चूतड़ मरवाने के लिये कुतिया बनाया मौसी की लडकी को हिंदी सेक्स स्टोरी : मेरा नाम राहुल पंवार है और मै मध्य प्रदेश का रहने वाला हूँ. मेरी एक रांड जैसी मौसी है जिनकी एक बहुत ही हॉट और गदराई माल बेटी थी जिसका नाम प्रियंका था. उसका फिगर 36, 30 32 था. यहाँ भी देखे >> लड़की घोड़ी कीयोनी में पूरा हाथ डालते हुए विडियो बदन क्या मक्खन चिकना चिकना था मुझे तो उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ बहुत पसंद थी मन तो करता था के उसे श्वान बनाकर उसकी रोज गांड में अपना 7 इंच लम्बा लण्ड पेलू पर भाई बहिन के रिश्तो की भी अपनी कुछ मर्यादा थी.
मेरी मौसेरी बहिन इतनी ब्यूटीफुल थी के यदि उसे आप एक दफे देखलो तो आप का मन उसे न्यूड (नग्न) करके पेलने का करने लगे. उनकी बस्ती के सारे मर्द उसे एक दफे न्यूड (नग्न) बिना कपड़ो के देखने ले लिये तडपते रहते थे. मेरा भी लण्ड उसका एक दम सदा हुआ बदन देखकर खड़ा हो जाता था. यहाँ भी देखे >> मौसी की मस्त चूतड़ की चुदाई मादा कुतिया बनाकर Hindi sex story – chudai kahani वो वैसे तो हमारे घर आती जाती रहती थी पर कुछ दिनों से वो हमारे घर पर नहीं आयी थे. मेरी आँखे उसका बदन देखने को तरस रही थी. मेरा उसे पेलने का बड़ा दिल कर रहा था. पर कोई बहाना नही मिल रहा था।
चूतड़ मरवाने के लिये कुतिया बनाया मौसी की लडकी को हिंदी सेक्स स्टोरी
कुछ दिनों बाद मैं मेरी मेरी साली पक्की छिनाल माँ की बहिन के घर इस आस में गया के क्या पता मेरी लोटरी लग जाए और मुझे मेरी मौसेरी बहिन की भोसड़ी चुदाई करने का अवसर मिल जाए. मेरी मौसी का घर छोटा है इस कारण से मुझे माँ की बहिन ने मस्त कमसिन माल प्रियंका के कमरे में ही नाईट में सोने को कहा . मैं भी जवान था. चुदासी प्रियंका भी जवान थी. नाईट में घर के सब लोग सो गये. चारो तरह इकदम से सन्नाटा हो गया. पर ना तो मुझे नींद आ रही थी और ना ही चुदासी प्रियंका को. हल्की सर्दी हो रही थी. उसने अपना बेबी नाईट सूट पहना था।यहाँ भी देखे >> फुद्दी और चूतड़ वाली हॉट बहिन के सेक्स फोटोयोनी के फोटोयोनी की फोटो
मस्त कमसिन माल प्रियंका अब 24 साल की हो चुकी थी. बदन बिलकुल भरा हुआ था. वो पेलने के लिए परफेक्ट लड़की थी. उसके नाईट सूट से उसके 36” के सुडौल और कसे कसे दूध दिख रहे थे. हम दोनों एक ही बिस्तर पर थे पर जरा दूर दूर. वो भी समझ नही पा रही थी कौन सी बात की जाए. मैंने सोचा की इसे पटाने का इससे अच्छा अवसर नही मिलेगा. अगर चुदासी प्रियंका पट गयी तो आज इसे आज नाईट ही चोद लूँगा. किसी को पता भी नही चलेगा. “क्या तुम्हारा कोई यार है??” मैंने पूछा वो अलग नजर से देखने लगी “नही” कुछ देर बाद वो रुककर कहने लगी “मन तो करता होगा तुम्हारा भी…” मैंने शरारत के अंदाज में फिर से पूछा “किस चीज का मन??” वो बोलने लगी
फिर हम दोनों ही हँसने लगे. मैंने उसे बताया की मेरी भी कोई गर्लफ्रेंड अभी तक नही है. फिर हम दोनों सोने का प्रयास करने लगे. बडी अजीब नाईट थी. नींद ही नही आ रही थी।मैं और चुदासी प्रियंका बेडशीट ओढकर एक दूसरे की तरह मुंह करके सो गये. वो मुझे गहरी नजर से देखने लगी. मैं भी उसे ताड़ने लगा. यहाँ भी देखे >> मादा कुतिया बनाकर चोदा मेरा फौलादी लण्ड 8 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है मुझे पता चल गया की अगर उसे हाथ लगाउंगा तो वो किसी को बोलेगी नही. वो भी मुझे प्यारी दिख रही थी. मैं उसके करीब आ गया और हिम्मत करके उसके पैर पर हाथ लगाने लगा. वो मुस्कुराने लगी. उसने कोई विरोध नही किया. मेरी जान में जान आई. आहिस्ता आहिस्ता मैं उसके करीब खिसक आया।
अब उसकी गोरी गोरी जांघ को छूने लगा. फिर उसके पजामे के उपर से अपनी बहिन की भोसड़ी को दबाने और सहलाने लगा. वो कुछ नही कहने लगी और बस मेरी ओर घूर घूर कर देखे जा रही थी. मैं भोसड़ी को उपर से गोल गोल ऊँगली घुमाकर सहलाता रहा. अब मौसी की जवान और ब्यूटीफुल लडकी मस्त कमसिन माल प्रियंका भी गर्म हो गयी. अगले पल वो ही मेरे उपर आ गयी और मेरे मुंह पर अपना मुंह रख दिया. मुझे चूसने लगी. ये तो किसी करिश्मे से कम नही था दोस्तों. क्यूंकि मैं एक बहुत ही डरपोक लड़का था।
आहिस्ता आहिस्ता किस शुरू हो गया. चुदासी प्रियंका ने मुझे दोनों हाथो से पकड़ लिया और मेरी उपर ही चढ़ गयी. मैंने भी उसे पकड़ लिया और उसके ओंठ चूसने लगा. आह!!! उसके होठ देखकर लण्ड चुसाने का दिल कर रहा था. कितने लाल और चिकने ओंठ थे उसके. आहिस्ता आहिस्ता मेरे हाथ अपने आप उसके दूध पर आ गये और मैंने दबाने और सहलाने लगा. अब मैं भी खुलकर उससे प्यार करने लगा. हम दोनों एक दूसरे को बाहों में जकड़ कर बिस्तर पर गोल गोल घूमने लगे. कभी चुदासी प्रियंका उपर आ जाती, तो कभी मैंने. मैं उसके दूध खुलकर दबाने लगा. वो “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” करने लगी. उसे भी आनंद आ रहा था. मैंने खुद को रोक न सका. उसकी मुसम्मी को हाथ में लेकर दबाने का सपना था।
मैंने जल्दी से उसके सूट में हाथ डाल दिया और उपर उठा दिया. आज चुदासी प्रियंका ने कॉटन सफ़ेद कलर की समीज पहनी थी. उसकी 36” की बेताब उफनती चूचियां तो जैसे मेरा कजेला की निकाल रही थी. तेज तेज दबाने लगा. चुदासी प्रियंका “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” करने लगी. मैं बिलकुल से पागल हो गया. अब उसकी मुसम्मी देखने की लालसा थी. मैं समीज को उपर उठाने लगा. यहाँ भी देखे >> एक गाँव की मजबूर लड़की की चुदाई लाचारी का फायदा उठाया और श्वान बनाकर चोदा जैसे जैसे उपर करता गया उसका गोरा चिकना पेट दिख गया. मैं तो घूरता ही रह गया. आज तो जजमेंट डे था जब मैं अपनी मौसी की जवान और ब्यूटीफुल लडकी को पेलने जा रहा था. आज मेरी जिन्दगी का निर्णायक दिन था. टर्निंग पॉइंट. मैं समीज को उपर की ओर उठाता चला गया और उसके गदराई चिकने पेट को हाथ से सहलाता चला गया।
फिर जल्दी जल्दी किस करने लगा. चुदासी प्रियंका को गुदगुदी होने लगी. मैं उसके पेट को दांत से काटने लगा जिससे उसे सेक्स का नशा चढ़ जाए. वो भी सिसकियाँ लेने लगी. उसकी टुंडी के मैं दर्शन कर रहा था. बड़ी ही गदराई और मनमोहक टुंडी थी उसकी. गहरी भोसड़ी जैसी दिख रही थी. मैं जबान लगाकर जल्दी जल्दी चूसने लगा. मस्त कमसिन माल प्रियंका “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..अम्मी….” करने लगी. मैं तो जल्दी जल्दी चूसता रहा।
अब चुदासी प्रियंका गर्म होने लगी. उसे भी चुदाई वाली वासना चढ़ गयी. मैंने अंत में समीज को बिलकुल उपर उठा दिया और अपनी बहिन के दोनों ताजे ताजे रसीले आम के जैसे मम्मे को निकाल लिया. मेरी बहिन के मोटे मोटे ब्रेस्ट देख मेरे होश उड़ गए मैंने अपने पुरे जीवन में ऐसी सुंदर चूचियाँ आजतक नहीं देखी थी. सफ़ेद चूचियों के उपर काले काले बड़े बड़े गोल गोल निप्पल तो मेरी जान ही लेने लगे. मैंने मेरी बहिन के दोनों नंगे रसीले आम के जैसे मम्मे को हाथ से पकड़ लिया और दबाने और सहलाने लगा मुझे बहिन के ब्रैस्ट को सहलाने में बड़ा आनंद मिल रहा था।
अब मैं सारे होश हावाश भूलकर मेरी बहिन के मोटे मोटे रसीले आम के जैसे मम्मे दबाने लगा. चुदासी प्रियंका नाक से गर्म गर्म तेज साँसे छोड़ने लगी. उसकी हवा मेरे मुंह पर पहुच गयी थी. मैं भी आज उसे चोदकर बहनचोद बनने के मूड में था. हाथो से उसके तेज तेज दबाने लगा. मस्त कमसिन माल प्रियंका “……अम्मी…अम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ—भाई आराम से” बोलने लगी. अन्तर्वासना में मैं पूरी तरह से पागल हो गया था. उसे दर्द हो रहा है मैंने गौर ही नही किया. कुछ देर बाद दोनों नंगे हो गये. उसके पैर मैंने खोल दिए।
मस्त कमसिन माल प्रियंका की भोसड़ी में मैंने अपना 7 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लण्ड घुसा दिया और अब अपनी न्यूड (नग्न) बहिन को चोदना शुरू कर दिया. पहले तो मै मेरी बहिन की भोसड़ी में हल्के हल्के शोर्ट दे रहा था. मेरा फौलादी लण्ड मेरी बहिन की भोसड़ी में बड़े आराम से अन्दर बाहर हो रहा था क्यों की उसकी भोसड़ी की सील फटी हुई थी. मैंने उससे नही पूछा की सील किसने तोड़ी. मैं नही चाहता था की वो नाराज हो जाए. मेरी देसी देसी रांड बहिन की भोसड़ी का डिजायन किसी एयरपोर्ट जैसा था. फूली फूली ब्रेड की तरह फूली भोसड़ी थी. भोसड़ी का दाना मैं ऊँगली से घिसने लगा. जैसे जैसे घिस रहा था वो “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…” कर रही थी. मैं कमर उठा उठाकर सम्भोग रत हो गया था. मस्त कमसिन माल प्रियंका ने अपने चेहरे को हाथ से ढंक लिया जैसे लज्जा कर रही हो।
मैं मेरी बहिन की भोसड़ी में मेरा 7 इंच लम्बा लण्ड धकाधक पेल रहा था. थोड़ी देर की चुदाई के बाद मेरी बहिन की भोसड़ी अपना सफ़ेद मक्खन छोड़ने लगी. मैं भोसड़ी की तरफ देखा तो जब जब लण्ड भोसड़ी से बाहर आता था सफ़ेद मक्खन उसपर लगा होता था. मुझे इस बात की खुसी हुई की मैं उसे परम और पूर्ण रूप से सेक्स संतुष्टि दे रहा था. वो बड़ी शांति से चुदवा रही थी. आज मैं उसे चोदकर बहनचोद बन गया था. 15 मिनट अब बीत चुके थे. भोसड़ी रवा हो गयी थी. यहाँ भी देखे >> में बनी मामा जी की घोड़ी अपने ब्रेस्ट उनसे चुसवा कर बहुत आनंद आ रहा था Hindi Sex Stories उसका छेद अच्छे से खुल गया था. मैं जल्दी जल्दी पेल रहा था. मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी कसी भोसड़ी का भर्ता बना रहा था. उसके दूध को पकड़कर मैं दबा दबाकर सेक्स कर रहा था. “राहुल भाई साहब!! एक मिनट रुको!!” चुदासी प्रियंका कहने लगी मैं रुक गया और लण्ड उसकी भोसड़ी से निकाल लिया. चुदासी प्रियंका ने एक मोटा तकिया बगल से खींचा और अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ के नीचे लगा लिया. फिर आराम से लेट गयी।
“आओ भाई साहब!! चोदो आकर अपनी बहिन की भोसड़ी को मार लो आज अपनी बहिन की न्यूड (नग्न) चूतड़” वो बोली. मेरी न्यूड (नग्न) बहिन की फटी हुई भोसड़ी के दर्शन करके मेरे मुह में पानी आने लगा. मैंने उसके पैर खोल दिए और भोसड़ी को जल्दी जल्दी चाटने लगा. उसका सफ़ेद मक्खन मेरे मुंह में आ गया. उसे मैं प्रसाद समझकर पी गया. मैंने ऊँगली से चुदासी प्रियंका की खोल दी. बिलकुल लाल और गजब की खूबसूरत. मैं भी कामुकता से भर गया और जल्दी जल्दी मुंह लगाकर चूसने लगा. मस्त कमसिन माल प्रियंका “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….भाई साहब आराम से पियो” बोलने लगी
मैंने ऊँगली से उसकी लाल भोसड़ी खोलकर और भीतर वाली वास्तविक भोसड़ी पीने लगा. मौसी की जवान और ब्यूटीफुल लडकी तो अब जैसे पागल हुई जा रही थी. अपना पेट और चूतड़ आसमान में उठा रही थी. उसका भोसड़ा (भोसड़ी का मोटा सुराख) देखकर मैं कामुकता से भर गया था. जल्दी जल्दी छेद को पी रहा था. उसके साथ मुख मैथुन कर रहा था. इस तरह से गरमा गर्म बुर चुसाई से मस्त कमसिन माल प्रियंका झड़ गयी और उसने पानी छोड़ दिया. 4 5 बार उसकी भोसड़ी ने पानी पिच्च पिच्च छोड़ दिया. दोस्तों मेरा तो मुंह ही भीग गया. मस्त कमसिन माल प्रियंका अंगराई लेते हुए अपने पैर समेटने लगी।
“खोल छिनार!!! अपनी दिखा” मैंने कहा और उसके पैर पर एक चांटा मार दिया मस्त कमसिन माल प्रियंका ने फिर से अपने पैर किसी रांड की तरह खोल दिए. यहाँ भी देखे >> क्या मैं अपनी अम्मी को चोद लूँ अम्मी घोड़ी बनी हुई थी और अंकल पीछे से उनकी फुद्दी में लन्ड घुसाए हुए थे उसके भोसड़े का दीदार फिर से करने लगा. जितना जादा दीदार करता था उतना ही सुख पाता था. फिर से मुंह भोसड़ी पर लगा दिया और चूसने लगा. जैसे आज मैं वासना से पागल हो गया था. फिर से लण्ड उसकी भोसड़ी में दे दिया और 10 मिनट चोदा. फिर मैं भीतर ही झड़ गया. मेरे हाथों और घुटनों में दर्द हो रहा था क्यूंकि बहुत साला स्पर्म मैंने स्खलित कर दिया था. चुदासी प्रियंका के बगल की लेट गया।
“आई लव यू!! राहुल भाई साहब!! आई लव यू!!” मस्त कमसिन माल प्रियंका कहने लगी और मेरे गालो पर किस करने लगी. आज की नाईट मेरी जिन्दगी की यादगार नाईट थी. मैं भी मेरी देसी देसी रांड बहिन की भोसड़ी चोदकर शांत हो गया था और मौसी की जवान और ब्यूटीफुल लडकी मस्त कमसिन माल प्रियंका भी चुदवाकर शांत हो गयी थी. हम दोनों को जल्दी ही नींद आ गयी. नाईट के 4 बजे हम दोनों की नींद टूटी. “क्यों राहुल भाई साहब!! नाईट में कितना आनंद आया??” मस्त कमसिन माल प्रियंका मुस्कान के साथ कहने लगी मैंने उसे फिर से पकड़ लिया. अब भी मेरी तरह से न्यूड (नग्न) थी. हम दोनों कुत्ते कमीनो ने कपड़े नही पहले थे. उसके दूध गोल गोल कितने ब्यूटीफुल थे. भरे हुए चूचे थे. मेरी वासना फिर से उसका गदराया बदन देखकर जाग गयी. मैं मस्त कमसिन माल प्रियंका के उपर लेट गया और दूध मुंह में लगाकर जल्दी जल्दी चूसने लगा. फिर से उसे गर्म करने लगा. वो “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….”करने लगी. मैं बारी बारी से उसकी रसीली चूचियां 10 10 मिनट चूसी।
इसके बाद मैंने मेरी मौसी की लडकी को कहा के “चल बहिन चूतड़ मरवाने के लये घोड़ी बन जा” फिर मेरे बोलते ही मेरी न्यूड (नग्न) चुदासी बहिन अपनी अनचुदी चूतड़ मरवाने के लिये घोड़ी बन गयी। मैं मौसी की लडकी के घोड़ी बनते ही उसकी लेटरिंग से भरी मोटी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड को चाटने लगा मुझे मेरी बहिन की चूतड़ चाटने में बहुत आनंद आरहा था मै मेरी जबान को उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ के छेद के भीतर तक लेकर जा रहा था. मेरी बहिन की चूतड़ का छेद बहुत टायीट था मुझे उसकी गान का छेद देख लग रहा था के अभी तक उसने वो किसी के आगे घोड़ी नहीं बनी होगी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाने के लिये. मेरी मौसी की लडकी की चूतड़ अभी तक कुवारी थी किसी ने भी अभी तक उसके मादा कुतिया बनाकर उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ नही चोदी थी।
मैं जल्दी जल्दी मेरी बहिन की चूतड़ का छेद चाटने लगा. मेरी चुदासी बहिन प्रियंका कांपने लगी. मैंने मेरी बहिन की चूतड़ का टट्टी करने वाला छेद चाट चाटकर गीला कर दिया. फिर अपने 7 इंच लम्बे लण्ड पर कामसूत्र तेल लगा दिया. अब मै मेरी न्यूड (नग्न) घोड़ी बनी बहिन की चूतड़ के छेद में अपना कामसूत्र तेल लगा 7 इंच लम्बा लण्ड डालने लगा पर कुवारी होने की वजह से मेरा फौलादी लण्ड मेरी मौसेरी बहिन की अनचुदी चूतड़ के भीतर ही नही जा पारहा था।
मैं भी एक बहुत बड़ा रांड चोद किस्म का जवान लड़का था. यहाँ भी देखे >> प्रेमिका को मादा कुतिया बनाकर चोदा-प्लीज में और बर्दाश्त नहीं कर सकती,मुझे मत तड़पाओ चोदो जल्दी से मुझे जबरन भीतर धक्का देने लगा और फिर सफलता मिल गयी. मेरा 7 इंच लम्बा लण्ड भीतर घुस गया. मस्त कमसिन माल प्रियंका रोने लगी. मैं आहिस्ता आहिस्ता उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ मारने लगा. उसके दोनों पुट्ठे सहला सहलाकर उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ पेलने लगा. 20 मिनट बाद मैंने लण्ड बाहर निकाल लिया और जल्दी जल्दी मुठ मारकर उस साली रंडी छिनाल की चूतड़ के छेद गर्म गर्म स्पर्म गिरा दिया. अब मेरी बहिन को मेरे साथ चुदाई करने में कोई शर्म नहीं थी और मुझे भी कोई दर नहीं था.
अब जब कभी भी हम बहिन भाई का चुदाई करने का मुंड बनता था तो हम एक दुसरे के साथ कभी घर पर तो कभी होटल में सेक्स करा करते थे. मुझे तो मेरी बहिन की चूतड़ मारने में बहुत आनंद मिलगा था मेरी बहिन भी मेरे एक दफे बोलते ही अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाने के लिये घोड़ी बन जाया करती थी. मै मै तो मेरी बहिन की न्यूड (नग्न) चूतड़ का दीवाना सा हो गया था. तो मेरे प्यारे भाई और बहनों यदि आप को मेरी यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी “चूतड़ मरवाने के लिये कुतिया बनाया मौसी की लडकी को हिंदी सेक्स स्टोरी” अच्छी लगी हो तो मुझे इमेल करके ज़रूर बताना…