फ्रेंड की अनचुदी कजिन की खतरनाक चुदाई कर डाली अवसर पाकर Hindi Chudai Ki Kahani : सलाम दोस्तों मेरा नाम सुरेश वर्मा हैं और मेरी उम्र 29 साल की है. वैसे तो लोगों के हिसाब से मैं एकदम शरीफ आदमी हूँ किन्तु मेरे भीतर लड़कियों की गांड औरयोनी चुदाई के लिए कितनी हवस भरी पड़ी है वो तो बस मेरी अंतर आत्मा ही जानती हैं. मैं लड़कियों की गुलाबी योनी चुदाई का और उनकी चूतड़ मारने का ये गन्दा गेम खेल आज से नही बल्कि मेरे स्कूल के टाइम से गेम खेल रहा हूँ. जब मैं विद्यालय में पडता था उस वक्त ही मैंने करीब करीब मेरे विद्यालय की हर लड़की के साथ मस्ती कर रखी है और तो और मैंने मेरी स्कूल की टीचर्स तक को पेल रखा है कभी अवसर मिलेगा तो वो सब घटना विस्तार से बताऊंगा.
आज मन में आया कि क्यों न कुछ पुरानी गन्दी यादें तुम चूतियों से साझा करू. पुरानी यांदें ताजा करने से पहले मैं तुम्हे मेरी लुल्ली का परिचय दे देता हूँ. मेरे लंड 7 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा है. लड़कियों की और भाभियों की गुलाबी योनी चुदाई के मामले में तो इसका कोई उत्तर नही है. ऐसी चुदाई करते हैं की फुद्दी का भोसड़ा बनाकर रख देते हैं और अगर गांड के अंदर घुसे तो फिर तो चूतड़ फटना पक्का. मेरी शादी 2 साल पहले हो गई थी.
फ्रेंड की कजिन की खतरनाक चुदाई कर डाली अवसर पाकर Hindi Chudai Ki Kahani

मैंने अपनी वाइफ की तो जम करयोनी चुदाई कर रक्खी है मैंने उसकी इतनी चुदाई करी है की उसकी फुद्दी का अब खुल्ला भोसड़ा बन गया. मेरी वाइफ की गांड मार मार कर मैंने ऐसे कर डाली है कि अब उस साली रंडी छिनाल की गांड हमेशा उठी ही रहती है. शुरू प्रारंभ में तो उसे मेरे विशाल लण्ड से अपनीयोनी और गांड की चुदवाने में बहुत दिक्कत हुई फिर वो भी मज़े से मुझसे चुदवाने लगी. वैसे तो मेरी जिन्दगी में चुदाई के किस्सों की कोई कमी नही है किन्तु उनमे से सबसे यादगार चुदाई के बारे में आज बताता हूँ. मेरे और मेरे फ्रेंड की गरम बहन की खतरनाक चुदाई का किस्सा.
मेरे फ्रेंड की बहन की खतरनाक चुदाई की यह घटना आज से करीब 4 साल पहले की है जब मैंने अवसर पाकर उसकी खतरनाक चुदाई कर डाली थी और उसने भी मजे से मेरे साथ संभोग करा था. अभी मेरी नौकरी नही लगी थी. अभी मैं बैंक के पेपर की तैयारी कर रहा था. मेरा एक फ्रेंड है मुकेश. जो मेरे साथ बचपन से रहा हम ने साथ में पढाई की और खूब मस्त भी की. वो बहुत ही सीधा लड़का था. एमें अधिकतर उसके घर जाया करता था. हम वहां साथ में बैठ कर टीवी देखते और पढाई भी करते. मुकेश का घर ज्यादा दूर नही है इसी लिए हमारा ज्यादा वक्त साथ में ही बीतता था.
एक दफे मैं मुकेश के घर गया तो देखा कि उसके घर कुछ मेहमान आये हुवे हैं. मैं वापस जाने लगा. तभी मुकेश आ गया. वो मुझे अपने साथ में अपने कमरे में ले गया. और बताया कि उसके घर पर उसके मामा जी का फैमिली आया हुआ है. हम बैठ कर साथ में टी वी देखने लगे तभी एक लड़की कमरे में आयी. क्या मस्त माल थी.उसका फिगर 36-30-32 था. एक दम कड़क पटाका लग रही थी वो साली बहन की लौड़ी. उसके बड़े बड़े मम्मे तो बस देखते ही मुँह में रख लेने का मन हो रहा था. वो जैसे ही कमरे में आयी मैं उसे घूरने लगा वो भी मुझे बड़े ध्यान से देखने लगी.

तभी मुकेश ने बताया कि वो गदराई सामान उसके मामा जी की लड़की है. दोस्तों उसे देखते ही मेरे रोंगटे खड़े हो गए वो लड़की दिखने में कमाल की बला थी. जो उसे एक दफे देख ले तो फिर मुठ मारे बिना नहीं रह पाए उस हुस्न की मलिका का नाम चंचल है. और ये अभी मुंबई से MBA कर रही है. वो उसके बारे में बताये जा रहा था किन्तु मैं तो बस मेरे फ्रेंड की कजिन के गदराई बदन को ताड़ने में लगा हुआ था और उसकी योनी चुदाई के सपने बुन रहा था. तभी मुकेश ने बताया कि वो यहाँ दो महीने रुकने के लिए आयी है. फिर तो मैंने सोच लिया कि कैसे भी इसे पटाउँगा. फिर तो मैं अब रोज़ मुकेश के घर जाने लगा और ज्यादा से ज्यादा वक्त मुकेश के घर पर रहने लगा. जिससे मेरी मेरे फ्रेंड की कजिन से बहुत जल्दी फ्रेंडी हो गई.
एक दफे की बात है शाम के वक्त मेरे मन में आया क्यों न एक दफे मेरे फ्रेंड की कजिन से मिल आऊ. ये सोच कर मैं मुकेश के घर चला गया. जब मैं पहुंचा तो मैंने डोर बेल बजाई. तो फिर मेरे फ्रेंड की कजिन ने दरवाजा खोला. उसने बताया कि कि मुकेश घर पर नही है. तो मै वापस जाने लगा तो मेरे फ्रेंड की कजिन बहन ने मुझे रोका और कहा आओ वो अभी आ जायेगा तब तक बैठो. मै मान गया और उसके साथ भीतर चला गया. तभी मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि घर में कोई नही था पूछने पर मेरे फ्रेंड की कजिन ने बताया कि आंटी बाज़ार गई है. ये सुन कर मेरी धड़कने बढ़ गई.
तभी मैंने सोचा कि ये एक अच्छा अवसर है अपने फ्रेंड की कजिन को चुदाई के लिये सेट करने का. कुछ समय बाद बाते करते करते मैंने जल्दी से मेरे फ्रेंड की कजिन का हाँथ पकड़ा और कहा की चंचल मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ जब से तुम्हे देखा है मेरी रातो की नींद उड़ गई है और दिन का चैन खो गया है कह दो कि तुम भी मुझसे प्यार करती हो. वो मुझे ध्यान से देखने लगी. मैं डर गया किन्तु थोड़ी ही देर बाद उसने शरमाते हुए मुझे अपनी तरफ खींच लिया और मुझे एक पप्पी देते हुए अपने गले से लगा लिया और कहने लगी सुरेश मैं भी तुमसे बहुत प्यार करती हूँ आई लव यु….

फ्रेंड की कजन की बात सुन मेरी तो ख़ुशी का ठिकाना ही नही रहा. ऐसा लग रहा था मानो मेरा सपना पूरा हो गया हो. हम कुछ देर ऐसे ही चिपके रहे. मुझे अब कुछ अजीब सा हो रहा था मैंने तुरंत उसके गले पर किस कर दिया. उसने भी मुझे किस किया. इसके बाद मैंने उसके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिये और जोर जोर से स्मूच करने लगा वो बेकाबू हो रही थी. इसके बाद मैंने उसके रसीले आम जैसे स्तनोंं पर हाँथ रख दिया और धीरे से दबाया उसकी आह्ह.. निकल गई. उसने मन किया और कहने लगी ये सब आज नही कोई आ जायेगा. फिर फिर मैं मान गया और एक गाल पर किस दिया और चला आया.
मेरा फौलादी लण्ड तो खड़ा हो चुका था इसीलिए मुझे मेरे द्सोत की बहन के नाम की मुठ मार कर अपने पेनिस को शांत करना पड़ा. फिर क्या था अब तो रोज़ 2 – 3 बार मैं किसी न किसी बहाने मुकेश के घर जाता और आँखों ही आँखों में मेरे फ्रेंड की कजिन से बात होती. तो कभी अवसर पा कर मैं उसे किस कर देता तो कभी उसके बोबे को दबा देता था. एक दफे शाम को मेरे फ्रेंड की कजिन ने मुझे फ़ोन कर के अर्जेंट घर बुलाया मैं डर गया. मैं जल्दी से भाग कर मुकेश के घर गया जैसे ही बेल बजाई. मेरे फ्रेंड की कजिन ने दरवाज खोला मैंने पुछा कि क्या हुआ तो उसने कहा अन्दर चलो बताती हूँ.
मैं भीतर गया चंचल ने दरवाज़ा बंद किया और झटके से मेरे पास आ गई और मेरे लिप्स पे लिप्स रख दिए और मेरे कोमल होंठो को चूसने लगी. मैंने कहा क्या हुआ तो उसने कहा कि तुमने मेरे भीतर जो चुदाई की आग भड़काई है उसे आज बुझा दो आज अवसर है मुझे चोद चाद कर ठंडी कर डालो. मैं अब और नही सह सकती फिर क्या था किसो का दौर शुरू हो गया. वो मुझ को तेज़ तेज़ से किस किये जा रही थी. फिर क्या था मेरा भी लण्ड एकदम तैयार हो गया था.

मै उसके मोटे मोटे फुटबोल जैसे बोबों पर भूखे कुत्ते की तरह टूट पड़ा और उसके मोटे मोटे बोबे जोर जोर से दबाने लगा. वो आह…. उमह… करने लगी. आह्ह्ह्ह… आह्हह…. आई लव यू जानू ….. मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और पूरी न्यूड कर दिया उसके बाद मै उसकी खतरनाक चुदाई करने के लिये उसे शयनकक्ष में लेकर गया. और जोर जोर से उसके बोबे को दोनों हाँथो से दबा कर उसे बोबों को निप्पलो को अपने मुँह में भरकर पीने लगा. वो अब और भी जोर से चीख रही थी.
फिर मैं नीचे बैठ गया और मैंने धीरे से मेरे फ्रेंड की कजिन बहन की फुद्दी को किस किया वो एकदम चिहुक गई आह्हह … अब मुझे और न तड़पाओ मेरी जान. मैंने कहा आज मैं तुम्हे पूरा मज़ा दूंगा और. मैंने अपनी जबान उसकी फुद्दी में डाल दी और उसे चाटने लगा. मेरे फ्रेंड की कजिन के मुहं से निकलती हुई आवाजें और भी तेज हो गई. फिर थोड़ी ही देर में उसने पानी छोड दिया. मै उसकी अनचुदी योनी से निकला सारा कामरस पी गया. उसकी अनचुदी योनी से निकले कामरस को पीते ही अब मेरा फौलादी लण्ड एकदम कड़क हो गया. मैंने मेरे फ्रेंड की अनचुदी कजिन बहन से मेरा फौलादी लण्ड मुँह में भरकर चूसने और मुझे ब्लोजॉब देने को कहा तो उसने मेरा मजबूत लौड़ा अपने मुँह में भरकर चूसने से मना कर दिया मुझे बुरा लगा किन्तु मैंने भी लण्ड चुसवाने के लिये कोई जोर जबरदस्ती नही करी.
इसके बाद मैंने मेरे फ्रेंड की कजिन को पलंग पर सीधा लिटा दिया और अपना लण्ड उसकी अनचुदी छुट के छेद के अन्दर घुसाना चाहा. किन्तु उसकी अनचुदी योनी बड़ी तंग थी इस कारण से मेरा फौलादी लण्ड फिसल गया. उसने मेरी लुल्ली को पकड के सही लगाया और फिर मैं आहिस्ता आहिस्ता कर के अपना लण्ड उसकी फुद्दी में घुसा दिया और उसकी खतरनाक चुदाई करने लगा. मेरे फ्रेंड की कजिन बहन अनचुदी थी चुदवाते वक्त उसकी योनी में बहुत तेज दर्द हो रहा था जिस कारण वो जोर जोर से चीख रही थी.
अनचुदी होने के कारण शुरू प्रारंभ में मेरे फ्रेंड की बहन को मुझसे चुदवाते वक्त बहुत तेज दर्द हुआ किन्तु थोड़ी ही देर में वो दर्द मजे में बदल गया और फिर उसे मेरे लण्ड से अपनी अनचुदी योनी चुदवाने में मज़ा भी आने लगा. पहले तो मैंने एकदम आहिस्ता आहिस्ता चोदा. फिर मेरी खतरनाक चुदाई करने की स्पीड बढ़ गई. वो भी आह्ह्हह्ह्ह्हह्ह… आय्ह्ह्ह…अय्य्य्हह्ह्ह कर के हिल रही थी. और अब मस्त चुदवा रही थी.

उसके बाद मैं सीधा लेट गया और फिर मेरे फ्रेंड की अनचुदी कजिन बहन मेरे ऊपर आ कर बैठ गई और मेरा फौलादी लण्ड अपनी फुद्दी में ले लिया. और खूब कूद कूद कर मज़े से मेरे लण्ड की सवारी करने लगी और जोर जोर से आह…. आह…उमह… उमह… उई माँ आह… आह जैसी नशीली आवाजे करने लगी. ऐसे ही करीब 2 घंटे तक मैंने मेरे फ्रेंड की अनचुदी कजिन बहन को पेला इस दौरान मेरे फ्रेंड की बहन ने भी मेरा पूरा साथ दीया.
उसकी खतरनाक चुदाई करने के बाद मै अपने कपड़े पहन कर अपने घर चला गया और वो नहाने के लिये स्नानघर में चली गयी उसकी फुद्दी से ब्लड बह रहा था क्यों की आज उसकी योनी की सील टूटी थी पर इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं थी क्यों की हर लड़की के जीवन में कभी ना कभी ये दिन आता है. कुछ दिनों के बाद मेरे फ्रेंड की कजिन वापस अपने घर चली गई भगवान ने शायद उसे यंहा अपनी अनचुदी योनी की सील फटवाने के लिये ही भेजा था.
फिर उसने मुझसे दोबारा कांटेक्ट नही किया. बाद मुझे पता चला कि उसकी शादी हो गई है और वो अपने पति के साथ बहुत प्रसन है. वो दोबारा मुझे नही मिली किन्तु उसकी खतरनाक चुदाई के बारे में जब कभी भी सोचता हूँ मेरा लड़ खड़ा हो जाता है. उम्मीद करता हूँ की उसे भी उसकी पहली खतरनाक और धमाकेदार चुदाई याद होगी. दोस्तों आप को मेरे फ्रेंड की बहन की खतरनाक चुदाई की यह गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “फ्रेंड की कजिन की खतरनाक चुदाई कर डाली अवसर पाकर Hindi Chudai Ki Kahani” पसंद आई हो तो इसे लाइक और शेयर ज़रूर करना.