मकान मालिक की नई बहू को खतरनाक चोदा किरायेदार ने Part – 1 Hindi Chudai Ki Kahani : हेल्लो दोस्तों हम भाभी देवर की इस नई हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में आप सभी का बहुत बहुत स्वगत है. मेरा नाम आदित्य है और मई करीब 21 साल का हूं. मैं दिखने में एकदम मॉडल जैसा हूँ खूब लम्बा चौड़ा हूँ. मेरे लौड़े की लम्बाई करीब 8 इंच है. वैसे तो मई पहले बहुत सारी लड़कियों के साथ सेक्स कर चूका हूँ पर मेरी मकान मालिक की नई बहू पेलने की ये दास्ताँ उस सभी घटनाओ से ज्यादा रोमांचीत है.
भाभी की खतरनाक चुदाई करने की ये हसीन घटना हमारे मकान मालिक के बेटे की वाइफ यानि मेरी गरम भाभी और मेरे बिच की है और ये सब उनकी शादी के करीब तिन दिन बाद ही हुआ था. वैसे मैं हमारे मकान मालिक की बहु अर्थात मेरी गरम भाभी के बारे में बता देता हूँ ताकि आप को भाभी के बदन का अनुमान लगाते लगाते जोश चढ़ जाए. मेरी गरम भाभी की उम्र करीब बीस या इक्कीस वर्ष होगी वो दिखने में बहुत ब्यूटीफुल और गदराई है. वो एक मस्त हुस्न की मलिका थीं. उनकी नशीली आंखों में अलग ही नशा था. मोटे मोटे गोल गोल बोबे उनकी छाती पर साफ साफ उभरे हुए दीखते थे और उनकी गांड थोड़ी बाहर की तरफ निकली हुई नजर आती थी.
मकान मालिक की नई बहू को खतरनाक चोदा किरायेदार ने Part – 1 Hindi Chudai Ki Kahani

वैसे मेरी निगाहें तो उस दिन से ही थी, जिस दिन में शादी में मकान मालिक की गदराई नई बहू को स्टेज पर देखा था. मेरा लौड़ा तो वहीं खड़ा हो गया था और उसकी फुद्दी में गुसने को बेताब हुए जा रहा था. यार आप सभी को बता नहीं सकता मैं, माल तो बहुत होती हैं, पर इतनी गजब की आइटम … उफ़ … साली फुरसत से बनाई गई चीज थीं भाभी. गजब का फिगर था, क्या दूध, क्या चूतड़ … मस्त मखमली चमेली मकान मालिक की नई बहू देखकर तो मेरे हिसाब से सबका लण्ड खड़ा हो गया होगा. एक ऐसा माल जिसे देखकर, जितने बाराती थे, बड़े बूढ़े … साला जिसका खड़ा ना होता हो … उसके पेनिस को खड़ा कर दे. फिर मैं तो हूं ही पुराना चुदाई बाज … और वैसे मेहनती भी हूं.
सबसे बात भी अच्छे से करता हूं, दिखता भी मस्त हूं. लड़की हो आंटी हो या फ्रेंड, मुझसे सब लोग प्रसन रहते हैं और मुझे भी उनकी तारीफ करने से बहुत फायदा मिलता है. मैं पुराना कमीना ठहरा, सो किसी न किसी तरह से फायदा ही उठा लेता हूँ. हम भाभी और देवर की खतरनाक चुदाई की यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी शायद थोड़ीबड़ी हो जाए, पर आप को यह हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में पढने में बहुत आनंद आने वाला है. हम लोग किराए से एक घर में रहते थे. यह मकान तीन फ्लोर का मकान है. पहले फ्लोर में अंकल आंटी, बड़े भाई साहब और भाभी रहते हैं. दूसरे फ्लोर में जहां छोटे भाई साहब का कमरा है, उधर ही नई भाभी भाई साहब के साथ रहती हैं, उनके बाजू में हमारा निवास है, ये भी तीन कमरों का है.
अब चूतड़ू मकान मालिक के लड़के की शादी थी, तो हम किराए वाले भी एक फैमिली टाइप ही हो गए थे तो अंकल के यहां घुलमिल कर रह रहे थे. उसी हक से शादी के काम देख रहा था. भाई साहब भी भाई की तरह ही थे. उनका स्वभाव भी अच्छा था. मैं पूरी शादी में भाई साहब के साथ रहा. उन्होंने मुझसे कहा था- तू कहीं नहीं जाएगा आदी … मेरे साथ ही रहियो. तेरी भाभी की सहेलियों के साथ तेरा टांका भिड़ा दूंगा. मैंने उस से कहा- भाई साहब, टेंशन न लो, हम खुद भिड़ा लेंगे, आप देखो, कहीं आप अपनी दुल्हन की जगह उसकी सहेलियों या साली को न देखने लगना. उन्होंने कहा – भाई तू मेरी छोड़ … तेरी भाभी तो ऐसी है कि तू खुद भी भाभी के अलावा किसी को नहीं देखेगा.

मैंने उस से कहा- अच्छा भाई साहब ऐसा है, तो अब तो आपके साथ ही रहूंगा. मैं शादी में गया और मकान मालिक की नई बहू जब स्टेज पर ला रहे थे, तो मैं भाई साहब और भाभी के पास वहीं कुर्सी पर बैठा था. अब मकान मालिक की नई बहू आते देखकर मैं वहीं खड़ा हो गया. शादी में पहली बार मकान मालिक की नई बहू देखते से ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया. सच में कामदेवी थीं उनकी गदराई बहू. मस्त वाला माल … साला मैंने सोचा ये गांडू मकान मालिक के लड़के की किस्मत इतनी अच्छी कैसे हो गई. मन कहने लगा कि मैं इस माल के लिए अपना सब कुछ दे दूँ. वैसे तो भाभी के आस पास भी तरह तरह के ढेर सारी सामान लड़कियों की लाइन लगी थी. मैं भाभी के पीछे था और ढेर सारी सामान लड़कियों के बीच खड़ा था.
मेरे जैसे चुदाई के भूखे रांड चोद लड़के का लण्ड तो उन सभी की नशीली सुगंध से ही खड़ा हो गया. मैं उन सबको चोदना चाहता था, पर सबसे पहले मकान मालिक की नई बहू. फिर जय माला हुई. भाई साहब और भाभी आमने सामने थे. भाई साहब के पीछे मेरा भाई शौर्य, भाभी के ठीक पीछे मैं था. भाई जान नें एक पार्टी बम मुझे दिया हुआ था. बाजू में एक माल ने बोला- अभी दूल्हा माला डाले, तो पार्टी बम मत फोड़ना. उसने ऐसा कहा तो मैं बोला- क्यों? वो बोली- बस थोड़ा आनंद लेना है. उसके बाद मैं बोला- ठीक है, ले लो मजे. फिर भाई साहब जैसे ही अपनी होने वाली वाइफ के गले में माला डाल रहे थे, वैसे ही मेरे बाजू खड़ी एक लड़की ने सुहागन दुल्हन को पीछे खींच लिया और जैसे ही भाभी पीछे खिंची, तो भाभी और मैं एक दूसरे से टकरा गए.
मेरा लौड़ा उनकी गांड से ही सट गया. मै सुहागन दुल्हन के कंधे को पकड़ कर संभला और मेरे 9 इंच लम्बे लौड़े में थोड़ा दर्द भी हुआ. मैंने बहुत तंग जींस पहन रखी थी जिस कारन मेरा फौलादी लंड भीतर तना हुआ हुआ था. गरम भाभी ने एक गहरी निगाह से मुझे देखा, शायद मेरा लौड़ा कुछ ज्यादा ही घुस गया था. खैर … हंसते हुए सब ठीक हुआ और मैंने पार्टी बम उठाया और साइड में खड़ी लड़की की कोहनियों को पकड़ा, जहां पर मैं खड़ा था … उसे साइड में लाया. मैं उसको साइड में लाया मतलब भाभी के पीछे लाने में मेरा खड़ा लण्ड उसको चिपक कर चलते हुए, एकदम उस साली रंडी छिनाल की गांड के छेद में हल्का सा सैट हुआ और फिर टच होते मैं साइड हो गया. मैंने उसको वो पार्टी बम दिया … और कहा – लो तुम इसे फोड़ो.
मैं मेरी प्यासी फुद्दीड़ू मकान मालिक के लड़के की तरफ चला गया. वो माल गजब ही का था. मेरी हालत खराब हो गई थी. लण्ड साला बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था. जयमाला के बाद फ़ोटोशूट की बारी थी. उधर फ़ोटोशूट की तैयारी और इधर मेरे 9 इंच लम्बे लौड़े को मुठ मारने की जरूरत थी. तब मैंने भाई साहब से बोला- भाई साहब पेट खराब है … और मुझे वहां जाना है … तो कहा ं जाऊं, बताओ? भाई साहब झुंझला कर बोले- अरे आदी, तू भी किसी भी टाइम? मैंने आंखों से विनती सी की. फिर उन्होंने मकान मालिक की नई बहू कान में कहा . गरम भाभी ने उस माल को कान में कुछ कहा , उसने मेरी तरफ देखा और हंस कर मेरे को चलने बोला. भाई साहब बोले- जा वो लेके जाएगी. मैं उसके साथ चल दिया. उनके यहां एक कॉमन लेटबॉथ था.
अब मैं मोबाइल में हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में सर्च कर ही रहा था और सोच रहा था कि अब एक दो कहानी पढ़कर मुठ मारूंगा. उतने में वो गदराई लड़की मुझसे हंसते हुए बोली- मुझे पता है, क्या सर्च कर रहे हो तुम मोबाइल में? मैंने चौंकते हुए कहा – कैसे? वो लड़की बोली- शायद तुम्हें भी फील हुआ है, जो मुझे पार्टी बम देते टाइम हुआ था. मैं बोला- अच्छा जी … वो बोली- वैसे जो मैं सोच रही हूं, वही करने रहे हो … तो साथ देने अन्दर चल सकती हूं. मैं बोला- यार तुम अन्दर चल सकती, तो तुमने जो नहीं सोचा होगा, वो भी होगा. उतने में उसने आजू बाजू देखा और अन्दर चली गई और बोली- जल्दी आओ. मैं जल्दी से अन्दर घुस गया और उसने जल्दी से दरवाजा बंद कर दिया. मैं बोला- तो दो साथ? तो बोली- पहले शुरू तो करो.
मैं उस गदराई लड़की के बदन पर टूट पड़ा. उसने साड़ी पहनी थी. साड़ी का कलर लाइट ब्लू था. मैंने उसकी साड़ी के पल्लू को नीचे हटाया और उसके ब्लाउज को नीचे सरका दिया दिया. उसकी ब्रा भी नीचे हो गई. मैं बेसबरों की तरह उसके दूध को दबाता रहा. उतने में उसने कहा – अभी जल्दी से कर लो, उसके बाद फिर कभी आराम से कर लेना. मैंने भी देर ना करते हुए अपनी पैन्ट को नीचे सरकाया और उसको नीचे फर्श पर लेटा कर उसकी साड़ी को ऊपर सरका कर उसकी पेंटी को नीचे सरका कर उतार दिया.

अब मैं उसके ऊपर लेट कर अपने मुँह से उसके कोमल होंठों को किस किया और उसकी फुद्दी में लण्ड रगड़ने लगा. उसने बोला- टाइम खोटी मत कर यार पहले डाल दे … जल्दी कर. मैंने भी देर ना करते हुए उसके मुँह में साड़ी को डाल दिया और उसकी फुद्दी में लण्ड डालने के लिएशॉट मारा. मेरा लौड़ा एक ही बार में आधा चला गया.
मैं समझ गया कि चुदा हुआ माल है. मैं बोला- चुदी चुदाई है … तू कितनों से चुदी है. उसने साड़ी मुँह से निकाल कर कहा – मै अभी तक तो अनचुदी हूँ ये आज मेरी पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई है … बस उंगली का कमाल है बेटा, जो तेरा आसानी से चला गया … जल्दी कर पूरा लौड़ा डाल. मैंने सोचा ये साली रांड पहले भी अपनी चुदाई करवा चुकी है और अब मेरे से चुदाई करवाते वक्त ड्रामा कर रही है.’ बस मैंने बातों ही बातों में उसको एक जोर काशॉट मार दिया. जोर काशॉट मारते ही उस लड़की के मुँह से आह… निकल पड़ी और उसकी आंख मे आंसू भर गए. वो साली रांड इस बार बहुत जोर से चीखी थी. मैंने उसके मुँह में उसी की चड्डी डाल दि और एक हाथ से उसके दूध से भरे मोटे मोटे बोबेदबाने लगा.
हाथ को उसकी कमर में फिराने लगा और दूध चूसने लगा. कुछ पल बाद वो शांत हुई और सिसकारियां भरने लगी. मैंने मेरे लौड़े की जगह बनाना प्रारम्भ करा, ऊपर नीचे किया और अब आहिस्ता आहिस्ता स्पीड बढ़ा दी और मजे से पेलने लगा. उसकी फुद्दी ने रस छोड़ दिया था तो फुद्दी में पच पच होने लगी थी. बस 5-6 मिनट बाद मैं भी उसकी फुद्दी में झड़ गया और उठ कर मेरे लौड़े को पानी घुसेड़ कर साफ़ किया. मैं अपने कपड़े ठीक करके बोला- मैं बाहर जाता हूं. वो हंस दी. मैंने उस से कहा- एक दफे अच्छे से अवसर देना, तुमको तसल्ली से चोदना है … और बड़े प्यार और मोहब्बत से. तुम भी मेरे अलावा फिर किसी से ना चुदवाओगी तो, तुम्हें इस लण्ड से प्यार हो जाएगा. वो फिर से हंस दी. अब हम बहन के लंड दोनों बाहर आ गए. भाई अब भी फोटोशूट में बिजी थे.

मुझे देखा तो मेरे को बुलाया. उनके साथ पिक हुई. फिर मैं नाईट को चला गया. मोर्निंग भाई साहब आए तो डांटने लगे कि उधर से क्यों आ गया था? मैं बोला- अच्छा नहीं लग रहा था. मैंने ऐसा कहा और सॉरी बोल दिया. वे बात करने लगे तो मैंने उस से कहा- आज भाई साहब आपकी सुहाग रातहै, आप तो उसकी तैयारी करो. भाई साहब बोले- काहे की सुहागरात, साले ले जाएंगे आज शाम को … बहनचोद साले, साला शादी किए ही क्यों थे. चूतड़ू मकान मालिक के लड़के की हालत ना कुत्ते जैसी थी कि हड्डी मिली, पर उठा के रख लिए हो और खा ना सके. उधर रिसेप्शन की तैयारी चल रही थी और शाम को रिसेप्शन के बाद एक बजे करीब मकान मालिक की नई बहू वापस रस्म बाकी रहती हैं, कुछ उसके लिए ले गए.
मैं भईया से बोला- क्या हुआ भाई साहब? भैया बोले- ले गए लौड़े लोग … माल को पेलने तो देते लौड़े. मैंने भईया से कहा – आप कल लेने चले जाना और ले आना. ऐसा बोल कर मैं चला गया. अब मोर्निंग पता चला कि भाभी के घर मुझे जाना है, भाई साहब को विद्यालय जाना है. बड़े भाई साहब को दुकान में जाकर कई लोगों का हिसाब करना था और सीधी बात ये भी थी कि भाई साहब भाभी के जेठ लगते हैं तो वो एक दूसरे को छू देख भी नहीं सकते थे. पहले तो मेरे अब्बू ने बोला- उन्हें कैसा लगेगा कि फैमिली से कोई नहीं गया और ये जाएगा, तो कैसा लगेगा. नया संबंध है. भाभी कल आ जाएगी. फिर अंकल मेरे से बोले- लंबे सफर में गाड़ी जमती नहीं और ये भाई ही तो है. इतना काम किया है, एक और कर देगा. फिर इसकी शादी में हम हिसाब चुका देंगे.
अंकल ने ऐसा आनंदक में कहा और मैंने बात कर ली कि जाना है और मकान मालिक की नई बहू लाना है. तो पापा भी बोले- ठीक है, जा ले आ. सब भी हां हां बोले. मैं भाई साहब के पास गया, भाई साहब को बोला- आप जाओ न मकान मालिक की नई बहू लेने यार … मेरे ऊपर मामला आ रहा है. आप तो कल कैसे हो रहे थे, नाईट भर के लिए बेकरार हुआ जा रहे थे. भाई साहब बोले- भाई चला जा ना … नौकरी का सवाल न होता, तो वहीं चुदाई करके आता. आज तेरी वजह से सुहागरात हो जाएगी, तेरा नाम हमेशा लूंगा कि मेरे भाई के कारण मेरी सुहाग रातहुई थी. मैंने उस से कहा- ठीक है, पर एक शर्त है. वो पूरी करनी पड़ेगी? भईया बोले- बोल ना? मैंने उस से कहा- जो साली मेरे को बॉथरूम ले गई थी, उसका नंबर लगेगा.
भाई साहब बोले- ले लियो, जो लेना हो, पर चले जा भाई … तेरी भाभी से कह दूंगा … वो ही दे देगी. अंकल बोले- भाई साहब को मस्का लगा रहा है क्या? बेटा वो जा सकता, तो वो रूकता ही नहीं … तू चला जा. अब मेरे को जाना पड़ा. मैं 11 बजे निकला था. सबको पता है कि मैं बाइक आराम से चलाता हूं, टाइम तो लगेगा ही. और मुझे था कि अब कोई मेहमान जान पहचान वाले तो होंगे नहीं. इस कारण से मैंने भी बोल दिया था कि मैं जाऊंगा और आ जाऊंगा … रुकूंगा नहीं. किन्तु ये सोच लो यारों … कि उस दिन तो भाभी की खतरनाक चुदाई होना ही था. भईया के साथ नहीं, पर मेरे हाथों उद्घाटन होना था, मुझे लगा कि ये सब होना ही था.
हमारी चुदाई की घटना ऊपर भगवान के घर से लिख कर आयी होगी. मोर्निंग मौसम भी खराब था, तो मैं 3 घंटे में पहुंचा था. अकेला होता हूँ, तो भी आराम से ही चलाता हूं. उनके घर में आंटी अंकल मतलब भाभी के पापा अम्मी भाभी का भाई था, जो अपने हॉस्टल जा रहा था. मैं उससे मिला, तो वो बोला- आप यहां रुकिए … मुझे जाना ही पड़ेगा, कल से कॉलेज जाना ही पड़ेगा. पिछले 15 दिन से यहीं था. उतने में उसकी बस आ गई. वो चला गया. मैंने भाभी से नमस्ते कहा और अंकल आंटी से सभी से नमस्ते किया. इसके बाद मैंने अंकल आंटी को बोला- भाभी की तैयारी तो होगी ही, तो उनका सामान दे दो … और हमें भी आज्ञा दे दीजिए.
मौसम बारिश का बना है. “हां बेटा, सब तैयार है, बस तुम अन्दर तो चलो … थोड़ा चाय पानी वगैरह पी लो. अभी तो आए हो, खाना वगैरह कुछ ले लो.”मेरे मना करने पर भी उन्होंने जोर दिया और मुझे जाना पड़ा. अन्दर जाते ही पानी पड़ने लगा. एक घंटे के बाद बारिश कम हुई तो मैंने कहा कि अब निकल जाते हैं. मौसम खुला था, उन्होंने कहा – थोड़ा देख लो, फिर चले जाना. उतने में अंकल का कॉल आया-आज मत आना … आज बहुत पानी बरस रहा है, सब रास्ते बन्द हैं.
अब पापा का कॉल आया, तो मैंने आने की जिद की, तो बोले कि कह दिया, चुप रह … मोर्निंग आना. मैंने उस से कहा- ठीक है … मोर्निंग आ जाऊंगा. अब नाईट रुकना पड़ा. मेरी गरम भाभी के घरवाले मेरी खातिरदारी में कोई कसर नहीं रख रहे थे कि मुझको कुछ बुरा ना लग जाए. मेरी गरम भाभी भी मेरा पूरा ख्याल रखने में लगी थीं. पर मेरे लिए उनके तेवर थोड़े अलग थे. शायद पता था. क्यों भाई पर उन्हें देखकर बस पेलने का मन करता था. इसी में टाइम कट रहा था.
अब लण्ड फिर तैयार था, तो बॉथरूम की तरफ गया और अन्दर चला गया. मेरी गरम भाभी के यहां मेरा लौड़ा जबरदस्त खड़ा हो रहा था. मुझे क्या पता था कि आज भाभी की अनचुदी योनी की सील तोड़ने का अवसर मेरे 9 इंच लम्बे लौड़े के नसीब में ही लिखा था. मैंने कैसे अपनी भाभी की अनचुदी योनी की सील खोली और कैसे उन्हें चोदा वो सब इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में के अगले भाग में. दोस्तों आप सभी को मेरी यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी “मकान मालिक की नई बहू को खतरनाक चोदा किरायेदार ने Part – 1 Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करना… इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में का अगला भाग पढने के लिये निचे लिंक पर क्लिक करें >> मकान मालिक की नई बहू को खतरनाक चोदा किरायेदार ने Part – 2 Hindi Chudai Ki Kahani