पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के दौरान दर्द से कराहने लगी अनमैरिड लड़की Hindi Sex Story : दोस्तों मै एक कुंवारा लड़का हूँ और अभी विद्यालय में पढ़ता हूँ. आज मै आपको हमारे पड़ोस में रहने वाली अनमैरिड लड़की की अनचुदी बुर और अनचुदी चूतड़ को चोदने की हिंदी सेक्स स्टोरी बताने जा रहा हूँ. दोस्तों यह हिंदी सेक्स स्टोरी उस वक्त की है, जब मैं विद्यालय में पढ़ता था. मेरे मकान से आगे एक गदराई लड़की रहती थी. मेरे विद्यालय आने जाने का रास्ता उस अनमैरिड लड़की के मकान के बाजू से ही जाता था. मुझे उसे देखना बड़ा अच्छा लगता था. मैं हर वक्त उसके मकान के सामने से यही सोच कर निकलता था कि बस वो दिख जाए … और वो मुझे दिख भी जाती थी. कुछ वक्त बाद तो ऐसे हो गया था कि मेरे निकलने के वक्त वो अनमैरिड लड़की खुद अपने मकान के बाहर मिलने लगी थी.
मैं बस उस जवान और ब्यूटीफुल लड़की के गदराई शरीरी को देखता और आगे बढ़ जाता था. मेरे जाते ही वो अनमैरिड लड़की भी अपने मकान में चली जाती थी. ये बात मैंने एक दो बार चैक भी की थी कि मेरे निकल जाने के बाद वो अन्दर चली जाती थी. इस तरह से मैं अपने बचपन से ही उसे देखता आ रहा हूँ. यहाँ भी देखें >> दारू पार्टी के बाद चुत और गांड की चुदाई पार्टी हार्डकोर थ्रीसम फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में बाद में मुझे किसी तरह से जानकारी हुई कि उसका नाम दीपिका था. मेरी उम्र बढ़ती गयी और अब हम दोनों जवान हो गए. मैं अनमैरिड लड़की दीपिका के मकान के पास से जाता तो वो हमेशा मेरी तरफ ललचाई हुई नजरों से देखती थी और एक हाथ से अपने ब्रैस्ट मसलने लगती थी.
पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के दौरान दर्द से कराहने लगी अनमैरिड लड़की Hindi Sex Story

मैं उस ब्यूटीफुल और गदराई लड़की के मकान से आगे भी निकल जाता तो भी वो मुझे देखती रहती थी और अपने ब्रेस्ट और चुत मसलती रहते थी. मुझे उसके इस प्रकार से देखने की बात कुछ समझ नहीं आती थी. उन दिनों मेरा एक दूर का भाई कुछ दिन हमारे यहां छुट्टी के लिए आया था. कुछ दिन तक उस अनमैरिड लड़की ने भी मेरे साथ जाते वक्त दीपिका को नोटिस किया, फिर अकेले में मुझसे पूछा- भाई बात कहा ं तक पहुंची? मैं उस अनमैरिड लड़की से बोला- देख भाई, वो गदराई अनमैरिड लड़की रोज देखती है. किन्तु मुझे ये पता नहीं है कि वो रोज क्या देखती है? वो बोला- अबे साले चूतिए … वो रोज तुझे ही तो देखती है. वो तुझे पसंद करती है. भाई की बात सुनकर अब मुझे सब समझ में आ गया था.
उसके मकान से थोड़ी दूर पर खेत हैं और थोड़ा और आगे एक पहाड़ है. जब कभी भी मन करता था, तो मैं वहा जाता था. एक दिन मैं अकेले जा रहा था, तभी वो गदराई पड़ोस में रहने वाली लड़की खेत के पास सड़क पर दिखाई दी. उसके आस-पास कोई नहीं था. मैंने हिम्मत करके दीपिका से पूछा- दीपिका तुम हर रोज पलट कर क्या देखती हो? वो बोली- तुम्हारे अलावा और कोई होता है वहां? “नहीं तो ..” “तो तुम्हें ही देखूंगी ना!” “हां … पर तुम मुझे ही क्यों देखती हो?” “क्योंकि तुम मुझे पसंद हो.” उसकी इस तरह से बिंदास बात सुनकर मुझे कुछ अचरज हुआ. इसके बाद मैंने पूछा- तुम्हें पता है ये बात … तुम्हारे घर वालों को पता चली तो? उसने मेरे करीब आकर मुझे देखा और एकदम से अपना मुँह आगे बढ़ा कर मेरे होंठों पर किस कर दिया. उसके चुम्बन से मैं हड़बड़ा गया.
वो ब्यूटीफुल लड़की मेरी पप्पी लेकर बोली- तुम्हें लगता है कि ये बात मैं घर वालों से कहूँगी? मैंने उस से कहा- नहीं. हम दोनों एक दूसरे से बात करने लगे, तो वो मेरा हाथ पकड़ कर एक तरफ वीराने में ले गई. उधर बैठ कर हम दोनों कुत्ते कमीनो ने एक दूसरे के बारे में जाना और काफी देर तक हमारी बातें हुईं. यहाँ भी देखें >> गेलचोदी बन भाई के लण्ड से फुद्दी चुदवाई गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में फिर मेरा उस तरफ जाना बढ़ गया और उस अनमैरिड लड़की से मिलना भी. अब हम दोनों को जब कभी भी मौका मिलता, तो खेत में या पेड़ के पीछे, या झाड़ी की आड़ में हम दोनों किसिंग कर लेते. मुझे ब्रैस्ट दबाना दीपिका ने ही सिखाया. इससे आप समझ सकते हैं कि मैं कितना भोला लड़का था. इसी तरह कुछ दिन बीत गए. सर्दियों का मौसम आ गया था.
एक दिन दीपिका ने मुझसे कहा कि 5 तारीख को घर के सब लोग शादी में बाहर जा रहे हैं. मैंने कुछ बहाना बनाकर खुद का जाना टाल दिया है. तुम 5 तारीख को मेरे घर आ जाना दोनों पिलकर सुहाग रातमनायंगे. अब मैं भी उस अनमैरिड लड़की की अन्तर्वासना को महसूस करने लगा था और मुझे भी उस अनमैरिड लड़की दीपिका की अनचुदी चूतड़ और अनचुदी बुर की बहुत शानदार चुदाई करने की आग सताने लगी थी. दीपिका की इस बात से मैं बहुत प्रसन हो गया था. आखिर वो दिन आ ही गया. पांच तारीख को हम दोनों उसके मकान में मिले. उस दिन उसने अपने गदराई शरीरी पर एक मस्त, फिट सलवार सूट पहना था.
मकान में अन्दर जाते ही हम दोनों हवस के भूखों की तरह किस करने लगे. हमारे होंठ जुड़ गए. कभी दीपिका मेरे होंठ चूसती, तो कभी मैं दीपिका के लाल लाल होंठ चूसता. हमारी जबान एक दूसरे के मुँह में थीं और आपस में लड़ कर मस्ती कर रही थीं. होंठ चूसते चूसते मेरे हाथ दीपिका के कमसिन उभारों पर चले गए. दीपिका के ब्रैस्ट चीकू की तरह छोटे छोटे थे. आहिस्ता आहिस्ता मेरे हाथ उसकी चूचियों की गोलाइयां नापने लगे. इतने में दीपिका ने मुझे दीवार से सटा दिया और मेरी आंखों में देखने लगी. उसने मेरे माथे को चूमा और कहा – आई लव यू. मैंने भी उससे कहा – आई लव यू टू दीपिका डार्लिंग! फिर उस हवस से भरी अनचुदी गर्ल ने मेरे गाल पर, पलकों पर, गले पर किस करना चालू कर दिया.
मुझे चूमने के साथ ही साथ उसने मेरे देसी मोटे लौड़े को कपड़ों के ऊपर से ही टटोला और मेरा चुदाई का प्यासा लण्ड सहलाने लगी. कुछ देर बाद उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरी छाती पर किस करते हुए मेरे निप्पलों को मसलने लगी. उसने एक निप्पल को कुछ जोर से दबा दिया तो मेरी सिसकियाँ निकल गयी- आआऊऊच. वो हंस दी और मेरे निप्पल पर जबान फेर कर उसे चुभलाने लगी. अब मैंने उसे दीवार से सटा दिया और उसकी सलवार कमीज उतार दी. वो पैडेड ब्रा पैंटी में मस्त माल लग रही थी. मैं उसे अपनी बांहों में लेकर किस करने लगा और अपने हाथ पीछे ले जाकर उसकी पैडेड ब्रा का हुक खोलने लगा. किन्तु उसकी पैडेड ब्रा का हुक खुल ही नहीं रहा था.
दीपिका मेरी बेचैनी समझ गयी और हंसते हुए बोली- ये दीपिका की पैडेड ब्रा है … इतनी आसानी से नहीं खुलेगी गब्बर. मैं हंस पड़ा. अब उसने खुद ही अपनी पैडेड ब्रा खोली और उसने अपने ब्रैस्ट मेरी तरफ तान दिए. यहाँ भी देखें >> माँ ने चुदक्कड़ बहिन की चुत चुदाई करते दबोचा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मैं किसी जंगली कुत्ते की तरह लपक कर उसके रसीले ब्रैस्ट पर टूट पड़ा. चुम्मा चाटी, ब्रैस्ट के निप्पल चूसना और काटना, ब्रैस्ट को जोर जोर से रगड़ना मुझे अच्छा लग रहा था. उसी बीच मैंने अपना एक हाथ दीपिका की गरम चुत पर फेर दिया. पता चला कि उसकी चुत गीली हो गयी थी. मैंने अपनी पूरी हथेली पैंटी के ऊपर से ही उसकी चुत पर रख दी. दीपिका की पैंटी गीली हो गई थी.
पता नहीं, इस बात से मेरे शरीरी में ऐसा क्या जोश भर गया था कि मैं उसको किस करते हुए ऊपर चला गया और जोर जोर से होंठों पर चुम्बन करने लगा, उसके होंठों को काटने लगा. इसके बाद मैंने अपना हाथ दीपिका की पैंटी में डाल दिया और बुर को प्यार और मोहब्बत से दबाने और सहलाने लगा. इधर दीपिका ने भी मेरा अंडरवियर निकाल दिया और वो मेरा पेनिस अपने मुह में भरकर चूसने के लिए नीचे बैठ गई. मेरा तंदरुस्त लौड़ा दीपिका के मुह के सामने था. उसने मेरे लण्ड के सुपारे पर एक किस किया ही था कि मेरे मुँह से ‘आह हहहह .’ निकल गयी और लण्ड ब्लोजॉब के लिए तड़प उठा. दीपिका आहिस्ता आहिस्ता करके मेरे लण्ड का आगे का हिस्सा चूसने लगी.
कुछ ही देर में वह किसी कुतिया रांड की तरह मेरा पूरा लण्ड अपनी जबान से चाटने लगी और एकदम से उसने मेरा पूरा लण्ड अपने मुँह में भर लिया. मुझे इस बात की जरा सी भी भनक नहीं थी कि चुदासी दीपिका मेरे लण्ड के साथ ऐसा कुछ करेगी. अनमैरिड लड़की दीपिका किसी रांड की तरह जोर जोर से लण्ड चूस रही थी. बीच बीच में वो मेरे लण्ड की गोलियां सहलाती जा रही थी और उन्हें चूस भी रही थी. मुझे कुछ ही पलों में ऐसा लगा कि ये इस तरह से करती रहेगी, तो मैं जल्दी ही झड़ जाऊंगा. इस कारण से मैंने उसे ऊपर उठाया और उसकी पैंटी उतार दी कर उसको पलंग पर लिटा दिया.
अब मैं उस गदराई लड़की के होंठों पर किस करते हुए नीचे गर्दन पर किस करने लगा. फिर ब्रैस्ट पर किस किया, बाद में मैं टुंडी में जबान घुसेड़ कर चूसने लगा. वो मचलने लगी तो मैंने दीपिका की दोनों टांगों को अलग करते हुए उसकी चुत पर किस कर दिया. दीपिका एकदम से सिहर उठी. मैं उसकी अनचुदी बुर को चाटने लगा. कसम से बुर चाटने में मुझे बड़ा आनंद आ रहा था. मैंने उसकी चुत के होंठों को खोल कर अपनी जबान चूत में घुसा दी और बुर चाटने लगा. ‘ओहह हहह … नील, ये क्या कर रहे हो … आउच … आहा हह ..!’ उसके मुँह से अलग अलग आवाज़ें निकलने लगीं. उस पर खतरनाक चुदाई का नशा छा चुका था.
वो चुदास से भर चुकी थी और बार बार मुझसे बोल रही थी- प्लीज डार्लिंग कुछ करो … नहीं तो मैं मर जाऊंगी. मैंने उसकी चुत को चूसना छोड़ दिया और उसको चोदने के लिए लिटा दिया. फिर मैं उस अनमैरिड लड़की की अनचुदी चूत के पास गया और उसकी चुत पर अपना लण्ड लगा दिया. उसकी चुत गीली थी और मैंने उसको चाट कर और गीला कर दिया था. जैसे ही मैंने अपना लण्ड उसकी चुत को खोलकर बुर की फांकों में रखा और धक्का मारा, तो मेरा लम्बा मोटालण्ड फिसल गया. यहाँ भी देखें >> बहन की चूत के साथ यौन संबंध बनाने का मौका – सेक्स स्टोरी हिंदी में मैंने फिर से प्रयास की, किन्तु वही हुआ. हम दोनों ही इस गेम में अनाड़ी थे. मैं भी पहली बार सेक्स कर रहा था और वो भी. मेरे साथ साथ उस अनमैरिड लड़की का भी चुदवाने का पहला अवसर था.
इतना सब जो अब तक किया था, वो शायद इंडियन देसी पोर्न फिल्म देख कर ही कर लिया था. दीपिका मेरे लण्ड के लिए तड़प रही थी और उसे यह बात पता थी की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के दौरान दर्द होता है जिसे सहन करने के लिए वो तैयार भी थी. उसने अपनी अनचुदी बुर की फांकों को पकड़ कर खोला और मैंने लण्ड को उसकी अनचुदी चुत पर रख कर एक बहुत तेज धक्का दे मारा. इस बार लण्ड सही दिशा में गया और उसकी अनचुदी बुर की सील तोड़ते हुए चुत में घुस गया. लण्ड चूत में घुसते ही उसकी दर्द के मारे बहुत तेज चीख निकल गई. मैंने चुत पर थोड़ा दबाव और डाला और लण्ड चूत में और अन्दर खिसक गया.
अनचुदी चुत की पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के दौरान अनमैरिड लड़की दर्द से कराहने लगी आह… आह… उई माँ… आह… मैं उसकी अनचुदी चुत को फाड़ने में लगा रहा और कुछ देर बाद मैंने उसकी टांगों को अपने टांगों के ऊपर करवाकर उसके ऊपर छा गया. अब मैं उसके कोमल कोमल होंठों को चूमने लगा और उसकी चुचियों को दबाने और सहलाने लगा. कुछ देर बाद जब वो सामान्य हो गई, तो मैंने एक और धक्का लगाया. मेरा तंदरुस्त लौड़ा फट की आवाज़ करते हुए अन्दर चला गया. इस बार वो और जोर से चीखी, किन्तु उसके होंठ मेरे होंठों में बंद थे … तो आवाज़ उस अनमैरिड लड़की के मुह से बाहर नहीं आई.
चुदवाते चुदवाते उस अनमैरिड लड़की की आंखों से आंसू निकल रहे थे, मैं लण्ड चूत में पेल कर रुक गया था. पाँच मिनट में उस अनमैरिड लड़की की फटी हुई बुर का दर्द कम हो गया और वो अपने चूतड़ ऊपर नीचे करने लगी. फिर मैं भी उसके ऊपर से उठ गया. लण्ड चूत के अन्दर ही था. मैंने उसी स्थिति में उसके एक पैर को अपने कंधे पर लिया, दूसरा पैर पलंग पर फैलाया और उसको चोदने लगा. वो ‘आह आह आह्ह्ह्ह ..’ की आवाज़ निकाल रही थी.
मेरा लम्बा मोटा लण्ड बार बार अन्दर बाहर हो रहा था. चुदाई के हर शोर्ट के बाद मेरी उस अनमैरिड लड़की की चुत चोदने की रफ़्तार बढ़ रही थी. मैं अपने चरमसुख पर पहुंचने ही वाला था कि दीपिका ने अपना कामरस छोड़ दिया. उसके पहले कामरस की धार मेरे लण्ड पर लगी और उसकी इस धार ने मेरा रस भी निकाल दिया. यहाँ भी देखें >> सुहागन चचेरी बहिन की चुदाई करके चुदास शांत करी Hindi Sex Story मैंने भी अपना रस उस साली रंडी छिनाल की चूत में निकाल दिया और हम एक दूसरे से लिपट कर लेट गए. कुछ देर हम ऐसे ही लेटे रहे और लण्ड अपने आप ही उस साली रंडी छिनाल की चूत से बाहर निकल आया.
मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि उस अनमैरिड लड़की की फटी हुई चूत से ब्लड और स्पर्म का मिश्रण बह रहा था. उस दिन हम दोनों कुत्ते कमीनो ने शादी के बिना ही हमारे जीवन की पहली खतरनाक चुदाई का आनंद ले लिया था. अब तो मैं दीपिका को नई नई स्टाइल में चोदने लगा था. दूसरे ही हफ्ते मैंने दीपिका की चूतड़ की बहुत शानदार चुदाई भी की और हम दोनों कुत्ते कमीनो ने एक दूसरे का पानी का स्वाद भी ले लिया. फिर चुदाई की और अधिक भूख लगने लगी तो मैंने दीपिका की कुछ सहेलियों के साथ भी ग्रुप सेक्स के मजे किए. दीपिका की सहेलियों के साथ की हिंदी ग्रुप सेक्स स्टोरी को मैं अगली बार लिखूंगा. पड़ोस में रहने वाली अनमैरिड गदराई लड़की की चुदाई की इस हिंदी सेक्स स्टोरी में अभी के लिए इतना ही.
तो मेरे प्यारे भाई और बहनों थी ना ये देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में शानदार… हम www.xxxvale.com फैमिली के सदस्य उम्मीद करते हैं की आपको यह इंडियन हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में ” पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई के दौरान दर्द से कराहने लगी अनमैरिड लड़की Hindi Sex Story “ बहुत पसंद आई होगी. देसी चुदाई वाली इस हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना. इन इंडियन फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी मेंज के अलावा यदि आप इंडियन देसी पोर्न विडियो देखना चाहते है या फिर न्यूड (नग्न) नंगी फोटो देखना चाहते है तो www.indiansexbazar.com वेबसाइट ज़रूर देखें…