शादी का प्रपोजल देकर अनचुदी रेखा की लाल फुद्दी में स्पर्म टपकाया Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani : दोस्तों में चेन्नई में सर्विस करता हूँ और वैसे जयपुर का रहने वाला हूँ. अभी कुछ दिनों पहले ही एक फैमिली टूर के लिए दफ्तर से छुट्टी लेकर अपने घर जयपुर लौटा था. मैं और मेरे अब्बू माँ फैमिली टूर पर जाने के लिए प्लान कर रहे थे. मैंने जब पापा माँ से इस बारे में कहा कि हम लोग अपनी फैमिली टूर पर कहा ं जाएं तो माँ ने कहा कि हम लोगों को गोवा जाना चाहिए. फिर हम लोग पूरी फैमिली के साथ गोवा चले गए और वहां पर हम लोगों ने साथ में काफी मोज मस्ती करी.
मुझे इस बात की बड़ी प्रसनी थी कि मै मेरे पूरे फैमिली साथ काफी लंबे वक्त के बाद कहीं घूमने के लिए गया. मेरी बहन और जीजाजी भी हम लोगों के साथ में थे और हम लोग बहुत ही ज्यादा प्रसन थे जिस प्रकार से हम लोगों ने गोवा में इंजॉय किया और सब लोग बड़े ही प्रसन थे. अब हम लोग वापस लौट आए थे और जब लोग वापस लौटे तो उसके बाद मैं अपना दफ्तर ज्वाइन कर चुका था और अब हर रोज की तरह मैं मोर्निंग दफ्तर के लिए तैयार हो रहा था. मैं दफ्तर के लिए तैयार हो चुका था और माँ से मैंने कहा कि माँ मेरे लिए नाश्ता लगा दो माँ ने मेरे लिए नाश्ता लगाया.
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मैं अब नाश्ता करके अपने दफ्तर के लिए निकल ही रहा था कि मेरे फ्रेंड का कॉल आ गया और वह मुझे कहने लगा कि आकाश क्या तुम मुझे भी रिसीव कर लोगे तो मैंने उसे कहा ठीक है मैं तुम्हें लेने के लिए तुम्हारे घर पर आता हूं. मैं अपनी फोर व्हीलर गाड़ी से उसे लेने के लिए उसके घर पर गया जब मैं उसके घर पर पहुंचा तो हम दोनों वहां से दफ्तर के लिए निकल पड़े. जब हम लोग दफ्तर पहुंचे तो उसके बाद हम लोग अपने दफ्तर का काम करने लगे. उसी दिन दोपहर में लंच टाइम से वक्त मैं अपने दफ्तर के बाहर ही खड़ा होकर सिगरेट पी रहा था कि तभी सामने से एक लड़की आती हुई मुझे दिखाई दी वह भी शायद किसी दफ्तर में ही सर्विस करती थी.
उस दिन उसे देखकर मुझे काफी अच्छा लग रहा था और मैं चाहता था कि उससे मैं बात करूं किन्तु मेरा उससे कोई भी परिचय नहीं था. उसके कुछ दिनों के बाद वह मुझे एक फंक्शन में दिखाई दी और वहां पर जब वह मुझे लड़की दिखी तो मैंने सोचा कि आज मैं उससे बात कर ही लेता हूँ. मैंने उस दिन उससे बात कर ली मुझे पहले तो लगा था कि शायद वह मुझसे बात नहीं करेगी किन्तु उसने बड़े ही अच्छे से मुझसे बात की और मुझे काफी अच्छा भी लगा जिस तरीके से हम लोगों ने एक दूसरे से बात की. अब मुझे उसका नाम पता चल चुका था उसका नाम रेखा है और रेखा के साथ में मेरी काफी अच्छी फ्रेंडी हो चुकी थी हम दोनों एक दूसरे के साथ काफी अच्छा वक्त बिताने लगे थे।
जब कभी भी मैं रेखा को मिलता तो मुझे रेखा से मोलकर काफी ज्यादा अच्छा लगता उसका गरम चहरा पुरे दिन मेरी आँखों के सामने घूमता रहता था. कहीं ना कहीं रेखा को भी मेरे साथ अच्छा लगने लगा था और हम दोनों की फ्रेंडी और भी ज्यादा गहरी होती जा रही थी. वक्त के साथ साथ मै रेखा के साथ अपनी बातों को शेयर किया करता और रेखा भी मुझसे अपनी बातों को शेयर किया करती तो मुझे काफी अच्छा लगता. अब हम दोनों काफी ज्यादा प्रसन थे जब कभी भी मैं और रेखा साथ में होते तो हम दोनों को अच्छा लगता. एक दिन रेखा और मैं रेस्टोरेंट में बैठे हुए थे उस दिन हम लोग दफ्तर से फ्री होकर रेस्टोरेंट में बैठे हुए थे और हम दोनों एक दूसरे से बातें कर रहे थे.
मुझे रेखा से बातें कर के अच्छा लग रहा था और उसे भी मुझसे बातें करना अच्छा लग रहा था हम दोनों कुत्ते कमीनो ने उस दिन साथ में काफी अच्छा टाइम बिताया. करीब दो घंटे तक उस दिन हम दोनों साथ में बैठे रहे इसके बाद मैंने ही उस दिन रेखा को उसके घर तक छोड़ा. मैंने जब रेखा को उसके घर पर छोड़ा तो रेखा और मैं साथ में काफी ज्यादा प्रसन थे और हम दोनों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा जिस तरीके से हम दोनों कुत्ते कमीनो ने साथ में टाइम बिताया. रेखा और मेरी कॉल पर भी बातें होती रहती थी और हम दोनों कॉल पर जब कभी भी एक दूसरे से बातें करते तो हम दोनों को ही अच्छा लगता.
कुछ दिनों से मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी इस कारण से मैं अपने दफ्तर नहीं जा पा रहा था तो रेखा ने मुझे कॉल किया और बोलने लगी की तुम कुछ दिनों से मुझे मिल नहीं रहे हो ना ही तुम्हारा कॉल आ रहा है. मैंने रेखा को कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं है इस वजह से मैं तुम्हें कॉल नहीं कर पाया था. रेखा ने मुझे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो मैंने रेखा को कहा कि तुम घर पर ही आ जाओ. यह पहली बार था जब रेखा उस दिन हमारे घर पर आई थी मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि रेखा जब माँ से मिलेगी तो माँ मुझसे कहेगी की रेखा से तुम शादी कर लो. रेखा को देखते ही माँ ने पसंद कर लिया था. मैंने माँ से कहा कि माँ मैंने कभी भी रेखा के बारे में ऐसा कुछ नहीं सोचा.
रेखा तो घर से जा चुकी थी किन्तु अब माँ मेरे पीछे पड़ी हुई थी कि तुम रेखा से शादी की बात करो. रेखा का भी हमारे घर पर अधिकतर आना जाना रहने लगा था किन्तु हम दोनों के बीच अभी भी कुछ ऐसा नहीं था. कुछ दिन बाद मुझे भी लगने लगा था कि रेखा की फुद्दी के बिना शायद मैं नहीं रह पाऊंगा इस कारण से मैंने उसे अपने दिल की बात कह दी. रेखा ने भी मेरे शादी के प्रपोजल को स्वीकार कर लिया. मैं और रेखा एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा प्रसन थे हम दोनों साथ में ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताया करते और वह भी मुझसे मिलने के लिए घर पर आ जाया करती थी.

जब कभी भी वह हुस्न की परी मुझसे मिलने मेरे घर पर आती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और रेखा को भी शायद मुझसे मिलना और बाते करना बहुत ज्यादा अच्छा लगता था. एक दिन मैं और रेखा साथ में बैठे हुए थे उस दिन मैंने रेखा के हाथों को महसूस करना प्रारम्भ करा तो वह भी कहीं ना कहीं गर्म होने लगी थी. यह पहली ही बार था जब मेरे और रेखा के कोमल होंठ आपस मे टकराने जा रहे थे उस दिन जब हम दोनों के कोमल होंठ आपस में टकराने लगे तो हम दोनों को बड़ा अच्छा लगने लगा और रेखा को भी बड़ा आनंद आने लगा था. मैंने रेखा के गदराई बदन से धीरे-धीरे कर के उसके कपड़ों को उताराना प्रारम्भ करा तो वह भी न्यूड (नग्न) होते होते उत्तेजित होने लगी.
उसकी गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ने लगी वह थोड़ा सा भी रह नहीं पा रही थी और मेरे लण्ड से अपनी अनचुदी फुद्दी चुदवाने के लिये मरी जा रही थी. ना तो मैं अपने आपको रोक पाया और ना ही रेखा अपने आप पर काबू कर पा रही थी. हम दोनों की गर्मी पूरी तरीके से बढ़ने लगी थी मैंने जब अपने लौड़े को बाहर निकाला तो रेखा ने उसे अपने हाथों में ले लिया और मेरे लौड़े को सहलाने लगी. जब वह मेरे लौड़े को हिला रही थी तो मुझे आनंद आने लगा था और रेखा को भी बड़ा आनंद आ रहा था. वह जिस तरीके से मेरे मोटे लौड़े को हिला रही थी उस से मेरी गर्मी बढ़ाती जा रही थी. रेखा ने मेरी गर्मी को पूरी तरीके से बढा कर रख दिया था मैं थोड़ा सा भी रह नहीं पा रहा था.

मैंने रेखा से कहा मुझसे रहा नहीं जा रहा है क्या तुम मेरा फौलादी लण्ड चूसकर मुझे ब्लोजॉब दे सकती हो. रेखा ने शरमाते हुए मेरे लौड़े को अपने मुंह में ले लिया और उसे भीतर बाहर करते हुए चूसने लगी और मुझे ब्लोजॉब का सुख देने लगी. रेखा भी उत्तेजित हो चुकी थी इस कारण से वह मेरे लौड़े को अपने गले तक लेकर उसे बड़े अच्छे तरीके से चूसने लगी थी. मेरी चुदाई करने की गर्मी बढ़ाने लगी थी. मेरी गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ चुकी थी मैं बिल्कुल रह नहीं पाया और मैंने अनचुदी रेखा की लाल फुद्दी को चाटने के बाद उसकी अनचुदी फुद्दी को पूरी तरीके से गिला कर दिया था जिससे कि रेखा भी मचलने लगी थी. मैंने उसकी लाल फुद्दी में अपने लौड़े को घुसा दिया था.
मेरा फौलादी लंड रेखा की लाल फुद्दी में जाते ही वह जोर से चिल्लाई और कहने लगी मेरी अनचुदी फुद्दी में तुम्हारा लंड चला गया है. वह मुझे बोलने लगी मुझे आनंद आने लगा है अब मुझे भी काफी आनंद आने लगा था जिस तरीके से मै और रेखा एक दूसरे का साथ दे रहे थे. मैं रेखा को तेज रफ्तार से शोर्ट दिए जा रहा था और रेखा पूरी तरीके से मजे में आ गई थी. मेरा फौलादी लण्ड रेखा की लाल फुद्दी के भीतर जाता तो उसकी अनचुदी फुद्दी से लाल लाल ब्लड की पिचकारी बाहर निकल आती. आज उस अनचुदी गर्ल की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई थी इस वजह से वह चुदवाते चुदवाते दर्द के मारे जोर जोर से चिल्लाने लगती. दोस्तों आज उसकी अनचुदी फुद्दी की सील मैंने पूरी तरह से फाड़ डाली थी. उसकी फटी हुई फुद्दी से ब्लड के साथ साथ काम रस भी बाहर की तरफ टपक रहा था.

हम दोनों की गर्मी बढ़ती जा रही थी अब मैं अपने आप पर थोड़ा सा भी काबू नहीं कर पा रहा था. ना तो रेखा अपने आप पर काबू कर पा रही थी और ना ही मैं अपने आप पर काबू कर पा रहा था. में करीब एक घंटे से रेखा की फुद्दी चोद रहा था और अब में झड़ने वाला था तो मैंने रेखा से पुछा की स्पर्म कहा ँ निकालना है तो उसने कहा की हम तो वैसे भी शादी करने वाले है फुद्दी में ही निकाल दो कोई दिक्कत नहीं है. मैंने तिन चार खतरनाक झटकों के बाद उसकी फटी फुद्दी को अपने गरमा गरम स्पर्म से भर डाली. रेखा की लाल फुद्दी में मेरा गरम गरम स्पर्म टपकाया तो रेखा बहुत प्रसन हो गई. वह मुझसे लिपटकर कहने लगी आज पहली बार मेरी फुद्दी में किसी ने स्पर्म टपकाया है आज मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है आई लव यू.
अपनी फुद्दी को मेरे लण्ड से निकले स्पर्म का स्वाद चखा कर रेखा के चेहरे पर एक अलग ही प्रसनी थी उसकी गुलाबी फुद्दी मारने में मुझे भी बहुत आनंद आया था. वह मुझसे चुदवाकर बहुत ज्यादा प्रसन थी और मैं भी उसकी अनचुदी फुद्दी को अपने तगड़े लौड़े से चोदकर काफी प्रसन था उस दिन के बाद हम दोनों के बीच ना जाने कितनी बार अवैध सेक्स संबंध बने और हम दोनों. खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते वक्त एक दूसरे को पूरी तरीके से संतुष्ट करने का प्रयास किया करते है दोस्तों हम दोनों बहुत जल्द शादी भी करने वाले है आप सभी को उसका न्योता भेज देंगे खाना खाने ज़रूर आना और हाँ कोरोना से बचने के लिये मास्क लगाकर ज़रूर आना. दोस्तों आप सभी को मेरी XXX Hindi Chudai Ki Kahani “शादी का प्रपोजल देकर अनचुदी रेखा की लाल फुद्दी में स्पर्म टपकाया Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani” कैसी लगी निचे लाइक बटन पर क्लिक करके ज़रूर बताना.