भाभी ने देवर का लण्ड पीया छोटे देवर जी ने भाभी की फुद्दी Hindi Chudai Ki Kahani : हेल्लो फ्रेंड्स मै सविता भाभी कामसूत्र की देवी आशा करती हूँ की आप आनंद में होंगे और मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को पढ कर मुठ मारने के लिये तत्पर होंगे. दोस्तों मैं आज आप लोगो को एक नयी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में बताने जा रही हूँ जिसे पढके आप लोगो को बहुत आनंद प्रयाप्त होगा. यारों थोडा मैं आप को मेरे बारे में बताती हूँ फिर मैं आप लोगो को सीधा मेरी इस भाभी देवर की खतरनाक चुदाई की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में की ओर ले चलती हूँ. मैं एक बैंक में क्लर्क का काम करती हूँ.
मेरी शादी हो चुकी है है और मेरे नपुंसक पति का विदेश में बिज़नस है और वो वहीँ रहते है. मेरी शादी के अभी लगभग 4-5 महीने ही हुए हैं. तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को अपनी ज्यादा जानकारी न बांटते हुए आप लोगो को कहानी की ओर ले चलती हूँ. तो मेरे प्रिय भाइयों और बहनो ये बात उस वक्त की है जब मैं अपनी 12 वीं की पढाई देहरादून पब्लिक विद्यालय में कर रही थी. मैं अपने कॉलेज ,कॉलेज की बस से जाया करती थी. मेरा कॉलेज मेरे घर बहुत दूर था इसी लिए मेरे मादरचोद पापा ने मेरे लिए कॉलेज की बस लगवा दी थी.
भाभी ने देवर का लण्ड पीया छोटे देवर जी ने भाभी की फुद्दी Hindi Chudai Ki Kahani

कॉलेज की बस रोज टाइम से मोर्निंग घर आर आ जाती थी और टाइम से छुट्टी में घर ले आती थी. मैं अपने घर की बहुत लाडली थी. मेरे मादरचोद पापा-अम्मी मुझे बहुत मानते थे. मैं अपने घर की अकेली थी इसीलिये मैं जो कुछ अपने मादरचोद पापा-अम्मी से मांगती थी वो मुझे जल्दी से लेकर दे देते थे मुझे किसी चीज की कमी नही थी.
मैं अपने कॉलेज में भी सबकी बहुत प्यारी थी मुझे सब लोग मानते थे. मैं अपने कॉलेज की टोपर थी 1 क्लास से लगाकर अभी तक मैं अपने कॉलेज में फर्स्ट ही आती थी. इससे मुझसे कई लडकिया चिढती भी थी. मेरी मेरे कॉलेज में एक सहेली थी वो मुझे बहुत मानती थी और मैं भी उसे उतना ही मानती थी जीतन वो मुझे मानती थी.
हम बहन के लंड दोनों बहुत अच्छे फ्रेंड थे. उसका घर मेरे घर से कुछ ही दूरी पर था. हम लोग क्लास से लगाकर बस की एक ही सीट पर बैथते थे. हम लोग इंटरवल में खाना एक जी साथ बैठकर खाते थे और जब कभी भी कभी छुट्टी होती थी तब मैं या वो एक दुसरे के घर जाके खूब मस्त किया करते थे. मेरी सहेली का एक यार था उसका नाम सत्यम था. वो दिखने में बहुत स्मार्ट और चिकना था. मेरी सहेली ने मुझे उससे एक-दो बार मिलवाया भी था. वो मेरे ही कॉलेज के साइड में एक दूसरा कॉलेज था उसमे पढता था. एक दिन मैं और मेरी सहेली छुट्टी के बाद बस मे बैठकर घर जा रहे थे. तभी हम लोगो की बस के साइड में मेरी सहेली का यार और उसका एक फ्रेंड बाइक से मेरी सहेली के साथ बात करते हुए आ रहे था.
मैं सीट किनारे चुपचाप बैठी हई थी और उनकी बाते सुन रही थी. जो मेरी सहेली के यार का फ्रेंड मुझे घूरे जा रहा था. कुछ समय के बाद हम लोगो के घर आने वाले थे तो यो लोग चले गये थे. बस मुझे मेरे घर पर उतार कर चली गयी. जब शाम हुयी तब मेरी सहेली मेरे घर पर आयी और कहने लगी की कल तुझे किसी से मिलवाना है तु तैयार रहना मैं काल तुझे लेने आउंगी. नेक्स्ट डे वो मुझे अपनी दीदी की स्कूटी से लेने आयी और मुझे लेके एक अच्छे से रेस्टोरेंट में चली गयी. मैं वहां कुछ देर तक बैठी रही और इसके बाद मैंने अपनी सहेली से पूंछा की किस्से मिलवाने लायी है बता तो दे.
उसने कहा की सबर कर बीएस आता ही होगा. मैं कुछ समय तक और बैठी रही और फिर्देखा की उसका यार और उसके साथ में उसका फ्रेंड जो मुझे घूर रहा था. वो लोग आके मेरी सामने वाली टेबल पर बैठ गये. मेरी सहेली ने मुझसे कहा की इनको तुमसे कुछ बात करनी है इस कारण से मैं तुझे इससे मिलवाने के लिए आयी हूँ यह कहकर वो दोनों वहां से चले गये और कहा की हम लोग कुछ समय में आयेंगे तब तक तुम दोनों आपस में बात करो.
अब हम बहन के लंड दोनों बैठे हुए थे उसने मेरे लिए कॉफ़ी आर्डर की. कॉफ़ी पिने के बाद मे मैंने उससे पूंछा की क्या बात करनी है तो वो कुछ समय के बाद कहा की मैं तुम्हे लाइक करने लगा हूँ और मैं तुम्हे पसंद करता हूँ. अगर मैं आप को पसंद हूँ तो आप हाँ कर दो वरना कोई बात ही नही मैं दोबारा तुमसे कुछ नही कहूँगा और न ही तुम्हारे पीछे आऊंगा. वो दिखने में बिलकुल भोला था उसका मूझे पर्पोस करने का तरीका बहुत पसंद आया. मैंने कुछ समय तक अपने मन में सोंचा और फिर उसको हाँ बोल दिया. अब मैं और मेरी सहेली दोनो लोग अपने-अपने यार के साथ मिलकर खूब मस्त करते थे. हम लोगो के एग्जाम हो गये थे. मैंने अपने यार के बारे में अपने मादरचोद पापा को बताया.
मेरे मादरचोद पापा ने उसके मादरचोद पापा से बात करके हम लोगो का संबंध पक्का कर दिया था. हम लोगो ने पानी पढाई पूरी कर ली थी. मेरी बैंक में जॉब लग गयी थी और मेरा जो यार था वो फॉरेन में जाके बिज़नस कर रहा था. हम लोगो की अगले महीने की 15 तारीख को शादी थी. मेरा यार भी आ गया था. मैंने अपने सहेली और उसके यार को भी अपनी शादी पर बुलाया था. हम लोगो की शादी बड़े धूम धाम से हुयी थी.
जब मेरी सुहाग नाईट आयी तब मेरे नपुंसक पति ने मुझे पूरा नंगा कर दिया और अपना लण्ड मेरे मुँह में देकर पहले मुझे चूसाया और फिर जब उनका 9 इंच लम्बा लण्ड खड़ा हो गया तब उन्होंने मुझे पलंग पर लिटा कर मेरी फुद्दी में अपना लण्ड घुसेड़ कर जोर-जोर से अन्दर-बाहर शोर्ट देने लगे और मैं अपने मुँह से आह आह अह अहह अहह आह आह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह आः अहः अहः अह आहा अह औंह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ईह्ह इउह की सिस्कारिया निकाल रही थी.
उस दिन मुझे मेरे नपुंसक पति ने तीन बार चोदा था क्योकि नेक्स्ट डे उन्हें वापस जाना था. नेक्स्ट डे वो मोर्निंग की फ्लाइट से चले गये थे. मैं दिन को अपने बैंक में अपना टाइम बिताती थी और जब नाईट को घर आती थी तब मुझे उनकी कमी महशूस होती थी. एक दिन मेरी बैंक मैं छुट्टी थी और मैं घर पर ही थी. मादरचोद पापा जी और माँ जी घर से कहीं बाहर गये थे घर पर खली मेरा देवर था. मैं अपने कमरे में लेट कर अपने नपुंसक पति से न्यूड होकर विडियो काल पर बात कर रही थी ओर अपनी फुद्दी में ऊंगली घुसेड़ कर अंदर-बाहर कर रही थी. कुछ समय तक मैंने अपने नपुंसक पति से बात की और फिर उन्हें कोई काम आ गया तो उन्होंने काल काट दी. मैं उनसे बात करते-करते गरम हो गयी थी और अब मेरी फुद्दी को एक लण्ड की जरुरत थी.
मैंने कुछ देर तक अपना दिमाग लगाया और फिर बाद मैं मैं अपने देवर के कमरे में गयी. वो लेटा था और कुछ पढ़ रहा था. मेरे छोटे देवर जी ने मुझे देख कर अपनी बुक को छिपा लिया था मैंने उससे वो बुक ली और देखि तो वो हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में वाली गन्दी किताब पढ़ रहा था. इसके बाद मैंने जब अपने देवर के लौड़े की ओर देखा तो उसका लण्ड एकदम खड़ा था. मैंने बुक साइड में रखी और उसकी पैंट नीचे उतार कर मैं भी अपने देवर का लण्ड चूसने के लिये नीचे बैठ गयी और उसका लण्ड अपने मुँह में रख कर चूसने लगी.
मेरे देवर को अपनी इस सविता भाभी से अपना लण्ड चुस्वाने में इतना आनंद आ रहा था की वो अपने मुँह से आह आह आह आह आह आह आहा अह आहा आहा अह आहा अह आहा उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह की सिस्कारियां निकाल रहा था. कुछ समय तक मैंने अपने देवर का लण्ड पीया. देवर का लण्ड चूसने के बाद मैंने मेरे देवर से मेरी फुद्दी चाटने को कहा और पलंग पर अपनी दोनों टांगे चौड़ी करके लेट गयी.
मेरे छोटे देवर जी ने अपना मुँह मेरी फुद्दी में घुसेड़ कर चाटने लगा और मेरे भी मुँह से आह आह आह अह आहा आहा अह आहा हा आहा हा हह आहा हाहिह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह इह्घ इह्ह इह्ह इह्ह आह आह आहा अह आहा की सिस्कारिया निकाल रही थी. इसके बाद मैंने अपनी दोनों टांगो को फैला दिया और उसे अपनी फुद्दी पेलने को कहा .
उसने अपना लण्ड मेरी फुद्दी में घुसेड़ कर मेरी फुद्दी में जोर-जोर शोर्ट देकर मेरी प्यासी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करने लगा हम बहन के लंड दोनों भाभी देवर के बिच कभी ऐसे अवैध सेक्स संबंध बनेंगे हमें बिलकुल अंदेशा नहीं था. हम बहन के लंड दोनों भाभी और देवर को सेक्स करने में बहुत आनंद आ रहा था और दोनों ही अपने मुँह से आह हाह आहा अह आहा अह अह आहा अह अह्हह अहाह आहा हा अह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उहोह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्हिह्ह इह्घ की सिस्कारिया निकाल रहे थे.
कुछ समय के बाद हम बहन के लंड दोनों देवर-भाभी एक साथ ही झड गये और नंगे ही एक दुसरे से चिपक कर लेटे रहे और थोड़ी देर के बाद हम बहन के लंड दोनों भाभी देवर नंगे ही स्नानघर की और चल पड़े और शावर चलाकर एक दुसरे के शरीर को साफ करने लगे. इसी बिच हम बहन के लंड दोनों के एक दफे फिर चुदाई करने का मुंड बन गया और हम बहन के लंड दोनों भाभी और छोटे देवर जी ने एक दफे फिर स्नानघर में ही दुबारा अवैध सेक्स संबंध बनाये खैर वो वाली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में अगले भाग में सुनना चाहते हो तो इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में के निचे लाइक बटन पर ज़रूर क्लिक करना. दोस्तों आप सभी को मेरी यह गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “भाभी ने देवर का लण्ड पीया छोटे देवर जी ने भाभी की फुद्दी Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करना.