बुरी तरह चोदा 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका को हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : फ्रेंडो, मैं आपका फ्रेंड अजय चेन्नई से हूँ. मैं एक नौजवान लड़का हूँ अभी बारहवी क्लास में पढता हूँ. मेरा फौलादी लण्ड करीब 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा है और किसी भी लड़की की फुद्दी को फाड़ने के लिए पर्याप्त है. मैं देखने में बहुत स्मार्ट हूं जिस कारण कोई भी लड़की या भाभी मुझसे बहुत जल्दी सेट हो जाती है. में मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक कई सारी फुद्दी में अपना बाबुराव घोप चूका हूँ. मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक मैंने केवल रंडियों को और सुहागन भाभियों को ही चोदा था की एकदम मेरी किस्मत के सितारे बुलंद हो गए और मुझे एक जवान स्कूल गर्ल की फर्जिन फुद्दी पेलने का सोभाग्य प्राप्त हो गया.
मेरी यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी बिलकुल सच्ची कहानी है इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में में आप सभी को बताऊंगा की कैसे मैंने पहली बार अपनी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका को बुरी तरह चोदा था और कैसे मेरी अनचुदी प्रेमिका की अनचुदी फुद्दी को बुरी तरह चोदकर फाड़ डाली थी. अब ज्यादा वक्त न लेते हुए मैं अपनी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की बुरी तरह चुदाई की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को स्टार्ट करता हूं. ये बात तब की है जब मैं विद्यालय में पढ़ा करता था और मेरी क्लास में एक नई लड़की ने दाखिला लिया था. दोस्तों वो लड़की दिखने में बहुत ब्यूटीफुल और गदराई थी.
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ऐसे तो मैंने बहुत सारी लड़कियों चोदा हुआ है पर विद्यालय में आई ये नई लड़की की बात ही कुछ और थी. उस लड़की को देख एक गाना गुन गुनाने के बहुत दिल करता था “ अगर तुम मिल जाओ जमाना छोड़ दंगे हम” वो स्कूल गर्ल दिखने में बहुत ही नासमझ और सीधी साधी थी. बहुत जल्दी ही हम बहन के लंड दोनों की फ्रेंडी हो गयी. उसके दो-तीन दिन के बाद हम यार गर्लफ्रेंड बन गए और हमने अपने मोबाइल नम्बर भी एक्सचेंज कर लिये. अब हमारी विद्यालय के अलावा फोन पर भी बात होने लगी. देखते ही देखते मेरी चुदास बहुत बढती जा रही थी.
स्कूल में क्लास के दौरान में अधिकतर उसके गदराई हुस्न को निहारता रहता था और कई बार तो विद्यालय में ही मेरी चुदास इतनी ज्यादा बढ़ जाती थी की मुझे टॉयलेट का बहाना कर वाशरूम में ककर उसके नाम की मुठ मारनी पढ़ जाया करती थी. उस स्कूल गर्ल की चूचियां विद्यालय यूनीफोर्म में बहुत तनी हुई रहती थीं. काफी गोल और मस्त चूचियां थीं उस स्कूल गर्ल की. अब तो मैं उसको पेलने के लिए तड़प गया था, जल्दी से उस 18 साल की सीधी साधी नासमझ की अनचुदी फुद्दी को अपने 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लण्ड से बुरी तरह चोदकर आनंद लेना चाहता था.

स्कूल में जब कभी भी फ्री क्लास होती थी हम बहन के लंड दोनों एक साथ बैठ कर खूब बाते करा करते थे. आहिस्ता आहिस्ता मैं उससे डबल मीनिंग की गन्दी गन्दी बातें करने लगा. वो भी ज्यादा नखरा नहीं कर रही थी. शायद उसका मन भी था मेरे लण्ड से अपनी फुद्दी की चुदवाने का मगर शरम के कारण वो सीधी साधी नासमझ स्कूल गर्ल खुलकर कुछ बोल नहीं रही थी. एक दिन मुझे मेरी सीधी साधी नासमझ प्रेमिका को अकेले में अपने घर बुलाने का अवसर मिल गया. मेरे सभी घर वाले शादी में दुसरे शहर गए हुए थे और वो सात दिन बाद वापस आने वाले थे. मैंने मौके का फायदा उठाया और अपनी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका को मिलने के लिए मेरे घर बुला लिया. हमने विद्यालय बंक करके मेरे घर पार्टी करने का प्लान बनाया.
सुबह विद्यालय जाने के वक्त वो विद्यालय नहीं जाकर मेरे घर आ गई. मैं उसे भीतर ले गया. दरवाजा बंद करके मैंने पीछे से उसके कंधे पर किस किया और उसको शयनकक्ष में चलने के लिए कहा . मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ गर्लफ्रेंड थोड़ा नखरा दिखाने लगी किन्तु मैं जानता था कि ये भी मुझसे अपनी अनचुदी फुद्दी चुदवाने ही आई है पर अभी थोडा शरमा रही है इस लिये थोड़े नखरे कर रही है, दोस्तों में बहुत गरम हो चूका था और अब मुझे बुरी तरह से मेरी अनचुदी प्रेमिका की अनचुदी फुद्दी पेलने की तलब लगी थी. मैंने उसको गोदी में उठाया और पलंग पर पटक दिया. फिर वो खुद ही उठकर आराम से बैठ गयी.
बैडरूम में हम बहन के लंड दोनों यार गर्लफ्रेंड मेरे बैड पर बैठे थे और कोल्ड्रिंक पीते पिटे बहुत ही गन्दी गन्दी डबल मीनिंग की बाते कर रहे थे. इसके बाद मैंने धीरे से उसके कंधे पर हाथ रख लिया और दबाने और सहलाने लगा. मैंने मेरी 18 साल की अनचुदी प्रेमिका को अपने पास कर लिया और फिर मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की चूचियों को दबाने लगा. पहले तो वो हाथ को हटाने लगी किन्तु मैं रुका नहीं. मुझे पता था कि वो भी सेक्स का आनंद लेना चाहती है किन्तु नखरे कर रही है. मैं मेरी अनचुदी प्रेमिका की छाती पर लटकी दूध से भरी मोटी मोटी चूचियों को दबा दबाकर उसे गर्म करता रहा और फिर वो सिसकारने लगी.

मैंने उसको गले से लगा लिया और मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की पीठ को दबाने और सहलाने लगा. वो भी मेरी पीठ को सहलाने लगी. मैंने उसका कोमल हाथ पकड़वाकर अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर रख दिया. उसने हाथ नहीं हटाया. अब सब कुछ क्लीयर था. मैंने उसको सीने से अलग किया और उसके कोमल होंठों को चूसने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. इसके बाद मैंने उसको नीचे लिटा लिया और उसके बदन पर चुम्बनों की बारिश कर दी. उसके गालों, कोमल होंठों, गर्दन, कानों, गले और हर जगह मैंने उसको चूमा. वो भी पागल होने लगी. अब मैं उसके कपड़े उतारने लगा.
पहले मैंने उसका टॉप उतरवा दिया. उसने नीचे से पैडेड ब्रा पहनी हुई थी. मैं पैडेड ब्रा के ऊपर से ही मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की चूचियों को दबाने लगा और किस करने लगा. वो अब खुद ही मेरा सिर अपने स्तनों पर दबाने लगी थी. इसी बीच मैंने मेरी अनचुदी प्रेमिका की मिनी स्कर्ट खोल दी थी और अपनी नासमझ प्रेमिका की पैंटी में हाथ देकर उसकी फुद्दी को सहला रहा था. ये पहली बार था जब मैं किसी लड़की को पटाकर मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी के साथ गेम खेल रहा था. मैंने देसी रांड के साथ चुदाई करी हुआ था किन्तु आप तो जानते हैं कि रांड और बंदी में कितना अंतर होता है.
रांड के साथ कुछ भी नया नहीं कर पाते. बस गये, चुत मारी और वापस. मगर बंदी के साथ पूरे मजे किये जा सकते हैं. इसके बाद मैंने मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की पैंट को निकाल दिया. अब वो पैडेड ब्रा और पैंटी में थी. अब मैंने भी अपने कपड़े उतार लिये. मैं केवल अंडरवियर में था. एक दफे फिर से मैं उसको लिटाकर किस करने लगा. अब उसको चूसने में और ज्यादा आनंद आ रहा था. मेरा फौलादी लण्ड अब अंडरवियर में नुकीला होकर मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी पर टक्कर मार रहा था. पैंटी के ऊपर से ही मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी की फीलिंग मुझे लण्ड पर आ रही थी.

इसके बाद मैंने मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की पैडेड ब्रा और पैंटी को भी उतार दिया. अब वो मेरे सामने पूरी न्यूड थी. मेरी अनचुदी प्रेमिका की चूचियों को मैंने एकदम से मुँह में भर लिया और जोर जोर से चूस कर पीने लगा. वो एकदम से सिसकारने लगी. मैं मेरी अनचुदी प्रेमिका की चूचियों को दबा दबाकर निचोड़ रहा था और वो मेरे सिर को अपने सीने में दबाये जा रही थी. बहुत आनंद आ रहा था मुझे. अब मुझसे रुका न गया और मैंने चूची छोड़कर मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में मुँह लगा दिया. मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की चुस्त योनी में जबान देकर मैं भीतर बाहर करते हुए मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी के रस को चाटने लगा और भीतर पीने लगा.
मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी की महक बहुत मदहोश कर देने वाली थी. इससे पहले मैंने कभी फुद्दी नहीं चाटी थी. इस कारण से मेरा मन मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी को छोड़ने के लिए कर ही नहीं रहा था. बस मन कर रहा था कि दिन रात इसकी फुद्दी को पीता रहूं. वो जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी और अपनी चूचियों को अपने ही हाथों से मसल रही थी. मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी को जबान से ठोक चोदकर मैंने उसको पागल कर दिया और फिर वो फुद्दी में लण्ड लेने के लिए विनती करने लगी. इसके बाद मैंने मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की टांगों को उठा लिया और अपने कंधे पर रखवा लिया. मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी पर लण्ड के टोपे को लगा दिया और भीतर घुसाने की पोजीशन में हो गया.
मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में पेनिस को घुसाने से पहले मैं उसको और तड़पाना चाहता था. अब मैंने मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी के ऊपर लण्ड के टोपे को ऊपर नीचे करना शुरू कर दिया. वो और भी जोर से सिसकारने लगी. मैं भी मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी मारने के लिए तड़प रहा था किन्तु उसको तड़पती देखकर मुझे ज्यादा आनंद आ रहा था. मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी बिल्कुल पनिया गयी थी और रह रहकर पानी छोड़ रही थी. फिर मुझसे भी रुका न गया. पाँच मिनट तक पेनिस को फुद्दी पर रगड़ने के बाद मैंने धक्का लगा दिया और मेरा फौलादी लण्ड मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में 2 इंच तक घुसा.
चुदाई के पहले शोर्ट में मेरी प्रेमिका की जोर से चीख निकल गई – आईई … अम्मी … मर गयी … ओफ्फो … ऊईई … आराम से डाल यार … इन्सान हूं मैं भी. मैंने मन ही मन कहा – तू मेरी रांड है और मैं तेरी फुद्दी को फाड़ने वाला हूं. पेनिस को घुसाने के बाद मैं कुछ देर रुक गया. मैं जानता था कि मेरा फौलादी लण्ड कई रंडियों को भी रुला चुका है, वो तो फिर भी एक नई लड़की थी. मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी काफी तंग थी. शायद वो पहले भी चुद चुकी होगी क्योंकि जिस तरह से वो आनंद लेना चाह रही थी उससे पता चल रहा था कि वह आज पहली बार किसी मर्द का लण्ड अपनी फुद्दी में ले रही है.

मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में मेरा फौलादी लण्ड घुसा हुआ था और मैं आनंद में अपना लण्ड भीतर बाहर कर रहा था चुदाई के वक्त उसकी फुद्दी की झिल्लीटूट चुकी थी और उसकी फुद्दी से बहुत सारा ब्लड भी बह रहा था पर मैंने उसे इस बारे में कुछ नहीं बताया और उसे अपने आगोश में लेकर पेलता रहा. अब मैं उसके रसीले आम जैसे स्तनों को चूस रहा था. उसके मोटे मोटे बोबों को सहलाने और प्यार करने लगा था.
अपनी प्रेमिका की फुद्दी चोदते वक्त मैं बीच बीच में उसके लाल गुलाबी कोमल होंठो को भी चूस रहा था ताकि मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी जल्दी से जल्दी मेरी लुल्ली को आगे जाने का रास्ता दे. जब उसका दर्द कम हुआ तो मैंने फिर से हल्के हल्के शोर्ट लगाने शुरू किये. उसको दर्द हो रहा था किन्तु वो बर्दाश्त करने का प्रयास कर रही थी. मेरे शोर्ट हल्के थे किन्तु हर शोर्ट के साथ मैं पेनिस को हल्का सा और भीतर कर देता था.
इस तरह से आहिस्ता आहिस्ता मैं पूरा लंड मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में उतारने लगा. अब वो पूरा लण्ड ले रही थी. उसको अच्छा लगने लगा था. अब मैंने अपने धक्कों की स्पीड तेज कर दी और चुदाई का आनंद आने लगा. कुछ देर मैं मेरी अनचुदी प्रेमिका की गोरी गोरी न्यूड टांगें उठाये उसकी अनचुदी फुद्दी को बुरी तरह चोदा चादी करता रहा. इसके बाद मैंने प्रेमिका की टांगों को नीचे कर लिया. मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की जांघों को और चौड़ी कर लिया. अब मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी मेरे सामने और खुल गयी.

फिर मैं पूरी तरह से उसके ऊपर लेट कर उसके कोमल होंठों को चूसने लगा और नीचे से लण्ड मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में पेलता रहा. यारों, इस सेक्स पोजीशन में चुदाई करने में बहुत आनंद आता है. मैंने हर देसी देसी रांड को इसी पोज में ज्यादा चोदा हुआ था. 20 मिनट तक मैं मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी को पेलता रहा और फिर वो एकदम से झड़ गयी और मेरे से लिपट गयी. मेरे शोर्ट अभी भी जारी थे. अब मेरी अनचुदी गर्लफ्रेंड की फुद्दी के रस से भीतर पूरा चिकना हो गया था. लंड जब कभी भीतर बाहर हो रहा था तो पच … पच … की आवाज हो रही थी. अब मुझे अलग ही आनंद आ रहा था.
मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी पहले से ज्यादा गर्म लग रही थी. मैं पूरे जोश में आकर मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी को फाड़ने लगा. मेरे शोर्ट अब उससे बर्दाश्त नहीं हो रहे थे. मगर मैं अब रुकने वाला नहीं था. वो चिल्लाती रही और मैं उसे चोदा चादी करता रहा. पांच सात मिनट के बाद मेरा बदन भी अकड़ने लगा. मेरे लण्ड से वीर्य निकल कर मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में जाने लगा. मैंने सारा माल मेरी अनचुदी प्रेमिका की फुद्दी में डाल दिया. उसके बाद थक कर उसके ऊपर ही गिर गया. कुछ देर के बाद मैं अलग हुआ. मैं एक दफे फिर से उसे चोदना चाह रहा था किन्तु वो मना करने लगी.

मेरी 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका की अनचुदी फुद्दी फट चुकी थी और उसकी फुद्दी से बहुत ब्लड बह रहा था वो रोते रोते मुझसे कहने लगी- डार्लिंग तुम तो बहुत बड़े चोदू निकले मेरी अनचुदी फुद्दी को इतनी बुरी तरह से चोदा है, अब मैं और लण्ड नहीं ले सकती तुमने मेरी फुद्दी फाड़ डाली और ब्लड निकाल डाला अब तो तुम्हे मेरी दुबारा चुदाई करने के लिये कुछ दिन इंतजार करना पड़ेगा. उसके बाद वो उठी और वाशरूम में जाकर खुद का नंगा बदन साफ करके आई. फिर उसने अपनी विद्यालय यूनीफोर्म पहनी और शरमाते हुए और मुस्कुराते हुए अपने घर चली गयी. मुझे मेरी अनचुदी गर्लफ्रेंड की फुद्दी मारकर बहुत आनंद आया.
उस दिन के बाद हमें दुवारा घर पर सेक्स करने का अवसर नहीं मिला पर हम अभी भी चुदाई कर ली लेते है कभी मेरे फ्रेंड के रूम पर जाकर तो कभी होटल में जाकर. हम अधिकतर चुदाई विद्यालय से बंक मरकर ही करते है. ऐसे तो मैंने पहले बहुत सारी रंडियों को खतरनाक चोदा है पर वो पहली अनचुदी लड़की थी जिसको मैंने पटाकर चोदा था रंडियों की फुद्दी पेलने में वो सुख नहीं है जो किसी विद्यालय या कॉलेज की अनचुदी लड़कियों की अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करने में हैं.
तो मेरे हरामी यारों मेरी अपनी प्रेमिका की अनचुदी फुद्दी पेलने की ये एक दम सच्ची गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “बुरी तरह चोदा 18 साल की सीधी साधी नासमझ प्रेमिका को हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” आप को पसंद आई हो तो निचे लाइक बटन दबाने के बाद इस गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना.