पर थी और मै उनके साथ सेक्स करने का अवसर ढूंढता रहता था. मै हमेशा बेवा दीदी को पेलने के सपने देखा करता था और नाईट को बेवा दीदी के सोते वक्त उनकी चूचियाँ और मखमली फुद्दी कभी कभी दबा लेता और कभी कभी उनकी लेटरिंग से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड पर अपने हाथो को फेर लिया करता था मुझे मेरी बेवा दीदी की मखमली फुद्दी से जयादा उनकी लेटरिंग से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर रूचि थी प़र डर के कारण आगे कुछ नहीं कर पाता था. हाँ, स्नानघर में मुठ ज़रूर मार लेता था।
यहाँ भी देंखे ऑडियो फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में भाई के लम्बे और मोटे लण्ड से चुद गई Hindi Audio Sex Story बेवा दीदी की लेटरिंग से भरी मोटी चूतड़ मारने का मेरा बहुत मन करता था. अब बेवा दीदी वापस आ गई थी. सो मैं रोज उससे अच्छी अच्छी बातें करने लगा ताकि बेवा दीदी को किसी पुरानी घटना की याद न आये. एक दिन बेवा दीदी स्नानघर से नहाकर आ रही थी तो एकदम मेरी नज़र उन पर पड़ गई, शायद स्नानघर में तौलिया नहीं था, वो गीले बदन पर गाउन पहने थी. बेवा दीदी के कपड़े बदन से चिपके हुऐ थे और वो बहुत ही ब्यूटीफुल लग रही थी. उस दिन फिर से मैंने मुठ मारी।
हम बहन के लंड दोनों हमेशा कंप्यूटर प़र गेम खेल और चैट करते रहते थे. एक दिन बेवा दीदी साथ वाले कमरे में सो रही थी. मैंने कंप्यूटर प़र जानबूझ कर एक कहानी ‘बेवा दीदी की खतरनाक चुदाई’ पढ़नी शुरू की. एकदम बेवा दीदी पास आकर बैठ गई और उसने वो कहानी पढ़ ली उसने मुझसे कहा – भाई तुम यह सब गन्दी गन्दी इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में पढ़ते हो क्या? मैं चुपचाप उन्हें देखने लगा. मैंने अवसर देख कर उसके लिप्स पर चूम लिया. बेवा दीदी ने मुझे पकड़ कर अलग कर दिया और कहा भाई अब तू मार खाएगा ! और बेवा दीदी वहाँ से उठ कर जाने लगी. जाते वक्त मेरी तरफ देख रहस्यमयी मुस्कान दी. मैंने भी मुस्कुराते हुए बेवा दीदी की तरफ देखा।
थोड़ी देर में बेवा दीदी ने मुझे आवाज़ दी और सोने के लिए कहा . मैं सोने आ गया. बातों बातों में बेवा दीदी ने मुझे कहानी के बारे में मुझे पूछा. मैने भी सब बता दिया।बेवा दीदी ने मेरी तरफ देखा, मैंने अवसर देख कर फ़िर उसके लिप्स पर चूम लिया. बेवा दीदी ने मुझे पकड़ कर अलग करने का प्रयास की किन्तु मैंने उन्हें छोड़ा नहीं और चूमता रहा. मैं बेवा दीदी के लिप्स को अपने लिप्स से चिपका कर चूमे जा रहा था, वो बेतहाशा पागल हो रही थी. इसके बाद मैंने बेवा दीदी के रसीले आम जैसे स्तनों की तरफ हाथ बढ़ाया।
बेवा दीदी के मोटे मोटे ब्रेस्ट तन गए थे जो पैडेड ब्रा में उभर आये थे
बेवा दीदी के मोटे मोटे रसीले आम के जैसे मम्मे के निप्पल को अपनी उँगलियों से चुटकियों से पकड़ कर गोल गोल घुमाया तो बेवा दीदी सिसिया उठी. मैंने बेवा दीदी के मोटे मोटे ब्रेस्ट पकड़ लिए थे. उनके चुचूकों को जोर से मींसा तो बेवा दीदी फिर से सिसिया उठी, मगर दर्द से. बेवा दीदी के मोटे मोटे ब्रेस्ट तन गए थे, जो पैडेड ब्रा में उभर आये थे. मैंने उन पर अपनी उँगलियों के पोर को गोल गोल नचाते हुए छेड़ा, इसी बीच मैंने बेवा दीदी का गाउन उतार कर फेंक दिया. बेवा दीदी के कोमल गौर-बदन की एक झलक देखने को मिली।
अन्दर बेवा दीदी ने काले कलर की पैडेड ब्रा पहन रखी थी. बेवा दीदी ने अन्दर सफ़ेद कलर की पैंटी पहनी थी. मैंने जिंदगी में पहली बार किसी लड़की को इस रूप में देखा था. बेवा दीदी का पूरा बदन जैसे किसी सांचे में ढाल कर बनाया गया था. काली पैडेड ब्रा में उनके बदन की कांति और भी बढ़ गई थी. पैडेड ब्रा के अन्दर बेवा दीदी के बड़े बड़े बड़े और मोटे मोटे ब्रेस्ट कैद थे, जो बाहर आने को बेकरार लग रहे थे. मैंने पैडेड ब्रा के स्ट्चीरहरण को कंधे से नीचे उतार कर स्तनों को पैडेड ब्रा की कैद से पूरी तरह आजाद कर दिया. अपनी मस्त कमसिन माल बेवा दीदी के नंगे बदन को देख कर मेरी हालत खराब हो गई।
मैंने कभी किसी के रसीले आम जैसे स्तनों को छूकर नहीं देखा था तो मै एक हब्शी की तरह अपनी न्यूड दीदी के ब्रेस्ट पर बहुत बुरी तरह टूट पड़ा मैंने उन्हें खूब मसला और चूसा. फिर बेवा दीदी ने मेरी टी-शर्ट को ऊपर की ओर उठा दिया. बेवा दीदी ने अपने हाथों से मेरा अंडरवियर उतार दिया, फिर 12 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे पेनिस को पकड़ लिया. बेवा दीदी मेरे 12 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे पेनिस को देखकर आश्चर्यचकित रह गई. बेवा दीदी के मन में उत्सुकता और डर दोनों था.
मैंने बिना टाइम बर्बाद करे अपनी बेवा दीदी को पलंग पर लिटाया और अपना लण्ड उनकी मखमली फुद्दी में आहिस्ता आहिस्ता डालने लगा. वो दर्द से कसमसाने लगीं. फिर मैं जोर जोर से झटके मारने लगा. बेवा दीदी चीखने चिल्लाने लगीं. मैंने उनके कोमल होंठों को अपने कोमल होंठों से दबा दिया ताकि माँ को न सुनाई दे. यहाँ भी देंखे भाई जान नें थ्रीसम सेक्स करा अपनी गरम माल बहन और चुदासी वाइफ के साथ गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में बेवा दीदी कराहते हुए बोलीं- बस करो, बहुत तेज दर्द हो रहा है. किन्तु मैं कहा ँ सुनने वाला था. मैं बेवा दीदी की मखमली फुद्दी में लण्ड पेलता चला गया. बेवा दीदी की सील फट गई थी. बेवा दीदी की मखमली फुद्दी से हल्का हल्का ब्लड निकल रहा था. मैं अपनी जवान बेवा दीदी को हचक कर पेलने लगा. बेवा दीदी भी मस्ती से चुदवाने लगी थीं.
अभी 15 मिनट हुए थे कि मेरा सारा जोश बेवा दीदी की मखमली फुद्दीमें निकल गया. मैं हांफता हुआ बेवा दीदी की चूचियों पर गिर गया. बेवा दीदी भी झड़ चुकी थीं. इसके बाद मैंने बेवा दीदी की टुंडी को चूमना प्रारम्भ करा. टुंडी को चूमने से बेवा दीदी फिर से गरम हो गईं और उन्होंने मेरा फौलादी लण्ड चूसना शुरू कर दिया, जिससे हम बहन के लंड दोनों दुबारा चुदाई के लिए तैयार हो गए. फिर बेवा दीदी ने मुझे लेटने को कहा और खुद अपनी टट्टी से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के छेद को मेरे लण्ड पर रख कर बैठ गई और उछल उछल कर अपनी लेट्रिंग से भरी गांड के अंदर मेरा 12 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लण्ड भीतर तक लेने लगी. दीदी की गांड का छेद बहुत ढीला था शायद बेवा दीदी पहले भी किसी से अपनी टट्टी से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड मरवा चुकी थीं.
जब मैंने उनसे इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि नहीं मैंने अभी तक किसी से भी अपनी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड नहीं मरवाई है, वो तो ब्लू-फिल्म देखते हुए मैंने मूली वगैरह से अपनी टट्टी से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड को ढीला कर लिया था. मैंने पूछा कि मखमली फुद्दी में मूली क्यों नहीं की? तो बोलीं- मैं मखमली फुद्दी की सील लण्ड से ही खुलवाना चाहती थी. अब मैं बेफिक्र होकर अपनी जवान बेवा दीदी की लेटरिंग से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड मारने लगा. मुझे उनकी मखमली फुद्दी से ज्यादा आनंद टट्टी से भरी मोटी चूतड़ मारने में आ रहा था.
करीब दस मिनट के बाद बेवा दीदी की लेटरिंग से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर ही मेरा चिपचिपा सफेद पानी निकल गया और हम बहन के लंड दोनों उसी तरह एक दूसरे से लिपट कर सो गए. दोस्तों आप सभी को मेरी इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “बेवा दीदी की फुद्दी और गांड के अंदर लण्ड पेला गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” कैसी लगी मुझे ईमेल करके ज़रूर बताना. यहाँ भी देंखे दीपिका पादुकोण की फुद्दी को बहुत देर तक चोदा इंडियन हिंदी फिल्म एक्ट्रेस Hindi Sex Stories