चोदू चोदू डॉक्टर ने फीस की जगह बुर ली महिला मरीज की Indian Hindi XXX Sex Story : हेल्लो दोंस्तों, मैं डॉक्टर मौर्या आपको अपनी एक मरीज की चूत की खतरनाक चुदाई करने की हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में सुना रहा हूँ. मेरी और मेरे मरीज की चुदाई की यह घटना मेरे खुदके क्लिनिक की ही है. मैं अब 50 साल का हों चूका हूँ. यहाँ भी देखें >> बीयर पीकर फुद्दी में ताऊजी के लड़के का लण्ड लिया XXX Kahani पर आज भी मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा किसी हसीन मरीज को देखकर खड़ा हो जाता है. मैं बहुत ही चुदाई बाज आदमी हूँ, और आप ये समज लीजिये जी मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा हमेशा खड़ा ही रहता है. अपने चोदूँ नेचर की वजह से मैं कई बार पब्लिक से पिट भी चूका हूँ. पर फिर भी मैं जरा भी अपनी आदतों से बाज नही आता हूँ. चुट के लिए मैं किसी भी हद तक गिर और जा सकता हूँ.
मेरी चुदाई बाज होने की वजह से मेरे 7 बच्चे हो चुके है, क्योंकि मैं अपनी ब्यूटीफुल सुहागन पत्नी को हर नाईट न्यूड (नग्न) करके कामसूत्र के हर एंगल से बारी बारी चोदता हूँ. मैं एक हसीन नाईट भी बिना चूत के नही रह सकता. पहले तो मेरा क्लिनिक बहुत कम चलता था. लगता था कि कोई मरीज आएगा ही नही. यहाँ भी देखें >> निरोध चढ़ा लण्ड एक्ट्रेस दिशा पटानी की गरम चुत में घुसा डाला Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani लगता था कि मुझे कोई दूसरा काम करना पढ़ेगा, पर फिर ऊपर वाले की रहम हुई और आज मेरा क्लिनिक खूब चलता है. मरीजो की भीड़ लगी रहती है. दोंस्तों, जब कभी कोई हसींन महिला मरीज मेरे पास आती थी और लाइन में लग जाती थी तो मैं उसे केवल ब्यूटीफुल होने के कारण मैं उसे तुरंत देख लेता था.
डॉक्टर ने फीस की जगह बुर ली महिला मरीज की Hindi Sex Story

मैं हसींन और सुंदर औरतों को पूरी अटेंशन और मेहनत से चेक करता था. मैं उनकी diagnosis करने के बहाने उनके अंगों को खूब सहलाता था. कामोत्तेजक ढंग से उन्हें छूता था, और कोई चुदाई बाज महिला मरीज राजी हो जाती थी तो उसे केबिन में तत्काल चोद लेता था. एक दफे की बात है जब मैं किसी जवान महिला मरीज का इलाज कर रहा था तो उसने बिना कहे की अपने ब्लॉउज़ को खोल दिया और मुझे अपने मोटे मोटे ब्रेस्ट परोस दिए. यहाँ भी देखें >> Two Lesbians Karlee Grey and Catalina Ossa Full HD Porn Video उस महिला मरीज ने मुझसे कहा की डॉक्टर साब मेरा शरीरी चाहिए तो ले लो!! इसके बदले फीस माफ़ कर देना!! उस लेडिस मरीज का गदराई शरीरी देख मैं सेक्स से भर गया मैंने तुरंत अपने पर्चा बनांने वाले आदमी से कहा कि अभी आधे घण्टे तक किसी को केबिन में मत भेजना.
बस फिर क्या था दोंस्तों, अपनी बड़ी सी टेबल पर ही साली की टांग फैलाके मैंने खूब पेला साली को. खूब बुर मारी. अपनी 150 रुपए फीस माफ़ कर दी और 200 की और उसे दवा दी. उस दिन आनंद आ गया था दोंस्तों. वो महिला मरीज बड़ी ब्यूटीफुल थी. बड़ी हसीन थी।उसके बाद मैं हर हसीन महिला मरीज को अल्टर और चुदक्कड़ समझने लगा. एक दफे और एक हसीन महिला मरीज मेरे पास दवा लेने आयी. वो इतनी ब्यूटीफुल थी की मेरा तो दिमाग ही फिर गया. उसकी हर्ट बीट चेक करके के लिए मैंने उसे पीछे गुमाया और पीठ पर आला रखा. उसका ब्लॉउज़ पीछे से गहरा खुला था. इतनी मस्त मखमली पीठ थी की मैं सम्हाल नही पाया. मैंने उसकी पीठ पर हाथ रख दिया और चूमने चाटने लगा. बस फिर क्या था उसका मर्द आया और उसने मुझे चप्पल जूते से खूब मारा. मेरी खोपड़ी फुट गयी पर इसके बाद भी मुझे बिच बीच में अल्टर और चुदासी औरते मिलती रही. जो इलाज के बदले फीस नही देना चाहती थी. मैं अब सावधान हो गया था, अपनी तरफ से किसी को इशारा नही करता था.
जब कोई चुदक्कड़ महिला मरीज खुद ही पहल करती थी तो ही मैं आगे बढ़ता था और कभी नाईट में आने को कहता था, कभी केबिन में ही चूतड़ मार लेता था और बुर चोद लेता था. ये पूरी तरह से मेरे मूड पर निर्भर करता था. अगर मैं मरीज देखते देखते बोर हो गया हूँ और ब्रेक लेना चाहता हूँ तो केबिन में ही चूतड़ मार लेता हूँ और बुर चोद लेता हूँ. ऐसा ही हसींन वाकया आपको बता रहा हूँ. ये घटना पिछली सर्दियों की है. जनवरी का महीना चल रहा था. सर्दियां इतनी थी की मुझे अपने केबिन में रूम हीटर लगाना पड़ गया था. इन दिनों मरीज दोपहर में धुप निकलने के बाद जादा आते थे. शाम को 5 बजे कोहरा छा जाता था इस कारण से मरीज शाम 5 बजे के बाद कम ही आते थे. इस वक्त 7 बज गए थे.
मैं बार बार सोच रहा था कि क्लिनिक बंद कर दूँ. क्योंकि पिछले 2 घण्टों में कोई मरीज नही आया था. मैं क्लिनिक बंद ही करने वाला था कि एक जवान महिला मरीज दवा लेने आ गयी।उसने पर्चा नही कटवाया. सीधे मेरे पास आ गयी. पर्चा क्यों नही बनवाया! जाओ पहले पर्चा कटवाओ! मैंने कहा वो रोने लगी. बताने लगी की उसके पास पैसे नही है. उसके आदमी को अस्थमा का अटैक पड़ा था, दवा देने को बोलने लगी।देख फोकट में काम नही होता! रोजाना तुम्हारे जैसे कितने लोग आते है! अगर मैं फ्री में दवा दूँगा तो अपने स्टाफ को सलरी कहा ँ से दूँगा! मैंने कहा मेरे पास इसके सिवा कुछ नही है!! उसने अपना आँचल अपने ब्लॉउज़ से हटा दिया. मैं जान गया कि बुर ऑफर कर रही है. चल आ जा!! मैंने उस से कहा.
मैंने अपने पर्चा बनांने वाले से कहा कि बाहर से सेटर गिरा दे और दुकान का साइनबोर्ड उठा के भीतर रख दे और वो अपने घर चला जाए. मेरा असिस्टेंट प्रसन हो गया और सेटर गिरा के चला गया. वो भी जान गया कि इस मरीज को मैं चोदूंगा. अब क्लिनिक बाकी जनता के लिए बंद हो गया था. यहाँ भी देखें >> Full HD XXX Porn Videos Watch Or Download For Free 4K,720p,1080p मैंने उस महिला मरीज को बाँहों में भर लिया. क्या नाम है तेरा?? मैंने पूछा शबनम! वो बोली. मैंने पूछा कहा ँ रहती है?? यही चौराहे के बगल! वो कहने लगी मैंने उसे खीच लिया और उसके रसीले होंठ पीने लगा. 6 फीट की लंबी कदकाठी की महिला मरीज थी. भरा हुआ गरम शरीर था. उसकी सांसों की प्रसन्बू लेकर मैं उसके होंठ चूसने लगा. आँहा!! क्या मस्त सांसों की प्रसन्बू थी उसकी. कोई 29 30 साल की महिला मरीज थी वो. देखने में ही गरीब लग रही थी.
उसका आदमी कुछ महीनो से सांस की बीमारी होने के कारण काम पर नही जा पाया था. इस कारण से उस बेचारी के पास पैसे नही थे।मैं उसका आँचल हटा दिया. उसकी छातियां काफी बड़ी थी. मैंने एक एक करके ब्लाऊज़ के बटन खोल दिए. महिला मरीज शबनम ने अपने मोटे मोटे ब्रेस्ट पर पैडेड ब्रा नही पहनी थी. शायद उसका कोई छोटा बच्चा भी था. क्योंकि महिला मरीज शबनम का दूध बह रहा था. उसके ब्लॉउज़ के पास उस दूध बहकर गीला हो गया था. इससे मुझे पता लग गया कि उसके कोई छोटा बच्चा भी था. मैंने उसके चुचे को चूसने के लिए अपने मुँह में भर लिया. मैं जब महिला मरीज शबनम के चुचे से दूध पीने लगा तो दूध मेरे मुँह में बेहने लगा. शायद महिला मरीज शबनम को बच्चे को दूध पिलाने का वक़्त हो गया था. पर बेचारी पैसा नही होने से यहाँ मुझसे चुदा रही थी।मैंने अपनी डॉक्टरी वाली बड़ी सी कुर्सी पर बैठा रहा. महिला मरीज शबनम को भी मैंने अपनी गोद में बैठा लिया. वो आराम से मुझे देने लगी.
मैं एक एक करके उसके दूध पीने लगा. क्या मस्त गोल छातियां थी दोंस्तों. गोल, दूध से भरी, और गोरी. महिला मरीज शबनम का क्लीवेज बड़ा आकर्षक था. मैंने एक रूपए का सिक्का निकाला और उसके क्लीवेज में डाल दिया. क्लीवेज इतना कसा था कि सिक्का उसमे फस गया. मुझे ये देखकर बड़ी उत्तेजना हो गयी और मैंने उसकी छातियां हाथ में ले ली. मैं उन्हें खूब आहिस्ता आहिस्ता पर कस कसके दबाने लगा. महिला मरीज शबनम गरम होने लगी।मुझे उसे देखकर इतना जोश चढ़ा की मैं क्या बताऊँ. कितने दिनों से कोई बुर नही मारी थी. मैं ठंड में अपने लण्ड से कह ही रहा था कि मुझे एक बुर चाहिए.
इतने में महिला मरीज शबनम जैसी मस्त महिला मरीज मिल गयी. मन कर रहा था पहले इस साली को भी चोद लूँ, बाद में बात करुँ. जब मैंने उसके खूब दूध पी लिए तो मैंने अपना एक हाथ महिला मरीज शबनम के पेटीकोट में ख़ोस दिया. उसकी मखमली जांघों से होता हुआ मेरा हाथ उसकी गरम बुर ढूंढने लगा. यहाँ भी देखें >> अनचुदी फुद्दी चुदवाने के बाद उसकी आँखों में आंसू थे हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में आखिर मेरा हाथ उसकी चड्ढी तक पहुँच गया. मैंने उसे हल्का सा ऊपर उचकाया और उनकी चड्ढी में हाथ डाल दिया. उसकी बड़ी बड़ी झांटे मुझे मिली. मैं झांटों के जंगल से होता हुआ उसकी गरम बुर ढुंगने लगा. आखिर मुझे सफलता मिली, मैंने महिला मरीज शबनम की गरम बुर अपनी उँगलियों से खोज ली।मेरी आँखे का कलर कामुकता के कारण बिलकुल लाल हो गया. अन्तर्वासना और चोदन की भावना मेरी आँखों में तैरने लगी.
उसकी गरम बुर खोजने के बाद मैंने साड़ी ज्यूँ की तियों ढक दी. अगर कोई मुझे दूर से देखता तो समझता की मैं महिला मरीज शबनम का इलाज कर रहा हूँ, पर असलियत में मैं उसकी गरम चूत में बीच वाली उंगली कर रहा था. जैसे ही मैंने अपनी 2 उँगलियाँ उसकी गरम चूत में डाल दी, वो हल्का सहम गयी. फिर मेरी गोद में बैठ गयी. मैं मस्ती से उसकी गरम चूत में धीरे से भीतर बाहर ऊँगली करने लगा. फिर जब बुर हल्की गरम हो गयी तो मैं जल्दी जल्दी उसकी गरम चूत में बीच वाली उंगली करने लगा. उधर दूसरी तरह मैंने उसका ब्लॉउज़ खोल रखा था और मुँह लगाकर दूध पिए जा रहा था. मैं दोनों काम एक साथ कर रहा था. एक तरफ अपने मुँह से महिला मरीज शबनम के दूध को पी रहा था, वहीँ दूसरी तरफ अपनी ऊँगली उसकी गरम चूत में कर रहा था.
जब मेरी ऊँगली खूब गीली और चिपचिपी हो जाती थी तो मैं निकाल कर चाट लेता था, वहीँ दूसरी बार महिला मरीज शबनम को उसी का पानी चटा देता था. मेरे प्यारे दोंस्तों, ये सिलसिला बड़ी देर तक चला. जब महिला मरीज शबनम बिलकुल पानी पानी हो गयी तो मैं बहुत कामुक हो गया. मैं उसकी एक छाती को ऊँगली ले पकड़ लिया और अपने मुँह में गारने लगा. दोंस्तों, आप लोगो को विस्वास नही होगा की उसकी छाती से दूध निकलने लगा और सीधे मेरे मुँह में जाने लगा. ये सब देखकर मैं बेकाबू हो गया, अन्तर्वासना मेरे दिलो दिमाग पर छा गयी. महिला मरीज शबनम!! अपनी बुर दे दे! अब और काबू नही होता! मैंने उस से कहा. वो गरीब महिला मरीज तो पहले ही तैयार थी. साहिब! जल्दी करो! मुझे अपने मर्द को दवा भी खिलानी है, नाईट का खाना भी बनाना है! महिला मरीज शबनम कहने लगी मैं उठा. मैंने खुद अपने हाथों से महिला मरीज शबनम की साड़ी उतार दी.
पेटीकोट और चड्डी भी निकाल दि अब वो साली वेश्या पूरी नँगी हो गयी. मैंने उस न्यूड (नग्न) वेश्या औरत को अपनी ऊँची डॉक्टरी वाली कुर्सी पर बैठा दिया. महिला मरीज शबनम के पैर खोल दिए. मैंने लण्ड तो पहले ही खड़ा हो गया था. सर्दी तो जाने कहा ँ भाग गयी थी. मैं लण्ड उसके भोंसड़े पर रखा और पेल दिया. लण्ड सीधा भीतर चला गया. बुर पूरी तरह फ़टी हुई थी. मैं चोदने लगा महिला मरीज शबनम को. मैंने अभी तक अपने इस क्लिनिक में कई औरतों को चोदा था, कई लड़कियों को भी लिया था. पर महिला मरीज शबनम सबसे विचित्र थी।वो बिना कोई प्रतिरोध किये आराम से देती रही. यहाँ भी देखें >> Beautiful Latina Karlee Grey Playing With Big Dick Full HD Porn मैं मजे से कमर उठा उठाके उसे चोदा चादी करता रहा. मैं जान गया था कि बेचारी गरीब महिला मरीज है. इसमें इसका क्या कसूर. अब इसकी किस्मत ही फूटी थी जो शराबी और बीमार पति से शादी हो गयी.
मैं उसे मजे से लेने लगा. जब मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा की उसका गरम शरीर ऐंठने लगा है मैं और जोर जोर से शोर्ट मारने लगा. मेरा बड़ा सा लण्ड उसकी गरम बुर की दीवाल को छू रहा था. फिर कुछ मिनट बाद मैं जब झड़ने को आया तो मैंने अपना लण्ड निकाल के सीधा उसके मुंह में डाल दिया. दोंस्तों, वो मेरा पूरा माल पी गयी. आज मेरी उस महान डॉक्टरी वाली कुर्सी पर महिला मरीज शबनम नँगी बैठी थी. आज एक दिन के लिए वो भी डॉक्टर बन गयी थी. अब मैं जमीन पर बैठ गया जबकि महिला मरीज शबनम मेरी बड़ी आरामदायक कुर्सी पर ही बैठी रही. मैं महिला मरीज शबनम की गरम बुर पीने लगा. मैं खूब जबान फेर फेरकर उसकी गरम बुर पीने लगा. नमकीन स्वाद था. खूब देर तक किसी आवारा कुत्ते की तरह मैंने अपनी जबान को मैंने उसकी गरम चुत पर लपलपाया .
इसके बाद मैंने अपने सूखे लण्ड को कुछ देर मुठ मारी जिससे लण्ड खड़ा हो जाए. जब मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा की मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा खड़ा नही हो रहा है तो मैं उससे कहा . साली वेश्या शबनम, चल मेरा लौड़ा अपने मुह में भरकर वेश्या की तरह चुस के खड़ा कर. अगर नही खड़ा तो मैं तुझे कोई दवा नही दूँगा. महिला मरीज शबनम अब दुगुनी मेहनत से मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा चूसने लगी. वो अपने हाथ से भी फेंटकर मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा खड़ा करने लगी. आखिर बड़ी देर तक चूसने के बाद महिला मरीज शबनम ने मेरा तगड़ा मोटा लौड़ा खड़ा कर दिया. मैंने उसको अपनी कुर्सी पर और ऊपर औंधा दिया.
मुझे उसकी बदबूदार गांड का छेद मिल गया पहले तो मैं उसकी बदबूदार चूतड़ के छेद को अपनी जबान से चाटने लगा. इसके बाद मैंने अपना लण्ड उसकी बदबूदार चूतड़ के सुराख़ पर रख दिया और पेल दिया. मेरा बड़ा सा लण्ड खूब भीतर घुस गया. इस तरह मैं महिला मरीज शबनम की बदबूदार चूतड़ को मस्ती से चोदने लगा।दोंस्तों, क्या मस्त कसी बदबूदार चूतड़ की छिनाल की. मैंने उस शाम उसको खूब खाया पेला. महिला मरीज शबनम को भली भांति चोदकर मैं उसके मर्द के लिए 7 दिन की दवा की पुड़िया बांध दी.
मैंने उसको 200 रुपए और दिए. महिला मरीज शबनम! कभी दवा चाहिए तो पैसो की फिकर मत करना! फ्री दे दूंगा! मैंने उससे कहा . फिर दोंस्तों, बाद में उसके आदमी को टीबी हो गया. आप लोग तो जानते ही है कि टीबी में 6 महीना तक बिना नागा किए दवा खायी जाती है. एक दिन भी नागा नही किया जाता. अब महिला मरीज शबनम मेरे पास हर चौथे दिन टीबी की दवा लेने शाम को ही सबसे बाद में आती. मैं उसे खुद चोदता, पुरे 6 महीनो तक मैंने उसे खूब रंडियों की तरह चोदा और उसके मर्द के लिए फ्री में दवा दी. और वो ठीक हो गया. फिर एक दिन वो मेरा शुक्रिया अदा करने आई. उस दिन भी मैंने उसकी चुत ली।
तो मेरे प्यारे भाई और बहनों थी ना ये देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में शानदार… हम www.xxxvale.com फैमिली के सदस्य उम्मीद करते हैं की आपको यह इंडियन हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “डॉक्टर ने फीस की जगह बुर ली महिला मरीज की Hindi Sex Story” बहुत पसंद आई होगी. देसी चुदाई वाली इस हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करना. इन इंडियन फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी मेंज के अलावा यदि आप इंडियन देसी पोर्न विडियो देखना चाहते है या फिर न्यूड (नग्न) नंगी फोटो देखना चाहते है तो www.indiansexbazar.com वेबसाइट ज़रूर देखें…