Wife Fucked By Servant Hindi Chudai Ki Kahani – पति गे था नौकर के लिंग से अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवाई Hindi Chudai Ki Kahani : हेल्लो दोस्तों में सुहागन अभागन सुहागन दुल्हन आज मेरी पराये मर्द से फुद्दी चुदवाने की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में लेकर आई हूँ उम्मीद करती हूँ की आज को मेरी यह गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में पढ़कर बहुत आनंद आयगा. दोस्तों में दिखने में बहुत हॉट और गदराई हूँ अभी मेरी उम्र करीब 19 वर्ष है में एक गरीब घर की लड़की थी पर दिखने में बहुत ब्यूटीफुल और गदराई थी जिस कारण मेरी शादी एक पैसे वाले अमीर फैमिली में हो गई थी. शादी कर के मुझे अभी केवल दो महीने ही हुए थे और मेरे सारे अरमान ख़ाक में मिल चुके थे.
मैंने शादी से पहले एक राजकुमार के सपने देखे थे जो मुझे सुहाग रातपर न्यूड करता और मेरे हॉट और गदराई शरीर से खेलने के बाद मेरी अनचुदी फुद्दी की खूब जमकर चुदाई करता और मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर अपना लौड़ा पेलता किन्तु पति की गोरी चमड़ी के निचे एक राजकुमारी रहती थी क्यूंकि वह पुरुष के भेष में एक महिला थे जी हाँ दोस्तों आप बिलकुल सही समझ रहे हो मेरे स्मार्ट पति गे है. मुझे गे समाज से कोई गिला शिकवा नहीं है इश्वर ने उन्हें ऐसा बनाया है इसमें उनकी कोई गलती नहीं है. किन्तु मेरे गे पति मुझसे शादी कर के मेरी जिन्दगी भी तो ख़राब न करते.
Wife Fucked By Servant Hindi Chudai Ki Kahani – पति गे था नौकर के लिंग से अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवाई Hindi Chudai Ki Kahani

जिस प्रकार सुहाग रातवाले दिन उन्होंने मुझसे कहा था की मैंने मेरे घर वालों के दबाव में तुमसे शादी करी हैं में एक गे हूँ तुम अपने लिए कुछ जुगाड़ कर लेना मैं तुम्हारी अनचुदी फुद्दी के लिए योग्य नहीं हूँ. मेरे उपर तो मनो जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा था उस दिन पर जैसे उपर वाले की मरजी, मैं मेरे गे पति को छोड़ भी नहीं सकती थी क्यूंकि में एक गरीब घर से हूँ और गरीबो को इज्जत की थोड़ी ज्यादा परवाह होती हैं. मैंने शादी के बाद कुछ दिन तक मेरे गे पति को मेरी फुद्दी चुदाई के लिए राजी करने की बहुत नाकाम प्रयास करी किन्तु एक दिन मेरे गे पति ने मुझे साफ़ – साफ कह दिया की उन्हें लड़कियों में बिलकुल भी रूचि नहीं है उन्हें केवल मर्द अच्छे लगते हैं.
मेरे मर्द ने मुझे पूरी आजादी दे दी थी उन्होंने मुझसे बोल दिया था की में अपनी मर्जी से किसी भी पराये मर्द से मेरी अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवा सकती हूँ और सेक्स का सुख प्राप्त कर सकती हूँ. मेरी शादी हुए अभी कुछ ही दिन हुए थे की मेरी फुद्दी लण्ड खाने के लिये मचलने लगी थी. अपनी फुद्दी की खुजली झांट करने के लिये मैं मनोमन अपने लिए एक योग्य मर्द की तलाश में लग गई. मेरे मर्द का मेन मार्केट में एक बहुत बड़ा साड़ीयों का शोरूम हैं उनकी दुकान में करीब दस लड़के काम करते हैं और पांच लडकियाँ भी काम करती हैं.

दोस्तों में मेरे गदराई बदन पर साड़ी ब्लाउज ही पहना करती थी. एक दिन में मेरे स्मार्ट पति के साड़ी के शोरूम में मेरे खुद के लिये कुछ साड़ियाँ खरीदने गई वंहा मेरी निगाहें नवीन के उपर पड़ी, नवीन मेरे स्मार्ट पति के साडी के शो रूम पर काम करता था और उसकी उम्र करीब 20 वर्ष थी वो दिखने में बहुत हेंडसम था. में साड़ी देखते वक्त छुप छुपकर उसे देख रही थी वो मेरे मन को भा गया था. मैंने हिम्मत करके आहिस्ता आहिस्ता नवीन को लाइन देना चालू कर दिया. पहेले डर के मारे उस नौकर की गांड फट रही थी किन्तु एकाद महीने में वह भी मुझे स्माइल देने लगा.
एक दिन जब मेरे मर्द का नौकर हमारे घर पति का टिफिन लेने आया तो मैंने टिफिन पकडाते हुए उसके हाथ का लम्बा स्पर्श किया, उसने मेरे ब्यूटीफुल से मुखड़े की तरफ देखा और मैंने उसे आँख मारी. वह हंस पड़ा और चला गया. मैंने अपने पति को साफ़ कह दिया के मैं उनकी दुकान में काम करने वाले उनके नौकर जिसका नाम नवीन है उससे अपनी अनचुदी फुद्दी की सील खुलवाउंगी और अपनी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवाउंगी. मेरे गे पति को इससे कोई एतराज नहीं था क्यूंकि उसे भी एक बच्चा चाहिए था जो उसके बस की बात नहीं थी. मैंने मेरे मर्द देव से कह दिया की जब मैं कहूँ वह उनके नौकर नवीन को घर भेज दें बाकी मैं सब संभाल लुंगी.
एक दिन सास, ससुर और मेरी जेठानी किसी शादी में शरिख होने बाजू के शहर जा रहे थे, मुझे भी जाना था किन्तु मैंने बीमारी का बहाना करके जाना केंसल कर दिया. मैंने दोपहर के 1 बजे पति को फोन किया की वह कुछ भी बहाना कर के उनके नौकर नवीन को घर भेज दें. मेरे मर्द ने कहा ँ ठीक है. नवीन कुछ 15 मिनिट के बाद ही बेल बजा रहा था घर के बहार. मैंने उसे लुभाने के लिए पारदर्शक साडी, और काली ब्रा पहन रखी थी. नवीन को मैंने हस्ते हुए घर के भीतर लिया और उसने तुरंत पुछा मेडम साब ने कहा है की आप को कुछ काम है. मैंने उस से कहाँ हां क्या आप मेरी सहायता करोंगे. उसने कहा हां बोलिए ना.

मैंने कहा की तुहारे मालिक बता रहे थे की आप मोच वगेरह के लिए मसाज करते है. नवीन कहा हां मेडम वोह तो ऐसे ही कभी कभी दुकान पर कर देते है हम. मेरी फुद्दी के भीतर चुदाई का कीड़ा सलवटे ले रहा था, मेरी निगाहें नवीन के तगड़े बाजुओ पर ही थी और मैं खुली आँखों से उन बाजुओ से कस के जकड़ कर चुदवाने के सपने देख रही थी. नवीन बोला, जोरूजी आपको कहा ँ मोच आई है, उसके बोलते ही मैं अपने चुदाई के दिन-स्वप्न से बहार आई. मैंने उसे कहा पहले आप चाय तो लो, मालिक का टेंशन मत लो, उन्हें मैंने कहा है की आप को देर भी हुई तो दिक्कत नहीं है.
मैंने उसे ठंडा पानी और शरबत पिलाया. मैंने उसके शरबत में शिलाजीत मिला दिया था ताकि उसे सेक्स चढ़ने लग जाये. नवीन को मैंने तिरछी नजर से देखा था वह मेरी साड़ी में लिपटी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड की तरफ नजरे गडाए हुआ था. उस नौकर के तगड़े लौड़े को चूस कर मैं भी उससे चुदाई करवाना चाहती थी किन्तु अभी एकदम से नहीं कह सकती थी के नवीन लाओ तुम्हारा लण्ड मेरी फुद्दी में गुसा डालो और मुझे अपनी रांड बनाकर चोद डालो तुम्हारे मालिक गे हैं और में चुदवाने के लिये तड़प रही हूँ…..! ठंडा पिलाने के बाद में शयनकक्ष में चली गई और इसके बाद मैंने नवीन आवाज लगाकर मेरे शयनकक्ष में बुलाया. हमारे नौकर के आते ही मैं पलंग के उपर उलटी मतलब गांड उप्पर करके और फुद्दी निचे करके लेट गई. मैंने साडी हटाई और उसको मेरी मखमली कमर दिखाते हुए कहा ँ यहाँ पर मोच आई है. मैंने उसे कमर के और चूतड़ के बिच का हिस्सा दिखाया था.

नवीन कहा ठीक है मेडम आप आँखे बंध करके लेटे रहें. वो पलंग के उपर चढ़ गया और उकडू बैठ गया. मैंने उसे कहा ँ आप मेरे पाँव पर बैठ जाओना तो मुझे पैर के दर्द में भी राहत होगी. वोह मेरी टट्टी से भरी चूतड़ के थोड़े उपर पाँव के उपर बैठ कर मसाज करने लगा. मैं जानबूझ कर कराहने की एक्टिंग करने लगी. नवीन के घुटने मेरे जांघो को साइड से छू रहे थे. वोह मेरे कमर के निचले हिस्से को दबा रहा था और मुझे पुरुष स्पर्श से एक अलग ही नशा चढ़ रहा था. मैंने नवीन को कहा , और निचे…..! नौकर के हाथ लगभग मेरे कूल्हों को छू रहे थे और मैंने तभी उसे कहा , आनंद आ रहा है..आपके हाथों में तो जादू हैं नवीन. यह शायद नवीन को मेरे साथ सेक्स करने के लिये उकसाने के लिए काफी था.
वह मेरे कूल्हों के करीब अपना लण्ड ले आया, मुझे उसके तगड़े लौड़े की गर्मी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ पर महसूस हो रही थी. वो अभी भी कूल्हों के केवल थोड़ी उपर मसाज कर रहा था. मैंने आँखे खोली और पलट के उसकी तरफ देख के हंस दिया, नवीन पसीने में डूबा था. यह जवान इंडियन लड़का शायद पहेली बार किसी भाभी की लाल चूतड़ के इतने करीब पहुंचा था. मैंने जैसे उसकी तरफ देख हंस दिया उसकी हिम्मत खुलने लगी और वह लौड़े को और भी जोर से चूतड़ के उपर गडाने लगा. नवीन बोला, मेडम आपकी साडी बिच में आ रही है इस कारण से मसाज सही नहीं हो रहा, मैंने कहा उतार दो ना फिर. नवीन के हाथ मेरे पल्लू को हटाने लगे. उसने धीमे से पल्लू हटा दिया.

अब में केवल ब्लाउज में उसके सामने पड़ी थी. मैंने आगे होते हुए कहा , नवीन ब्लाउज भी उतार दो ना मुझे कमर पे भी अच्छेवाला मसाज करवाना है. हमारे नौकर नवीन का लण्ड मेरी प्यासी चूतड़ को बेहद ख़ुशी दे रहा था. हमारे नौकर ने जैसे ही मेरे बोबों पर से मेरा ब्लाउज उतारा और मुझे उप्पर से आधी न्यूड करा मैंने बिना वक्त गंवाए हमारे के नौकर के तगड़े लौड़े को हाथ में भर लिया. नौकर के पेनिस को हाथ में लेते ही वह कड़क होकर एंठने लगा. मैंने मेरे मर्द के नौकर से कहा , नवीन मुझ से रहा नहीं जाता, प्लीज़ अपने कपड़े उतार दो और मुझे भी न्यूड कर दो. हमारे नौकर बिना वक्त बर्बाद करे फटाक से मेरे सारे कपड़े उतार डाले और मुझे पूरी न्यूड कर डाला और वह खुद भी पेंट और शर्ट निकाल के अंडरवियर में आ गया. मैंने अपने हाथ से उसकी चड्डी निकाली और उसके कड़े लण्ड से खेलने लगी.
मेरी अनचुदी फुद्दी एकदम गीली हो चुकी थी और मुझे नौकर के लिंग से अपनी फुद्दी की चुदवाने की एक तलब सी लगी पड़ी थी. मैंने उसके तगड़े लौड़े को हाथ से तोला, बिलकुल जवान लण्ड था और मेरी फुद्दी के लिए बिलकुल सही साइज़ था इसका. मैंने नवीन को पलंग की उपर लिटा दिया और खुद उसकी जांघो के बिच बैठ गई और हमारे नौकर के लण्ड के निचे लटके एंडकोष को अपने मुँह में भरकर चूसने लगी और अपने दांतों से काठने लगी जिस वजह से नौकर को हल्का हल्का और मीठा मीठा दर्द होने लगा और वो आंहे भरने लगा .

नवीन अभी भी एंठ रहा था. मैंने अपना मुख चलाया और उसके तगड़े लौड़े के लाल कलर के सुपाडे को मुहं में दबाया. नवीन के मुहं से आह ओह निकलने लगा और मैं अब उसके तगड़े लौड़े को अपने मुहं के भीतर घुसाने लगी. उसका लौड़ा बहुत लम्बा और मोटा था तक़रीबन आधे से ज्यादा लण्ड मुहं में घुसते ही वह जैसे की मेरे गले तक पहुँच चूका था और मुझ से और आगे लिया भी नहीं गया.
मैंने नौकर के लौड़े को किसी भूखी रांड की तरह चुसना प्रारम्भ करा और नवीन पेनिस को मेरे मुहं में धकेलने लगा और मेरे मुँह की खतरनाक चुदाई करने लगा. मैंने उसके जांघ पर हाथ रख उसके झटको को अंकुशीत किया. नवीन भी चुदाई के लिए उत्सुक था बिलकुल मेरी तरह. नवीन मेरे चुंचे और गाल, कंधे पर हाथ फेर रहा था. मैं भी उसके हाथों का स्पर्श मस्त मजे से भोग रही थी. नवीन का लण्ड अब बिलकुल तन के लकड़े जैसा सख्त हो चूका था और मेरी फुद्दी भी मस्त गीली हो चुकी थी, मैंने चुदवाने के लिए नवीन का लण्ड मुहं से निकाला. नवीन भी चुदाई मारने को बेताब ही था.

मैं अनचुदी फुद्दी चुदवाने के लिये अपनी दोनों टाँगे फैला के पलंग पर लेटी और नवीन लण्ड हाथ में लिए मेरी फुद्दी में लण्ड पेलने के लिये मेरे करीब पहुँचा. उसने अपना लण्ड मेरे फुद्दी के समीप कर दिया. मैंने उसके तगड़े लौड़े को अपने हाथ से पकड के फुद्दी के ऊपर सहलाया. क्या असीम सुख था चुदाई का जिस से मैं कितने दिन से विमुख थी. मेरे स्मार्ट पति के नौकर ने अपना मोटा तगड़ा लण्ड थोडा और भीतर धकेला और मैं एंठ पड़ी, मेरे बोबे बहुत बड़े बड़े थे और बहुत मोटे मोटे भी थे तो नवीन ने मेरे स्तन मेरे मुहं में भर दिया और वह अपने मोटे लम्बे पेनिस को मेरी अनचुदी फुद्दी के भीतर धीमे धीमे धकेलने लगा.
कुछ ही देर में उसका पूरा लण्ड मेरी फुद्दी की सील तोड़ते हुए भीतर फुद्दी की तह तक पहुँच गया और फिर चालू हुई मेरी ताबड़ तोड़ चुदाई. उसका लण्ड फुद्दी से रेस में जितने के लिए भीतर बहार हो रहा था. और मेरी फुद्दी लौड़े को अपने भीतर पूरा समा के उससे आगे होने की दौड़ में थी. लण्ड और फुद्दी की रेस में कोई भी जीते, चुदाई ज़रूर अच्छी मिल रही थी हम बहन के लंड दोनों को. नवीन के मस्तक पर पसीने की धार थी और मेरे पेट और सीने पर भी पसीना आया था. नवीन के झटके बढ़ते गए और साथ ही उसका एंठना भी. मैं भी मस्ती में अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ हिला हिलाकर उसे ज्यादा से ज्यादा आनंद देने की कोशिस कर रही थी. मेरे मर्द का नौकर भी पूरा जोश में आकर अपने पेनिस को बहुत तीव्र झटके दे रहा था.
नवीन के लण्ड से अब लावा बहने लगा और इस चुदाई के रस ने मेरी फुद्दी को जैसे की पिगला दिया. मैंने नवीन को एकदम कस के जकड लिया और मेरे चुंचे उसकी छाती से चिपक गए. मैंने अपनी फुद्दी तंग कर के उसके तगड़े लौड़े का सारा काम रस फुद्दी के भीतर भर लिया. नवीन भी मुझे कमर से खिंच के और जकड़ने लगा. मैंने उसके कोमल होंठो से अपने कोमल होंठ लगाये और हम बहन के लंड दोनों एक मिनिट तक एक लंबी लिप किस करने लगे. इसी बिच मेरी प्यासी फुद्दी भी तृप्त हो गई. नवीन ने जकड़ ढीली की और मैं आँखे बांध कर के वही लेटी रही. जब मैंने आँखे खोली नवीन अपने कपड़े पहन चूका था, मैंने उससे ऊँगली से इशारा किया और वो जैसे झुका मैंने उसकी कमीज की कोलर पकड के अपनी तरफ खिंच के उसके कोमल होंठ पर दुबारा अपने कोमल होंठो से ताला लगा दिया. हम किस करते रहे….!

दोस्तों मेरे लिये तो सही मायनो में आज ही मेरी सुहाग रातथी आज मेरे शयनकक्ष में सुहाग रातकी सेज भले नहीं सजी हुई थी और काण्ड तो सुहाग रातवाला ही हुआ था. क्यों की आज पहली बार मेरी फुद्दी की किसी पराये मर्द ने चुदाई करी थी और मुझे लड़की से महिला बनाया था. मेरी फुद्दी फट गई थी जिस कारण उसमे से बहुत ज्यादा ब्लड बह रहा था तो मैंने मेरी फुद्दी में पलंग पर पड़ी मेरी चड्डी ठूस ली ताकि मेरी फटी हुई फुद्दी से बह रहा ब्लड रुक जाए और इसके बाद मैंने उठ कर नौकर को अपने पर्स से 500 का नोट दिया, वैसे भी अपने गे पति के पैसे अच्छे काम में ही यूज़ करने थे ना.
नवीन से मैंने उसका मोबाइल नम्बर ले लिया और उसे कह दिया की मैं उसे हफ्ते में एकाद बार सेक्स करने के लिये बुलाऊंगी. नौकर कहा मेमसाहब मुझे भी आज आप को पेलने में बहुत मजे आये में भी आप को बार बार चोदना चाहता हूँ पर मालिक को पता चल गया तो…??? मैंने कहा तुह्मारे मालिक की टेंशन तू मुझ पे छोड़ दे. मेरे स्मार्ट पति के नौकर से अपनी अनचुदी फुद्दी की सील तुड़वा कर चुदाई करवाते हुए और चूतड़ मरवाते हुए मुझे आज पुरे दोतिन साल हो चुके है.

मेरे गे पति भी मर्दों के साथ चुदाई करने में प्रसन हैं और में नौकर से अपनी भूख शांत करवाकर बहुत प्रसन और संतुष्ट हूँ. मेरा एक बेटा भी है और वो हमारे नौकर की बदौलत है क्यों की मेरे स्मार्ट पति तो किसी काम के नहीं हैं. मेरे मर्द ने लाज शरम के चलते मेरे और नौकर के बच्चे को अपना नाम दिया है ताकि किसी को ये पता नहीं चले की वो एक गे हैं और मेरे साथ नहीं बल्कि मर्दों के साथ खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते हैं.
समाज में उनके फैमिली के बहुत बड़ा रुतबा हैं तो वो भी चाहते हैं की उनके गे होने का राज हमेशा राज ही रहे. दोस्तों अब तो मेरे मर्द का सारा कर्तव्य हमारा नौकर निभाता है और में भी उसे अपने तन मन और धन से अपना पति मान चुकी हूँ. दोस्तों आप सभी को मेरी हमारी दुकान में काम करने वाले नौकर से अपनी फुद्दी चुदवाने की गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “Wife Fucked By Servant Hindi Chudai Ki Kahani – पति गे था नौकर के लिंग से अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करवाई Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आई हो तो इस गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना. दोस्तों हमारे नौकर ने मुझे बताया की मेरे स्मार्ट पति भी उसके साथ खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते हैं और वो पैसो के लालच में उनकी भी चूतड़ मरता है खैर वो वाली फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में अगले भाग में लिखती हूँ.