अनचुदी बर्थडे गर्ल की कुँवारी बुर की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई Hindi Chudai Ki Kahani : हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मुकेश कुमार है. मै आज आप सभी लोगो के सामने इस गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में के माध्यम से अपनी सच्ची कहानी आपके सामने रखने जा रहा हूँ. यह सेक्स कांड उस वक्त का है जब मेरी उम्र करीब 19 वर्ष थी और मैं इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था. मैं एक कोचिंग क्लास में पढ़ता था मै पढने में बहुत ही ज्यादा अच्छा था सो मुझे सारे लड़के और लड़कियाँ अच्छे से जानने लगे थे.
मेरी क्लास की कुछ हॉट और गदराई लड़कियाँ भी मेरी फ्रेंड थी. उन लड़कियों में एक लड़की थी जिसका नाम शानू प्रिया था. शानू प्रिया दिखने में बहुत ब्यूटीफुल और गदराई थी. शानू प्रिया थोड़ी शर्मीली थी तो उसके मेरे अलावा कोई और फ्रेंड नहीं था जिस कारण वह केवल मुझसे ही बातें किया करती थी. उस गदराई लड़की का फिगर 32-28-32 थी. हम बहन के लंड दोनों की बातें बस पढ़ाई तक ही सीमित रहती थी. मगर मुझे उससे प्यार हो गया था क्योंकि वो क्लास में सबसे गदराई थी और पढने में भी बहुत होशियार थी.
अनचुदी बर्थडे गर्ल की कुँवारी बुर की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई Hindi Chudai Ki Kahani

एक दिन मेरी फ्रेंड शानू प्रिया ने मुझसे फोन करके अपने घर बुलाया उसने बताया की उसके जन्मदिन की पार्टी हैं. फिर मै तैयार होकर उसके घर पार्टी में गया. उसके जन्मदिन में बहुत सारे लोग आए हुए थे मगर अधिकांश तो फ्रेंड ही थे. शानू प्रिया का पक्का फ्रेंड होने के नाते काफ़ी सारे काम मेरे जिम्मे थे जिसके कारण मैं बार बार शानू प्रिया के पास चला जाता. वो भी इस बात को समझती थी. इस तरह मैं नाईट को लेट हो गया.
नाईट बहुत हो चुकी थी जब मैं अपने घर जाने लगा तो शानू प्रिया की सेक्सी अम्मी ने मुझे वहीं पर रुकने को बोल दिया. मैं भी कई दिनों से मेरी बेस्ट फ्रेंड शानू प्रिया की गुलाबी योनी पेलने और चूतड़ मारने के बारे में सोच रहा था और आज उसकी माँ ने मुझे उनके घर रोक कर उसकी मस्त कमसिन माल बेटी की फुद्दी पेलने का अवसर प्रदान कर दीया,आज मैं मेरी बेस्ट फ्रेंड शानू प्रिया की गुलाबी योनी चुदाई करने का यह मौके अपने हाथ से नहीं निकलने देना चाह रहा था. आँगन में गेस्ट-रूम में मुझे सुलाया गया मगर मुझे तो बस मेरी बेस्ट फ्रेंड की गुलाबी योनी पेलने और चूतड़ मरने के लिए एक अवसर चाहिए था.
मेरे कमरे के बगल में ही स्नानघर था. कुछ देर बाद शानू प्रिया वहाँ स्नानघर में नहाने के लिए आई. उसने स्नानघर को भीतर से बंद कर लिया. चारों तरफ अँधेरा था, सो मैं स्नानघर के पीछे जाकर एक छेद से देखने लगा. उसने पहले तो अपने पहनने वाले सारे कपड़े रस्सी पर रख दिए, फिर पानी के लिए नल चला दिया.
मुझसे अब और बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था. मेरा 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा अनचुदी लण्ड पैंट फाड़ कर बाहर निकलने को और उस गदराई बर्थडे गर्ल की कुँवारी बुर की खतरनाक चुदाई करने को बैचैन हो रहा था. अब मेरी बेस्ट फ्रेंड शानू प्रिया ने अपनी टॉप जो पार्टी में पहन रखी थी, उतार दी. टॉप उतारते ही उसके मोटे मोटे बोबे पैडेड ब्रा में बहुत गरम लगने लगे थी. अब उस बर्थडे गर्ल की गांड जींस में और उसके बोबे केवल पैडेड ब्रा में थे. कुल मिला कर वो आर्धनग्न पोजीशन में थी और बहुत हॉट लग रही थी.
मैंने अपने 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे पेनिस को बाहर निकाल लिया. अब उसने अपनी जींस को भी उतार दिया, उसके बदन पर मात्र एक चड्डी और पैडेड ब्रा बची हुई थी. मेरी बेस्ट फ्रेंड शानू प्रिया को चड्डी और पैडेड ब्रा में देख मेरी हालत खराब होने लगी थी. एकदम उसने गदराई बदन पर तौलिया लपेटा और बाहर चली आई. शायद वो कोई कपड़ा भूल गई थी. मैं जिस पल का इंतज़ार कर रहा था वो मुझे भगवान् ने दे दिया. उस वक्त मेरे दिमाग में न जाने क्या आया कि मैं उसी हालत में स्नानघर में घुस गया. वो पुनः स्नानघर में आई और स्नानघर का दरवाज़ा बंद कर लिया.

चूंकि स्नानघर की रोशनी कम थी सो वो मुझे शायद देख नहीं पाई होगी. वो जैसे ही तौलिया खोलते हुए घूमी, मुझे देख कर उसकी चीख निकल गई. मैंने तुरंत उसके मुँह को अपने लिप्स से दबा दिया. मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी जाँघों के बीच फंस गया. उसकी इस आवाज से उसकी अम्मी आ गई. उसकी अम्मी की आवाज सुनकर मेरी तो चूतड़ ही फट गई थी. तो डर कर मैंने उसे और कस कर दबा लिया. शायद इस दबाव से उसे आनंद आने लगा, उसकी अम्मी के पूछने पर बिना दरवाज़ा खोले ही उसने स्नानघर में काक्रोच होने का झुटा बहाना बना दिया.
मैं भी अब मेरी गदराई बेस्ट फ्रेंड शानू प्रिया का इरादा समझ गया था की उसका दिल भी मेरे साथ मस्ती करने का कर रहा है , उसकी अम्मी के जाते ही उसने मुझे पकड़ लिया और बोली…..क्यों इतने दिनों के बाद आखिर मेरे बारे में सोचने की फ़ुरसत मिली गई..? मैं शरमाते हुए शानू प्रिया से बोला- मै तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और हमेशा तुम्हारे नाम की मुठ मारता रहा था पर आज तुम्हारे बर्थडे पर तुम्हे चोदकर हम बहन के लंड दोनों की गर्मी शांत कर दूंगा.
इसके बाद मैंने मेरी अनचुदी फ्रेंड से पूछा क्या तुम मेरे साथ सेक्स करने के लिये तैयार हो तो उसने कहा की वो भी कबसे इस घडी का इंतजार कर रही थी बस शर्म के कारण बोल नहीं पा रही थी. अब हम बहन के लंड दोनों बहुत गर्म हो चुके थे इसी के साथ हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे को पकड़ कर चुम्मा चाटी करने लगे . शानू प्रिया: अच्छा, तो कभी बताया क्यों नहीं? मैं मेरी गदराई फ्रेंड से डरते हुए कहा यार क्या कहूँ? डर लगता था.

हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने अब एक दूसरे के पूरे कपड़े उतार दिए थे और अपने जीवन की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई का लुफ्त उठाने के लिये पुरे नंगे हो चुके थे. मैं मेरी फ्रेंड शानू प्रिया की गांड औरयोनी पर हाथ घुमाने लगा जिससे उसे और भी मज़ा आने लगा. वो आह.. उमह… करते हुए नशीली मादक सिसकियाँ लेने लगी जो मुझे और उत्तेजित करते का काम कर रही थी. मेरा एक हाथ उसकी फुद्दी पर व दूसरा उसके वक्ष पर और मेरा मुँह उसके दूसरे बोबे को अपने मुँह में भरकर उसके दूध को पिने का प्रयास में था. उसने अपने दोनों हाथों से मेरे सर के बाल पकड़ लिए और जोर-जोर से सिसकारियाँ लेने लगी.
कुछ देर बाद उसने अपने एक हाथ से मेरा 9 इंच लम्बा लंड पकड़ा और आगे-पीछे करते हुए मेरी मुठ मारने लगी. मुझसे अब और बर्दाश्त नहीं हो पा रहा था तो मैंने उस अनचुदी बर्थडे गर्ल की कुँवारी चूत के अंदर अपना मुसल जैसा लंड डाल दिया. इसके लिए वो शायद अभी तैयार नहीं थी. उस अनचुदी बर्थडे गर्ल की गुलाबी योनी में लण्ड गुसते ही उसके मुँह से एक भयँकर खतरनाक असहनीय दर्द से भरी चीख निकली आई अम्मी… आह….. और दर्द के मारे उसकी आँखों से आंसू की धारा बहने लगी. मैं यह सब जनता था मुझे पता था की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई में अनचुदी गर्ल को थोडा दर्द होता है क्यों की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई पर उनकी सील खुलती है और थोडा ब्लड भी निकलता है.

यह मेरा भी पहला सेक्स एक्सपीरियंस था सो मुझे भी हल्का दर्द हुआ मगर मैं रूका नहीं और अपना 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लण्ड उस कुँवारी बर्थडे गर्ल की चूत के अंदर अन्दर-बाहर करते हुए उसकी अनचुदी छुट की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई कर रहा था रो वो आह… आह.. उमह उमह… जैसी नशीली आवाजे कर रही थी. करीब एक घंटे की खतरनाक चुदाई के बाद वो कुँवारी बर्थडे गर्ल झड़ गई और अब मैं भी झड़ने वाला था इस कारण से मैंने अपना मुसल जैसा लंड उस बर्थडे गर्ल की कुँवारी चूत से बाहर निकाल लिया क्योंकि यदि मेरा स्पर्म उसकी कुँवारी चूत के अंदर चला जाता तो वो माँ बन सकती थी पर अभी मैं किसी समस्या में नहीं पड़ना चाहता था क्योकि अभी मेरा कैरियर बनाने का वक्त था ना की एक बच्चे का बाप बनने का.
इस तरह हमने हमारे जीवन की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई का गेम खेल सावधानी से समाप्त कर दिया ये मेरी तरफ से उस बर्थडे गर्ल के लिये नायाब तोहफा था. दोस्तों शानू प्रिया की इस पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के बाद तो जैसे उसे मेरा फौलादी लण्ड अपनी कुँवारी चूत के अंदर लेने में और मेरे साथ चुदाई करने में बहुत आनंद आने लगा था. जब कभी भी उसके घर पर कोई नहीं होता था तो वो मुझे उसकी कुँवारी बुर की खतरनाक चुदाई करने के लिये बुला लिया करती थी और जब मेरे घर पर कोई नहीं होता था तो मै उसे मेरे घर ठुकवाने के लिये बुला लिया करता था.
दोस्तों हम बहन के लंड दोनों अब यार और गर्लफ्रेंड बन चुके है और हम पढाई के साथ चुदाई भी करते रहते है. दोस्तों मेरे लण्ड से चुदवाने के कारन उस मस्त कमसिन माल लड़की की कुँवारी बुर का खुल कर भोसड़ा बन चूका था. मेरे प्यारे भाई और बहनों यदि आप को हमारी पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी “अनचुदी बर्थडे गर्ल की कुँवारी बुर की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आई हो तो इसे अपने दोसोत के साथ शेयर ज़रूर करना और निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना.