मेरी चुदासी सीनियर चुदवाने आई मेरे रूम पर हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : हैल्लो दोस्तों मैं एक जवान पढ़ा लिखा लड़का हूँ और एक कॉल सेंटर में नौकरी करता था. कॉल सेंटर में एक बहुत ब्यूटीफुल कुँवारी लड़की मेरी सीनियर थी, में वहाँ एक टीम लीडर था. फिर एक दिन मुझे और मेरी ब्यूटीफुल सीनियर को जिसका नाम था पूजा था. अब हम बहन के लंड दोनों को कॉल सेंटर में थोड़ा सा काम था तो हम वहीं पर रुक गये, जब पूरे कॉल सेंटर में कोई नहीं था. अब बातों-बातों में मेरी और मेरी ब्यूटीफुल सी सीनियर की सेक्स के बारे में बात होने लगी थी.
मेरी गरम और गदराई कुँवारी सीनियर ने मुझसे पूछा कि तुमने कभी किसी लड़की के साथ चुदाई करी है… ? तो मैंने कहा कि हाँ, में कई लड़कियों के साथ सेक्स कर चुका हूँ, किन्तु तुम क्यों ऐसे पूछ रही हो? तो उसने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई लड़का किसी लड़की की प्यास बुझा सकता है लड़का लड़की की कितनी भी चुदाई कर ले पर लड़की प्यासी रह ही जाती है. इसके बाद मैंने कहा कि ऐसा नहीं है मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक मुझे कोई ऐसी लड़की नहीं मिली जो मेरे तगड़े लौड़े से संतुष्ट ना हुई हो. तो उसने कहा कि ठीक है कभी अवसर मिला तो तुम्हारे साथ एक दफे सेक्स ज़रूर करूँगी.
मेरी चुदासी सीनियर चुदवाने आई मेरे रूम पर हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में

इसके बाद मैंने कहा कि जब कभी भी तुम्हारा चुदवाने का मन हो तो बे झिझक चुदवाने आ जाना, मेरे पास लड़कियों की फुद्दी चुदाई करने और उनकी गांड मारने के लिए हमेशा टाईम है और फिर में अपने रूम पर आ गया. अब में आपको बता दूँ कि में अकेले अपने घर से दूर रहता हूँ. फिर मुझे उसी दिन मेरे मोबाइल फोने पर मेरी कुँवारी सीनियर का कॉल आया, तो उसने कहा कि मुझे अपने लण्ड का कहा ँ आनंद दोगे आज मेरा चुदवाने का बहुत दिल कर रहा है? तो मैंने कहा कि जहाँ आप अपनी फुद्दी मुझे देना चाहे में अपना लण्ड लेकर हाजिर हो जाऊंगा. मेरी सीनियर ने कहा कि ठीक है, में चुदवाने के लिये तुम्हारे रूम पर आ जाऊं कोई दिक्कत तो नहीं होगी, तो मैंने कहा कि नहीं कोई दिक्कत नहीं है मेरे रूम पर सेक्स करने में.
फिर मेरी चुदासी सीनियर एक घंटे के बाद मुझे पास के चौराहे पर मिली, तो मैंने उसे अपनी बाइक पर बैठाया, मेरी चुदासी सीनियर कुछ ज़्यादा ही मस्ती में लग रही थी क्योंकि मेरी चुदासी सीनियर मुझसे बहुत ही ज्यादा चिपककर बैठी थी और अपने मोटे मोटे बोबे मेरी पीठ पर दबा रखे थे. फिर में उसे अपने फ्लेट पर लेकर गया. फिर जैसे ही हम वहाँ पहुँचे, तो मेरी चुदासी सीनियर अपना पर्स फेंककर मुझसे लिपट गयी और मुझे चुमते हुए मेरे कपड़े उतारने लगी और मुझे नंगा करने लगी. इसके बाद मैंने कहा कि ऐसे नहीं रानी आराम से करेंगे तो ज़्यादा आनंद आएगा. इसके बाद मैंने सबसे पहले उसके कपड़ो के ऊपर से ही कसकर रगड़ा, कसकर उसके मोटे मोटे बोबे दबाए, उसके फुद्दीड़ों को सहलाया.
इसके बाद मैंने उस कुँवारी लड़की के रसीले लाल गुलाबी कोमल होंठो का आनंद लेना प्रारम्भ करा और फिर करीब 30 मिनट तक यही करते हुए उसका टॉप उतार दिया. अब उसकी चूचीयाँ पैडेड ब्रा के भीतर से ही झाँकने लगी थी, मेरी चुदासी सीनियर उस टाईम पर कसम से बड़ी गदराई लग रही थी. इसके बाद मैंने उसके गले पर और पैडेड ब्रा के ऊपर से जितना अंग दिख रहा था, उसे कसकर चूसा और खूब रगड़ा. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी सेक्सी ब्रा भी उतार दी. फिर क्या था? अब उसकी मस्त बड़ी-बड़ी चूचीयाँ फुदकने लगी थी. इसके बाद मैंने पहले उसकी दोनों चूचीयों को पकड़कर कसकर दबाया और फिर बारी-बारी से अपने मुँह में लेकर कसकर चूसना प्रारम्भ करा. अब पूजा की साँसे तेज हो चुकी थी और उसके मुँह से मस्त-मस्त कामुक आवाज़े निकलने लगी थी, जो मुझे और भी उत्तेजित कर रही थी.

इसके बाद मैंने अपने एक हाथ से उस कुँवारी लड़की की जींस उतार दी और उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसकी फुद्दी को दबाने लगा. अब उसकी फुद्दी एकदम गीली हो चुकी थी. इसके बाद मैंने उसकी पेंटी भी उतार दी और धीरे-धीरे उसकी फुद्दी पर अपना एक हाथ फैरने लगा. अब मेरे ऐसा करने से मेरी चुदासी सीनियर और भी ज्यादा चुदासी हो गयी थी और ज़ोर-ज़ोर से आहें लेने लगी थी. फिर क्या था? मैंने उसकी फुद्दी में अपनी एक उंगली डाल दी, उसकी फुद्दी भीतर से बहुत कसी हुई और गरम थी में समझ गया की ये मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक अनचुदी ही है. फिर क्या था? मैंने कस-कसकर अपनी उंगली से उसकी अनचुदी फुद्दी के भीतर मालिश करना शुरू कर दिया. अब मेरी चुदासी सीनियर और भी मदहोश हो गयी थी.
फिर सेक्स करने के लिये मैंने अपने कपड़े उतारने शुर करे और जैसे ही मैंने अपना 9 इंच का काला मोटा लण्ड बाहर निकाला तो उसने मेरे लम्बे मोटे पेनिस को पकड़ लिया और बोलने लगी हाए मेरे राजा तुम्हारा लण्ड तो बड़ा मस्त है, एक दफे उससे मेरी अनचुदी फुद्दी की आग शांत कर दो… इसके बाद मैंने उसे अपना लण्ड चूसने के लिए कहा , तो उसने एक दफे में ही मेरा आधा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और ज़्यादा लेने का प्रयास करने लगी, किन्तु मेरा फौलादी लण्ड बड़ा होने के कारण मेरी चुदासी सीनियर मेरा पूरा लण्ड अपने मुँह में नहीं ले सकी क्यों की मेरा फौलादी लण्ड उसके गले तक जा रहा था उसके बाद भी आधा बाहर था पर वो मेरे आधे पेनिस को ही बड़े अच्छे से चूसने लगी.
थोडी देर तक लण्ड चुसवाने के बाद मैंने उस चुदासी लड़की को उठाकर उसकी फुद्दी पर अपने कोमल होंठ टिका दिए, तो उसके मुँह से सिसकारियों की बौछार निकल पड़ी थी. इसके बाद मैंने उसकी मक्खन जैसी फुद्दी को रगड़-रगड़कर चूसा, तो मेरी चुदासी सीनियर कहने लगी कि अब बस करो मेरे राजा जी नहीं तो में झड़ जाऊंगी और तुम्हारा लण्ड घुसवाने का आनंद बेकार हो जाएगा, किन्तु में नहीं माना और उसकी अनचुदी फुद्दी को अपनी जबान से चाट-चाटकर उसे झड़वा दिया.

फिर जब मेरी चुदासी सीनियर झड़ गयी, तो मैंने उससे कहा कि तू तो बड़ी-बड़ी बातें कर रही थी कि कोई भी लड़का चुदासी लड़की की प्यास नहीं बुझा सकता, किन्तु तू तो चुदवाने में बहुत हे कच्ची निकली चुदाई के मैदान में बीच में ही मैदान छोड़कर भाग निकली. फिर मेरी चुदासी सीनियर शरमा गयी, किन्तु अब मेरे तगड़े लौड़े की प्यास अभी भी अधूरी थी तो मैंने फिर से उसकी चूचीयों को सहलाना प्रारम्भ करा, तो धीरे-धीरे उसे भी जोश आने लगा. इसके बाद मैंने दुबारा से उसकी कुँवारी फुद्दी को चाटना प्रारम्भ करा, तो मेरी चुदासी सीनियर फिर से पूरी मस्ती में आ गयी.
तो इस बार मैंने देर नहीं की और उसकी टाँगे अपनी कमर पर रखकर अपने काले मोटे लंड का सुपाड़ा उसकी अनचुदी फुद्दी के मुँह पर टिका दिया और एक ज़ोर का धक्का दिया तो मेरा एक चौथाई लण्ड उसकी फुद्दी में घुस गया. अब मेरा फौलादी लण्ड मोटा होने के कारण उसे तकलीफ़ हो रही थी, किन्तु उस कुँवारी लड़की को मेरे काले मोटे लंड की चाह इतनी थी कि दर्द के बावजूद मेरी चुदासी सीनियर सिसकियाँ लेते हुए कहे जा रही थी आअहह मेरे राजा जी, आनंद आ रहा है, हाईईईई और लण्ड पेलो ना अपनी रानी की फुद्दी में, फाड़ डालो साली को, बड़ी फुदक रही है, जल्दी से अपना लण्ड भीतर करो ना मेरे राजा.
इसके बाद मैंने फिर से एक खतरनाक धक्का दिया तो मेरा पूरा का पूरा लण्ड मेरी सीनियर की फुद्दी को फाड़ते हुए फटी हुई फुद्दी में घुस गया और मेरी चुदासी सीनियर दर्द से कराह गयी, किन्तु में नहीं रुका और ताबड़तोड़ शोर्ट लगाते हुए धीरे-धीरे अपनी स्पीड बढ़ाने लगा. कुछ शोर्ट लगते ही, मेरी चुदासी सीनियर चिल्लाने लगी प्लीज रुक जाओ, बहुत तेज दर्द हो रहा है, तो में थोड़ा सा रुक गया. फिर कुछ समय बाद मैंने धीरे-धीरे अपना लण्ड रगड़ना प्रारम्भ करा.

अब फुद्दी चुदवाने में उस चुदासी लड़की को भी बहुत आनंद आने लगा था और मेरी चुदासी सीनियर ज़ोर-ज़ोर से पेलने के लिए बोलने लगी थी चोदो और ज़ोर से चोदो ना, आआआ, आईईईईई, हाईईई, आनंद आ रहा है, हाए रे मेरी फुद्दी तो फट गयी, उईईईईईई माआआआअ घुस गया पूरा लण्ड मेरी फुद्दी में, हाए राजा चोदो ना, आज मेरी इस छोटी सी फुद्दी फाड़कर इसका भोसड़ा बना दो.
अब में लगातार मेरी चुदासी सीनियर की फटी हुई फुद्दी पेलने की स्पीड बढ़ाने लगा था और मेरी चुदासी सीनियर भी नीचे से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उछाल- उछालकर चुदवाने में मेरा पूरा साथ दे रही थी. फिर जब मेरे लम्बे और मोटे लण्ड से शानदार तरीके से चुदवाने के बाद जब मेरी चुदासी सीनियर के झड़ने का टाईम आ गया तो उसने अपनी लेंडी से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड उछालना तेज कर दिया और फिर कुछ देर बाद एकदम से शांत हो गयी.
इसके बाद मैंने भी उसे शांत होते देखकर पेलने की स्पीड बढ़ा दी और अपना गरम गरम माल उसकी फटी हुई फुद्दी में झाड़कर ही शांत हुआ. फिर इस तरह से मैंने उसे लगातार 3 दिनों तक जमकर चोदा और खूब इन्जॉय किया. आब जब कभी भी मेरी सीनियर चुदवाने के लिये चुदासी होती हाही तो वो मेरे रूम पर मेरे लण्ड से चुदवाने चली आती है और मैं भी कभी उसे मेरे दर से निराश होकर नहीं जाने जाने देता वो जब जब मेरे रूम पर आती है अपनी फुद्दी चुदवाकर और चूतड़ मरवाकर ही वापस जाती है. दोस्तों उम्मीद करता हु की आप सभी को मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “मेरी चुदासी सीनियर चुदवाने आई मेरे रूम पर हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” बहुत पसंद आई होगी इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना ताकि वो भी इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में का आनंद उठा सकें…