हेल्लो दोस्तों मेरा नाम फेहमिना है और मेरी उम्र 18 वर्ष है मैं दिल्ली के एक पौष इलाके के बंगले में किरये से रहती हूँ और फ़िलहाल कोलेज में पड़ती हूँ मै पढाई करने के लिए ही दिल्ली आई हुई थी. मेरे घर के आस पास सभी बहुत आमिर लोग रहते हैं. कोरोना अर्थात कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान मैंने अपने पड़ोसी दादा जी को सेक्स करने के लिए सेट कर लिया था. कोरोना अर्थात कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान मेरे पड़ोस में रहने वाले दादा जी रोज मेरी गरम चूत का बाजा बजाने मेरे घर आते थे और खूब जमकर मेरे साथ खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते थे. कोरोना अर्थात कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान काम धाम तो कुछ था नहीं इस लिए मेरे घर पुरा दिन चुदाई चला करती थी.
एक दिन डाल चंद दादा जी मेरी गरम चूत की खतरनाक चुदाई कर रहे थे की तभी डाल चंद दादा जी के मोबाइल फोन पर एक कॉल आया तो उन्होंने वह फोन उठाया और बात करने लगे. डाल चंद दादा जी की बातों से लग रहा था कि वे अपने कुछ हरामी फ्रेंड के साथ बात कर रहे हैं. तभी उन्होंने फोन पर कहा – चलो आप बहनचोदों रुको मैं कुछ समय में आता हूं. यहाँ भी देखें >> दोस्तों से माँ की चुदवाने का प्लान फेल हो गया New Hindi Sex Story यह कहकर उन्होंने कॉल काट दिया. डाल चंद दादा जी के फोन काटने के बाद मैंने डाल चंद दादा जी से पूछा- किसका फोन था? तो वे बोले- अरे बेटी मेरे दोस्तों का फोन था वे लोग मेरे घर आए हुए हैं मुझे जाना होगा. हमारी चुदाई लगभग अंतिम दौर में थी बस कुछ ही देर में डाल चंद दादा जी का माल झड़ना बाकी था.
तब इन्होंने बहुत जोर जोर से मेरी छोटी सी चूत के अंदर शोर्ट देने शुरू कर दिए. वे इतनी जोर जोर से शोर्ट दे रहे थे जैसे कि अभी अपना तगड़ा लौड़ा मेरी गरम चूत से फाड़कर मेरे मुँह से बाहर निकाल देंगे. उनके खतरनाक झटकों से मुझे भी चूत के अंदर बहुत तेज दर्द हो रहा था किन्तु मैं बस ‘आअह्ह आआह उफफ … जानू धीरे चोदो ना!’ ही कर पा रही थी. 2 मिनट तक चोदा चादी करने के बाद 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने अपना सारा माल निरोध में ही मेरी गरम चूत के अंदर निकाल दिया और मेरी गरम चूत के अंदर से अपना तगड़ा लौड़ा निकाल कर मेरे बगल में लेट गए. पाँच मिनट बाद डाल चंद दादा जी के मोबाइल फोन पर फिर से घंटी बजी. उनके दोस्तों का ही फोन था.
लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से गेंग बेंग Group Sex Story In Hindi

तो उन्होंने फ़ोन उठाकर अपने हरामी दोस्तों से कहा – मैं बस आ गया हूं 2 मिनट में पहुंच रहा हूं. यह कहकर डाल चंद दादा जी जल्दी से पलंग से उठे और अपने कपड़े पहनने लगे. मैं किसी धंधा करने बलि वेश्या की तरह उन्हें न्यूड ही पलंग पर पड़ी हुई कपड़े पहनते हुए देख रही थी. उन्होंने अपने कपड़े पहने और मेरे पास आकर मुझे किस करके बोले- मैं कुछ समय में आता हूं और वह मेरे घर से चले गए. मैं पलंग पर लेटी हुई थी तो मुझे नींद आ गई और मैं न्यूड ही बिना कपड़े पहने सो गई. शाम को लगभग 4 बजे के करीब मेरी आंख खुली तो मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि मैं नंगी ही पलंग पर लेटी हुई हूं. मैं उठकर स्नानघर गई और जाकर नहाने लगी. इसके बाद मैंने आकर थोड़ा सा नाश्ता बनाया और खाने बैठ गई.
मैं कुछ समय बाद बालकनी में जाकर बैठ गई तो देखा कि डाल चंद दादा जी के फ्रेंड बालकनी में ही बैठे हुए थे. डाल चंद दादा जी के किसी फ्रेंड ने मेरी तरफ इशारा करके डाल चंद दादा जी से कुछ पूछना चाहा. तो 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने कुछ उत्तर दिया. किन्तु मेरी समझ में नहीं आया. 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने जो भी कहा उस बात को सुनकर उनके सारे फ्रेंड हंसने लगे. इससे मेरे मन में एक शंका का पैदा हुआ कि कहीं इन्होंने मेरे और उनके अवैध शारीरीक संबंध के बारे में अपने दोस्तों को तो नहीं बता दिया है. यह कशमकश मेरे मन में रहने वाली थी. यहाँ भी देखें >> आदमी के खड़े लण्ड के फोटो – Big Penis Pictures Penis xxx photo क्योंकि यह कशमकश तभी पूरी होती जब मैं डाल चंद दादा जी से बात कर लेती. किन्तु उनसे तो बात अब नाईट को ही हो सकती थी. मैं कुछ समय और वहां खड़ी रही. वे लोग लगातार मुझे देखकर हंसते रहे. मुझे शरम आ रही थी तो मैं भीतर चली गई.
नाईट को करीब 10 बजे के करीब डाल चंद दादा जी फिर से मेरे साथ सेक्स करने मेरे घर आ गए. उनके आते ही मैंने उनसे पहला सवाल यही किया कि आपके फ्रेंड मुझे देख कर हंस क्यों रहे थे. तो वे बोले- कुछ नहीं हुआ रहने दो बेटी चलो जल्दी से न्यूड हो जाओ खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते है… किन्तु मैंने बहुत ज्यादा फोर्स किया तो वे बोले- अरे बेटी वे तुम्हारी जवानी देख कर फिसल रहे थे. उनमें से एक बोल रहा था कि काश इस गदराई लड़की की बुर चोदने को मिल जाए तो आनंद आ जाएगा. मैंने उस से कहा- आप साले सारे बुड्ढे इतनी चुदाई बाज कैसे हो सकते हो? यह कहकर मैं हंसने लगी. तो मेरा उत्तर सुनकर डाल चंद दादा जी थोड़े से रिलैक्स हुए और बोले- मर्द की जवानी कभी खत्म नहीं होती आप भी उनके साथ चुद कर देखो. तुम्हें भी आनंद आ जाएगा.
दादा जी की यह सुनकर मुझे थोड़ा सा गुस्सा भी आ गया. तो मैंने उस से कहा- आप अपनी फालतू बकवास अपने पास ही रखो. और आइंदा से मुझसे ऐसे कभी मत कहना. मैं कोई कोठे की रंडी नहीं हूं जो किसी से भी चुदाई करवा लूंगी. यह सुनकर डाल चंद दादा जी थोड़ा सा डर गए. फिर वे आगे कुछ नहीं बोले. इसके बाद मैंने उन्हें थोड़ा सा रिलैक्स करने के लिए उन्हें किस करना शुरू कर दिया. मैं उन्हें लगातार किसके लिए जा रही थी. डाल चंद दादा जी की मूँछें देखकर मुझे ऐसा एहसास हो रहा था जैसे मैं किसी वास्तविक मर्द की बांहों में हूं. मुझे बहुत आनंद भी आ रहा था. तभी 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने मेरे ब्रेस्ट दबाने शुरू कर दिए और हाथ पीछे ले जाकर मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ को सहलाना शुरू कर दिया.
फिर वे शॉर्ट्स के ऊपर से ही मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ पर थप्पड़ भी मार रहे थे. मुझे बहुत आनंद आ रहा था; मैं भी उन्हें गालियां दे देकर उनका जोश चढ़ा रही थी. मैं उन्हें कह रही थी- हां मादरचोद … मार … मुझे चोद दे. मुझे बहुत आनंद आ रहा है साले … हरामी मार ना! रुक क्यों गया मादरचोद? यह सुनकर दादा जी को भी जोश आ गया. अब वे जोर से मेरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड पर थप्पड़ मारने लगे. फिर उन्होंने मेरे पीछे हाथ ले जाकर मेरे शॉर्ट्स को मेरे शरीर से अलग कर दिया और मेरी कमीज को भी मेरे शरीर से अलग करके मुझे पूरी तरीके से न्यूड कर दिया. मैंने भी उनके शरीर से उनकी कमीज और लोअर को उतारकर उन्हें नंगा कर दिया. अब हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे के सामने पूरे नंगे थे.
डाल चंद दादा जी का लण्ड मेरे पेट पर चोट मार रहा था. मुझसे जितना हुआ जा रहा था मैं उनसे और ज्यादा चिपकना चाहती थी जैसे मैं उन्हें अपने भीतर ही समा लेना चाहती थी. फिर 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने मेरे पीछे जाकर मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार गांड के अंदर दो उंगलियां एक साथ डाल दी, जिससे मैं चिहुंक उठी. किन्तु डाल चंद दादा जी वहां नहीं रुके; 2 उंगलियों से मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ के भीतर उंगली करना जारी रखा और अपनी दूसरे हाथ की 2 उंगली मेरी गरम चूत के अंदर भी डाल दी. अब वे दोनों हाथों से मेरी गरम बुर और गांड के अंदर उंगली भीतर बहार कर रहे थे. मुझे बहुत आनंद आ रहा था. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे 2 लण्ड मुझे एक साथ चोद रहे हों. लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से गेंग बेंग Group Sex Story In Hindi
कुछ समय ऐसा करने के बाद डाल चंद दादा जी खड़े हुए और मुझे नीचे बैठा कर मेरे मुँह की खतरनाक चुदाई करने के लिए अपना तगड़ा लौड़ा मेरे मुँह में डाल दिया. पहले तो वे मेरे मुँह में बहुत धीरे-धीरे शोर्ट दे रहे थे फिर कुछ देर बाद उन्होंने मेरे बाल पकड़े और जोर-जोर से मेरे मुँह की खतरनाक चुदाई करते हुए अपना तगड़ा मोटा लौड़ा मेरे गले तक घुसाने लगे. वे बहुत देर तक मेरे मुँह और गले की खतरनाक चुदाई करते रहे. मेरे मुँह और गले में भी बहुत तेज दर्द होने लगा और मेरे मुँह चुदवाते वक्त मेरी आंखों से आंसू बहने लगे. किन्तु डाल चंद दादा जी नहीं रुके और वे जोर-जोर से मेरे मुँह की खतरनाक चुदाई करते रहे. फिर मुझे लगा कि अब शायद मेरी जान निकल जाएगी क्योंकि मुझे सांस लेने में बहुत परेशानी हो रही थी. तभी डाल चंद दादा जी झड़ने वाले थे तो उन्होंने अपने लण्ड को मेरे मुँह में जोर से दबा दिया और फिर धीरे-धीरे शोर्ट देकर वे उन्होंने अपना सारा पानी मेरे मुँह में निकाल दिया.
मैंने दादा जी के लण्ड से निकला सारा गरम गरम पानी निगल लिया और तब जाकर 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने मेरे मुँह से अपने लण्ड को बाहर निकाला. मेरे आंसू पौंछकर वे बोले- मेरी प्यारी बेटी मेरे तगड़े मोटे लौड़े से अपना मुँह चुदवाकर कैसा लगा? मैंने दादा जी से कहा – अगर मैं मर जाती तो आप की मां चोद देती! बहन के लण्ड … मादरचोद … ऐसे भी कोई करता है क्या भला किसी 18 साल की जवान लड़की के मुँह के साथ? साले मैं भागी थोड़ी ना जा रही थी कहीं! तू मुझे चोदने ही तो आया था. और मैं भी आज चुदवाने के लिए ही तो बैठी हूं. तो आराम से नहीं कर सकता था. क्या वेश्या का बच्चा साला मादरचोद! यह सुन कर डाल चंद दादा जी बोले- मेरी जान, जब कभी भी तू मेरे सामने ऐसे न्यूड होकर आती है तो मुझसे बर्दाश्त नहीं होता. मन करता है तेरी मां चोद दूँ! टू मुझसे शादी करके मेरी वाइफ बन जा. रोज तेरी ऐसी ही खातिरदारी किया करूंगा.
मैंने उस से कहा- साले, बिना वाइफ के तुझे तो मज़े से देती हूं जो तेरी वाइफ भी तुझे कभी नहीं दे पाती होगी. इस बात पर डाल चंद दादा जी बोले- हां, यह बात तो तूने सही कही. मेरी वाइफ कभी भी लण्ड नहीं चूसती थी; और ना ही कभी चूतड़ मरवाती थी. मैं हमेशा से किसी की गांड मारना चाहता था. यह तमन्ना तूने मेरी पूरी कर दी. और इसके लिए मैं तेरे लिए कुछ भी कर सकता हूं. बोल क्या मांगती है? मांग ले आज! तो मैंने उस से कहा- नहीं, अभी मुझे कुछ नहीं चाहिए. अभी बस जल्दी से अपना तगड़ा लौड़ा खड़ा करके मेरी गरम चूत की आग को थोड़ा शांत कर दो. डाल चंद दादा जी बोले- लण्ड खड़ा करना तो तेरे हाथ में है! मैंने यह सुनते ही उनके लण्ड को फिर से मुँह में ले लिया और उनके खुट्टे चाटने शुरू कर दिए. आहिस्ता आहिस्ता वो मेरे बाल सहला रहे थे. लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से Group Sex Story
फिर कुछ समय बाद हम बहन के लंड दोनों 69 पोजीशन में आ गए. डाल चंद दादा जी नीचे थे मैं उनके ऊपर थी. आहिस्ता आहिस्ता डाल चंद दादा जी मेरी गरम बुर भी चाट रहे थे. वे कभी मेरी गरम बुर चाटते थे कभी मेरी गरम चुत पर काटते थे. मुझे बहुत आनंद आ रहा था. लगभग 15 मिनट लण्ड चुसाई के बाद वे खड़े हुए और मुझे वहीं पर घोड़ी बना दिया. फिर पीछे से मेरी गरम चूत के अंदर लण्ड डालकर एक जोर का धक्का दिया और पूरा लण्ड मेरी गरम चूत के अंदर उतार दिया. मैं थोड़ा सा चीख उठी और बोली- आराम से करो ना जानू! मगर वे तो जैसे किसी बेलगाम घोड़े की तरह मेरी खतरनाक चुदाई कर रहे थे; बहुत जोर जोर से मेरी गरम चूत के अंदर शोर्ट दे रहे थे. शोर्ट देते देते ही वे बोले- सोच … अगर तेरी चूत के अंदर एक साथ दो लण्ड हों. और एक लण्ड तेरे मुँह में हो तो कैसा लगेगा? मैंने उस से कहा- मैं 3 लण्ड भी एक साथ अपनी चूत के अंदर ले सकती हूं. मगर अभी तो आप मेरी गरम बुर को अच्छे से चुदाई करो. तो वे बोले- तू कहे तो मैं अपने दोस्तों को भी बुला लेता हूं. वे साले भी एक नंबर के चोदू हैं. तेरी बुर का अच्छे से भोसडा बना देंगे.
मैं उस वक्त किसी धंधा करने वाली वेश्या की तरह पूरी तरह चुदाई के नशे में थी तो मैंने उस से कहा- हां, मेरे साथ गेंग बेंग चुदाई करने के लिए जिसको बुलाना चाहो, बुला लो. मुझे मेरी गरम चूत और गांड के अंदर एक साथ बहुत सारे तगड़े मोटे लण्ड चाहिए. और मुझे अपनी गद्देदार गांड मरवाते हुए और बुर की खतरनाक चुदाई करवाते हुए एक लण्ड चूसना भी है. तभी वे शोर्ट मारते मारते एकदम रुक गए और अपना मोबाइल फोन उठाने लगे. तो मैंने उनसे पूछा- क्या कर रहे हो? वे बोले- तेरी हवस मिटाने का बंदोबस्त कर रहा हूं. मैंने उन्हें इशारे से पूछा- क्या मतलब? तो वे बोले- अपने दोस्तों को बुला रहा हूं. वे भी तेरी चुदाई अच्छे से कर देंगे.
मैंने मुस्कुराकर कहा – आप नहीं सुधरोगे. तभी उन्होंने फोन लगाया उन्होंने किसी रिजवान नाम के आदमी को फोन लगाया और बोले- जल्दी से सुनील और प्रवीण को साथ लेकर मेरे घर पर आ जा. फिर उन्होंने लगभग 2 मिनट बात करी और फोन रख दिया. मैंने दादा जी से पूछा की आप के फ्रेंड लोग ग्रुप सेक्स करने कितनी देर में आएंगे? तो दादा जी बोले की बेटी वे लोग बस एक घंटे में आ जाएंगे तुम्हारे साथ गेंग बेंग चुदाई करने. मैंने उस से कहा- ठीक है, इस एक घंटे में आप मेरी जमकर चूत चुदाई करो. फिर उन्होंने अपने पजामे में से एक गोली निकाल कर खा ली. और फिर मेरी गरम चूत की खतरनाक चुदाई करनी शुरू कर दी. वे बहुत जोर जोर से मेरी गरम चूत के अंदर शोर्ट मार रहे थे; मुझे बहुत आनंद आ रहा था. कोरोना अर्थात कोविड-19 लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से गेंग बेंग Hindi Group Sex Story
फिर उन्होंने पोजीशन बदल के मुझे पलंग पर लिटा दिया और आकर मेरे ऊपर चढ़ गए. मेरी दोनों टांगें उन्होंने अपने कंधों पर रख ली और मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ के छेद में अपने लण्ड को डालकर आहिस्ता आहिस्ता भीतर करने लगे. मैंने उन्हें कहा – मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ बाद में मारना. यहाँ भी देखें >> मालिक ने ब्लैकमेल करके चोद डाला मजबूर नौकरानी को Indian Sex Video पहले मेरी गरम चूत की प्यास बुझाओ! फिर उन्होंने अपना तगड़ा लौड़ा मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार गांड के अंदर से निकाल कर सीधे मेरी गरम चूत के अंदर घुसा दिया और जोर जोर से शोर्ट देने लगे. लगभग 15 मिनट उन्होंने मेरी खतरनाक चुदाई करी. फिर उन्होंने मुझे पलंग से ऊपर खड़ा कर दिया और मुझे पकड़ कर दीवार के सहारे टिका दिया. मेरी एक टांग को अपने हाथ में उठाकर मेरी गरम बुर को चोडी कर दिया.
दादा जी फिर अपने लण्ड को मेरी गरम चूत के अंदर घिसने लगे और एक शोर्ट में लण्ड चूत के अंदर डाल दिया. और जोर-जोर से वहां भी शोर्ट देने लगे. उनके इस स्टाइल पर मुझे बहुत आनंद आ रहा था. वे मुझे लगातार किस भी किए जा रहे थे; एक हाथ से मेरे मोट मोटे ब्रेस्ट भी दबा रहे थे और नीचे से मेरी खतरनाक चुदाई भी कर रहे थे. फिर उन्होंने मुझे उल्टा दीवार पर लगा दिया और पीछे से मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ पर थप्पड़ मारने लगे और नीचे बैठकर मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ को चाटने लगे. तब उन्होंने मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ को फैला कर उसके छेद पर अपने लण्ड को रखा और बोले- मेरी जान, अब तेरी गांड की बारी है. तो मैंने भी अपने हाथ पीछे ले जाकर अपने चूतड़ों को फैला दिया और अपनी गद्देदार गांड का छेद डाल चंद दादा जी के सामने नुमाया कर दिया.
मेरी प्यासी फुद्दीड़ का छेद ही जैसे डाल चंद दादा जी के लण्ड को न्योता दे रहा था कि आजा साले और मेरी मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ फाड़ डाल. तभी 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने अपना तगड़ा लौड़ा मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ के छेद पर रखा और धक्का देना शुरू कर दिया. थोड़े से परिश्रम के बाद उनका लण्ड मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार गांड के अंदर पूरा उतर चुका था. मुझे थोड़ा सा दर्द हो रहा था किन्तु उससे कहीं ज्यादा आनंद भी आ रहा था. अब 60 साल के बुड् डाल चंद दादा जी ने 5 मिनट तक लगातार मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार गांड मारी और फिर उनके शोर्ट बहुत तेज हो गए. – लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से गेंग बेंग Group Sex Story In Hindi
मेरे समझ में आ गई कि डाल चंद दादा जी अब झड़ने वाले हैं. तभी मैंने उनसे पूछा- कहा ं झाड़ना चाहते हो अपना माल? तो उन्होंने कहा – मैं तो तेरी गांड के अंदर ही झड़ना चाहता हूं मेरा माल बेटी. यह कहते हुए उन्होंने दो-तीन और तेज शोर्ट मारे फिर धीरे-धीरे उनके शोर्ट हल्के हो गए. उन्होंने आखिरी दो तीन शोर्ट में अपना सारा पानी मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार गांड के अंदर निकाल दिया; जिसे मैंने महसूस किया. फिर वे मुझसे अलग होकर पलंग पर जाकर लेट गए और मुझे अपने पास बुलाया और अपने मुँह पर मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ का छेद रख दिया; मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ को चाटना शुरू कर दिया.
मेरी मोटी गू से भरी बदबूदार चूतड़ से उनका वीर्य निकल रहा था जिसे वे चाट रहे थे. मुझे लगा कि ये कैसी हरकत कर रहे हैं? किन्तु मुझे क्या था … मुझे तो इसमें भी आनंद आ रहा था. यहाँ भी देखें >> ताऊजी अपनी बेटी की खतरनाक चुदाई करने लगे ताईजी की मौत के बाद Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani मैंने भी जोर लगाकर अपनी गद्देदार गांड से सारा स्पर्म उनके मुँह में निकाल दिया. फिर हम बहन के लंड दोनों नंगे ही पलंग पर लेट गए और उनके दोस्तों के साथ कैसे कैसे गेंग बेंग सेक्स करना है इस बारे में बातें करने लगे.
लगभग आधा घंटे बाद डाल चंद दादा जी के फोन पर घंटी बजी तो उन्होंने फोन उठाया. यह फोन दादा जी के फ्रेंड गोपाल का था. दादा जी फोन उठाते ही बोले- मेरे बराबर वाले बंगले में वो जो लड़की रहती है, उसके घर आ जाओ. 2 मिनट बाद ही मेरे बंगले की घंटी बजी तो डाल चंद दादा जी ने कहा बेटी लगता है मेरे हरामी फ्रेंड आ गए तुम्हारे साथ गेंग बेंग ग्रुप सेक्स करने. तो मैंने उनसे कहा – आप जाकर दरवाजा खोलो. मैंने उठकर कमीज और शॉर्ट्स पहनने लगी और इतने में डाल चंद दादा जी ने अपना लोअर डाला और वे दरवाजा खोलने चले गए. दरवाजा खुलते ही उन्होंने अपने तीनों दोस्तों को भीतर बुला लिया और फिर दरवाजा बंद कर दिया.
फिर उनके दोस्तों ने उनसे पूछा कि यहाँ क्यों बुलाया है बे साले मादरचोद? तो दादा जी ने कहा – दोस्तों तुम्हे जन्नत की सैर करवाने के लिए बुलाया है. तभी गोपाल और राहुल दादा जी ने आश्चर्य से पूछा- क्या तूने हमें उस 18 साल की जवान लड़की की चूत चोदने के लिए बुलाया है? तो डाल चंद दादा जी बोले- हां … उसकी बुर और चूतड़ सब कुछ दिलवाऊंगा. यह सुनते ही उन तीनों की आंखों में चमक आ गई. तभी सुरेश बोला- वो माल लड़की कहा ं पर है? तो डाल चंद दादा जी ने इशारा करके बताया- वो माल वहां भीतर शयनकक्ष में लेटी है और तुम सभी के साथ गेंग बेंग ग्रुप सेक्स करने का इंतजार कर रही है. तभी मैं बाहर आ गई. मुझे देखते ही तीनों बुड्ढे मेरे गदराई हॉट शरीर को अपनी हवस से भरी गन्दी नजरों से घूरने लगे.
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मैंने भी सोचा कि चलो आज मै इन ग्रुप सेक्स के भूखे बुड्ढों को जन्नत की सैर कराती हूं. फिर मैं जाकर डाल चंद दादा जी से कहने लगी- ये लोग कौन हैं? तो डाल चंद दादा जी ने कहा – मेरी जान, इन तीनों से मिलो. ये हैं मेरे हरामी फ्रेंड गोपाल राहुल और सुरेश! मैंने तीनों से हाथ मिलाया. उनकी उम्र लगभग 60 से 70 साल के बीच में थी. गोपाल तो ऐसा लग रहा था जैसे उसके पैर कब्र में थे. ऐसा लग रहा था साला अभी मर जाएगा. मुझे तो डर था कि कहीं वे मेरी प्यासी चूत के अंदर शोर्ट देता देता न मर जाए! फिर हम पांचों सोफे पर बैठ गए. मैं डाल चंद दादा जी से चिपक कर बैठी हुई थी. डाल चंद दादा जी का एक हाथ मेरी जांघ पर था जिसे वे सहला रहे थे. यह देखकर तीनों के लण्ड खड़े होने लगे.
मैंने तीनों मर्दों के लौड़े की तरफ देखा तो उनके लण्ड उनकी पैन्ट में से किसी काले नाग की तरह मेरी गरम बुर और चूतड़ पर फुंकारे मार रहे थे और बाहर आने को बेताब थे. सुरेश ने तो मुझे देख कर एक दफे को अपने लण्ड को सहला भी दिया. तभी डाल चंद दादा जी ने कहा – फेहमिना मेरी जान! जाओ जाकर इनकी थोड़ी सी खातिरदारी करो. तो मैं किचन में चली गई और जाकर वहां पर चाय बनाने लगी. तभी मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा कि डाल चंद दादा जी मेरे पीछे पीछे किचन में आ गए और उन्होंने आते ही मेरी सेक्सी चूतड़ पकड़ ली. फिर वे मेरी शॉर्ट्स को नीचे करके मेरी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड को चाटने लगे. मैंने उस से कहा- आप जाकर अपने दोस्तों के पास बैठो. मैं कुछ समय में आती हूं. तभी मैंने किचन में लगे शीशे में देखा कि गोपाल राहुल और सुरेश तीनों चुपके से देख रहे थे. मेरे समझ में आ गई कि डाल चंद दादा जी यह सब उन्हें दिखाने के लिए कर रहे हैं. तब मैंने भी मजे लेने का सोचा.
मैं अपनी गद्देदार गांड को उनके मुँह पर मारने लगी और अपने हाथों से अपने दूध दबाने लगी. इसके बाद मैंने अपनी कमीज भी खुद ही निकाल दि और मैं सबके सामने न्यूड हो गई. तभी वो तीनों भी किचन में आ गए और मुझे देख कर मेरे ऊपर झपट पड़े. सबसे पहले राहुल ने मुझे किस करना शुरू कर दिया. मुझे लग रहा था जैसे मेरी खतरनाक चुदाई किचन में ही होने वाली है. सुरेश मेरे दोनों दूध दबा दबा कर उनका दूध निकाल देना चाहता था. और गोपाल पीछे से तेरी मेरी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड चाट रहा था. मैं तो चारों तरफ से घिरी हुई थी. एक साथ 4 – 4 मर्दों का स्पर्श मुझे रोमांचित कर रहा था. डाल चंद दादा जी को छोड़कर बाकी तीनों तो मुझ पर कुत्तों की तरह टूट पड़े थे; जैसे मुझे आज ही नोच कर खा जाएंगे.
सुरेश मेरे दूध बहुत जोर जोर से काट रहा था जिससे मुझे दर्द हो रहा था. मेरी आंखों में हल्के से आंसू भी आ गए थे. आंसू देख कर डाल चंद दादा जी ने इन तीनों को रोका और कहा – ऐसे जंगली मत बनो. यह लड़की अपनी ही है. प्यार और मोहब्बत से करो इसके साथ सेक्स! तो उन तीनों ने मुझे मुझसे माफी मांगी और बोले- हम तुम्हारी जैसी जवान लड़की को देखकर फिसल गए थे. अब हम आराम आराम से ही करेंगे. फिर चारों ने मुझे अपनी गोदी में उठा लिया और बिस्तर पर ले जाकर पटक दिया. अब चारों लोग बिस्तर पर खड़े हुए थे और मैं उनके सामने न्यूड लेटी हुई थी.
उन चारों ने मेरी गेंग बेंग चुदाई करने के लिए अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिये. चारों नंगे हो गए. उनके लण्ड देखकर लग रहा था कि यह तो साले सच में ही बहुत बड़े वाले चोदू हैं. यहाँ भी देखें >> Aishwarya Rai Bachchan Fucking Photos XXX Porn Pic Sex Pictures किसी का लण्ड 7 इंच से कम का नहीं था. मगर उनके लण्ड अभी भी थोड़े मुरझाए हुए थे. तभी डाल चंद दादा जी मुझसे कहा – मेरी जान, जरा इनके लण्ड खड़े करो. तो मैंने सबसे पहले सुरेश दादा जी का तगड़ा मोटा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसना शुरू कर दिया. सुरेश दादा जी का तगड़ा मोटा लण्ड भी अच्छा खासा मोटा तगड़ा था. गोपाल और राहुल मेरे बगल में आकर खड़े हो गए. उन्होंने मेरे हाथ अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर रख दिया. मैं उनका लण्ड सहला रही थी. उधर सुरेश मेरे मुँह में शोर्ट देने लगा. उसका लंड पूरी तरीके से खड़ा हो गया था. तो मैंने अपने मुँह से बाहर निकाल कर लिया और गोपाल का लण्ड चूसना शुरू कर दिया.
गोपाल का लण्ड अच्छा खासा 2 मिनट में खड़ा हो गया. इसके बाद मैंने राहुल का लण्ड मुँह में ले लिया और उसको भी खड़ा कर दिया. आखिर में मैंने डाल चंद दादा जी का तगड़ा मोटा लण्ड भी मुँह में ले लिया. क्योंकि वो पहले ही दो बार झड़ चुका था उसे खड़ा करने में मुझे बहुत टाइम लगा. मेरे मुँह में दर्द होने लगा था तो मैंने उनके लण्ड को मेरे मुँह से बाहर निकाल दिया. फिर मैं बिस्तर पर लेट गई. सुरेश मेरी जाँघों के बीच में आकर मेरी प्यासी बुर चाटने लगा. और इधर गोपाल और राहुल मेरे दोनों ब्रेस्ट पर झपट पड़े. वे दोनों मेरी एक-एक बूब को चूस रहे थे. बल्कि यों कहिए कि वे मेरे ब्रेस्ट को काट कर मेरे शरीर से अलग कर देना चाहते थे.
इसके बाद मैंने गोपाल के मुँह को अपने हाथों से ऊपर उठाया और उसको किस करना शुरू कर दिया. मैं सेक्स में पूरी तरीके से टूट चुकी थी. मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या कर रही हूं. मैं कभी गोपाल को किस करती; तो कभी राहुल को; उधर सुरेश मेरी प्यासी चूत के अंदर अपने दांत लगा लगा कर उसको काटने की पूरी प्रयास कर रहा था. मुझे इससे बहुत आनंद आ रहा था. मैं एक दफे तो झड़ भी गई थी. तभी वो चारों मेरे हॉट शरीर से एक साथ अलग हो गए. मैं जैसे बिन पानी सिंघाड़ा मछली की तरह तड़पने लगी और बोली- मादरचोदो, आओ … आकर मेरी खतरनाक चुदाई करो. किन्तु उनमें से कोई भी आने को तैयार नहीं था. डाल चंद दादा जी ने सब को रोक कर रखा हुआ था.
मैंने उस से कहा- मादरचोदो क्या चाहते हो? तो वे बोले- हम चाहते हैं कि तुम हमसे लण्ड की भीख मांगो. मैंने उनसे कहा – मादरचोद ज्यादा ही अकड़ आ रही है क्या? निकल जाओ यहां से … वरना तुम सब की मां चोद दूंगी एक मिनट में! यह सब वेश्या पना मुझसे नहीं होगा. तो तीनों डर गए और माफी मांगने लगे. बोले- बेटी हम तो डाल चंद के कहने में आ गए थे. हम तो तुम्हें चोदना चाहते हैं. मैंने उस से कहा- चुपचाप आकर मेरी खतरनाक चुदाई करो. तभी गोपाल मुझे चोदने के लिए सबसे पहले आ गया और मेरी टांगें अपने कंधे पर रख ली. एक शोर्ट में उसने अपना पुरा लण्ड मेरी प्यासी चूत के अंदर डाल दिया. मैंने उसको कहा – भोंसड़ी के मेरी प्यासी बुर का बाजा बजाने से पहले निरोध लगा अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर मादरचोद फिर उसने लण्ड चूत से बाहर निकाल दिया. मैंने उसको निरोध दे दिया. अब मैंने उस से कहा- अब एक-एक करके मेरी खतरनाक चुदाई करो.
सबसे पहले गोपाल ही आया और उसने मेरी टांगों के बीच में एक शोर्ट में भीतर डाल दिया. इससे मेरी आह निकल गई. फिर वह जोर-जोर से मेरी प्यासी चूत के अंदर शोर्ट देने लगा. मैंने उसका जोश बढ़ाने के लिए कहा – ताऊजी औ भोसड़ी वाले ताऊजी … जरा आराम से करो! वरना 2 मिनट में निकल लोगे. यह सुनकर उसे और ज्यादा जोश आ गया. फिर उसने और जोर जोर से शोर्ट देने शुरू कर दिए. 5 मिनट की खतरनाक चुदाई के बाद उसने अपना सारा पानी बुर मेरी प्यासी चूत के अंदर निरोध में निकाल दिया और थक कर बराबर में लेट गया. फिर राहुल ने चुदाई करने के लिए मोर्चा संभाला और आकर मेरी खतरनाक चुदाई करनी शुरू कर दी. मैंने उसे रोका और बोली- मुझे दोनों के साथ एक साथ चुदाई करवानी है. यह कह कर मैंने सुरेश को नीचे लिटाया और उसके खड़े लण्ड पर जाकर बैठ गई. इसके बाद मैंने उसकी छाती पर गिरकर चिपक गई.
पीछे से राहुल दादा जी ने मेरी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड को फैलाया और मेरी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के छेद में लण्ड को डाल दिया. अब मेरी प्यासी चूत के अंदर सुरेश दादा जी का तगड़ा मोटा लण्ड और मेरी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड में राहुल का लण्ड था. इसके बाद मैंने डाल चंद दादा जी को बुलाया और उनके लण्ड से निरोध निकाल कर उनका लण्ड चूसना शुरू कर दिया. यहाँ भी देखें >> 5 Men Kidnapped Japanese Girl Forced To Sex Gang Rape Video वे मेरे मुँह में शोर्ट दे रहे थे. मेरे 3 छेदों में लण्ड थे. यह पहला चुदाई अनुभवथा कि मैं 4 मर्दों से एक साथ चुद रही थी और वे भी चारों बुड्ढे ही थे. किन्तु मुझे बहुत आनंद भी आ रहा था. मैं बस ‘आह्ह आअह … और जोर से चोदो … मादरचोदो लण्ड में जान नहीं है क्या चूतियो’ ही कर रही थी. लगभग 10 मिनट बाद हमने पोजीशन बदली.
मैंने सुरेश दादा जी का तगड़ा मोटा लण्ड मुँह में ले लिया; डाल चंद दादा जी मेरी प्यासी चूत के अंदर लण्ड डालकर शोर्ट देने लगा. ग्रुप सेक्स के दौरान मैं तो जैसे किसी सैंडविच की तरह पिस रही थी वे लोग मेरी बहुत ही खतरनाक ग्रुप चुदाई कर रहे थे. लम्बी भयँकर गेंग बेंग ग्रुप चुदाई के बाद वे चारों बुड्ढे लोग झड़ गए. मेरी दायीं तरफ दो और मेरी बायीं तरफ दो आदमी बिस्तर पर लेटे हुए थे. उन चारों के हाथ मेरे हॉट शरीर पर लगातार चल रहे थे. उनकी गेंग बेंग भयँकर चुदाई से मैं पूरी तरीके से थक चुकी थी तो मैंने उस से कहा- अब तुम लोग अपने अपने घर जाओ. शाम को मिलते हैं फिर दुबारा गेंग बेंग चुदाई करेंगे… यह सुन कर वो लोग उदास हो गए. वो शायद जाना नहीं चाहते थे. मगर मेरे ज्यादा बोलने की वजह से वे लोग वहां से चले गए. उनकी खतरनाक चुदाई से मेरा बदन बुरे तरीके से दर्द कर रहा था.
मैं जाकर गेट बंद करके आई और आकर बिस्तर पर सो गई. फिर मेरी आंख नेक्स्ट डे मोर्निंग ही खुली. उसके बाद यह गेंग बेंग ग्रुप सेक्स करने का यह सिलसिला कुछ दिन तक चलता रहा. मैं बड़े मजे से उन सभी मर्दों से चुदाई करवाया करती थी. फिर एक दिन डाल चंद दादा जी से खबर आई कि गोपाल दादा जी जिससे मैं चुदाई करवाया करती थी वो अब इस दुनिया में नहीं रहा. मैंने मन में सोचा कि लगता है साले को आखिरी बार मेरी प्यासी बुर ही मारनी थी. इसी के लिए रुका हुआ था. खैर अब उन चार में से तीन रह गए थे तो मैं उनसे ही चुदाई करवाया करती थी.
उसके बाद भी उन तीनों ने मेरे साथ गेंग बेंग सेक्स करना जारी रखी. फिर लॉकडाउन खुल गया और सब का काम पहले की तरह से शुरू हो गया. अब मैं कभी कभी डाल चंद दादा जी से चुदाई करवाया करती हूँ. बाकी उनके दोनों दोस्तों से मैंने सारे संबंध खत्म कर लिए हैं. तो दोस्तो आप सबको मेरी गेंग बेंग ग्रुप चुदाई की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में ” कोरोना अर्थात कोविड-19 लॉकडाउन में चुदाई करवाया पड़ोसी दादा जी और उनके दोस्तों से गेंग बेंग Hindi Group Sex Story ” कैसी लगी? मुझे ईमेल करके ज़रूर बताना।