दोस्तों ब्रिजेश पंवार एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था और अपनी मासूम छोटी बहन राधिका और अपनी सविता के साथ रहता था. उसकी बहन जो की अभी 18 साल की है और विद्यालय में पड़ती है ब्रिजेश उसे पहले ही चोद चूका था वो वाली हिन्दी सेक्स स्टोरी पड़ने के लिये यंहा क्लिक करे >> भाई की अपनी अनचुदी बहन के बदन को भोगने की लालसा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में ब्रिजेश अभी अभी दफ्तर से आया ही था की चुदासी सविता वासना के जोश में घुटने के बल ब्रिजेश पंवार के सामने बैठ गई और उसकी पेंट की ज़िप खोल कर उसका 12 इंच लम्बा लण्ड बाहर निकाल लिया और जोर जोर से मुठ मारने लगी.
ब्रिजेश बोलने लगा कर के उसकी बहन देख लेगी तो वो बोलने लगी के देख लेने दो आज नहीं तो कल उसे भी यही सब तो करना है. और वैसे भी अब शर्म किस बात की आप तो पहले ही उसके साथ सेक्स कर चुके हो… फिर जैसे ही उसके पति देव के लण्ड ने स्पर्म छोड़ा तो वो अपने पति का रस भरा लण्ड अपने मुँह में लेकर चूसने लगी और पूरा स्पर्म साफ़ करके ही वह उठी. फिर वो लोग डिन्नर करके सोने चले गए और सोने से बहले सेक्स करा. यहाँ भी देंखे इंडियन क्सक्सक्स पोर्न विडियो श्रीदेवी और जहान्वी कपूर लेस्बियन सेक्स न्यूड वीडियो
मासूम छोटी बहन और वाइफ के साथ थ्रीसम चुदाई हिन्दी XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
नेक्स्ट डे मोर्निंग ब्रिजेश पंवार कपड़े पहन कर ऑफ़िस जाने को तैयार हुआ. उसने अपनी कामुक जोरू से पुछा कि आज नाईट का क्या प्रोग्राम है रानी?” चुदासी सविता उसे कसकर चूमते हुए बोली. ” जल्दी आना, आज एक ही प्रोग्राम है मै आप और आप की मासूम छोटी बहन मिल कर थ्रीसम सेक्स करेंगे. फिर नाईट को वो तीनो खाना वाना खा कर थ्रीसम सेक्स के लिये तैयार हो चुके थे और राधिका के बड़े भाई साहब के शयनकक्ष में थ्रीसम सेक्स का कार्यक्रम था तो सब वंहा पर सेक्स करने बहुत गए.
यहाँ भी देंखे सेक्सी सविता भाभी की जोरदारयोनी चुदाई का आनंद Hindi Chudai Ki Kahani 18 साल की जवान राधिका ने कल से ही अपने बड़े भाई साहब से चुदवान शुरू करा था और वो ही सबसे पहले अपने कपड़े खोल कर न्यूड हो गई फिर उसकी चुदासी सविता भाभी ने झुक कर उस की प्यारी सी फुद्दी को चूम लिया. फ़िर जबान से उसे दो तीन बार चाटा, खासकर लाल लाल अनार जैसे दाने पर जबान फ़ेरी. 18 साल की जवान राधिका चहक उठी. “भाभी, क्या कर रही हो?” “रहा नहीं गया रानी, इतनी प्यारी जवान बुर देखकर, ऐसे माल को कौन नहीं चूमना और चूसना चाहेगा? क्यों, तुझे अच्छा नहीं लगा?” चुदासी सविता ने उस की मखमली छरहरी रानों को सहलाते हुए कहा . “बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा भाभी, और करो ना….
अब तक 18 साल की जवान राधिका काफ़ी गरम हो चुकी थी और अपने फुद्दीड़ उचका उचका कर अपनी बुर चुदासी सविता भाभी के मुँह पर रगड़ने का प्रयास कर रही थी. 18 साल की जवान राधिका की अधीरता देखकर चुदासी सविता भाभी बिना किसी हिचकिचाहट से उस कोमल चुत पर टूट पड़ी और उसे बेतहाशा चाटने लगी.
18 साल की जवान राधिका भी अब अपनी भाभी के प्रति आकर्षित हो चुकी थी. जवान राधिका की फुद्दी का रस चुदासी सविता भाभी की जबान पर लिपटने लगा और चुदासी सविता भाभी मस्ती से उसे निगलने लगी क्यों की वो रस उसे अमृत जैसा लग रहा था और वह उसे स्वाद ले लेकर पीने लगी.
ब्रिजेश पंवार एक कोने में बैठा बैठा ननद भाभी का लेस्बियन सेक्स देख का मुठ मार रहा था. अब चुदासी सविता भाभी भी बहुत कामातुर हो चुकी थी और अपनी जांघे रगड़ रगड़ कर स्खलित होने का प्रयास कर रही थी. 18 साल की जवान राधिका ने हाथो में चुदासी सविता भाभी के सिर को पकड़ कर अपनी चुत पर दबा लिया और उसके घने लम्बे केशों में प्यार और मोहब्बत से अपनी उंगलियां चलाते हुए कहा . “भाभी, तुम भी न्यूड हो जाओ ना, मुझे भी तुंम्हारी चूचियां और फुद्दी देखनी है.” चुदासी सविता भाभी उठ कर खड़ी हो गई और अपने कपड़े उतारने लगी. उसकी किशोरी ननद राधिका अपनी ही बुर को रगड़ते हुए बड़ी बड़ी आंखो से अपनी भाभी की ओर देखने लगी. उसकी ब्यूटीफुल भाभी उसके सामने न्यूड होने जा रही थी.
चुदासी सविता भाभी ने साड़ी उतार फ़ेकी और नाड़ा खोल कर पेटीकोट भी उतार दिया. ब्लाउज के बटन खोल कर हाथ ऊपर कर के जब उसने ब्लाउज उतारा तो उसकी स्ट्रैप्लेस पैडेड ब्रा में कसे हुए उभरे स्तन देखकर 18 साल की जवान राधिका की फुद्दी में एक बिजली सी दौड़ गई. भाभी कई बार उसके सामने कपड़े बदलती थी पर इतने पास से उसके मचलते हुए स्तनोंं की गोलाई उसने पहली बार देखी थी. और यह नशीली ब्रेसियर भी उसने पहले कभी नहीं देखी थी.
अब चुदासी सविता भाभी के गदराये बदन पर सिर्फ़ सफ़ेद जांघिया और वह तंग सफ़ेद पैडेड ब्रा बची थी. “भाभी यह कन्चुकी जैसी पैडेड ब्रा आप कहा ं से लाई है? इस पैडेड ब्रा में तो आप साक्षात अप्सरा दिखती है इसमे.” चुदासी सविता भाभी ने मुस्करा कर कहा “एक फ़ैशन मेगेज़ीन में देखकर बनवाई है, तेरे भाई साहब यह देखकर इतने मस्त हो जाते है कि नाईट भर मुझे चोद लेते है.” “भाभी रुको, इन्हें मै निकालूंगी.” कहकर 18 साल की जवान राधिका चुदासी सविता भाभी के पीछे आकर खड़ी हो गई और उसकी मान्सल पीठ को प्यार और मोहब्बत से चूमने लगी. फिर उसने पैडेड ब्रा के हुक खोल दिये और पैडेड ब्रा उछल कर उन मोटे मोटे स्तनों से अलग होकर गिर पड़ी. उन मस्त पपीते जैसे उरोजों को देख्कर 18 साल की जवान राधिका अधीर होकर उन्हें चूमने लगी. “भाभी, कितनी मस्त चूचियां है तुंम्हारी.
यहाँ भी देंखे पूरा लण्ड फिल्म एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर की फुद्दी में घुसेड़ दिया हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में तभी भाई साहब तुंहारी तरफ़ ऐसे भूखों की तरह देखते है.” चुदासी सविता भाभी के चूचुक भी मस्त होकर मोटे मोटे काले कड़क जामुन जैसे खड़े हो गये थे. उसने 18 साल की जवान राधिका के मुँह मे एक निपल दे दिया और उस उत्तेजित किशोरी को भींच कर सीने से लगा लिया. 18 साल की जवान राधिका आखे बन्द कर के बच्चे की तरह चूची चूसने लगी. चुदासी सविता भाभी के मुँह से वासना की सिसकारियां निकलने लगीं और वह अपनी ननद को बाहों में भर कर पलंग पर लेट गई. “हाय मेरी प्यारी बच्ची, चूस ले मेरे निपल, पी जा मेरी चूची, तुझे तो मै अब अपनी फुद्दी का पानी भी पिलाऊंगी.”
18 साल की जवान राधिका ने मन भर कर भाभी की चूचियां चूसीं और बीच में ही मुँह से निकाल कर बोली. “भाभी अब जल्दी से मां बन जाओ, जब इनमें दूध आएगा तो मै ही पिया करूंगी, अपने बच्चे के लिये और कोई इन्तजाम कर लेना.” और फ़िर मन लगा कर उन मुलायम स्तनों का पान करने लगी. “जरूर पिलाऊंगी मेरी रानी, तेरे भाई साहब भी यही कहते है. एक चूची से तू पीना और एक से तेरे भाई साहब.” चुदासी सविता भाभी 18 साल की जवान राधिका के मुँह को अपने स्तन पर दबाते हुए बोली. अपने निपल में उठती मीठी चुभन से चुदासी सविता भाभी निहाल हो गई थी. अपनी पैंटी उसने उतार फ़ेकी और फ़िर दोनों जांघो में 18 साल की जवान राधिका के शरीर को जकड़कर उसे हचकते हुए चुदासी सविता भाभी अपनी बुर उस की कोमल जांघो पर रगड़ने लगी.
चुदासी सविता भाभी की घनी काली झांटो वाली रसीली बुर ठीक उसकी आंखो के सामने थी. घनी काली झांटो के बीच की गहरी लकीर में से लाल लाल बुर का छेद दिख रहा था. “हाय भाभी, कितनी घनी और रेशम जैसी झांटे हैं तुम्हारी, काटती नहीं कभी?” उसने बालों में उंगलियां डालते हुए पूछा. “नहीं री, तेरे भाई साहब मना करते हैं, उन्हें घनी झांटे बहुत अच्छी लगती हैं.” चुदासी सविता भाभी मुस्कराती हुई बोली. “हां भाभी, बहुत प्यारी हैं, मत काटा करो, मेरी भी बढ़ जाएं तो मैं भी नहीं काटूंगी.” 18 साल की जवान राधिका बोली. अधिका से अब और न रहा गया और अपने सामने लेटी अपनी न्यूड सविता भाभी की गीली रिसती चूत के अंदर उसने मुँह छुपा लिया और चाटने लगी.
चुदासी सविता भाभी वासना से कराह उठी और 18 साल की जवान राधिका का मुँह अपनी झांटो पर दबा कर रगड़ने लगी. वह इतनी गरम हो गई थी कि तुरन्त झड़ गई. “हाय मर गई रे 18 साल की जवान राधिका बिटिया, तेरे प्यारे मुँह को चोदूं, साली क्या चूसती है तू, इतनी सी बच्ची है फ़िर भी पुरानी रांड जैसी चूसती है. पैदाइशी चुदैल है तू” पाँच मिनट तक वह सिर्फ़ हांफ़ते हुए झड़ने का आनंद लेती रही. फ़िर मुस्कराकर उसने 18 साल की जवान राधिका को बुर चूसने का सही अन्दाज सिखाना प्रारम्भ करा. उसे सिखाया कि पपोटे कैसे अलग किये जाते हैं, जबान का प्रयोग कैसे एक चम्मच की तरह रस पीने को किया जाता है और बुर को मस्त करके उसमे से और अमृत निकलने के लिये कैसे क्लाईटोरिस को जबान से रगड़ा जाता है.
थोड़ी ही देर में 18 साल की जवान राधिका को फुद्दी का सही ढंग से चूस चूस कर पानी निकालना और पीना आ गया और वह इतनी मस्त फुद्दी चूसने लगी जैसे बरसों का ज्ञान हो. चुदासी सविता भाभी पड़ी रही और सिसक सिसक कर बुर चुसवाने का पूरा आनंद लेती रही. “चूस मेरी प्यारी बहना, और चूस अपनी भाभी की बुर, जबान से चोद मुझे, आ ऽ ह ऽ , ऐसे ही रानी बिटिया ऽ , शा ऽ बा ऽ श.” काफ़ी झड़ने के बाद उसने 18 साल की जवान राधिका को अपनी बाहों में समेट लिया और उसे चूम चूम कर प्यार करने लगी. 18 साल की जवान राधिका ने भी भाभी के गले में बाहें डाल दीं और चुम्बन देने लगी. एक दूसरे के कोमल होंठ दोनों रंडियां अपने अपने मुँह में दबा कर चूसने लगीं.
18 साल की जवान राधिका अब तक मस्त हो चुकी थी और भाभी के मुँह को मन लगा कर चूस रही थी. उसकी कच्ची जवान चूत से अब पानी बहने लगा था. चुदासी सविता ने ब्रिजेश पंवार से कहा . “लड़की मस्त हो गई है, बुर तो देखो इस जवान लड़ी की… इसी बिच अपनी वाइफ और बहन के बिच लेस्बियन सेक्स होते देख अब ब्रिजेश पंवार को सेक्स चढ़ चूका था. ब्रिजेश पंवार ने अपनी वाइफ और बहन को अलग कर और फिर अपनी 18 साल की जवान राधिका के सिर को अपनी ओर खिंचा और अपने कोमल होंठ 18 साल की जवान राधिका के कोमल कोमल होंठों पर जमा दिये और चूस चूस कर उसे चूमता हुआ अपनी मासूम छोटी बहन के मुँह का रस पीने लगा.
यहाँ भी देंखे सविता भाभी ने मेरी अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई अपने यार से करवाई हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में उधर चुदासी सविता ने 18 साल की जवान राधिका की टांगें फ़ैलाईं और झुक कर उसकी चुत चाटने लगी. उसकी जबान जब जब बच्ची के क्लाईटोरिस पर से गुजरती तो एक धीमी सिसकी 18 साल की जवान राधिका के ब्रिजेश पंवार के कोमल होंठों के बीच दबे मुँह से निकल जाती. उस कमसिन फुद्दी से अब रस की धार बह रही थी और उसका पूरा फ़ायदा उठा कर चुदासी सविता चूत के अंदर जबान घुसेड़ घुसेड़ कर उस अमृत का पान करने लगी.
ब्रिजेश पंवार ने 18 साल की जवान राधिका को एक आखरी बार चूम कर उसका सिर अपनी गोद में ले लिया. फ़िर अपना बड़ा टमाटर जैसा सुपाड़ा उसके गालों और कोमल होंठों पर रगड़ने लगा.”ले 18 साल की जवान राधिका, जरा अपने भाई साहब के लण्ड का आनंद ले, चूस कर देख क्या आनंद आयेगा. डालू तेरे मुँह मे?” उसने पूछा. 18 साल की जवान राधिका को भी सुपाड़े की रेशमी मुलायम चमड़ी का स्पर्श बड़ा अच्छा लग रहा था. ” हाय भाई साहब, बिलकुल मखमल जैसा चिकना और मुलायम है.” वह किलकारी भरती हुई बोली. ब्रिजेश पंवार ने उसका उत्साह बढ़ाया और पेनिस को 18 साल की जवान राधिका के मुँह में पेलने लगा.
“चूस कर तो देख, स्वाद भी उतना ही अच्छा है.” चुदासी सविता ने 18 साल की जवान राधिका की जांघों में से जरा मुँह उठाकर कहा और फ़िर बुर का पानी चूसने में लग गई. 18 साल की जवान राधिका अब मस्ती में चूर थी. वह अपनी जबान निकालकर इस लण्ड और सुपाड़े को चाटने लगी. ब्रिजेश पंवार ने काफ़ी देर उसका आनंद लिया और फ़िर 18 साल की जवान राधिका के गाल दबाता हुआ बोला. “चल बहुत गेम खेल हो गया, अब मुँह में ले और चूस.”
गाल दबाने से 18 साल की जवान राधिका का मुँह खुल गया और ब्रिजेश पंवार ने उसमें अपना सुपाड़ा घुसेड़ दिया. सुपाड़ा बड़ा था इस लिये 18 साल की जवान राधिका को अपना मुँह पूरी तरह खोलना पड़ा. पर सुपाड़ा अन्दर जाते ही उसे इतना आनंद आया कि मुँह बंद कर के वह उसे एक बड़े लॉलीपॉप जैसे चूसने लगी. ब्रिजेश पंवार ने एक सुख की आह भरी, अपनी मासूम छोटी बहन के प्यारे मुँह का स्पर्श उसके पेनिस को सहन नहीं हो रहा था. “हाय चुदासी सविता, मैं झड़ने वाला हूं इस छोकरी के मुँह मे. निकाल लू लौड़ा? आगे का काम शुरू करते हैं.”
चुदासी सविता को पता था कि उसका बहन चोद पति ब्रिजेश पंवार अपनी नासमझ छोटी मासूम बहन की गांड मारने को लालायित है. उसने जब अपने पति देव के लण्ड का साइज़ देखा तो समझ गई कि अगर झड़ाया नहीं गया और इसी लण्ड से बच्ची की बदबूदार गांड मारी गई तो जरूर फ़ट जाएगी. इसलिये वह भी बोली. “ऐसा करो, मुट्ठ मार लो 18 साल की जवान राधिका के मुँह मे, उसे भी जरा इस गाढ़े गाढ़े स्पर्म का स्वाद चखने दो. मै तो रोज ही पीती हूं, आज मेरी ननद को पाने दो यह प्रसाद.”
ब्रिजेश पंवार दीवाना हुआ जा रहा था. उसने एक हाथ से 18 साल की जवान राधिका के सिर को पकड़ कर सहारा दिया कि धक्कों से आगे पीछे न हो और दूसरे हाथ से लण्ड का डण्डा मुट्ठी में लेकर जोर जोर से आगे पीछे करता हुआ हेंडजॉब करने लगा. मुँह में फ़ूलता सिकुड़ता लज़ीज़ सुपाड़ा उस किशोरी को इतना भाया कि जबान रगड़ रगड़ कर आंखे बन्द कर के वह उस रसीले फ़ल को चूसने लगी.
ब्रिजेश पंवार को इतना सुख सहन नहीं हुआ और पांच ही मिनिट में वह एकदम स्खलित हो गया. “हा ऽ य री ऽ प्यारी बच्ची, तूने मुझे मार डाला, चुदासी सविता रानी, यह तो चूसने में उस्ताद है, ऊ ऽ आह ऽ ऽ ” 18 साल की जवान राधिका मलाई जैसा गाढ़ा गरम गरम स्पर्म बड़े स्वाद से निगल रही थी. पहली बार स्पर्म निगला और वह भी बड़े भाई साहब का! ब्रिजेश पंवार का उछलता लण्ड उसने आखरी बूंद निकलने तक अपने मुँह में दबाए रखा जब तक वह सिकुड़ नहीं गया.
18 साल की जवान राधिका भी अबतक चुदासी सविता के चूसने से कई बार झड़ गई थी. चुदासी सविता चटखारे ले लेकर उसकी चुत का पानी चूस रही थी. ब्रिजेश पंवार कहा “चलो, बाजू हटो, मुझे भी अपनी गरम माल बहन की फुद्दी चूसने दो.” 18 साल की जवान राधिका मस्ती में कहने लगी “हां भाभी, भाई साहब को मेरी बुर का शरबत पीने दो, तुम अब जरा मुझे अपनी फुद्दी चटाओ भाभी, जल्दी करो ऽ ना ऽ” वह मचल उठी. चुदासी सविता उठी और उठ कर कुर्सी में बैठ गई. अपनी भरी पूरी गुदाज टांगें फ़ैला कर कहने लगी “आ मेरी रानी, अपनी भाभी की चूत के अंदर आ जा, देख भाभी की फुद्दी ने क्या रस बनाया है अपनी लाड़ली ननद के लिये.”
18 साल की जवान राधिका उठकर तुरंत चुदासी सविता के सामने फ़र्श पर बैठ गई और भाभी की बुर अपने हाथों से खोलते हुए उसे चाटने लगी. उस कोमल जबान का स्पर्श होते ही चुदासी सविता मस्ती से सिसक उठी और 18 साल की जवान राधिका के रेशमी बालों में अपनी उंगलियां घुमाती हुई उसे पास खींच कर और ठीक से चूसने को बोलने लगी. “हाय मेरी गुड़िया, क्या जबान है तेरी, चाट ना, और मन भर कर चाट, जबान अन्दर भी डाल ननद रानी, वास्तविक माल तो अन्दर है.” 18 साल की जवान राधिका के अधर चाटने से चुदासी सविता कुछ ही देर में झड़ गई और चुदासी की प्यासी 18 साल की जवान राधिका के लिये तो मानों रस की धार उसकी भाभी की चूत से फ़ूट पड़ी.
ब्रिजेश पंवार अब तक 18 साल की जवान राधिका के पीछे लेट गया था. सरककर उसने 18 साल की जवान राधिका के नितम्ब फ़र्श पर से उठाये और अपना सिर उसके नीचे लाकर फ़िर से 18 साल की जवान राधिका को अपने मुँह पर ही बिठा लिया. उसकी रसीली फुद्दी चूसते हुए वह अपनी मासूम छोटी बहन के नितम्ब प्यार और मोहब्बत से दबाने और सहलाने लगा. 18 साल की जवान राधिका तो अब मानों काम सुख के सागर में गोते लगा रही थी. एक तरफ़ उसे अपनी भाभी की बुर का रस चूसने मिल रहा था और दूसरी ओर उसके भाई साहब उसकी फुद्दी चूस रहे थे. वह तुरंत झड़ गई और मस्ती में ऊपर नीचे होते हुए ब्रिजेश पंवार को अपनी बुर का रस पिलाते हुए उसका मुँह पेलने लगी.
ब्रिजेश पंवार ने अपनी जबान कड़ी करके उसकी फुद्दी में एक लण्ड की तरह डाल दी और उस कमसिन फुद्दी को पेलने लगा. साथ ही अब वह आहिस्ता आहिस्ता 18 साल की जवान राधिका के कसे हुई मुलायम फुद्दीड़ों को प्यार और मोहब्बत से दबाने और सहलाने लगा. सहलाते सहलाते उसने नितम्बों के बीच की लकीर में उंगली चलाना शुरू कर दी और हौले हौले उस कोमल चूतड़ का जरा सा छेद टटोलने लगा.
ब्रिजेश पंवार अब यह सोच कर दीवाना हुआ जा रहा था कि जब उस नन्ही गांड के अंदर उसका भारी भरकम लण्ड जायेगा तो कितना आनंद आयेगा पर बेचारी 18 साल की जवान राधिका जो अपने भाई के इस इरादे से अनभिज्ञ थी, मस्ती से चहक उठी. चूतड़ को टटोलती उंगली ने उसे ऐसा मस्त किया कि वह और उछल उछल कर अपने भाई का मुँह पेलने लगी और झड़कर उसे अपनी चूत से बहते अमृत का प्रसाद पिलाने लगी.
18 साल की जवान राधिका आखिर बार बार झड़कर लस्त पड़ने लगी. 18 साल की जवान राधिका के मुँह में झड़ने के बावजूद चुदासी सविता की बुर अब बुरी तरह से चू रही थी क्योंकि वह समझ गई थी कि बच्ची की चूतड़ मारने का वक्त नजदीक आता जा रहा है. 18 साल की जवान राधिका अब पूरी तरह से तृप्त होकर हार मान चुकी थी और अपने भाई से प्रार्थना कर रही थी कि अब वह उसकी चुत न चूसे. “भैया, छोड़ दो अब, अब नहीं रहा जाता, बुर दुखती है तुम चूसते हो तो, प्लीज़ भाई साहब, मेरी फुद्दी मत चाटो अब.”
राधिका को अपनी सविता भाभी की झांटे चाटने में बहुत आनंद आ रहा था
राधिका को अपनी सविता भाभी की झांटे चाटने में बहुत आनंद आ रहा था. क्यों की उनकी झांटो के बाल बहुत बड़े बड़े और झाने थे एक दम घने जंगलो के जैसे. चुदासी सविता ने 18 साल की जवान राधिका का सिर अपनी झांटो में खींच कर अपनी फुद्दी से उसका मुँह बंद कर दिया और जांघों से उसके सिर को दबा लिया. फ़िर कहने लगी “डार्लिंग, तुम चूसते रहो जब तक मन करे, यह छोकरी तो नादान है, और उस साली रंडी छिनाल की गांड भी चूसो जरा, स्वाद बदल बदल कर चूसोगे तो आनंद आयेगा”
अगले दस मिनट ब्रिजेश पंवार 18 साल की जवान राधिका की बुर और चूतड़ बारी बारी से चूसता रहा. बच्ची की झड़ी फुद्दी पर और नन्हे से क्लिट पर अब जब ब्रिजेश पंवार की जबान चलती तो वह अजीब से सम्वेदन से तड़प उटती. उसे यह सहन नहीं हो रहा था और बेचारी रोने को आ गई कि कब भाई साहब उस पर तरस खाकर उसकी यह मीठी यातना समाप्त करे्गा. वह कमसिन छोकरी मुँह बन्द होने से कुछ नहीं कर सकी, सिर्फ़ चुदासी सविता की चूत के अंदर घिगियाकर रह गई.
चुदासी सविता उसका लण्ड चूसने लगी. चूसते चूसते ब्रिजेश पंवार से पूछा “क्यों, सूखी ही मारोगे या मक्खन लाऊं” ब्रिजेश पंवार मस्ती में कहा “सूखी मारने में बहुत आनंद आयेगा मेरी जान” चुदासी सविता उस मोटे पेनिस को देखकर कहने लगी “मैं तुमसे रोज चूतड़ मराती हूं पर मुझे भी आज इस की साइज़ देखकर डर लगा रहा है, फ़ट जायेगी गाण्ड, मैं मक्खन लेकर आती हूं, आज मखमली कर के मारो, अब तो रोज ही मारना है, सूखी बाद में चोद लेना”
चुदासी सविता उठकर मक्खन लाने को चली गई. ब्रिजेश पंवार प्यार और मोहब्बत से औंधी पड़ी अपनी मासूम छोटी बहन के नितम्ब सहलाता रहा. लस्त 18 साल की जवान राधिका भी पड़ी पड़ी आराम करती रही. उसे लगा चुदासी सविता और भाई साहब में उनके आपस के गुदा सम्भोग की बातें चल रही हैं, उसे क्या लेना देना था. बेचारी बच्ची नहीं जानती थी कि उस की गांड मारने की तैयारी हो रही है.
चुदासी सविता मक्खन लेकर आई और ब्रिजेश पंवार के हाथ मे देकर आंख मारकर पलंग पर चढ़ गई. लेटकर उसने 18 साल की जवान राधिका को उठा कर अपने ऊपर औंधा लिटा लिया और उसे चूमने लगी. 18 साल की जवान राधिका के हाथ उसने अपने शरीर के गिर्द लिपटा लिये और अपनी पीठ के नीचे दबा लिये जिससे वह कुछ प्रतिकार न कर सके. अपनी टांगो में 18 साल की जवान राधिका के पैर जकड़ लिये और उसे बांध सा लिया.
18 साल की जवान राधिका की मुलायम गोरी चूतड़ देखकर ब्रिजेश पंवार अब अपनी वासना पर काबू न रख सका. वह उठा और 18 साल की जवान राधिका की अनमैरिड चूतड़ मारने की तैयारी करने लगा. अब चुदासी सविता भी आनंद लेने लगी. उसने 18 साल की जवान राधिका से कहा . “मेरी प्यारी ननद रानी, मैने तुझसे वायदा किया था ना कि भाई साहब आज तुझे नहीं चोदेंगे” 18 साल की जवान राधिका घबरा गई. चुदासी सविता ने उसे दिलासा देते हुए कहा . “घबरा मत बिटिया, सच में नहीं चोदेंगे” फ़िर कुछ रुक कर आनंद लेती हुई कहने लगी “आज वे तेरी चूतड़ मारेंगे”
18 साल की जवान राधिका सकते में आ गई और घबरा कर रोने लगी. ब्रिजेश पंवार अब पूरी तरह से उत्तेजित था. उसने एक उंगली मक्खन में चुपड़ कर 18 साल की जवान राधिका के गुदा में घुसेड़ दी. उस नाजुक चूतड़ को सिर्फ़ एक उंगली में ही ऐसा दर्द हुआ कि वह हिचक कर रो पड़ी. ब्रिजेश पंवार को आनंद आ गया और उसने 18 साल की जवान राधिका का सिर उठाकर अपना लण्ड उस बच्ची को दिखाया. “देख बहन, तेरी चूतड़ के लिये क्या मस्त लौड़ा खड़ा किया है.”
उस बड़े महाकाय पेनिस को देखकर 18 साल की जवान राधिका की आंखे पथरा गई. ब्रिजेश पंवार का लण्ड अब कम से कम आठ इंच लम्बा और ढाई इन्च मोटा हो गया था. वह ब्रिजेश पंवार से अपनी फुद्दी चुसवाने के आनन्द में यह भूल ही गई थी कि आज उस की कोमल अनमैरिड चूतड़ भी मारी जा सकती है.
ब्रिजेश पंवार ने उसका भयभीत चेहरा देखा तो मस्ती से वह और मुस्काया. असल में उसका सपना हमेशा से यही था कि पहली बार वह 18 साल की जवान राधिका की गांड मारे तो वह जबर्दस्ती करते हुए मारे. इसीलिये उसने 18 साल की जवान राधिका को बार बार चूसकर उसकी सारी मस्ती उतार दी थी. उसे पता था कि मस्ती उतरने के बाद 18 साल की जवान राधिका सम्भोग से घबरायेगी और उस रोती गिड़गिड़ाते ब्यूटीफुल मखमली लड़की की नरम अनमैरिड चूतड़ अपने शैतानी लण्ड से पेलने में स्वर्ग का आनन्द आयेगा.
चुदासी सविता भी अब एक क्रूरता भरी मस्ती में थी. कहने लगी “बहन, तेरी चूतड़ तो इतनी नाजुक और सकरी है कि सिर्फ़ एक उंगली डालने से ही तू रो पड़ती है. तो अब जब यह घूंसे जैसा सुपाड़ा और तेरे हाथ जितना मोटा लण्ड तेरे फुद्दीड़ों के बीच जायेगा तो तेरा क्या होगा?”
18 साल की जवान राधिका अब बुरी तरह से घबरा गई थी. उसकी सारी मस्ती खतम हो चुकी थी. वह रोती हुई बिस्तर से उठने का प्रयास करने लगी पर चुदासी सविता की गिरफ़्त से नहीं छूट पाई. रोते रोते वह गिड़गिड़ा रही थी. “भैया, भाभी, मुझे छोड़ दीजिये, मेरी टट्टी से भरी चूतड़ फ़ट जायेगी, मैं मर जाऊंगी, मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मत मारिये, मैं आपकी मुट्ठ मार देती हूं, लण्ड चूस कर मैं आपको प्रसन कर दूंगी. या फ़िर चोद ही लीजिये पर चूतड़ मत मारिये”
चुदासी सविता ने उसे दबोचा हुआ था ही, अपनी मांसल टांगें भी उसने 18 साल की जवान राधिका के इर्द गिर्द जकड़ लीं और 18 साल की जवान राधिका को पुचकारती हुई कहने लगी “घबरा मत बेटी, मरेगी नहीं, भाई साहब बहुत प्यार और मोहब्बत से मन लगा कर मारेंगे तेरी और फ़िर तुझे आखिर अब रोज ही मराना है. हां, दर्द तुझे बहुत होगा और तू चूतड़ पहली बार चुदते हुए बहुत छटपटायेगी इसलिये मैं तुझे पकड़ कर अपनी बाहों मे कैद रखूंगी.” चुदासी सविता फ़िर ब्रिजेश पंवार को बोली. “शुरू हो जाओ जी” और 18 साल की जवान राधिका का रोता मुँह अपने मुँह में पकड़ कर उसे चुप कर दिया
ब्रिजेश पंवार ने ड्रावर से चुदासी सविता की दो पैडेड ब्रा निकालीं और एक से 18 साल की जवान राधिका के पैर आपस में कस कर बाम्ध दिये. फ़िर उसके हाथ ऊपर कर के पन्जे भी दूसरी ब्रेसियर से बांध दिये. “बहन ये पैडेड ब्रा तेरी भाभी की हैं, तेरी मनपसंद, इसलिये चूतड़ मराते हुए यह याद रख कि अपनी भाभी के ब्रेसियर से तेरी मुश्कें बांधी गई हैं.” उसने 18 साल की जवान राधिका को बताया. रोती हुई लड़की के पीछे बैठकर ब्रिजेश पंवार ने उसके फुद्दीड़ों को प्यार करना प्रारम्भ करा. उसका लण्ड अब सूज कर वासना से फ़टा जा रहा था पर वह मन भर के उन ब्यूटीफुल नितम्बों की पूजा करना चाहता था.
पहले तो उसने बड़े प्यार और मोहब्बत से उन्हें चाटा. फ़िर उन्हें मसलता हुआ वह उन्हें हौले हौले दांतों से काटने लगा. नरम नरम चिकने फुद्दीड़ों को चबाने में उसे बहुत आनंद आ रहा था. 18 साल की जवान राधिका के गोरे गोरे नितम्बों के बीच का छेद एक गुलाब की कली जैसा मोहक सा दिख रहा था. ब्रिजेश पंवार ने अपने मजबूत हाथों से उसके फुद्दीड़ पकड़ कर अलग किये और अपना मुँह उस लाल गुदा द्वार पर जमा कर चूसने लगा. अपनी जबान उसने पूरी उस मुलायम छेद में डाल दी और अन्दर से 18 साल की जवान राधिका की गांड की नरम नरम म्यान को चाटने लगा. मख्खन लगी चूतड़ के सौंधे सौंधे से स्वाद और महक ने उसे और मदमस्त कर दिया.
वह उठकर बैठ गया और एक बड़ा मक्खन का लौन्दा लेकर 18 साल की जवान राधिका की गांड मे अपनी उंगली से भर दिया. एक के बाद एक वह मक्खन के गोले उस सकरी गांड के अंदर भरता रहा जब तक करीब करीब पूरा पाव किलो मक्खन बच्ची की गांड के अंदर नहीं समा गया. चुदासी सविता ने कुछ देर को अपना मुँह 18 साल की जवान राधिका के मुँह से हटा कर कहा “लबालब मक्खन तेरी गांड के अंदर भरा रहेगा बेटी, तो चूतड़ मस्त मारी जायेगी, लौड़ा ऐसे फ़िसलेगा जैसे सिलिंडर में पिस्टन.”
बचा हुआ मक्खन ब्रिजेश पंवार अपने भरी भरकम लण्ड पर दोनों हथेलियों से चुपड़ने लगा. उसे अब अपने ही लोहे जैसे कड़े शिश्न की मक्खन से मालिश करते हुए ऐसा लग रहा था जैसे कि वह घोड़े का लण्ड हाथ में लिये है. फ़ूली हुई नसें तो अब ऐसी दिख रही थीं कि जैसे किसी पहलवान के कसरती हाथ की मांस-पेशियां हो. उसने अपने हाथ चाटे और मक्खन साफ़ किया जिससे 18 साल की जवान राधिका की चूचियां दबाते हुए ना फ़िसले. यहाँ भी देंखे दारू के नशे में अपनी मम्मी को एक रांड की तरह चोदा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
चुदासी सविता 18 साल की जवान राधिका के गालों को चूमते हुए कहने लगी “अब तू मन भर के चीख सकती है 18 साल की जवान राधिका बहन पर कोई तेरी पुकार सुन नहीं पायेगा क्योंकि मैं अपनी चूची से तेरा मुँह बंद कर दूंगी. पर जब दर्द हो तो चिलाना जरूर, तेरी घिघियाने की आवाज से तेरे भाई साहब की मस्ती और बढ़ेगी.” फ़िर उसने अपनी एक मांसल चूची उस कमसिन किशोरी के मुँह में ठूंस दी और कस के उसका सिर अपनी छाती पर दबाती हुई अपने पति से कहने लगी “चलो, अब देर मत करो, मुझ से नहीं रह जाता”
चूतड़ मारने की तैयारी पूरी हो चुकी थी. बड़ी बेसब्री से ब्रिजेश पंवार अपनी टांगें अपनी गरम माल बहन के शरीर के दोनों बाजू में जमा कर बैठ गया और अपना मोटे सेब जैसा सुपाड़ा उस कोमल चूतड़ पर रख कर पेलने लगा. अपने पेनिस को उसने भाले की तरह अपने दाहिने हाथ से पकड़ा हुआ था ताकि फ़िसल ना जाये. पहले तो कुछ नही हुआ क्योंकि इतने जरा से छेद में इतना मोटा गोला जाना असम्भव था. ब्रिजेश पंवार ने फ़िर बड़ी बेसब्री से अपने बांये हाथ से 18 साल की जवान राधिका के नितम्ब फ़ैलाये और फ़िर जोर से अपने पूरे वजन के साथ लौड़े को उस गुदा के छेद में पेला. चूतड़ खुल कर चौड़ी होने लगी और आहिस्ता आहिस्ता वह विशाल लाल लाल सुपाड़ा उस कोमल चूतड़ के अन्दर जाने लगा.
18 साल की जवान राधिका अब छटपटाने लगी. उसकी आंखो से आंसू बह रहे थे. इतना दर्द उसे कभी नहीं हुआ था. उसका गुदा द्वार चौड़ा होता जा रहा था और ऐसा लगता था कि बस फ़टने की वाला है. ब्रिजेश पंवार ने पहले सोचा था कि बहुत आहिस्ता आहिस्ता 18 साल की जवान राधिका की गांड मारेगा पर उससे रहा नहीं गया और जबर्दस्त जोर लगा कर उसने एकदम अपना सुपाड़ा उस कोमल किशोरी के गुदा के छल्ले के नीचे उतार दिया. 18 साल की जवान राधिका इस तरह उछली जैसे कि पानी से निकाली सिंघाड़ा मछली हो. वह अपने बंद मुँह में से घिघियाने लगी और उसका नाजुक शरीर इस तरह कांपने लगा जैसे बिजली का शॉक लगा हो.
ब्रिजेश पंवार को ऐसा लग रहा था जैसे कि किसी मुलायम हाथ ने उसके सुपाड़े को जोर से दबोच लिया हो, क्योंकि उसकी प्यारी बहन की तंग चूतड़ इस जोर से उसे भींच रही थी. वह इस सुख का आनन्द लेते हुए कुछ देर रुका. फ़िर जब 18 साल की जवान राधिका का तड़पना कुछ कम हुआ तो अब वह अपना बचा डण्डा उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे आहिस्ता आहिस्ता उतारने लगा. इंच इंच कर के उसका शक्तिशाली लौड़ा 18 साल की जवान राधिका की सकरी गांड के अंदर गड़ता गया.
18 साल की जवान राधिका का कोमल कमसिन शरीर बार बार ऐसे ऐंठ जाता जैसे कोई उसका गला दबा रहा हो. उसके चूची भरे हुए मुँह से सिसकने और कराहने की दबी दबी आवाजें निकल रही थीं जिन्हें सुन सुन के ब्रिजेश पंवार और मस्त हो रहा था. करीब ६ इम्च लण्ड अन्दर जाने पर वह फ़ंस कर रुक गया क्योंकि उसके बाद 18 साल की जवान राधिका की आंत बहुत सकरी थी.
चुदासी सविता कहने लगी “रुक क्यों गये, मारो चूतड़, पूरा लण्ड जड़ तक उतार दो, साली की गांड फ़ट जाये तो फ़ट जाने दो, अपनी डाक्टर दीदी से सिलवा लेंगे. वह मुझ पर मरती है इसलिये कुछ नहीं पूछेगी, चुपचाप सी देगी. हाय मुझे इतना आनंद आ रहा है जैसा तुमसे पहली बार मराते हुए भी नहीं आया था. काश मैं मर्द होती तो इस लौंडया की गांड खुद मार सकती”
ब्रिजेश पंवार कुछ देर रुका पर अन्त में उससे रहा नहीं गया, उसने निश्चय किया कि कुछ भी हो जाये वह चुदासी सविता के कहने के अनुसार जड़ तक अपना शिश्न घुसेड़ कर रहेगा. उसने कचकचा के एक जोर का धक्का लगाया और पूरा लण्ड एक झटके में जड़ तक 18 साल की जवान राधिका की कोमल गांड के अंदर समा गया. ब्रिजेश पंवार को ऐसा लग रहा था कि जैसे उसका सुपाड़ा 18 साल की जवान राधिका के पेट में घुस गया हो. 18 साल की जवान राधिका ने एक दबी चीख मारी और अति यातना से तड़प कर बेहोश हो गई.
ब्रिजेश पंवार अब सातवें आसमान पर था. 18 साल की जवान राधिका की पीड़ा की अब उसे कोई परवाह नहीं थी. मुश्कें बन्धी हुई लड़की तो अब उसके लिये जैसे एक रबर की सुंदर गुड़िया थी जिससे वह मन भर कर खेलना चाहता था. हां, टटोल कर उसने यह देख लिया कि उस कमसिन कली की गांड सच में फ़ट तो नहीं गई. गुदा के बुरी तरह से खिंचे हुए मुँह को सकुशल पाकर उसने एक चैन की सांस ली.
अब बेहिचक वह अपनी जोरू की बाहों में जकड़े उस पट पड़े बेहोश कोमल शरीर पर चढ़ गया. अपनी बाहों में भर के वह पटापट 18 साल की जवान राधिका के कोमल गाल चूमने लगा. 18 साल की जवान राधिका का मुँह चुदासी सविता के स्तन से भरा होने से वह उसके कोमल होंठों को नहीं चूम सकता था इसलिये बेतहाशा उसके गालो, कानों और आंखो को चूमते हुए उसने आखिर अपने प्यारे शिकार की गांड मारना शुरू की.
यहाँ भी देंखे ऑडियो फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में भाई के लम्बे और मोटे लण्ड से चुद गई Hindi Audio Sex Story चुदासी सविता ने पूछा “कैसा लग रहा है डार्लिंग?” ब्रिजेश पंवार सिर्फ़ मुस्कराया और उसकी आंखो मे झलकते सुख से चुदासी सविता को उत्तर मिल गया. उसकी भी बुर अब इतनी चू रही थी कि 18 साल की जवान राधिका के शरीर पर बुर रगड़ते हुए वह स्वमैथुन करने लगी. “मारो जी, चूतड़ मारो, खूब हचक हचक कर मारो, अब क्या सोचना, अपनी तमन्ना पूरी कर लो” और ब्रिजेश पंवार जोरू के कहे अनुसार आनंद ले ले कर अपनी गरम माल बहन की गांड पेलने लगा.
पहले तो वह अपना लण्ड सिर्फ़ एक दो इंच बाहर निकालता और फ़िर घुसेड़ देता. मक्खन भरी गांड के अंदर से ‘पुच पुच पुच’ की आवाज आ रही थी. इतनी तंग होने पर भी उसका लण्ड मस्ती से फ़िसल फ़िसल कर अन्दर बाहर हो रहा था. इसलिये उसने अब और लम्बे शोर्ट लगाने शुरू किये. करीब ६ इम्च लण्ड अन्दर बाहर करने लगा. अब आवाज ‘पुचुक, पुचुक, पुचुक’ ऐसी आने लगी. ब्रिजेश पंवार को ऐसा लग रहा था मानों वह एक गरम गरम मखमली बड़ी सकरी मखमली म्यान को चोद रहा है. उसके धैर्य का बांध आखिर टूट गया और वह उछल उछल कर पूरे जोर से 18 साल की जवान राधिका की गांड मारने लगा. अब तो ‘पचाक, पचाक पचाक’ आवाज के साथ बच्ची मस्त चुदवाने लगी. ब्रिजेश पंवार ने अब अपना मुँह अपनी वाइफ के दहकते कोमल होंठों पर रख दिया और बेतहाशा चूंमा चाटी करते हुए वे दोनों अपने शरीरों के बीच दबी उस किशोरी को भोगने लगे.
ब्रिजेश पंवार को बिलकुल ऐसा लग रहा था जैसे कि वह किसी नरम नरम रबर की गुड़िया की गांड मार रहा है. वह अपने आनन्द की चरम सीमा पर कुछ ही मिनटों में पहुंच गया और इतनी जोर से स्खलित हुआ जैसा वह जिन्दगी में कभी नहीं झड़ा था. झड़ते वक्त वह मस्ती से घोड़े जैसा चिल्लाया. फ़िर लस्त पड़कर 18 साल की जवान राधिका की गांड की गहराई में अपने वीर्यपतन का आनंद लेने लगा. चुदासी सविता भी 18 साल की जवान राधिका के चिकने शरीर को अपनी चूत से रगड़ कर झड़ चुकी थी. ब्रिजेश पंवार का उछलता लण्ड करीब पांच मिनट अपना उबलता हुआ गाढ़ा गाढ़ा स्पर्म 18 साल की जवान राधिका की आंतो में उगलता रहा.
झड़ कर ब्रिजेश पंवार चुदासी सविता को चूंमता हुआ तब तक आराम से पड़ा रहा जब तक 18 साल की जवान राधिका को होश नहीं आ गया. लण्ड उसने बालिका की गांड के अंदर ही रहने दिया. कुछ ही देर में कराह कर उस नासमझ लड़की ने आंखे खोली. ब्रिजेश पंवार का लण्ड अब सिकुड़ गया था पर फ़िर भी 18 साल की जवान राधिका दर्द से सिसक सिसक कर रोने लगी क्योंकि उसकी पूरी चूतड़ ऐसे दुख रही थी जैसे किसी ने एक बड़ी ककड़ी से चोदी दी हो.
उसके रोने से ब्रिजेश पंवार की वासना फ़िर से जागृत हो गई. पर अब वह 18 साल की जवान राधिका का मुँह चूमना चाहता था. चुदासी सविता उस के मन की बात समझ कर 18 साल की जवान राधिका से कहने लगी “मेरी ननद बहना, उठ गई? अगर तू वादा करेगी कि चीखेगी नहीं तो तेरे मुँह में से मैं अपनी चूची निकाल लेती हूं.” 18 साल की जवान राधिका ने रोते रोते सिर हिलाकर वादा किया कि कम से कम उसके ठूंसे हुए मुँह को कुछ तो आराम मिले.
चुदासी सविता ने अपना उरोज उसके मुँह से निकाला. वह देख कर हैरान रह गई कि वासना के जोश में करीब करीब पूरी पपीते जितनी बड़ी चूची उसने 18 साल की जवान राधिका के मुँह में ठूंस दी थी. “मजा आया मेरी चूची चूस कर?” चुदासी सविता ने उसे प्यार और मोहब्बत से पूछा. घबराये हुई 18 साल की जवान राधिका ने मरी सी आवाज में कहा “हां, भाभी” असल में उसे चुदासी सविता के स्तन बहुत अच्छे लगते थे और इतने दर्द के बावजूद उसे चूची चूसने में काफ़ी आनन्द मिला था.
चुदासी सविता अब धीरे से 18 साल की जवान राधिका के नीचे से निकल कर बिस्तर पर बैठ गई और ब्रिजेश पंवार अपनी गरम माल बहन को बाहों में भरकर उसपर चड़ कर पलंग पर लेट गया. उसने अपनी गरम माल बहन के स्तन दोनों हाथों के पम्जों में पकड़े और उन छोटे छोटे निपलों को दबाता हुआ 18 साल की जवान राधिका का मुँह जबरदस्ती अपनी ओर घुमाकर उसके लाल कोमल होंठ चूमने लगा. बच्ची के मुँह के मीठे चुम्बनों से ब्रिजेश पंवार का फ़िर खड़ा होने लगा.
ब्रिजेश पंवार ने अब अपने पंजों में पकड़े हुए कोमल स्तन मसले और उन्हें स्कूटर के हौर्न जैसा जोर जोर से दबाने लगा. हंसते हुए चुदासी सविता को कहा “डार्लिन्ग, मेरी नई स्कूटर देखी, बड़ी प्यारी सवारी है, और हौर्न दबाने में तो इतना आनंद आता है कि पूछो मत.” चुदासी सविता भी उसकी इस बात पर हंसने लगी.
चूचियां मसले जाने से 18 साल की जवान राधिका छटपटाई और सिसकने लगी. ब्रिजेश पंवार को आनंद आ गया और अपनी मासूम छोटी बहन 18 साल की जवान राधिका के रोने की परवाह न करता हुआ वह अपनी पूरी शक्ति से उन नाजुक उरोजों को मसलने लगा. आहिस्ता आहिस्ता उसका लण्ड लम्बा होकर 18 साल की जवान राधिका की गांड के अंदर उतरने लगा. 18 साल की जवान राधिका फ़िर रोने को आ गई पर डर के मारे चुप रही कि भाभी फ़िर उसका मुँह न बांध दे.
लौड़ा पूरा खड़ा होने पर ब्रिजेश पंवार ने चूतड़ मारना फ़िर शुरू कर दिया. जैसे उसका लम्बा तन्नाया लण्ड अन्दर बाहर होना शुरू हुआ, 18 साल की जवान राधिका सिसकने लगी पर चिल्लाई नही. चुदासी सविता मुस्काई और 18 साल की जवान राधिका से कहने लगी. “शाबाश बेटी, बहुत प्यारी गाण्डू लड़की है तू, अब भाई साहब के लण्ड से चुदवाने का आनंद ले, वे नाईट भर तुझे पेलने वाले हैं.”
चुदासी सविता उठ कर अब ब्रिजेश पंवार के आगे खड़ी हो गई. “मेरी फुद्दी की भी कुछ सेवा करोगे जी? बुरी तरह से चू रही है” ब्रिजेश पंवार ने चुदासी सविता का प्यार और मोहब्बत से चुम्बन लिया और कहा . “आओ रानी, तुमने मुझे इतना सुख दिया है, अब अपनी रसीली बुर का शरबत भी पिला दो, मैं तो तुंहें इतना चूसूंगा कि तेरी फुद्दी तृप्त कर दूंगा” चुदासी सविता कहने लगी “यह तो शहद है बुर का, शरबत नहीं, बुर का शरबत तो मैं तुम्हें कल स्नानघर में पिलाऊंगी.” चुदासी सविता की बात ब्रिजेश पंवार समझ गया और उस कल्पना से की इतना उत्तेजित हुआ कि अपनी वाइफ की फुद्दी चूसते हुए वह 18 साल की जवान राधिका की गांड उछल उछल कर मारने लगा.
अब उसने अपनी वासना काफ़ी काबू में रखी और हचक हचक कर अपनी नासमझ छोटी मासूम बहन की गांड पेलने लगा. स्तन मर्दन उसने एक सेकंड को भी बंद नहीं किया और 18 साल की जवान राधिका को ऐसा लगने लगा जैसे उसकी चूचियां चक्की के पाटों में पिस रही हों. इतना ही नहीं, उसके निपल उंगलियों में लेकर वह बेरहमी से कुचलता और खींचता रहा. यहाँ भी देंखे करीना कपूर खान की खतरनाक चुदाई Karina Kapoor ki gand ki Chudai Ki Photos Nude Xxx PIcs
“हफ़्ते भर में मूंगफ़ली जितने बड़े कर दूंगा तेरे निपल 18 साल की जवान राधिका. चूसने में बहुत आनंद आता है अगर लम्बे निपल हो.” वह बोला. बीच बीच में ब्रिजेश पंवार चुदासी सविता की फुद्दी छोड़ कर प्यार और मोहब्बत से 18 साल की जवान राधिका के लाल कोमल होंठ अपने दांतों में दबाकर हल्के काटता और चूसने लगता. कभी उसके गाल काट लेता और कभी गरदन पर अपने दांत जमा देता. फ़िर अपनी जोरू की बुर पीने मे लग जाता.
इस बार वह घण्टे भर बिना झड़े 18 साल की जवान राधिका की मारता रहा. जब वह आखिर झड़ा तो मध्यरात्रि हो गई थी. चुदासी सविता भी बुर चुसवा चुसवा कर मस्त हो गई थी और उसकी फुद्दी पूरी तरह से तृप्त हो गई थी.
अपने शरीर का यह भोग सहन न होने से आखिर थकी-हारी सिसकती हुई 18 साल की जवान राधिका एक बेहोशी सी नींद में सो गई. बीच बीच में गांड के अंदर होते दर्द से उसकी नींद खुल जाती तो वह ब्रिजेश पंवार को अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मारते हुए और चुदासी सविता की फुद्दी चूसते हुए पाती.
अन्त में जब मोर्निंग आठ बजे गांड के अंदर फ़िर दर्द होने से उसकी नींद खुली तो देखा कि ब्रिजेश पंवार भाई साहब फ़िर हचक हचक कर उस साली रंडी छिनाल की गांड मार रहे हैं. 18 साल की जवान राधिका चुपचाप उस दर्द को सहन करती हुई पड़ी रही. भाभी वहां नहीं थी, शायद चाय बनाने गई थी. आखिर में ब्रिजेश पंवार झड़ा और आनंद लेते हुए काफ़ी देर उसपर पड़ा रहा. चुदासी सविता जब चाय लेकर आई तब वह उठा और पेनिस को आखिर 18 साल की जवान राधिका की गांड के अंदर से बाहर निकाला.
लण्ड निकलते हुए ‘पंक’ सी की आवज हुई. चुदासी सविता ने देखा कि एक ही नाईट में उस सकरी कोमल चूतड़ का छेद खुल गया था और चूतड़ का छेद अब फुद्दी जैसा लग रहा था. ब्रिजेश पंवार को देख कर वह कहने लगी “हो गई शांति? अब सब लोग नहाने चलो, वहां देखो मैं तुमसे क्या करवाती हूं. आखिर इतनी प्यारी अनमैरिड चूतड़ मारने की कीमत तो तुम्हे देनी ही पड़ेगी डार्लिन्ग” ब्रिजेश पंवार मुस्कराया और कहा “आज तो जो तुम और 18 साल की जवान राधिका कहोगी, वह करूंगा, मैं तो तुम दोनों फुद्दीों और गाण्डो का दास हूं”
“चलो अब नहाने चलो” चुदासी सविता बोली. 18 साल की जवान राधिका ने चलने का प्रयास की तो गांड के अंदर ऐसा दर्द हुआ कि बिलबिला कर रो पड़ी. “हाय भाभी, बहुत दुखता है, लगता है भाई साहब ने मार मार के फ़ाड़ दी.”
चुदासी सविता के कहने पर ब्रिजेश पंवार ने उसे उठा लिया और स्नानघर में ले गया. दोनो ने मिलकर पहले 18 साल की जवान राधिका के मसले कुचले हुए फ़ूल जैसे बदन को सहलया, तेल लगाकर मालिश की और फ़िर नहलाया. ब्रिजेश पंवार ने एक क्रीम 18 साल की जवान राधिका की गांड के छेद में लगाई जिससे उसका दर्द गायब हो गया और साथ ही ठण्डक भी महसूस हुई. 18 साल की जवान राधिका अब फ़िर खिल गई थी और आहिस्ता आहिस्ता फ़िर अपने नग्न भाई साहब और भाभी को देखकर आनंद लेने लगी थी. पर उसे यह पता नहीं था कि वह क्रीम उसकी गुदा को फ़िर सकरा बना देगी और चूतड़ मरवाते हुए फ़िर उसे बहुत तेज दर्द होगा. ब्रिजेश पंवार अपनी नासमझ छोटी मासूम बहन की गांड तंग रखकर ही उसे मारना चाहता था. अगर लड़की रोए नहीं, तो चूतड़ मारने का आनंद आधा हो जायेगा ऐसा उसे लगता था.
चुदासी सविता ने ब्रिजेश पंवार से कहा . “चलो जी अब अपना वायदा पूरा करो. बोले थे कि जो मैं कहूंगी वह करोगे.” ब्रिजेश पंवार कहा “बोलो मेरी रानी, तेरे लिये और इस गुड़िया के लिये मैं कुछ भी करूंगा.”
चुदासी सविता ने ब्रिजेश पंवार को नीचे लिटा दिया और अपना मुँह खोलने को कहा . ब्रिजेश पंवार समझ गया कि क्या होने वाला है, पर वह इन दोनों चुदैलों का गुलाम सा हो चुका था. कुछ भी करने को तैयार था. चुदासी सविता को प्रसन रखने में ही उसका फ़ायदा था. चुदासी सविता 18 साल की जवान राधिका से कहने लगी. “चल मेरी प्यारी ननद आब अपने भाई के मुँह में पिशाब कर दे.” 18 साल की नासमझ जवान राधिका चकराई और शरमा गई पर मन में लड्डू फ़ूटने लगे. ब्रिजेश पंवार की ओर उसने शरमा कर देखा तो वह भी मुस्कराया. साहस करके 18 साल की जवान राधिका ब्रिजेश पंवार के मुँह पर बैठ गई और मूतने लगी.
उस 18 साल की बच्ची का खारा खारा गरम गरम मूत ब्रिजेश पंवार को इतना नशीली लगा कि वह गटागट उसे पीने लगा. 18 साल की जवान राधिका की बुर अब फ़िर पसीजने लगी थी. अपने बड़े भाई साहब को अपनी पिशाब पिला कर वह बहुत उत्तेजित हो गई थी. मूतना खतम करके 18 साल की जवान राधिका उठने लगी तो ब्रिजेश पंवार ने फ़िर उसे अपने मुँह पर बिठा लिया और उसकी फुद्दी चूसने लगा. उधर चुदासी सविता ने अपनी फुद्दी में ब्रिजेश पंवार का तन्नाया लण्ड डाल लिया और उसके पेट पर बैठ कर उछल उछल कर उसे पेलने लगी. पीछे से वह 18 साल की जवान राधिका को लिपटाकर उसे चूंसने लगी और उसके स्तन दबाने लगी.
जब 18 साल की जवान राधिका और चुदासी सविता दोनों झड़ गए तो 18 साल की जवान राधिका उठी और बाजू में खड़ी हो गई. कहने लगी “भाभी, तुम भी अपना मूत भाई साहब को पिलाओ ना, मेरा उन्होंने इतने स्वाद से पिया है, तुम्हारा पी कर तो झूंम उठेंगे.” चुदासी सविता को ब्रिजेश पंवार ने भी आग्रह किया. “आ जा मेरी रानी, अपना मूत पिला दे, तू तो मेरी जान है, तू अपने शरीर का कुछ भी मेरे मुँह में देगी तो मैं निगल लूंगा.” चुदासी सविता हंसने लगी. अपने पति के मुँह में मूतते मूतते बोली. “देखो याद रखना यह बात, तुंहे पता है कि मूतने के बाद अब किसी दिन मैं तुंहारे मुँह में क्या करूम्गी.”
यहाँ भी देंखे भाई की अपनी अनचुदी बहन के बदन को भोगने की लालसा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में ब्रिजेश पंवार अब तक उत्तेजित हो चुका था. कहा “मैं तैयार हूं अपनी दोनों चुदैलों की कोई भी सेवा करने को, बस मुझे अपनी फुद्दी का अमृत पिलाती रहो, चुदवाती रहो और चूतड़ मराती रहो. खास कर इस नन्ही की तो मैं खूब मारूंगा.” चुदासी सविता मूतने के बाद उठी और बोली. “इसे तो अब रोज चुदना या चूतड़ मराना है. एक दिन छोड़ कर बारी बारी इसके दोनों छेद चोदोगे तो दोनों तंग रहेंगे और तुंहें आनंद आयेगा.”
“तो चलो अब 18 साल की जवान राधिका को चोदूंगा.” कहकर ब्रिजेश पंवार उसे उठा कर ले गया. चुदासी सविता भी बदन पोछती हुई पीछे हो ली. उस बच्ची की फ़िर मस्त भरपूर हार्डकोर चुदाई की गई. उसे फ़िर दर्द हुआ और रोई भी पर भाई साहब भाभी के सामने उसकी एक न चली. रविवार था इसलिये दिन भर ब्रिजेश पंवार ने उसे तरह तरह के आसनों में चोदा और चुदासी सविता 18 साल की जवान राधिका से अपनी फुद्दी चुसवाती रही.
अगले दिन से यह एक नित्यक्रम बन गया. ब्रिजेश पंवार नाईट को 18 साल की जवान राधिका को चोदता या उस साली रंडी छिनाल की गांड मारता. हर नाईट 18 साल की जवान राधिका को दर्द होता क्योंकि जो क्रीम उसकी फुद्दी और गांड के अंदर लगाई जाती थी उससे उसके छेदों को आराम मिलने के अलावा वे फ़िर तंग भी हो जाते. विद्यालय से वापस आने पर दिन भर चुदासी सविता उस बच्ची को भोगती. उसकी फुद्दी चूसती और अपनी चुसवाती.
ब्रिजेश पंवार नाईट को ब्लू फ़िल्म देखते वक्त अपनी 18 साल की नासमझ जवान नासमझ छोटी मासूम बहन की गांड के खड्डे में अपना 12 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लण्ड घुसेड़कर अपनी गोद में बिठा लेता और उसे चूमते हुए, उसकी छोटी छोटी मुलायम चूचियां मसलते हुए उछल उछल कर नीचे से चूतड़ मारते हुए पिक्चर देखा करता. उधर चुदासी सविता उसके सामने बैठ कर उसकी कमसिन बुर चूसती. एक भी मिनट बिचारी 18 साल की जवान राधिका के किसी भी छेद को आराम नहीं मिलता. आखिर 18 साल की जवान राधिका चुद चुद कर ऐसी हो गई कि बिना चूतड़ या फुद्दी में लण्ड लिये उसे बड़ा अटपटा लगता था.
यहाँ भी देंखे 55 साल के अंकल ने कामुक माँ को खतरनाक चोदा रांड मेरी अम्मी की खतरनाक चुदाई इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में आहिस्ता आहिस्ता चुदासी सविता ने उसे करीब करीब गुलाम सा बना लिया और वह 18 साल की नासमझ लड़की भी अपनी ब्यूटीफुल भाभी को इतना चाहती थी कि बिना झिझक भाभी की हर बात मानने लगी. यहां तक कि एक दिन जब चुदासी सविता ने उससे फुद्दी चुसवाते चुसवाते यह कहा कि पिशाब लगी है पर वह स्नानघर नहीं जाना चाहती, वह किशोरी तुरंत चुदासी सविता का मूत पीने को तैयार हो गई. शायद चुदासी सविता का मतलब वह समझ गई थी. “भाभी, मेरे मुँह में मूतो ना. प्लीज़ तुंहें मेरी कसम, मुझे बहुत दिन से यह चाह है.”
“बिस्तर तो खराब नहीं करेगी? देख गिराना नहीं नहीं तो चप्पलों से पिटेगी.” चुदासी सविता मन ही मन प्रसन होकर बोली. 18 साल की जवान राधिका जिद करती रही. आखिर वहीं बिस्तर पर चुदासी सविता की फुद्दी पर मुँह लगाकर वह लेट गई और चुदासी सविता ने भी आराम से आहिस्ता आहिस्ता अपनी ननद के मुँह में मूता. वायदे के अनुसार 18 साल की जवान राधिका पूरा उसे निगल गई, एक बूंद भी नहीं छलकाई.
बड़े भाई साहब से चुद चुद कर और भाभी के साथ लेस्बियन सेक्स कर के 18 साल की राधिका की यह हालत हो गई कि वह कपड़े सिर्फ़ विद्यालय जाते वक्त पहनती थी. बाकी अब दिन रात न्यूड ही रहती थी और लगातार चुदती, नाईट को बड़े भाई साहब और भाभी के साथ मिल कर थ्रीसम सेक्स करती थी और दिन में अपनी भाभी के साथ लेस्बियन सेक्स करती थी सच में 18 साल की जवान राधिका अब अपने भाई साहब भाभी की पूरी लाड़ली हो गई थी. तो मेरे प्यारे भाई और बहनों ये ही मेरी इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “मासूम छोटी बहन और वाइफ के साथ थ्रीसम सेक्स करा हिन्दी XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” आप को कैसी लगी मुझे ईमेल करके ज़रूर बताना.. यहाँ भी देंखे अमिताभ बच्चन का 9 इंच लम्बा लण्ड हेमा मालिनी ने मुँह में ले लिया और चूसने लगी