मुझसे फुद्दी चुदवाने के लिए रांड भाभी ने खुद प्लान बनाया – भाभी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में इन हिंदी : मेरी यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली एक हॉट और गरम भाभी की फुद्दी चुदाई की है. फ्रेंड्स, मैं इस साइट पर अभी नया हूँ. हालांकि, कम वक्त में ही यहां पर मैंने कई कहा नियां पढ़ ली हैं और उन्हीं की प्रेरणा से अपनी यह कहानी लिख रहा हूँ. इसमें अगर मुझसे कोई गलती हो जाए तो माफ करना.
मेरा नाम सोनू है और मैं मारवाड़ के सोमनाथ का रहने वाला हूँ. मैं गवर्नमेंट जॉब करता हूँ और मेरी उम्र 28 साल है. मैं सिंगल बॉडी वाला युवक हूँ और मेरे लन्ड का साइज 8 इंच है. दोस्तों, मैं अब तक 6-7 लड़कियों और औरतों को चोद चुका हूँ. आज मैं जो कहानी तुम चूतियों से साझा करने जा रहा हूँ वह इसी में से एक की है.
बात आज से 1 साल पहले की है. मेरे पड़ोस में एक कपल रहता था. दोनों की उम्र मेरी जितनी ही थी. उसके हसबैंड को मैं भाई साहब कह के बुलाता था और औरत को भाभी बोलता था.
भाई साहब पूरे दिन घर पर नहीं होते थे. कभी – कभी वे 3-4 दिन के लिए शहर से बाहर भी चले जाते थे. एक दफे भाई साहब बाहर जाने वाले तो मुझे बुलाकर बोले कि तुम्हारी भाभी को कोई जरूरत पड़े तो उनकी हेल्प कर देना, मैं जरा बाहर जा रहा हूँ. फिर इतना कह कर वो चले गए.
अगले दिन भाभी कपड़े धो रही थीं, तभी पता नहीं कैसे गिर गईं. फिर उन्हें मुझे कॉल करके बुलाया. मैंने जाकर देखा तो गरम भाभी अपने पलंग पर थीं. मैंने पूछा तो उन्होंने बताया कि पैर में मोच आ गई है. फिर उन्होंने मुझसे पैर पर मलहम लगाने को कहा . मैं मान गया.
दोस्तों, अब तक मेरे मन में उनके बारे में कभी कोई गलत विचार नहीं आया था. किन्तु आज मुझे भाभी का कुछ अलग ही अंदाज दिख रहा था. खैर, इसके बाद मैंने मलहम लगाना प्रारम्भ करा. तभी उन्होंने अपनी साड़ी ऊपर की और कहा कि थोड़ा ऊपर भी लगाओ. ऐसे करते – करते उन्होंने अपनी जांघ तक साड़ी खींच ली.
मैं भी अब मूड में आने लगा था. जब मुझे अवसर मिल रहा था तो मैं भला हाथ आये मौके को क्यों जाने देता. फिर, मलहम लगाते हुए ही मैंने भाभी से उनकी सेक्स लाइफ के बारे में पूछ लिया. इस पर उन्होंने सहज भाव से कहा कि अच्छी चल रही है. किन्तु अब कुछ नया करने की सोच रही हूँ.
उनके इतना कहते ही मैं जल्दी से बोल पड़ा कि क्या मैं कुछ हेल्प कर सकता हूँ? तो उन्होंने कहा कि किसी को बताना मत. मेरे हां कहने भर की देर थी कि फिर गरम भाभी उठीं और मेरी बाहों में आ गईं. इसके बाद उठते हुए बोलीं – पहले सारे दरवाजे बन्द कर लूं फिर आकर तुझे टेस्ट करती हूँ. कुछ समय बाद गरम भाभी आकर मेरी गोद में बैठ गईं.
अब मैंने उनके ब्रेस्ट को दबाना शुरू कर दिया. इसके साथ ही मैंने अपने कोमल होंठ को उनके कोमल होंठों से लगा दिया. गरम भाभी मस्ती से मेरे कोमल होंठ चूम रही थीं. फिर धीरे – धीरे पहले मैंने उनकी साड़ी और फिर ब्लाउज – पेटीकोट भी उनके बदन से हटा दिया. अब गरम भाभी केवल पैडेड ब्रा और पैंटी में थीं.
उसने भी मेरे कपड़े उतारने में देर नहीं की और मुझे जॉकी में ला दिया. जब उसने मेरी जॉकी को नीचे करके देखा तो गरम भाभी थोड़ी डर गई. हालांकि, फिर गरम भाभी जल्दी ही सम्भल गई और मेरी लुल्ली को मुँह में ले लिया और चूसने लगी. लन्ड चुसाई में गरम भाभी बहुत माहिर थी. इसके बाद मैंने भी उसको पूरा नंगा कर दिया और 69 की पोजिशन में आ गया.
इसके बाद मैंने धीरे – धीरे उसकी फुद्दी को चूसना प्रारम्भ करा. साथ में एक उंगली उसकी फुद्दी को सहलाने भी लगा. धीरे – धीरे दो उंगली से फुद्दी को पकड़ कर रगड़ने लगा. इसके साथ मैं फुद्दी चुसाई भी कर रहा था.
मेरी चुसाई की वजह से गरम भाभी सिहर सी गई थी और तड़पने लगी थी. उसके मुँह से तरह – तरह की आवाजें निकल रही थी. अब गरम भाभी बोलने लगी कि सोनू, अब जल्दी से डाल दो और फाड़ दो मेरी फुद्दी को.
अब मैंने भी बिना देर किये जल्दी से अपना 8 इंच लम्बे लन्ड पर निरोध चढ़ाया और फिर उसे उसकी फुद्दी पर सेट किया. इसके बाद मैंने एक ही झटके में अपना पूरा डंडा उसकी फुद्दी में पेल दिया. मेरा एंड उसकी फुद्दी के जड़ तक पहुंच गया था. गरम भाभी भी काफी अनुभवी थी किन्तु मेरे झटके से थोड़ी सहम सी गई. हालांकि, जल्द ही उसने रिकवर कर लिया और जोश में आकर चुदवाने लगी.
लगभग पंद्रह से बीस मिनट बाद मैंने पोजिशन चेंज की और उसको अपने ऊपर कर लिया. अब गरम भाभी मेरे लन्ड पर उछलने लगी. थोड़ी देर में गरम भाभी झडने लगी. तब उसका चेहरा देखने लायक था.
कुछ समय बाद मैंने उसे घोड़ी बनने को कहा तो गरम भाभी तुरंत ही घोड़ी की पोजिशन में आ गई. इसके बाद मैंने पीछे से अपना लन्ड उसकी फुद्दी में डाल दिया और दनादन चुदाई करने लगा. इसी बीच गरम भाभी फिर से झड़ गई.
अब मेरा भी होने वाला था. कुछ समय बाद मैंने अपना पानी निकाल दिया और निढाल हो कर उसके ऊपर ही लेट गया.
कुछ समय बाद गरम भाभी उठी तो मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि उसका पैर बिल्कुल ठीक था. मैंने पूछा तो उसने बताया कि गरम भाभी तो सब नाटक था, असल में गरम भाभी मेरे साथ सेक्स करना चाहती थी इसी लिए उसने ये सब किया. उसने बताया कि मेरे साथ सेक्स करने के लिए गरम भाभी पिछले कई महीने से प्लान कर रही थी.
यह सुन कर मैंने फिर से उसे बाहों में भर लिया और चूमने लगा. इससे गरम भाभी फिर गर्म हो गई. इस बार मुझे उस साली रंडी छिनाल की गांड मारनी थी, इसीलिए मैंने उसे तेल लाने को कहा . गरम भाभी जल्दी से किचन गई और तेल ले कर आ गई.
इसके बाद मैंने अपनी भाभी को चुदवाने के लिये घोड़ी स्टाइल में आने को कहा . गरम भाभी जल्दी से घोड़ी बन गई. इसके बाद मैंने फिर से लन्ड पर निरोध चढ़ाया और भाभी की लाल चूतड़ के छेद पर तेल लगाने लगा. इसी बीच मैंने एक उंगली को उस साली रंडी छिनाल की गांड के भीतर डाल दिया और आगे – पीछे करने लगा. फिर मैं दो उंगली उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे भीतर – बाहर करने लगा.
कुछ समय बाद उसे मज़ा आने लगा. तब मैंने अपना हथियार तैयार किया और उस साली रंडी छिनाल की गांड के छेद पर रख दिया. इसके बाद उसे भीतर करने का प्रयास करने लगा. पहले उसे थोड़ा दर्द हुआ किन्तु बाद में उसके सपोर्ट की वजह से मैंने धीरे – धीरे अपना पूरा डंडा उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे पेल दिया.
इसके बाद मैंने धीरे – धीरे अपनी स्पीड बढ़ाई. अब गरम भाभी भी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उठा – उठा कर मेरी लुल्ली का मज़ा ले रही थी. गरम भाभी चुदवाते चुदवाते सिसकारियां भी ले रही थी. उसकी आवाज इतनी तेज थी कि मुझे डर लग रहा था कि कहीं कोई सुन न ले. ऐसे ही करीब 20 मिनट तक इस पोजिशन में उस साली रंडी छिनाल की गांड मारने के बाद मैंने पोजिशन चेंज की और मेरे लन्ड पर बैठा कर उस साली रंडी छिनाल की गांड मारने लगा.
दोस्तों, एक ही पोजिशन में चोदते रहने पर औरतों को मज़ा नहीं आता. इसीलिए मैं कई पोजिशन में चुदाई करता हूँ. थोड़ी देर तक इसी तरह चुदाई करने के बाद मैं एक दफे फिर झड़ गया. इसके बाद मैंने लन्ड बाहर निकाला और वहीं पर सो गया. उस दिन रात भर मैं उसके यहां ही रहा और उसको 4 बार ठोका. गरम भाभी मेरे लन्ड की दीवानी हो चुकी है. अभी भी जब कभी हमें अवसर मिलता है हम सेक्स करने से नहीं चूकते.