Father In Law And Daughter In Law Sex – वाइफ चुदवाती नहीं थी तो जवान बहु को पेलने लगा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : मेरी उमर लगभग 56 वर्ष हो चुकी है पर मेरे लौड़े में आज भी एक 21 साल के जवान लड़के जैसा दम है. मैं अपना एक छोटा सा धंधा करता हूँ. 21 साल की उम्र में शादी के बाद मेरी जिंदगी बहुत ब्यूटीफुल रही थी, ऐसा लगता था कि जैसे यह रोमान्स भरी जिंदगी यूं ही चलती रहेगी. उन दिनों जब देखो तब हम पति वाइफ दोनों मिलकर खूब चुदाई करते थे. मेरी वाइफ प्रियंका बहुत ही गदराई थी.
फिर वक्त आया कि मैं एक लड़के का बाप बना. उसके लगभग एक साल बीत जाने के बाद मेरी मखमली वाइफ प्रियंका ने फिर से कॉलेज जॉयन करने की सोच ली. यहाँ भी देखें >> छोटे भाई से चुदवाने के लिए सलवार कमीज उतारी हिंदी सेक्स स्टोरी वो ग्रेजुएट होना चाहती थी. जुलाई से मेरी वाइफ ने कॉलेज मेंन एडमिशन ले लिया… वाइफ के कॉलेज जाने की वजह से मेरी जिन्दगी में कुछ खालीपन सा रहने लगा… प्रियंका कॉलेज जाती और आकर बस हमारे बच्चे में खो जाती. मुझे कभी अपनी वाइफ की फुद्दी चुदाई करने की तमन्ना होती तो मेरी वाइफ चुदवाती नहीं थी वो चुदवाने में ना नुकुर करती और हर बार कोईं ना कोई नया बहाना कर के टाल देती थी.
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एक दफे तो मैंने वासना में आकर अपनी गरम सुहागन पत्नी को खींच कर बाहों में भर लिया और उसके बोबे दबाने लगा पर मेरी सुहागन पत्नी को ये सब पसंद नहीं आया और वो घुस्सा करने लग गयी तो मैंने उस दिन हेंडजॉब करके अपने आप को शांत करा. मुझे कुछ भी समझ में नहीं आता था कि हम दोनों पति वाइफ के बीच ऐसा क्या हो गया है कि मेरा उसके गदराई बदन को छूना तक उसे बुरा लगने लगा था और कभी वो मज़बूरी में मुझसे चुदवाती भी थी तो बस जिन्दा लाश की तरह पड़ी रहती थी और में उसकी चुदाई करता रहता था और वो बिना किसी प्रतिक्रिया के चुदती रहती थी.
इस तरह सालों बीत गये. मेरी मखमली वाइफ चुदवाती नहीं थी उसकी तमन्ना के बिना मैं अपनी गरम वाइफ प्रियंका के बदन को छूता भी नहीं था, उसके गुस्से से मुझे डर लगता था. इसी तरह वक्त बीतता गया और देखते ही देखते मेरा लड़का भी 21 वर्ष का हो गया और उसने अपनी शादी के लिये बहुत ही ब्यूटीफुल सी लड़की भी चुन ली. मेरी होने वाली बहु का नाम यामिनी था. बी कॉम करने के बाद उसने मेरे बिजनेस में हाथ बंटाना चालू कर दिया था. मेरी वाइफ के व्यवहार से दुखी हो कर मेरे लड़के प्रवीण ने अपना अलग घर ले लिया था. घर में अधिक अलगाव होने से अब मैं और मेरी वाइफ अलग अलग कमरे में सोते थे. एकदम अकेलापन …
मेरी वाइफ प्रियंका एक प्राईवेट स्कूल में नौकरी करने लगी थी. उसकी अपनी सहेलियाँ और फ्रेंड बन गये थे. तब से उसके एक विद्यालय के टीचर के साथ उसके अवैध सेक्स संबंध होने की अफ़वाहें उड़ने लगी थी. मेरी सुहागन पत्नी को हवा लग चुकी थी और वो मुझे धोखा दे रही थी. मैंने भी मेरी सुहागन पत्नी को उन्हें होटल में, सिनेमा में, गार्डन में कितनी ही बार देखा था. पर मजबूर था… कुछ नहीं कह सकता था. मेरे बेटे की सुन्दर वाइफ यामिनी दिन को अधिकतर मुझसे बात करने मेरे पास आ जाती थी. मेरा मन इन दिनों भटकने लगा था.
मैं दिनभर अपनी हवस शांत करने के लिए पोर्न साईट पर देसी पोर्न वीडियो देखता रहता था. फिर स्नानघर में जाकर हेंडजॉब करके अपनी गर्मी निकाल लेता था. यहाँ भी देखें >>स्कर्ट उप्पर उठाकर चुदाई करी बड़े ब्रेस्ट वाली लड़की की Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani दोस्तों कुछ वक्त बाद में अपना आपा खो बैठा और अपनी बहु को हवस से भरी गन्दी नजरों से देखने लगा मेरा दिल अपने सगे बेटे की ब्यूटीफुल वाइफ के साथ सेक्स करने का करने लगा. में अपनी हवस शांत करने के चक्कर में ससुर और बहु के रिश्तों की सभी मरीयादा भूल चूका था. मेरी बहु यामिनी ही एक स्त्री के रूप में मेरे सामने थी, वही आहिस्ता आहिस्ता मेरे मन में मेरी वाइफ की जगह लेने लगी थी और अब मैं चाहता था की वो शयनकक्ष के बिस्तर में भी मेरी वाइफ की जगह ले ले ओर में उसकी खूब दबाकर चुदाई करूँ.
अपने राज दुलारे बेटे की मस्त कमसिन माल सुहागन पत्नी को देखकर 56 साल की उम्र में भी मेरे भीतर काम भावनायें जागने लगी थी. इस बात से कोसों दूर कि वो मेरे घर की बहू है और मेरे अपने सगे बेटे की वाइफ है में उस पर हवस से भरी गन्दी नजर रखने लगा था. अपनी जवान बहु को देख कर मुझे लगता था कि काश यह मुझे मिल जाती और मैं उसे खूब चोदता … पर फिर मुझे लगता कि अपने सगे बेटे की वाइफ के साथ सेक्स करना बहुत बड़ा पाप है… पर क्या करता… पुरुष मन था जो काफी सालो से सेक्स का भूखा था.
एक दिन मेरे बेटे की वाइफ यामिनी ने मुझे कुछ खास बात बताई. उससे दो चीज़ें खुल कर सामने आ गई. एक तो मेरी वाइफ के किसी पराये मर्द के साथ अवैध सेक्स संबंध का राज खुल गया और दूसरा मेरी मस्त कमसिन माल बहु यामिनी खुद ही मुझसे अपनी फुद्दी चुदवाने को तैयार हो गई. यामिनी के बताये अनुसार मैंने नाईट को एक बजे प्रियंका को उसके कमरे में खिड़की से झांक कर देखा तो… सब कुछ समझ में आ गया… वो अपना कमरा क्यों बंद रखती थी, यह राज़ भी खुल गया. एक व्यक्ति मेरी सुहागन पत्नी को श्वान बनाकर चोद रहा था.
मेरी वाइफ प्रियंका वासना में बेसुध थी और अपने फुद्दीड़ हिला हिला कर अपने आशिक का पूरा लण्ड ले रही थी. उस व्यक्ति को मैं पहचान गया वो मेरी वाइफ के कॉलेज टाईम का फ्रेंड था और उसी के विद्यालय में टीचर था. मैंने यह बात अपनी बहु को बताई तो उसने कहा – मैंने कहा था ना ससुर जी, सासु माँ का राजेश के साथ अवैध सेक्स संबंध है और नाईट को वो अधिकतर घर पर आता है और सासु माँ की चुदाई करता है और चूतड़ भी मारता है. मैंने मेरी बहु को कहा का यामिनी बहु … आज नाईट को तू यहीं रह जाना और देखना… तेरी सासू मां क्या करती है।” “जी , मैं प्रवीण को बोल कर नाईट को आ जाऊंगी…”
शाम को ही मेरी बहु यामिनी घर आ गई, साथ में अपना नाईट सूट भी ले आई… उसका नाईट सूट क्या था कि बस… छोटे से टॉप में उसके मोटे मोटे बोबे उसमे आधे बाहर छलक पड़ रहे थे. उसका लोअर नीचे उसके फुद्दीड़ों की दरार तक के दर्शन करा रहा था. पर वो सब उसके लिये सामान्य था. उसे देख कर तो मेरा फौलादी लण्ड कुलांचे भरने लगा था. मैं कब तक अपने काले मोटे लंड को छुपाता. यामिनी की तेज नजरों से मेरा बुड्डा लण्ड बच ना पाया. वो मुस्करा उठी. मेरी बहु यामिनी ने मेरी वासना को और बाहर निकाला- ससुर जी… सासु माँ से दूर रहते हुए कितना वक्त हो गया… ? “बेटी, यही करीब 16-17 साल हो चुके हैं !” “क्या ?? इतना टाइम… साथ भी नहीं सोये…??” “साथ सोये ? हाथ भी नहीं लगाया…!” “तभी… !” “क्या तभी…?” मैंने आश्चर्य से पूछा।
बहु कहने लगी “ससुर जी… कभी कोई तमन्ना नहीं होती है क्या?” में उदास होते हुए बोल पड़ा “होती तो है बहु … पर क्या कर सकता हूँ… तेरी सासु माँ तो अपना बदन छूने पर ही गन्दी नदी गालिया देती है।” “तू नहीं और सही…. ससुर जी प्यार की मारी औरतें तो बहुत हैं…” “चल छोड़ !!! अब आराम कर ले… अभी तो उसे आने में एक घण्टा है…चल लाईट बंद कर दे !” फिर मेरी बहु शरमाते हुए कहने लगी “एक बात कहूँ ससुर जी, आपका बेटा तो मुझे घास ही नहीं डालता है… वो भी मेरे साथ ऐसे ही करता है जैसा सासु माँ आप के साथ करती है में भी शादी के बाद से चुदवाने के लिये तड़प रही हूँ में भी मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक प्यासी हूँ!” यामिनी ने दुखी मन से कहा .
इसके बाद मैंने मेरी बहु से पूछा की “क्या मतलब बहु … तू भी… ऐसे ही…?” मेरी बहु की आँखों में आँसू भर आए वो कहने लगी “हाँ ससुर जी… मेरे मन में भी तो सेक्स करने की तमन्ना होती है ना !” “देखो तुम भी दुखी, मैं भी दुखी…” मैंने उसके मन की बात समझ ली… उसे भी चुदाई चाहिये थी… पर किससे चुदाती… बदनाम हो जाती… कहीं ???… कहीं इसे मुझसे चुदना तो नहीं है… नहीं… नहीं… मैं तो इसका बाप की तरह हूँ… छी:… पर मन के किसी कोने में एक हूक उठ रही थी कि इसे चुदना ही है. यामिनी ने बत्ती बन्द कर दी. मैंने बिस्तर पर लेते लेटे यामिनी की तरफ़ देखा. अपनी जवान बहु की बड़ी बड़ी प्यासी आँखें मुझे ही घूर रही थी. मैंने भी उसकी आँखों से आँखें मिला दी.
यामिनी बहु बिना पलक झपकाये अपनी प्यासी आँखों से मुझे बड़े प्यार और मोहब्बत से देखे जा रही थी. वो मुझे देखती और आह भरती… मेरे मुख से भी आह निकल जाती. आँखों से आँखें चुद रही थी. हम ससुर बहु का नेत्र-चोदन काफ़ी देर तक चलता रहा… पर जरूरत तो लण्ड को फुद्दी की और फुद्दी को लण्ड की थी. आधे घण्टे बाद ही मेरी वाइफ प्रियंका के कमरे में रोशनी हो उठी. यामिनी उठ गई. उसकी वासना भरी निगाहें मैं पहचान गया. “ससुर जी वो लाईट देखो… आओ देखें सासु माँ के कमरे में क्या कांड चल रहा है…” हम ससुर और बहु दोनों दबे पांव खिड़की पर आ गये. कल की तरह ही खिड़की का पट थोड़ा सा खुला था.
यामिनी बहु ने और मैंने एक साथ अन्दर झांका. राजेश ने अपने कपड़े उतार रखे थे और मेरी वाइफ प्रियंका के कपड़े उतार कर उसे न्यूड (नग्न) कर रहा था. नंगे हो कर अब दोनों एक दूसरे के अंगों को सहला रहे थे. एकदम मुझे लगा कि यामिनी ने अपनी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड हिला कर मेरे से चिपका ली है. अन्दर का दृश्य और यामिनी की हरकत ने मेरा फौलादी लण्ड खड़ा कर दिया… मेरा खड़ा लण्ड उसकी फुद्दीड़ों की दरार में रगड़ खाने लगा. उधर प्रियंका ने लण्ड पकड़ कर उसे मसलना चालू कर दिया था और बार-बार उसे अपनी फुद्दी में घुसाने का प्रयत्न कर रही थी.
गलती से मेरा हाथ यामिनी बहु की चूचियों पर गया और मैंने उसकी चूचियाँ दबा दी. उसके मुँह से एक आह निकल गई. मुझे पता था कि यामिनी का मन भी बेचैन हो रहा था. मैंने नीचे बहु की गांड पर अपना लण्ड और गड़ा दिया. उसने अपने फुद्दीड़ों को और खोल दिया और काले मोटे लंड को दरार में फ़िट कर लिया. यामिनी बहु ने मुझे मुड़ कर देखा. फ़ुसफ़ुसाती हुई बोली,”ससुर जी… प्लीज… अपने कमरे में !” मैं धीरे से पीछे हट गया. उसने मेरा हाथ पकड़ा… और कमरे में ले चली. “ससुर जी… शर्म छोड़ो… और अपने मन की प्यास बुझा लो मेरे जवान बदन से… और मेरी टट्टी से भरी चूतड़ और फुद्दी की खुजली भी मिटा दो !”
चुदासी बहु की विनती मुझे वासना में बहा ले जा रही थी. “पर तुम मेरी बहू हो… बेटी समान हो…” मेरा धर्म मुझे रोक रहा था पर मेरा ये प्यासा लौड़ा… वो तो सर उठा चुका था, बेकाबू हो रहा था. मन तो कह रहा था अपने राज दुलारे बेटे की सुहागन पत्नी को नंगी करके रांड की तरह चोद डालूँ… मेरी बहु कहने लगी “ना ससुर जी… ऐसा क्यों सोच रहे हैं आप? नहीं… अब मैं एक सम्पूर्ण महिला हूँ और आप एक सम्पूर्ण मर्द… हम वही कर रहे हैं जो एक मर्द और महिला के बीच में होता है ये रिश्ते नाते तो इंसानों द्वारा बनाए गए हैं भगवान् ने तो केवल लण्ड और फुद्दी बनाई है।”
यामिनी बहु ने किसी रांड की तरह मेरा बुड्डा लण्ड थाम लिया और मसलने लगी. मेरी आह निकल पड़ी. में समझ गया की बहु की जवानी मेरा लण्ड मांग रही है. यहाँ भी देखें >> छोटे बच्चे ने करा सील बंद बुर का कौमार्य भंग हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मेरा सारा शरीर जैसे कांप उठा,”देखा कैसा तन्ना रहा है… बहू !” “बहू घुस गई डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर ससुर जी… आप तो बुढ़ापे में अपनी इस जवान बहु की रसीली फुद्दी का आनन्द लो…!” यामिनी पूरी तरह से वासना में डूब चुकी थी. मेरा लोअर उसने नीचे खींच दिया. मेरा फौलादी लण्ड फ़ुफ़कार उठा. “सच है यामिनी… आजा अब जी भर के चुदाई कर ले… जाने ऐसा अवसर फिर मिले ना मिले. ”
मैं अपनी जवान यामिनी बहु को पेलने के लिये बेताब हो उठा. “मेरा लोअर उतार दो ना और ये टॉप… खीच दो ऊपर… मुझे न्यूड (नग्न) करके चोद दो … हाय…” बहु की जवानी लण्ड मांग रही थी. मेरा सारा शरीर जैसे कांप उठा,”देखा कैसा तन्ना रहा है… बहू !” “बहू घुस गई डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर ससुर जी…रसीली फुद्दी का आनन्द लो ससुर जी…!” यामिनी पूरी तरह से वासना में डूब चुकी थी. मेरा लोअर उसने नीचे खींच दिया. मेरा फौलादी लण्ड फ़ुफ़कार उठा. “सच है यामिनी… आजा अब जी भर के चुदाई कर ले… जाने ऐसा अवसर फिर मिले ना मिले. ” मैं जवान यामिनी बहु को पेलने के लिये बताब हो उठा. “मेरा लोअर उतार दो ना और ये टॉप… खीच दो ऊपर… मुझे न्यूड (नग्न) करके चोद दो … हाय…” मैंने उसका लोअर जो पहले ही फुद्दीड़ों तक था उसे पूरा उतार दिया और टॉप ऊपर से उतार दिया.
अपनी जवान बहु का गदराई शरीर भोगने के लिये मेरा फौलादी लण्ड तैयार था. मैं बहू बेटी का संबंध भूल चुका था. बस लण्ड फुद्दी का संबंध समझ में आ रहा था. हम दोनों आपस में लिपट पड़े और बिस्तर पर कूद पड़े. उसने मेरे शरीर को नोचना और दबाना चालू कर दिया और और अपने कोमल होंठों को मेरे चेहरे पर बुरी तरह रगड़ने लगी. उसके दांत जैसे मेरे गालों पर गड़ गये. उसकी नई बेताब जवानी, मुझ पर भारी पड़ रही थी. उसके इस कदर नोचने खरोंचने से मेरे मुख एक धीमी सी चीख निकल पड़ी. मेरा बुड्डा लण्ड उफ़ान पर आ गया. वो मेरे ऊपर सवार थी, उसकी फुद्दी मेरे चुदाई करने वाले डंडे पर बार बार पटकनी खा रही थी.
मुझसे सहा नहीं जा रहा था. “यामिनी बहु… चुदवा ले ना अब अपने इस वृद्ध ससुर से… देख मेरी क्या हालत हो गई है।” उसने प्यार और मोहब्बत से मेरे काले मोटे लंड को दबा लिया और फुद्दी को ऊपर उठा कर सेट कर लिया फॉर उसने मेरे लण्ड पर जोर का दबाव बनाया और मेरा फौलादी लण्ड मेरे बेटे की वाइफ की फुद्दी में समा लिया. मुझे लगा जैसे बरसों की तमन्ना पूरी हो गई हो. जो चीज़ कठिनाई से मिलती है वो अनमोल होती है. इसलिये मुझे लगा कि जवान यामिनी बहु को नाराज नहीं करना चाहिये, वर्ना मेरा बुड्डा लण्ड फिर से लटका ही रह जायेगा.
मैं उसकी फुद्दी में लण्ड धीरे-धीरे अन्दर बाहर करने लगा. पर उसकी जवानी तो तेजी मांग रही थी. उसने अपनी फुद्दी कस ली और ऊपर से कस-कस के पेलने लगी… और… मेरी कठिनाई हो गई. सालों बाद चुदाई को लण्ड सह नहीं पाया और स्पर्म छूट पड़ा. उसकी ताजा जवानी सच में मुझसे कुछ अधिक ही मांग रही थी. “यामिनी… हाय निकल गया मेरा माल तो…” “ससुर जी… निकाल दो प्लीज… पूरा निकाल दो…फिर से जमेंगे… निकाल दो…” यामिनी ने मुझे प्यार और मोहब्बत से सहारा दिया. मैं ढीला पड़ गया, लण्ड बाहर निकल आया था. मुझे यह सब बहुत ही सुहाना लग रहा था.
मेरी यामिनी बहु ने वापस धीरे-धीरे मुझे चूमना चाटना शुरू कर दिया. मेरे मोटे लंड से खेलने लगी. प्यार और मोहब्बत से अपनी अपनी फुद्दी मेरे मुह पर लगा दी और मुझे अपनी गीली फुद्दी का कामरस पिलाने लगी. अपने बोबे पर मेरे हाथ रख कर दबवाने लगी. इसके बाद बहु ने अपनी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड को मेरे मुख पर रख दिया… मैंने भी शौक से जवान डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के छेद में जबान घुसा कर चाट डाला. इतनी ज्यादा देर में मेरा बुड्डा लण्ड फिर से तन्ना उठा. मेरी बहु कहने लगी की “ससुर जी मुझे डॉगी स्टाइल में सेक्स करना है आप मुझे श्वान बनाकर चोदो।” मैं कहा की “हां ऐसे आनंद तो आयेगा… देखा नहीं तेरी सासु माँ कैसे अपने आशिक से घोड़ी बन चुदवाती है…” मैं बिस्तर से उतर कर अपनी बहु को मादा कुतिया बनाकर पेलने के लिये उसके पीछे आ गया.
मेरी बहु ने अपने फुद्दीड़ों को पीछे उभार लिया. सामने मुझे उसकी मखमली डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड और प्यारी सी चूतड़ का छेद दिख गया. मैंने मेरी जवान बहु से पूछा “यामिनी बहु तेरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड से शुरु करें…?” मेरी बहु हँसते हुए कहने लगी की “ औरतों की चूतड़ के बहुत शौकीन लगते हैं आप ससुर जी ..?” फिर में कहा की “अरे बहु वो मर्द ही क्या मर्द जिसने कभी औरतों की चूतड़ ही न मारी हो!” “हाँ ससुर जी… फिर डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड अपने राज दुलारे बेटे की वाइफ की हो तो क्या बात है … लण्ड डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड मारे बिना छोड़ेगा नहीं… है ना… हाय ससुर जी… गया अन्दर …” “अब देख दूसरे दौर में मेरे बुड्डे लण्ड का कमाल… तेरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड अब गेटवे ऑफ़ इन्डिया बनने वाली है… और फुद्दी भोसड़ा बनने वाला है” मैंने जोश में कहा और मेरी जवान बहु हंस पड़ी… और सिसकारियाँ भरने लगी।
बहु बोलने लगी “ससुर जी मार दो मेरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड … जरा जोर से मारना… मेरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड भी बहुत प्यासी है…अह्ह्ह्ह्ह” मैंने लण्ड खींच के निकाला और दबा कर अन्दर तक घुसा डाला… यामिनी ने अपने कोमल होंठ भींच लिये… उसे दर्द हुआ था… “हाय भगवान… मर गई… जरा नरमाई से ना…” “ना अब यह जोश में आ गया है… मत रोको इसे… मरवा लो ठीक से अब !” दूसराशॉट और तेज था. मेरी बहु ने आँखें बंद कर ली और दर्द के मारे अपने कोमल होंठ काट लिये. मैंने लण्ड निकाल कर उसकी मोटी बदबूदार चूतड़ के छेद पर थूक लगाया और फिर से लण्ड घुसा डाला.
इस बार उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे दर्द कम हुआ और उसने मेरा पूरा लण्ड अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ की गहराई में ले लिया. उसकी मोटी बदबूदार चूतड़ की दीवारें मेरे मोटे लंड से रगड़ खा रही थी. मुझे आनंद आने लगा था. उसकी सीत्कार भरी हाय नहीं रुकी थी. पर शायद दर्द तो था. मुझे मोटी चूतड़ मारने का आनंद पूरा आ चुका था, मैंने उसे और तकलीफ़ ना देकर फुद्दी चोदना ही बेहतर समझा. जैसे ही लण्ड डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड से बाहर निकाला, यामिनी ने जैसे चैन की सांस ली.
फिर में कहा “यामिनी बहु चल अब अपनी दोनों टांगें खोल ले और अपने इस बुड्डे ससुर के लण्ड से फुद्दी चुदाई का आनंद लें…” मेरी यामिनी बहु ने आंसू भरे चहरे से मुझे देखा और हंस पड़ी. “बहुत रुलाया ससुर जी… अब मस्ती दे दो ना…” मुझसे उसकी हालात नहीं देखी गई. “सॉरी यामिनी बहु अपने इस बाप रूपी ससुर को शमा कर दे… आगे से ध्यान रखूंगा !” मेरी चुद्द्कड़ बहु कहने लगी “नहीं ससुर जी… यही तो चूतड़ मराने का आनंद है… मीठा मीठा दर्द और चुदाई…” और फिर वो हसने लगी. उसकी हंसी ने महौल फिर से वासनामय बना दिया. मैंने उसकी फुद्दी के पट खोल डाले और अन्दर लाल फुद्दी में काले मोटे लंड को घिसा… उसका दाना लण्ड के सुपाड़े से रगड़ दिया. वो कुछ ही पलों में किलकारियाँ भरने लगी. फुद्दी की गुदगुदी से खिलखिला कर हंस पड़ी.
बहु की ये वासना भरी किलकारियाँ और हंसी मुझे और उत्तेजित कर रही थी. उसकी लाल फुद्दी पर लण्ड का घिसना उसे भी सुहा रहा था और मुझे भी सुहा रहा था. यहाँ भी देखें >> कचरे वाले से चुदवाया – Games of Karma (Part 2) – Kachra B Grade Porn बीच-बीच में मैं अपना लण्ड धक्का दे कर जड़ तक चोद देता था. फिर वापस निकाल कर उसकी रस भरी फुद्दी को मोटे लंड से घिसने लगता था. अपने सगे बेटे की वाइफ की लाल फुद्दी से पानी टपकने लगा था. उसने मेरा मजबूत लौड़ा पकड़ पर अपने दाने पर कई बार रगड़ा मारा और फिर मस्त हो उठती थी. वो मेरे चुदाई करने वाले डंडे के पास मेरे टट्टों को भी सहला देती थी. टट्टों को वो आहिस्ता आहिस्ता सहलाती थी. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मै अब फुद्दी में अपना लण्ड अन्दर दबाने लगा, और पूरा जड़ तक पहुंचा दिया. लगा कि अभी और घुस सकता है.
मैंने थोड़ा सा लण्ड बाहर निकाला और जोर से पूरा दम लगा कर भीतर घुसेड़ दिया. चुदवाते चुदवाते मेरी गदराई बहु के मुँह से फिर एक चीख निकल पड़ी,” आय हाय ससुर जी… फ़ाड़ ही डालोगे क्या?” “सॉरी बहु… पर लौड़ा तो पूरा घुसाये बिना आनंद नहीं आता है ना” “सॉरी ससुर जी आप तो… चोदो ससुर जी… आपका प्यासा लौड़ा तो पुराना पापी लगता है…” और हंस पड़ी. हम ससुर और बहुत की चुदाई जोरों से चालू हो गई… मेरी बहु यामिनी मस्ती में तड़प उठी. वो चुदवाते चुदवाते घोड़ी की तरह हिनहिनाने लगी… सिसकारियाँ भरने लगी.
अपने राज दुलारे बेटे की कामुक वाइफ की फुद्दी चुदाई करते करते मेरी भी सिसकियाँ निकल रही थी मेरे वृद्ध लण्ड में हल्का हल्का दर्द ज़रूर हो रहा था पर आनंद बहुत आ रहा था. “हाय बिटिया… फुद्दी है या भोसड़ी… साली आनंद खूब दे रही है… क्या आनंद आ रहा है…चला डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड… जोर से… आज अपने इस वृद्ध ससुर की कई सालो की प्यास शांत कर डाल” मेरी बहुत चुदते चुदते कहने लगी “अरे ससुर जी क्या हुआ बुढ़ापे में आप के लण्ड में जान नहीं बची क्या.… जोर से चुदाई करो ना… दे लण्ड… फ़ोड़ दो मेरी प्यासी फुद्दी को… माईईइ रे…आह्ह्ह्ह्ह्…ऊईईईइ” उसकी कठोर हुई नरम चूचियाँ मसल मसल कर लाल कर दी थी. मेरी बहु के चुचूक कठोर हो गये थे…. बहु के दोनों स्तनों को भींच कर शानदार चुदाई चल रही थी.
बहु की चूचियों को मलने से मेरी बहु और भी ज्यादा उत्तेजित हो चुकी थी. मेरी बहु बहुत ज्यदा चुदासी हो उठी थी वो अपने दांत भीच कर कस कर कमर हिला कर चुदवा रही थी. “ससुर जी… मैं गई… अरे रे… चुद गई… वो… वो… निकला… हाय रे… माऽऽऽऽऽऽऽ” कहते हुए मेरे बेटे की वाइफ ने अपना रस छोड़ दिया. वो चुदवाते चुदवाते झड़ने लगी. मैंने उसके मोटे मोटे बोबे छोड़ दिये और लण्ड पर ध्यान केन्द्रित किया. काले मोटे लंड को जड़ तक घुसा कर दबाव डाला… और दबाते ही गया. उसे अन्दर लगने लगी. वो तड़पने लगी और तड़पते तडपते बोलने लगी की आह… आई… आह… आह… “ससुर जी…बस ना… अब नहीं…”
मैंने मेरी बहु को कहा की “अरे बहु चुप हो जा रे… बस अब मेरा चिपचिपा सफेद पानी निकलने ही वाला है…” फिर बहु कहने लगी की “पर मेरी तो फुद्दी ही फ़ट जायेगी ना आप का लौड़ा तो बहुत लम्बा और मोटा है…” “आह आअह्ह्ह रे… मैं आया… आह्ह्ह्ह्… निकल रहा है… कोमलीईईईइ” मैंने अपना लण्ड बाहर निकाल लिया. “यामिनी बहु… यामिनी… आह… आह…इधर…आ…” मैंने चोदते चोदते अपनी बहु के बाल पकड़ कर जल्दी से उसके मुँह को मेरे चुदाई करने वाले डंडे पर रख दिया. यामिनी बहु तब तक समझ गई थी की मेरे लण्ड से स्पर्म की फुहार छुटने वाली है तो उसने मेरे लौड़े से स्पर्म छूटते ही मुँह में लौड़ा घुसा लिया.
मेरा गरम गरम कामरस पिचकारी के रूप में निकल पड़ा. मेरी प्यासी बहु यामिनी मेरे गरमा गरम स्पर्म को गटागट निगलने लगी. फिर अन्त में गाय का दूध निकालने की तरह से लण्ड दुहने लगी और बचा हुआ माल भी निकाल कर चट कर गई. “ससुर जी… आपके कामरस से तो पेट ही भर गया।” मैंने अपनी जवान बहु को नंगी ही लिपटा लिया…. “यामिनी बहु… शुक्रिया… तूने मेरे मन को समझा… इस बुढ़ापे में मेरी तड़प बुझा दी।” “ससुर जी… मैं तो बहुत पहले से आपकी तमन्ना को जानती थी… आपके पी सी में न्यूड (नग्न) तस्वीरें और डाऊनलोड की गई देसी पोर्न विडियो मैंने देखे हैं।” “सच …तो पहले क्यों नहीं बताया…” “शरम और धरम के मारे… आज तो बस सब कुछ अपने आप ही हो गया और मैं आपसे चुदवा बैठी।” मेरी जवान बहु के और मेरे कोमल होंठ आपस में मिल गये… उम्र का और ससुर बहु के रिश्ते का तकाजा था…
बुढ़ापे में सेक्स करने के कारण मुझे बहुत ज्यादा थकान चढ़ गई और मैं सो गया. मोर्निंग उठते ही बहु ने चाय बनाई… मैंने उसे समझाया,”यामिनी बहु देखो, आपस में घर भीतर सेक्स करने से घर की बात घर में ही रहती है और मजे भी खूब आते है. बहु अब तुम्हे में चोदूं या मेरा राज दुलारा बेटा चोदे क्या फर्क पड़ता है आखिर तुम्हारा पति है तो मेरा ही अंश… प्लीज किसी से भी इस बात का जिक्र नहीं करना की हम बहु ससुर एक दुसरे के साथ खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते हैं. यहाँ भी देखें >> भाई ने बूर और बच्चेदानी का कचूमर बना दिया चोदते चोदते Sex Story सब कुछ ठीक चलता रहे तो ऐसे अवैध सेक्स संबंध मस्ती से भरे होते हैं।” मेरी बहु शरमाई और कहने लगी की हाँ ससुर जी आप सही बोल रहे हो आज से आप का जब कभी भी दिल करे मुझे चोद लिया करो में आप को कभी मना नहीं करुँगी.
दोस्तों अब 56 साल की उम्र में मेरे बंजर पड़े जीवन में फिर से हरियाली आ गयी है हम ससुर बहु अवसर पाकर आये दिन खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते हैं आब हम दोनों पहले से ज्यदा प्रसन रहने लगे हैं. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “Father In Law And Daughter In Law Sex – वाइफ चुदवाती नहीं थी तो जवान बहु को पेलने लगा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” बहुत पसंद आई होगी इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना.