मेरी अनचुदी फुद्दी के साथ यार ने खुल कर मजे लुटे – इंडियन फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में: हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रीति है और मेरी उम्र 22 साल है. मै जम्मू कि रहने वाली हूँ और मेरा फिगर साईज 36-30-36 है. मेरी लड़कियों से ज़्यादा फ्रेंडी कभी नहीं रही थी. ये कहानी तब की है जब मैंने ऍम.बी.ए में एड्मिशन लिया था. हमारे सीनियर बैच में बहुत ही मस्त लड़के थे. जब मैंने कॉलेज जॉइन किया था तो हॉस्टल में मेरे बैच के बहुत ही ज्यादा कम बच्चे आए थे और सब कैम्पस में ही रहते थे, तो हुआ यू कि कॉलेज पहुँचने के बाद मेरी फ्रेंडी एक सीनियर लड़की से हुई, उन्होंने मुझे शुरू के कुछ दिनों में बहुत ही ज्यादा सहायता की थी।
फिर एक दिन उन्होंने मुझे अपने एक फ्रेंड से मिलवाया, जिसका नाम रजत है. मैंने जब रजत को फर्स्ट टाईम देखा तो बस देखती रह गयी. फिर उसने आ कर मुझसे हाय कहा और अब मेरी तो उसे देखकर सांसे तेज़ हो गयी थी. इसके बाद मैंने कैसे भी करके हाय किया और स्माइल की. फिर उन्होंने बहुत मस्त सी एक स्माइल दी और मेरी बगल में आ कर बैठ गये. फिर हमारी बातें होने लगी, अब कई दिनों तक हम वाट्सअप और फ़ेसबुक पर घंटो बातें करते थे।
फिर एक दिन उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या तुम्हारे यार है? तो मैंने कहा कि नहीं, तब उन्होंने मुझे बताया कि वो भी सिंगल है. अब में बहुत प्रसन हुई और उन पर मेरी नज़र तो उसी दिन से थी जिस दिन मैंने उन्हें पहली बार देखा था. वो 6 फुट लंबे, दबंग वाली स्टाइल, गोरे, बहुत ही गदराई और हॉट दिखते है। आप ये कहानी अन्तर्वासना स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

फिर एक दिन हमारे कॉलेज में छुट्टी थी तो उन्होंने मुझे बाइक राईड के लिए पूछा. इसके बाद मैंने भी हाँ बोल दिया. उस दिन मैंने बहुत गदराई हॉल्टर नेक टॉप और ब्लेक जीन्स पहनी थी. अब में बहुत सुंदर लग रही थी क्योंकि मेरे ब्रेस्ट उस टॉप में उभर कर आ रहे थे।
फिर जब उन्होंने मुझे वैसे देखा तो अब उनकी नज़र मेरे ब्रेस्ट पर थी, अब मुझे बड़ा आनंद आया, फिर हम बाइक पर चले गये। उस शाम पूरे रास्ते में उन्हें पीछे से हग करके अपने ब्रेस्ट दबा रही थी, किन्तु में ऐसे बर्ताव कर रही थी कि जैसे मुझे स्पीड के कारण बहुत डर लग रहा है।
फिर उन्होंने भी मौके का फायदा उठाते हुए कहा कि ज़ोर से पकड़कर बैठो. उस नाईट हमने फर्स्ट टाईम वीडियो चैट की थी, तब उन्होंने मुझे अपना लण्ड दिखाया, ओह गॉड क्या लण्ड था? दोस्तों इतना मोटा लण्ड मैंने पहले कभी नहीं देखा था. फिर उन्होंने मुझे अपने ब्रेस्ट दिखाने के लिए बहुत बोला, किन्तु मैंने मेरी रूम पार्टनर के कारण नहीं दिखाया।
फिर एक दिन हमने मिलने और सेक्स करने का प्लान बनाया और उस दिन हमारे कॉलेज में छुट्टी थी तो उन्होंने पूरे दिन मुझे अपने साथ कहीं चलने को बोला, तो में भी मान गयी और मुझे पता था कि आज कुछ तो होगा।
उस दिन मैंने जानबूझ कर बहुत गदराई टॉप पहना और साथ में हॉट पेंट पहनी थी. अब वो मुझे देखकर स्माइल करने लगे और बोले कि लगता है कि आज तुम पूरी तैयार हो और ये बोलकर मेरी कमर पर अपना हाथ फैरने लगे।
अब में समझ गयी थी कि आज तो में गयी, क्योंकि जब तक में अनचुदी थी और अब मुझे फुद्दी चुदवाने में थोड़ा डर भी लगने लगा था, किन्तु अब मुझे अच्छा भी लग रहा था, क्योंकि वो रजत था. फिर वो मुझे बाइक पर शहर से कुछ दूर एक सुनसान एरिया की तरफ लेकर गये, उधर उनका एक घर है जिसका आधा पार्ट गेस्ट हाउस बना हुआ है, वहाँ पर सिर्फ़ उनके कुछ स्टाफ रहते थे. उनका घर पूरा खाली था।
फिर हम बाइक से उतरकर उस घर में भीतर गये और फिर मुझे शयनकक्ष में ले जा कर रजत ने मैन दरवाजा बंद कर दिया, फिर उन्होंने शयनकक्ष का भी दरवाज़ा बंद कर दिया और पलंग पर मेरे पास आकर मेरी बगल में बैठ गये. फिर कुछ समय बाद वो उठा और मेरी जींस को खोलने लगा, मेरी जींस बहुत तंग थी इस कारण से उससे जल्दी नहीं निकल रही थी क्योंकि में हमेशा से ही सभी कपड़े ज़्यादा तंग ही पहनती हूँ, जिसकी वजह से देखने वालों को मेरे बदन का हर एक अंग बाहर से ही बहुत अच्छी तरह से नजर आ जाता है. मेरी टट्टी से भरी चूतड़, ब्रेस्ट, कमर का साईज पता चल जाता है और वो सब मुझे हमेशा घूरकर देखते है. फिर थोड़ी मुश्किलो के बाद उसने मेरी जींस को उतार ही दिया और फिर वो मेरी काली कलर की पेंटी को देखकर एकदम दंग रह गया, क्योंकि वो मेरी फुद्दी पर एकदम चिपकी हुई थी और थोड़ी सी गीली भी थी और फिर उसने जल्दी से मेरी पेंटी को उतार दिया.
फिर उसने कुछ देर बाद मेरा टॉप उतार दिया औ रमेरी ब्रा को भी उतार कर दूर फेक दिया. वो मुझे कहने लगा कर के आज वो मुझे रांड बनाकर छोड़ेगा. में उसके मुहं से यह बात सुनकर शरमा गई.
फिर वो मेरे ऊपर आ गया और तेज तेज स्मूच करने लगा. में उसके बाल पकड़कर उसका पूरा पूरा साथ देने लगी. फिर उसने मेरी गर्दन पर, गाल पर, सर पर, आखों पर, किस किया और अब उसने मेरा टॉप उतार दिया और पेट पर किस किया. उसका एक हाथ अब मेरे ब्रेस्ट पर था और वो कहा कि वाउ यार यह मुझे बहुत अच्छे लगे. फिर उसने मेरी ब्रा को उतार दिया और दूर फेंक दिया और अब वो मेरे ब्रेस्ट को बहुत ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और में मोन करने लगी आउम्म उह्ह्ह्ह अहह्ह्ह बेबी थोड़ा धीरे अह्ह्ह्ह की आवाज़ निकाल रही थी.
फिर वो मेरे ब्रेस्ट के निप्पल अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और अपने एक हाथ से मेरे दूसरे ब्रेस्ट को दबाने लगा. वो दोनों ब्रेस्ट के साथ एक एक करके ऐसा बहुत देर तक करता रहा और में उसके बालों को पकड़कर उसके सर को अपनी छाती पर दबाते हुए उससे कहने लगी कि हाँ अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह बेबी खा जाओ इन्हे यह आपके ही है उम्म मुझे बहुत आनंद आ रहा है और तेज जानू, चूस लो पी लो इनका सारा दूध और अब उसे ऐसा करने से भी बहुत आनंद आने लगा था और करीब बीस मिनट तक वो लगातार मेरे ब्रेस्ट को कभी चूसता तो कभी दबाता रहा. उसने मेरे दोनों ब्रेस्ट को एकदम लाल कर दिया था.
फिर वो उठकर खड़ा हुआ और उसने मेरी पेंट को खोल दिया और उसने मेरे कपड़े खोलने के ठीक बाद तुरंत अपना भी लोवर उतार दिया. उसका लण्ड तनकर खड़ा था और उसका ठीक ठीक आकार बाहर से ही उसे समझ आ गया और वो देखकर एकदम दंग रह गई और फिर वो मुझे कहने लगी कि यह तो कितना लंबा और मोटा है यह भीतर कैसे जाएगा? तो में उससे कहा कि तुम बस अब देखती जाओ यह कितने आराम से फिसलता हुआ तुम्हारे भीतर जाएगा कि तुम्हे दर्द का अंदाजा भी नहीं होगा.
फिर उसने अपनी अंडरवियर और मेरी पेंटी को भी उतार दिया और जब मैंने उसके पेनिस को पहली बार अपनी आखों के सामने देखा तो में मन ही मन बहुत डर गई और सोचने लगी कि आज मेरी फुद्दी ज़रूर इस लण्ड से चुदवाने के बाद किसी लण्ड का सपना देखना भूल जाएगी और इसके बाद मैंने सोचा कि अब जो भी होगा देखा जाएगा, सब कुछ में भगवान के ऊपर छोड़कर उससे चुदवाने के लिए तैयार हो गई, किन्तु अब भी मेरे मन में थोड़ा थोड़ा डर ज़रूर था, किन्तु में सेक्स में आगे बढ़कर उसे भूलने का प्रयास करने लगी.
अब मैंने उसकी शर्ट को खोल दिया और हम बहन के लंड दोनों बिल्कुल नंगे एक दूसरे से चिपके हुए थे और कुछ देर बाद वो मेरी फुद्दी चाटने लगा और मुझे उसकी गरम जबान से अपनी फुद्दी को साफ करवाने और उससे चटवाने में बहुत आनंद आ रहा था क्योंकि यह सब मेरे साथ आज पहली बार हो रहा था और में भी उस सेक्स का पूरा पूरा मज़ा उसके साथ ले रही थी. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने मोटे, लम्बे, गरम लण्ड पर रख दिया मैंने उसे छूकर महसूस किया कि उसका लण्ड बिल्कुल रबर की तरह मुलायम है और बहुत मोटा था. उसको अपने हाथ में लेकर उसके सही सही आकार और ताकत का अंदाजा लगा लिया था. उसके बाद मुझे मन ही मन पता चल गया था कि आज मुझे इस लण्ड से चुदवाने में दर्द के साथ साथ मज़ा भी बहुत आएगा.
फिर हम 69 की पोज़िशन में आ गये और वो मेरी फुद्दी को पागलों की तरह चूस रहा था और चाट रहा था. में भी उसका लण्ड अपने मुहं में लेकर किसी भूकी शेरनी की तरह टूट पड़ी और 15 मिनट तक हम लगातार एक दूसरे के लण्ड और फुद्दी को पागलों की तरह चूस रहे थे, किन्तु तभी में झड़ गई और उसने मेरी फुद्दी का पूरा पानी पी लिया और मेरी फुद्दी को बहुत अच्छी तरह अपनी जबान से चाट चाटकर बिल्कुल पहले से भी ज्यादा चमका दिया था और फिर कुछ समय के बाद वो भी झड़ गया और में उस साले चोदू के तंदुरुस्त और फौलादी लण्ड से निकला गरम गरम लावा पूरा गटक गई और मैंने भी उसके पेनिस को चाटकर साफ कर दिया.
फिर हम बहन के लंड दोनों कुछ देर एकदम सीधे लट गए वो अपने एक हाथ से कभी मेरे ब्रेस्ट को सहलाता तो कभी मेरी फुद्दी में अपनी एक ऊँगली को भीतर बाहर करता, जिसकी वजह से में बहुत ही कम वक्त में एक दफे फिर से गरम हो गई. अब में उससे कहने लगी कि प्लीज मुझे अब और मत तरसाओ, प्लीज अब डाल भी दो इसे मेरे शरीर के अंदर, में बहुत तड़प रही हूँ आपसे चुदवाने के लिए. वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर तुरंत उठा और मेरे ऊपर आ गया और फिर उसने अपने पेनिस को मेरी फुद्दी के मुहं पर सेट किया और एक ज़ोर काशॉट लगाया. जिसकी वजह से उसका लण्ड मेरी प्यारी सी फुद्दी में दो इंच भीतर जा चुका था और मेरे मुहं से एकदम ज़ोर से चीखने की आवाज बार निकली.
फिर दूसरे झटके के बाद उसका पूरा का पूरा लण्ड मेरी अब तक अनचुदी फुद्दी के भीतर चला गया, जिसकी वजह से मुझे बहुत बहुत तेज दर्द हो रहा था और मेरी फुद्दी में भीतर की तरफ मुझे कुछ जलने घिसने जैसी जलन महसूस हो रही थी, क्योंकि वो सब मेरा होना भी था, क्योंकि उसके लौड़े की मोटाई और लम्बाई कुछ ज्यादा ही थी और उस लण्ड ने मेरी फुद्दी को बिल्कुल आखिर तक शोर्ट दे देकर उसमे दर्द पैदा कर दिया था, जिसको अब सहना मेरे लिए बहुत कठिनाई था और ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और उससे पेनिस को बाहर निकालने के लिए बोलने लगी.
अब उसने मुझे बिना सुने स्मूच करना शुरू कर दिया और अब वो एक के बाद एक लगातार ज़ोर ज़ोर से शोर्ट मारने लगा और में अपने चीखने की आवाज को अपने भीतर दबाकर रोती रही और उस असहनीए दर्द से तड़पती रही, किन्तु उसके कुछ देर बाद मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और में अब उसके पेनिस को अपनी फुद्दी में भीतर तक लेने लगी और अब में अपने फुद्दीड़ को उठा उठाकर उस पेनिस को पूरा भीतर लेने का प्रयास करने लगी और उसका पूरा पूरा साथ देने लगी और उसके पेनिस को करीब दस मिनट तक झेलने के बाद हम बहन के लंड दोनों एक एक करके झड़ गये और उसने पूरा स्पर्म मेरी फुद्दी के भीतर डाल दिया.
फिर वो करीब 10-15 मिनट तक मेरे ऊपर थककर लेटा रहा और फिर हम उठकर तैयार हो गए और वो मेरे लिए कॉफी बनाकर लाया तो हमने साथ बैठकर कॉफी पी और ढेर सारी बातें की. फिर में अपने हॉस्टल में वापस चली गई और उसने मुझे अपनी फोर व्हीलर गाड़ी से वहां तक छोड़ दिया. दोस्तों में उससे अभी तक करीब 40-45 बार चुद चुकी हूँ और करीब 10-15 बार वो मेरी टट्टी से भरी चूतड़ भी मार चुका है. दोस्तों यह थी मेरी सबसे पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई की कहानी और उसके बाद मैंने उसके साथ बहुत बार चुदाई करी और बहुत मज़े किए.