अनचुदी आस्था मेरा पहला प्यार पार्ट -1 Indian Hindi Chudai Ki Kahani : हैलो यारों मेरा नाम निकी है . मैं चेन्नई कॉलेज में पढ़ता हूँ।मेरी हाइट 5 फ़ीट 9 इंच है और दिखने में ठीकठाक हूँ।मेरा घर पंजाब में है. हमारा घर काफी बड़ा है,मेरा कमरा छत पर यानी पहली मंजिल पर है. वैसे तो मेरे पापा अम्मी ने कई बार चुदाई का सुख प्राप्त करा होगा पर संतान एक ही पैदा करी और वो मै हूँ. जी हाँ दोस्तों मैं अपने माता पिता की इकलौती संतान हूं. मैं पढ़ाई में पहले से ही होशियार था. लॉकडाउन की वजह से मार्च से ही घर पर हूँ।
हमारे पड़ोस में एक लड़की है जिसका नाम है आस्था,उसकी उम्र 18 वर्ष है और वो 12वी में पढ़ती है. मैं उसे बहुत पसंद करता हूँ क्योकि वो है ही बहुत सुंदर और सेक्सी. उसकी हाइट 5 फ़ीट 5 इंच है. उसका कलर बिल्कुल गोरा है और शरीर से बिल्कुल फिट है,उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन यानी बोबे बहुत बड़े बड़े है।उन्हें देखकर हमेसा दिल मे कुछ कुछ होता था और ऊपर से रोज वो इतने सुंदर सूट पहनती थी कि ऐसा लगता था कि कोई परी आई हो. पता नही कैसे पर 12वीं में दो विषयो में फैल हो गई एक तो बायोलॉजी यानी जीव विज्ञान और दूसरा केमिस्ट्ररी यानी रसायन विज्ञान।
अनचुदी आस्था मेरा पहला प्यार पार्ट -1 Indian Hindi Chudai Ki Kahani

इसलिए उसकी अम्मी एक दिन हमारे घर आई और मेरी अम्मी से पूछा कि बहनजी क्या निक्की आस्था को कोचिंग पढ़ा देगा,पता नहीं ये लड़की फैल कैसे हो गयी।अब आपको तो पता है एक तो ये बीमारी चल रही है,और ऊपर से लड़की भी बड़ी हो गयी है. मैं उन दोनों की बाते सुन रहा था ,और मुझे प्रसनी हुई ये सुनकर।जिससे पहले मैं कुछ कहता ,मेरी अम्मी ने हाँ कर दी थी और कहा 4 बजे भेज दिया करो ,तब निक्की भी फ्री होता है।
अब वो कोचिंग पर रोज आने लगती है. मैने कहा चलो ऊपर मेरे कमरे में यहाँ नीचे हम बहन के लंड दोनों डिस्टर्ब रहेंगे. आस्था: ऊपर मेरे कमरे में आती है और मेरे कमरे को देखकर चुपचाप बैठ जाती है. मैने पूछा तुम फैल कैसे हो गयी? उसने कहा पता नही. मैने कहा चलो कोई नहीं आज से में तुम्हे पढ़ाऊंगा ,अगर कोई दिक्कत आए तो पुछ लेना. उसने हाँ भरते हुवे सिर हिलाया।
अब बीच-बीच में मैं हँसी आनंदक कर लेता था. कभी उसके सूट के डिज़ाइन के ऊपर या कभी कोई जोक. अब वो भी मेरे से अच्छे से घुल मिल गई थी. आहिस्ता आहिस्ता उसके डाउट्स कम होते गए और हमारा सिलेब्स भी लगभग कवर हो गया था।एक दिन वो जीन्स टॉप पहन कर आई. मानो उस दिन तो मुझे वो हार्ट अटैक दे देती।उसके मोटे मोटे बोबे टॉप से बाहर आने को तरस रहे थे और उसकी जांघ उसकी जीन्स से सटी हुई. वो इतनी हॉट लग रही थी कि क्या बताऊँ।

मैंने पूछा आज ये ड्रेस क्यों? उसने कहा आज अम्मी नहीं थी ना, वो अपने गाँव गयी है।आज मेरा दिल किया तो पहन लिए।
मैने कहा बहुत सुंदर लग रही हो. उसने कहा थैंक्स. मैने पूछा आस्था तुम्हे कोई लड़का पसंद नहीं था क्या विद्यालय में? आस्था ने कहा : नहीं मुझे कोई पसंद नहीं था. आस्था: क्या आपको कोई लड़की पसंद नही आई कॉलेज में? मैने कहा नही,वो चेन्नई है वहा की लड़कियों पर विश्वास नही है मुझे क्या पता जिससे प्यार करूँ वो धंधा करने वाली निकल जाये तो मेरी तो जिन्दगी ही ख़राब हो जायगी।
आस्था : क्यो ऐसा क्या कर देती है वो ,हँसते हुवे? मैने कहा छोड़ो उन्हें ,पर मुझे तुम बहुत पसंद हो शूरु से ही. दिल मे कुछ कुछ होता है जब कभी भी में तुझे देखता हूं. आस्था कहने लगी चल जूठा ,मैं ही मिली तुम्हे पागल बनाने को. और मैने उसे पढ़ाना शूरु किया।बीच मे उसने हिचकिचाते हुवे पूछा क्या तुम मुझे सच मे पसंद करते हो. मैने कहा हाँ . आस्था शरमाते हुए कहने लगी की ऐसा क्या पसंद है तुम्हे मुझ में? मैने हस्ते हुवे कहा ,सबकुछ, तुम्हारा साफ दिल,तुम्हारा चेहरा तुम्हारा शरीर और उसकी महक ,तुम्हारे बाल. आस्था कहने लगी और कुछ भी बच गया क्या अब मेरे इस शरीर में??
मैने कहा हाँ तुम्हारे मुलायम हाथ और उंगली दिखाते हुवे उसकी छाती पर लटके दो मोटे मोटे ब्रेस्ट की तरफ इशारा किया. मैने सोचा वो गुस्सा होगी पर वो एकदम हँसी. बहुत सुंदर लग रही थी आस्था मेरा पहला प्यार हँसते हुए. मैंने बिना कुछ सोचे उसके गालों पर एक किस कर दिया. उसने पूछा ये क्या था? मैंने कहा मेरा मन किया और वो घर चली जाती है क्योंकि आज का टयूशन वक्त हो गया था. सारी नाईट मैं उस किश के बारे में सोचता रहा ,उसके मुलायम से गाल. मैने ठान लिया था कि कल मैं उसको परपोज़ करूँगा और बहुत जल्द उसकी सलवार सूट खोलकर चुदाई भी करूँगा।
नेक्स्ट डे जब वो आती है उसके चेहरे पर अलग सी चमक दिख रही थी. मैं उसके सामने गया और घुटनों के बल बैठ गया और गुलाब देते हुवे पूछा क्या तुम मेरी गर्ल फ्रेंड बनोगी?? अनचुदी आस्था थोड़ा सोचते हुवे कहने लगी “हाँ” . मेरी खुसी का मानो कोई ठिकाना ना रहा. और हम बहन के लंड दोनों बैड पर आकर बैठ गए. मैं उसे पढ़ाने लगा क्योकि मैं कोई जल्द बाजी नही करने वाला था. बीच में मैने आस्था से पूछा क्या तुमने कभी किसी को किश करते देखा है होठो पर?? वो शर्मा गयी और शरमाते शरमाते मुस्कुराने लगी. मैने कहा देखो आज से हम सब कुछ शेयर कर सकते है ।क्योंकि आज ही तो हम गर्लफ्रैंड बॉयफ्रैंड बने है और ये बाते केवल हमारे बीच रहेगी।
आस्था ने कहा हाँ टीवी पर देखा था एक फ़िल्म में. मैने पूछा क्या हम ट्राई करें?? आस्था कहने लगी मुझे बहुत डर लग रहा है कोई आ गया और हमें देख लिया तो. मैने कहा मेरे रूम में कोई नही आता है. और हम बैड पर एक दूसरे के सामने मुँह करके बैठ गए. हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने अपना मुँह आगे किया और हमारे कोमल होंठ आपस मे टच हुए. बहुत अनोखा एहसास था वो आज मै मेरे पहले प्यार के साथ जो मस्ती कर रहा था ।उसके लाल कोमल होंठ बहुत मुलायम और गीले थे. उसकी साँसे तेज हो गयी थी. हम बहन के लंड दोनों 5 मिनट तक ऐसे ही बैठकर एक दूसरे के होठो को टच कर रहे थे।

हमने फ्रेंच किस करने का प्रयास की।उसके मुँह का वो गरम गरम एहसास ,उसकी स्लाइवा का टेस्ट अब भी मुझे याद है।
इसके बाद मैंने उसके चुचो को हाथ लगाया ,उसके सूट के ऊपर से. आस्था ने हल्का सा मेरे हाथ मार मारा. बहुत मुलायम और बड़े बड़े थे।मैं उन्हें देखना चाहता था. मैंने आस्था को सूट उतारने को कहा और पहले तो उसने शर्माते हुवे देखा और कहा नही कोई आ जायेगा. मैं उठा और रूम भीतर से बंद किया और कहा अब बोलो. उसने सलवार सूट उतारा ,और उसकी लाल कलर की पैडेड ब्रा दिखी. मैंने कहा रुको मैं सहायता करता हूँ।और मैन उसकी सेक्सी ब्रा के हूक खोले. उसके मोटे मोटे ब्रेस्ट बिल्कुल गोरे और निप्पल्स बिल्कुल तंग हो रखे थे।
उसकी छाती पर दो तिल भी थे मानो उसकी ब्रेस्ट को बुरी नजर वालो से बचाने के लिए काला टिक्का हो. ये हम बहन के लंड दोनों का ही पहला एक्सपीरियंस था. इस कारण से मैं उसे ज्यादा परेशान नही करना चाहता था. मैने कहा आस्था देखो मैं तुम्हे सही में बहुत प्यार करता हूँ इस कारण से ऐसा कुछ नही करूँगा जिससे तुम्हे परेशानी हो,और वो हँसी और कहा ठीक है मुझे पता है. मैने उसके शरीर को सूँघा बहुत मनमोहक खुसबू आ रही थी।दिल कर रहा था कि सारे शरीर को किश करु. मैने उसके चुचो पर अपना हाथ रखा और उससे कहा यार सही में बहुत मुलायम और सुंदर है. क्या इनका स्वाद चेक कर लूं??
आस्था: ओके ठीक है. मैने उसके निप्पल्स को अपने मुँह में लिया और चूसने लगा।अब वो गरम होने लगी थी और सिसकारियां भर रही थी।मैने एक घंटे तक उसके दोनों निप्पल्स चूसे और प्रयास करता उसके सारे बूब(चूचो) को अपने मुँह में भरने का. आस्था ने कहा थोड़ी गुदगुदी हो रही है ,पर आनंद आ रहा है।वो सिसकारियां अम्म अम्म आह अम्म अम्म अम्म ,और चूसो, ऐसे बोल रही थी. मैने अंत मे उसको फिर से किश किया और कहा यार टयूशन का वक्त तो खत्म हो गया. अब घर जाओ कल जल्दी आना।

मैने उससे पूछा क्या तुमने अपने झांट के बाल काट रखे है?? आस्था कहने लगी नहीं . मैने पहले ही इंतेज़ाम कर रखा था ,मैंने उसको वीट(हेयर रिमूवल क्रीम) और एक ज़िलेट का रेजर दिया और कहा कल शेविंग करके आना ,हाथो और टांगों के बाल भी वीट से हटा लेना. आस्था पूछने लगी क्या ये जरूरी है?? मैंने उसेचुतिया बनाते हुए कहा हाँ, हमे अपने शरीर को साफ सुथरा रखना चाहिए.
नेक्स्ट डे वो कोचिंग पर आती है. मैं और मेरी अम्मी आइस क्रीम खा रहे थे. मेरी अम्मी कहने लगी बेटा निक्की आस्था को भी आइस क्रीम घुसेड़ कर दो. आस्था कहने लगी नही आंटी इसकी कोई जरूरत नही है. मैने उसकी आइस क्रीम डाली और कहा हम बहन के लंड दोनों पढ़ते पढ़ते ही खा लेंगे और ऊपर मेरे रूम में आ गए. उसके हाथों पर बाल नही थे मैं समझ गया था कि शेविंग करके आयी है आस्था. मैंने रूम भीतर से लॉक किया और आइस क्रीम बैड पर रखी।और आस्था का सूट उतारने लगा. आस्था: क्या हुवा ? मैंने कहा यार अब इंतेज़ार नही होता है।
आस्था: हँसी और कहने लगी रुको मैं उतारती हूँ. मैंने उसे बैड पर लिटाया,और उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन और सारे मुँह पर आइस क्रीम लगा दी. उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन बहुत सेंसिटिव थे,वो बोलने लगी जल्दी करो गुदगुदी और बहुत ठंडा लग रहा है. मैंने उसके मुँह और निप्पल्स को काफी देर तक चूसा और साफ किया. आस्था कहने लगी बहुत आनंद आ रहा है।
मैने उसकी सलवार में आहिस्ता आहिस्ता अपना हाथ डाला,उसकी योनी बहुत गर्म और मुलायम थी और गीली भी हो गयी थी।
मैंने अपने हाथों से रगड़ना स्टार्ट किया और उसकी मनमोहक आवाज़ें निकलने लगी।
मैं उसकी योनी को देखना चाहता था,अब वो इतनी गरम हो चुकी थी कि।
मैंने आज उसकी सलवार नीचे खींची ,उसने ब्लैक कलर की पैंटी पहन रखी थी. उसकी टांगें बहुत ब्यूटीफुल लग रही थी बिना हेयर्स के. मैने उसके टांगो को किश करना स्टार्ट कर दिया और आहिस्ता आहिस्ता उसकी जांघो की तरफ बढ़ा. एक लुभावनी सी खुसबू आने लगी. मैंने उसकी पैंटी को उतारा और मैं देखकर हैरान रह गया कि उसकी फुद्दी बिलकुल गोरी थी,जैसा कि फॉरेन(विदेशी) कन्ट्रीज की लड़कियों की होती है.
मैं देखना चाहता था कि इसकी फुद्दी कितनी सेंसिटिव है. और मैंने उस पर अपना मुँह रखा और चूसने लगा. उसकी अनचुदी फुद्दी का स्वाद नमकीन सा था,और एक अलग से खुसबू थी. वो तेज तेज सिसकारियां भर रही थी,आह आह आह आह आह आह अम्म अम्म आह आह आह आह आह आह आह आह अम्म………. इनको सुनकर मेरे भीतर जोश से आ रहा था जब अनचुदी फुद्दी के छेद के भीतर मैं अपनी जबान डालता तो वो बोलती नही आह दर्द होता है।
लगभग 3 मिनट बाद उसका सारा शरीर अकड़ने लगा और वो चिल्लाई कुछ आने वाले है. उसने मेरे मुँह पर एक पानी का फव्वारा जैसा मारा. उसका स्वाद हल्का नमकीन और खुसबू ठीक ठाक थी. मैंने पूछा आस्था कैसा लग रहा है? आस्था कहने लगी मुझे ऐसा लग रहा था कि किसी दूसरी दुनिया मे हूं इतनी प्रसनी मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक मुझे नही हुई है. आस्था थक गई थी पर उसकी वो अब भीगी हुई चिकनीयोनी को देखकर दिल बोल रहा था कि अभी और खेलो इसके साथ।
मैने आधी आइस क्रीम उसकी योनी पे डाल ली,चूंकि फुद्दी का तापमान ज्यादा होता है वो एक दफे कापी और मेरे मुँह को पकड़कर अपनी फुद्दी पर किया और कहा जल्दी हटाओ इसे. मैंने उसकी फुद्दी को चाटना फिर से चालू किया अब आइस क्रीम का स्वाद ही बदल गया था. अबकी बार उसको पूरे 5 मिनट लगे।और थोड़ा सा पानी मेरे मुँह पर फिर से मारा. वो इतनी निढ़ाल होकर गिरी थी कि मानो दुनिया की सबसे प्रसन लड़की हो।
और मैं उसके ऊपर लेट गया ।उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन मेरी शरीर से बिल्कुल टच थे।उसने मुझे किश किया, पर मेरा लन्ड इतने दिन से बहुत हार्ड रहता था क्योंकि पहले दिन से जब ,आस्था टयूशन के लिए आई थी उसी दिन मैंने सोच लिया था कि मैं हस्तमैथून खुद नही करूँगा. उस दिन से मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक ,मैं मेरे लन्ड को बड़ी कठिनाई से संभाल रहा हूँ. आस्था ने आज महसूस किया और कहा कुछ चुभ रहा है. मैंने कहा मेरे लन्ड को भी तुम्हारीयोनी के साथ खेलना है. आस्था कहने लगी नही मैं बहुत थक गई हूं।उठने की हिम्मत नही है. मैने मेरे कपड़े उतारे ,और आस्था को अपना अंडर वियर उतारने को कहा . वो मेरा फौलादी लण्ड देखकर चौक गयी और कही इतना बड़ा और मोटा लंड. ये कैसे हो गया. बच्चों का तो छोटा सा नुन्नू जैसा होता है।

मैंने कहा ये अभी बड़ा है जब तुम्हारी फुद्दी के साथ खेलेगा और थक जाएगा तो ये भी छोटा हो जाएगा. मैं उसके ऊपर बैठ गया. और मेरा लन्ड उसके मुँह में डाल दिया और कहा इसे चूसो. आस्था ने कमाल कर दिया,मुझे इतना अच्छा लग रहा था ,उसका गरम गरम मुँह और उसकी मखमली लार. मैं अपने लन्ड को आगे पीछे करने लगा. वो इतने जोर जोर से उसे चूश रही थी कि मेरा लन्ड से 4 मिनट बाद स्पर्म (पानी ) निकल गया,जो उसके मुँह में भर गया था।
मैं समझ गया उसके चेहरे को देखकर की वो उसका क्या करे??
मैंने उसको फ्रेंच किश करते हुए आधा स्पर्म अपने मुँह में लिया और पी गया।और मैंने उससे भी ऐसा करने को कहा ।
स्पर्म का स्वाद हम दोनो ने ही पहली बार चखा था।
अजीब सा स्वाद था।
आज का कोचिंग टाइम भी खत्म होने वाला था केवल 5 मिनट बचे थे।
पर मेरा लन्ड दोबारा खड़ा हो रहा था आहिस्ता आहिस्ता।
आस्था: ओह्ह नो ,फिर से नही, ये कब थकेगा।
मैंने पहले तो उसके बड़े बड़े चुचो के बीच अपने लन्ड को हिलाया,बहुत आनंद आया फिर उसकी मखमली फुद्दी पर लन्ड रगड़ने लगा,बहुत स्लिपरी हो रखी थी
इसलिए ज्यादा टाइम ना लगा और मैंने मेरा स्पर्म उसके दोनों चुचो पर गिरा दिया ।
और उनकी काफी देर तक मालिश की जबतक वो स्पर्म सुख नही गया।
मैंने उसके शरीर को एक कपड़े से साफ किया और कपड़े पहनने में सहायता की क्योकि कोचिंग का टाइम खत्म हो गया था. मैंने आस्था से कल के लिए पूछा की इससे आगे करे क्या?? आस्था कहने लगी मुझे नही पता इससे आगे क्या क्या होता है।पर मुझे बहुत आनंद आया।इसलिए हाँ मैं तैयार रहूंगी।और वो घर चली गयी. और मैंने कल की तैयारी उसके जाने के बाद स्टार्ट कर दी. मैं नारियल का तेल,एंटीसेप्टिक क्रीम,बाजार से लेके आया. मेरे कमरे में ही स्नानघर था।इसलिए कोई दिक्कत वाली बात नही थी. नेक्स्ट डे मैं बेसब्री से उसका इंतजार कर रहा था।जैसे ही वो घर के भीतर आयी मैं तुरंत उसे ऊपर मेरे कमरे में लेके गया और दरवाजा बंद किया।

दोनो ने कपड़े उतारे,और पुरे नंगे होकर बैड पर लेट गए. पहले किस किये,उसके रसीले आम जैसे स्तनों को सहलाया,उन्हें चूसा, उसके पेट पर किस किये,और उसकी गुलाबीयोनी चाटी. वो बहुत गर्म हो चुकी थी. आज आखिर फोर व्हीलर गाड़ी वो दिन आ गया था जब हम बहन के लंड दोनों अपनी अनचुदीीटी खोते. मैंने उसके मोटे मोटे कूल्हों के नीचे एक तकिया लगाया उसकी दोनों टांगे खुलवाई और उन्हें मेरे कंधो पर रख दिया.
मुझे पता था बहुत तेज दर्द होगा पहली बार चुदवाने में इस अनचुदी अनचुदी लड़की को,इसलिए आस्था की आवाज को भी संभालना था ताकि नीचे कोई सुन ना ले की उप्पर पढाई के नाम पर चुदाई चल रही है . लण्ड और फुद्दी के बिच घर्षण को कम करने के लिए मैंने आस्ता की गुलाबी योनी पेलने से पहले उसकी अनचुदी योनी पर नारियल का तेल लगाया और अपने 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लण्ड पर भी. उसकी फुद्दी के छेद पर अपना तगड़ा लंड रखकर,अपने दोनों हाथों से उसके कंधो को पकड़ा हुवा था और अपने मुँह से उसके मुलायम होठो को बंद कर रखा था।
जैसे ही मैने पहलाशॉट मारा,उसके हाथ मेरे पेट पर गए और ऊपर धकेलने लगे।वो काँप उठी. उसकी आँखों मे आंसू आ गए थे।पर लन्ड अभी उसकी अनचुदी फुद्दी में आधा ही गया था. आस्था की अनचुदी फुद्दी की मसल्स मेरे तगड़े लन्ड को जकड़े हुए थी उसकी योनी बहुत गर्म थी जैसे उसकी फुद्दी के भीतर हीटर चल रहा हो आहिस्ता आहिस्ता . मैंने एक और खतरनाकशॉट मारा और मेरा लन्ड उसकी फुद्दी की झिल्लीतोड़ते हुए पूरा भीतर चला गया. चुदते चुदते वो कुँवारी लड़की दर्द के मारे सिंघाड़ा मछली की तरह तिलमीला रही थी. मगर पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई का ये दर्द तो उसे एक दफे सहन करना ही पड़ेगा. उसको दर्द के मारे तड़पते देख मेरा दिल भी रोने को हो रहा था. मैंने कुछ वक्त के लिये उसकी फटी हुई फुद्दी की खतरनाक चुदाई रोक दी और मैं ऐसे ही उसके ऊपर 3 मिनट तक लेटा रहा।
मैंने अपना मुँह उसके मुँह से हटाते हुवे पूछा आस्था तुम्हारी फुद्दी में दर्द हो रहा है क्या अभी भी? आस्था कहने लगी अब तो इतना नही हो रहा पर तुम ऐसे ही लेटे रहो मेरे ऊपर. मैं भी उससे अलग नही होना चाहता था।उसकी नाजुक सी त्वचा मेरे शरीर को बहुत सुकून दे रही थी. मैंने जोर शोरो से उसे किश करना चालू किया. जैसे ही मेरा लन्ड थोड़ा सा हिलता वो दर्द से चिल्लाती आह आह दर्द होता है. मैंने उससे कहा देखो आज तो इतना दर्द ही होगा ये तुम्हे सहना पड़ेगा,वरना बार बार तुम्हे ये दर्द होगा।
आस्था: तो फिर जल्दी पूरा करो इसे और मैंने उसे किश करते हुवे लन्ड बाहर भीतर करने लगा।उसे हल्का हल्का दर्द होता और वो मेरे होठो को मजबूती से पकड़ लेती. लगभग 5 मिनट बाद मैं झड़ने वाला था इस कारण से मैंने अपना लन्ड बाहर निकाला जो ब्लड का सना हुवा था. आस्था कहने लगी ये ब्लड कहा से आया?? मैने कहा ये तुम्हारा ब्लड है ,ये पहली बार आता ही है जब कोई लड़की सेक्स करती है।

मैने लन्ड को हिलाना शूरू किया पहले तो कुछ लाल लाल बूंदे खून की आयी फिर सफेद पानी(वीर्य) जो मैंने उसके पेट पर गिरा दिया. और उसको अपनी बाहों में मजबूती से जकड़ कर लेट गया. मैंने उसके माथे पर किश किया. लगभग 10 मिनट बाद मैंने उसे अपनी बाहों में उठाया और स्नानघर में लेकर गया और वहां पानी से साफ किया।
अब उसकी फुद्दी में एंटीसेप्टिक क्रीम लगानी थी,इसलिए पहले मैंने मेरे लन्ड पर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाई और उसे पास बुलाकर एक दम लन्ड उसकी आधीयोनी के भीतर घुसेड़ कर बाहर निकाल लिया. आस्था कहने लगी भीतर थोड़ी जलन हो रही है. मैने कहा थोड़ी देर में ठीक हो जाएगी और आज का कोचिंग का टाइम भी चला गया और वो घर जाने लगी. आस्था की चाल भी थोड़ी बदल गयी थी. पर उसने कहा वो संभाल लेगी. सारी नाईट मुझे आस्था के सपने आये।और सपनों में मेरी शादी उसके साथ ही हुई. मैं मोर्निंग बहुत प्रसन था उन सपनों को सोच सोच कर।
नेक्स्ट डे वो फिर आती है कोचिंग पर: मैंने पूछा कैसी हो तुम अब?? आस्था कहने लगी बढ़िया, अब दर्द भी नही हो रहा है. मैंने कहा चलो तो आज फिर पढ़ाई करते है,वो हैरान रह गयी ये सुनकर. मैंने फिर से उसे पढ़ाना स्टार्ट किया क्योकि मुझे उसे अच्छे नम्बरो से पास भी करवाना था. कुछ टाइम पढ़ाने के बाद मेरे से रुका नही गया,और मैने उसे बहुत तंग गले लगा लिया. मैने कहा आई लव यू वेरी मच आस्था. आस्था:आज क्या हो गया है तुम्हे? मैंने कहा कुछ नही तुम मेरा पहला प्यार हो और मै तुमसे प्यार करने लगा हूँ।
मैने उसे किस करना प्रारम्भ करा. उस अनचुदी गर्ल की दिल की धड़कन बढ़ गयी थी. मैंने उसकी चूड़ीदार सलवार सूट उतारने में उसकी सहायता की. मैने अपने कान उसकी छाती पर रखे और उसकी दिल की धड़कन साफ सुनाई दे रही थी. उसके गालों पर किश किया,फिर उसकी गर्दन पर,फिर उसके क्लीवेज पर फिर दोनो ब्रेस्ट पर. उसकी उतेजना बढ़ती जा रही थी,और साँसे और भी तेज।
मैंने आज उसके चूचे दबाने शुरू किए और उन्हें काफी देर तक चूसा।उसके मुँह से हल्की हल्की आवाजे निकल रही थी अम्म उम्म अम्म ऐसे ही करते रहो. फिर मैं उसके पेट की तरफ बढ़ा ,उसकी टुंडी पर किश किया ,और अपनी जबान से वह खेलने लगा. आस्था हँसी और कहने लगी नही गुदगुदी होती है. मैने उसकी वी टाइप वाली गदराई ब्लू कलर की पैंटी उतारी, उसकी योनी का तो जैसे में दीवाना हो गया था।

अपने आप को रोक ही नही पाता था. मेरा मुँह सीधे उसकी फटी हुई भोसड़ी पर गया और मैं उसे चाटने लगा. उसकी आवाजे अब और तेज हो गयी थी,थोड़ी देर में उसने मेरे मुँह पर पानी का फव्वारा मारा. आस्था:तुम बहुत बढ़िया हो. मैने कहा अब तुम्हारी बारी,उसने मेरे कपड़े उतारे और सीधा मेरे लन्ड की तरफ गयी. उसने मेरे लन्ड को मुँह में लिया और एक हाथ से लन्ड की त्वचा को आगे पीछे कर रही थी. मैंने कहा इसे अच्छे से गीला कर देना ताकि तुम्हारीयोनी के भीतर आसानी से चला जाये।
कुछ समय बाद मैंने उसे बैड पर वापस लिटाया और पूछा क्या तुम तैयार हो?? आज तुम्हे काफी आनंद आएगा. आस्था: धीरे से करना और कहा मुझे चुम्मा चाटी करते रहो. मैंने उसके गदराई और हॉट बदन को बिलकुल तंग पकड़ रखा था,उसकेयोनी के छेद पर लन्ड रखा और चुम्मा चाटी करना स्टार्ट किया. मैंने एकशॉट मारा और लन्ड उसकी फटी हुई फुद्दी में पूरा भीतर चला गया और उसकी फटी हुई फुद्दी से खून बहने लगा और वो दर्द के मारे रोने लगी पर मैंने उसको चोदना जारी रखा और आहिस्ता आहिस्ता अपना लण्ड उसकी फटी हुई फुद्दी के भीतर बाहर करने लगा.
आज उसकी पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई थी थोड़ी देर तक तो उसे बहुत तेज दर्द हुआ किन्तु बाद में उसे मुझसे चुदवाने में काफी आनंद आ रहा था और मेरे मुँह में उसकी आवाज़ें आ रही थी. आह आह आह आह यस उम्म अम्म आह आह आह आह . आस्था ने अपने हाथ मेरे पेट पर रखे हुवे थे और चुदवाने की स्पीड कंट्रोल कर रही थी. मुझे भी आस्था को पेलने में बहुत आनंद आ रहा था आखिर आस्था मेरा पहला प्यार जो थी .
मैं और आस्था सेक्स करते करते अपने ऑर्गेज़म की चरम सीमा पर पहुचने वाले थे. जैसे ही वो झड़ी मैंने अपना लन्ड उसकी योनी से बाहर निकाला और हिलाकर अपना सारा पानी उसके टुंडी पर डाल दिया।और हम बहन के लंड दोनों निढाल होकर एक दूसरे के ऊपर लेट गए. मेरा फौलादी लंड दोबारा खड़ा हो रहा था कि तभी नीचे से मेरी अम्मी की आवाज आई :-निक्की और आस्था बेटा नीचे आओ जल्दी शेष कहानी अगले भाग में… . अगर आप मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “अनचुदी आस्था मेरा पहला प्यार पार्ट -1 Indian Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद करते हो तो निचे लाइक बटन को दबा देना हम 100 लाइक होते ही इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में का पार्ट 2 प्रकाशित कर देंगे ………………….