गरीब झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की की अनचुदी फुद्दी चोद चोदकर फाड़ डाली गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : हेल्लो तो मेरे प्यारे चोदू किस्म के भाइयों और चुदास से भरी जवान बहनों मेरा नाम है गगनदीप और में मैं नगर निगम में झाड़ू पोछा लगाने का काम करता हूँ. मेरे साथ बहुत सी लड़कियों और महिलाए भी काम करती है पर उस सबमे एक 18 साल की लड़की है वो दिखने में सबसे अलग है वो बहुत हॉट और गदराई है. आज में आप के लिये मेरे साथ झाड़ू पोछा लगाने वाली उसी गदराई और हॉट लड़की की फुद्दी चोद चोदकर फाड़ फाड़ने की गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में लेकर आया हूँ इस फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में में आप को बताऊंगा की कैसे मैंने मेरे साथ काम करने वाली लड़की की फुद्दी ठोक चोदकर फाड़ डाली थी.
मेरी आज की जो गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में है वो एक 18 साल की जवान और गरम झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की की फुद्दी ठोक चोदकर फाड़ डालने की बिलकुल सच्ची घटना है. उस जवान और गरम लड़की का नाम शकुन्तला शर्मा था. जैसा की मैंने आप को बताया की मैं नगर निगम में झाड़ू पोछा लगाने का काम करता हूँ और वो लड़की भी मेरे साथ काम करती थी और मेरे साथ ही झाड़ू पोछा लगाने जाती थी जब वो झाड़ू लगाती रहती थी तो में कई बार छुप छुपकर उसके ब्लाउज में अपनी आँखे घुसाने का प्रयास करता था. उस जवान और गरम लड़की को पता ही नहीं चला कब मैंने झाड़ू लगते लगते उसकी फुद्दी पर हाथ साफ़ कर दिया. उस हसीन लड़की का बदन बहुत गदराया हुआ था क्या मोटे मोटे दूध से भरे बोबे है उस बहन की लौड़ी के में शब्दों में बयां नहीं कर सकता| चूतड़ तो ऐसी मोटी है जैसे उस लड़की की गांड पर सर रखके सो जाओ और तकिये की ज़रूरत न पड़े.
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तो मेरे प्यारे भाई और बहनों अब मैं सुनाता हु आपको उस 18 साल की गरीब लड़की की अनचुदी फुद्दी फाड़ने की और उस साली रंडी छिनाल की गांड मारने की दास्ताँ जिसका आप बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. शकुन्तला 18 साल की बहुत नासमझ सी लड़की थी वो दिखने में बहुत गरम माल थी. वो लड़की एक गरीब घर से थी और हम लोग एक ही मोहल्ले के थे तो हमारा आना जाना साथ होता था. एक दिन हम बहन के लंड दोनों एक ही वार्ड में झाड़ू लगा रहे थे तभी हमारा ठेकेदार आया और उससे कहा शकुन्तला तुम्हरे घर में आग लग गयी है मेरे पास फोन आया है जल्दी चलो. अब मैं तो उसके साथ वाला ही था इस कारण से मैंने कहा साहब मैं भी चलूँ क्यूंकि मेरा घर भी इसके घर के पास है कही आग फ़ैल गयी तो मेरा सब कुछ बर्बाद न हो जाए. उसने कहा ठीक है तुम दोनों जाओ तब तक मैं इस वार्ड में झाड़ू पोछा लगाने के लिये में किसी और को काम पर लगा देता हूँ.
हम बहन के लंड दोनों निकले तो देखा पूरी बस्ती में आग थी पर मेरा घर पीछे था तो उसका कुछ हिस्सा ही जल पाया था. अब जब आग बुझ गयी तब शकुन्तला अपने घर गयी और मैं भी उसके साथ गया तो देखा सब कुछ खाख हो चुका था और उस गरीब लड़की का रो रो के बुरा हाल हो गया था. मैंने सोचा इसको गले लगा लेता हूँ. पर मैंने बस उसके कंधे पर हाथ रखा और उससे कहा डर मत सब ठीक हो जाएगा. वो मेरे गले लग गयी और जोर जोर से रोने लगी और कहा अब मेरा क्या होगा मैं कहा ँ जाउंगी. मैंने कहा मेरा घर मतलब तेरा घर जब तक सब कुछ ठीक नहीं हो जाता तू मेरे घर में रह सकती है.
उसके बाद नेक्स्ट डे हम नगर निगम के ठेकेदार से मिले और कहा साहब सब कुछ जल गया इसके घर में अगर आप हमारे पेसे आज दे डोज तो इसका घर फिरसे बनवाना शुरू कर सकते हैं. उसने मौके की नजाकत को समझा और पैसे दे दिए. 5000 रुपये महिना मिलते हैं हम लोगों को और उसने तीन हज़ार रुपये में घर बनवाने का थोडा सामान मंगवाया और मैंने भी एक हज़ार की सहायता कर दी. अब उस मस्त कमसिन माल गरीब झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की का घर बनना शुरू हो गया था और चार दिन ही काम चला क्यूंकि घर बनाने का माल ख़तम हो गया था और उस गरीब लड़की के पास और पैसे भी नहीं थे पर उसके घर की आधी आधी दीवारें बन गयी थी और ये देखकर मुझे बड़ा सुकून मिल रहा था.

वो झाड़ू पोछा लगाने वाली अनचुदी अनचुदी लड़की तो तब से मेरे घर में ही थी पर आज उसने मोर्निंग उठके पानी भर दिया चाय नाश्ता करा दिया और मुझे और भी ज्यादा अच्छा लगने लगा क्यूंकि ये सब करने वाला मेरे लिए कोई नहीं था आज जिस तरह से उसने मेरे घर को संभाला मुझे पति बीवी जैसी फीलिंग आ रही थी. मैंने उससे पुछा ये क्यों कर रही है शकुन्तला मैंने तो कहा नहीं तुझे ये सब करने के लिए ? तब उसने कहा तेरे घर में रह रही हूँ किराया तू लेगा नहीं तो यही कर देती हूँ. और वैसे भी आज के इस स्वार्थी और ख़ुदगर्ज़ ज़माने में बिना मतलब के कौन रखता है किसी गरीब झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की को अपने घर में. मैंने कहा तेरे लिए तो मै नंगा होकर अपना लण्ड और आंड पोपले उछाल उछाल कर नाचने लगूंगा.
मेरी बात सुन वो गदराई लड़की शरमाते हुए जोर जोर से हसने लगी. फिर हम बहन के लंड दोनों झाड़ू पोछा लगाने के काम पर निकल गये और एक साथ काम कर रहे थे तब गलती से मेरा हाथ उसके द्दोह पर लग गया. उसने कहा ठीक से काम कर. मैंने कहा अच्छा तुझे ऐसा करना बुरा लगता है क्या और उसके मिल्की बूब्स पर फिर से हाथ लगा दिया. अब उसने कहा अरे यार क्या कर रहा है. वहां कोई नहीं था इस कारण से मैं उसके पास गया और उसके मिल्की ब्रेस्ट को अच्छे से पकड़ते हुए कहा कि तेरे दूध को मसल रहा हूँ. उसने कहा चल काम कर अपना और मैंने कहा ठीक है और उसके मिल्की ब्रेस्ट पर पप्पी देकर काम करने लगा. मैंने जब उसको देखा तो वो हल्का सा मुस्कुरा रही थी और मुझे लगा आज मेरे घर में चुदाई का दंगल होने वाला है.

में मन ही मन सोचने लगा की यदि आज इस अनचुदी अनचुदी लड़की की खतरनाक चुदाई करने का अवसर मिल गया तो आज इसकी फुद्दी चोद चोदकर फाड़ डालूँगा इस साली बहन की लौड़ी को इतना ठोकूंगा की ये साली मेरे लौड़े की दीवानी हो जायगी और हर रोज मेरा फौलादी लण्ड अपनी फुद्दी को खिलाया करेगी. फिर जब वो जाने लगी तो मैंने उस झाड़ू पोछा लगाने वाली गदराई लड़की की गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड पर हाथ फेरा और कहा बहुत गरम है रे ये तो. तब उसने मुझसे कहा चाट ले न तू भी गरम हो जाएगा. मैंने कहा अरे कहा ँ जा रही है वो कहने लगी कि ठेकेदार से पैसे ले लूँ और माल माँगा लुंगी तो काम चालू हो जाएगा. मैंने कहा ठीक है चली जा और मेरा भी ले लेना. उसने मेरे पैसे भी ले लिए और मुझे लाकर दे दिए. मैंने उसे अपने सारे पैसे दे दीया और उससे कहा की में तुम्हसे प्यार करने लगा हूँ और तुम्हारे साथ घर बसाना चाहता हूँ क्या तुम मुझसे शादी करोगी…???
उस बहन की लौड़ी ने मुझे कोई उत्तर नहीं दीया और किचन में खाना बनाने चली गई. उसने एक घंटे में खाना बना लिया और फिर हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने खाना खाया और अपने अपने बिस्तर में सोने चले गए. वेसे तो हम लोग एक ही कमरे में सोते थे पर इस बार मैं उस झाड़ू पोछा लगाने वाली गदराई लड़की से जाके चिपक गया और उसके पेट और टुंडी में हाथ फिराने लगा और उससे बोलने लगा की यार में तुमसे प्यार करने लगा हूँ और तुम्हारे साथ शादी करके तुम्हे हमेशा हमेशा के लिये सुहागन दुल्हन बनाकर मेरे इस घर में लाना चाहता हूँ. वो मेरी तरफ पलटी और कहा मैं समझती हूँ तुझे क्या चाहिए. मैंने कहा तो दे दे न उसने कहा इतनी आसानी से दे दूँ क्या मेरी अनचुदी फुद्दी तुझे..? थोड़ी मेहनत कर मुझे गरम कर और फिर करले मेरी अनचुदी फुद्दी की खतरनाक चुदाई और आज फाड़ डाल इसे अपने लम्बे मोटे लंड से चोद चोदकर.
मैंने उसके लाल गुलाबी लिप्स को चूमना शुरू कर दिया और उसके बाद उसके मिल्की ब्रेस्ट को ब्लाउज के ऊपर से मसलना चालु कर दिया और फिर उसके मोटे मोटे ब्रेस्ट के लाल गुलाबी निप्पल को चूसने लगा. कुछ समय बाद जब उसके बोबों के निप्पल कड़क हो गये तो मैंने उनपे हलके से काटा और फिर से चूसना प्रारम्भ करा. वो ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आह… ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आह… आह… उई माँ अह… आई… आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्हऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आह… आह… उई माँ अह… आई… आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह करने लगी.

उसके बाद मैंने उसकी साड़ी को ऊपर किया और उसकी गीली फुद्दी में ऊँगली डालने लगा और वो थोडा जोर से ऊऊउम्म्म्म ऊऊन्न्ह्ह आह… आह… उई माँ अह… आई… आआअह्ह्ह्ह्ह्.. करने लगीदोस्तों उसकी फुद्दी बहुत ज्यादा कसी हुई थी और यह बात इस ओर इशारा कर रही थी की वाकई ये लड़की मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक अनचुदी और पूरी तरह से अनचुदी है. उसकी फुद्दी भीतर से किसी भट्टी के जैसे बहुत ज्यदा गरम थी. ऐसा लग रहा था की मनो यदि मैंने थोड़ी देर और मेरी ऊँगली उसकी फुद्दी के छेद के भीतर राखी तो वो जल जायगी.
दोस्तों अब में समझ गया था की ये अनचुदी अनचुदी लड़की अब मुझसे अपनी फुद्दी की चुदवाने के लिये पूरी तरह से तैयार है. मुझे लगा उस गरीब झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की की अनचुदी फुद्दी में लण्ड डालने का यही सही वक्त है. इसके बाद मैंने थोड़ा थूक मेरे लण्ड पर लगाया और बहुत सारा थूक उस गरीब लड़की की अनचुदी फुद्दी पर लगाया. हम बहन के लंड दोनों के यौन अंगों को थूक लगाकर चिकना करने के बाद मैंने एक खतरनाक झटके के साथ उस नासमझ गरीब लड़की की अनचुदी फुद्दी में अपना पूरा लण्ड भीतर तक घुसा दिया. जैसे ही मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी अनचुदी फुद्दी की सील फाड़ता हुआ भीतर घुसा उस लड़की की अनचुदी फुद्दी में बहुत जोर का दर्द हुआ और वो बहुत जोर से चिल्लाई आअई…. माँ आई…..
में थोड़ी देर ऐसे ही उसकी फटी हुई फुद्दी में अपना मोटा लण्ड घुसेड़ कर लेटा रहा और जब वो सहज हो गई तो में उसकी फुद्दी में जोर जोर से झटके मारने लगा. मेरे मोटे लम्बे लण्ड से अपनी फटी हुई फुद्दी चुदवाते हुए वो गरीब झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की सिस्कारियां भरने लगी और मुझे बोलने लगी आज तो तुमने मेरी फुद्दी की सील तोड़ डाली बहुत तेज दर्द हुआ पर अब आनंद भी बहुत आ रहा है अब तो तुजसे ही शादी करुँगी और तेरे ही लण्ड से चुदवाउंगी. मैंने उस गरीब लड़की की फुद्दी को लगातार तीन घंटे तक चोदा और उस लड़की की फुद्दी ठोक चोदकर फाड़ डाली थी पर अभी तक मेरी लुल्ली को संतुष्टि ही नहीं मिली . उसकी फटी हुई फुद्दी से ब्लड के साथ साथ सफ़ेद पानी निकल रहा था पर मेरा माल अभी तक नहीं गिरा.

मैंने पूर्ण रूप से सेक्स संतुष्टि की प्राप्ति के लिये उस झाड़ू पोछा लगाने वाली गदराई लड़की को कुतिया बनाया और पीछे से उसकी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर लण्ड पेल दिया और उसकी चूतड़ मारने लगा. वो भी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ हिला हिलाकर ताल से ताल मिला रही थी और मेरा फौलादी लण्ड अपनी लेट्रिंग से भरी गांड के अंदर पूरा भीतर तक लेने का प्रयास कर रही थी. फिर उस जवान गरीब लड़की को को एक घंटे और चोदा और उस झाड़ू पोछा लगाने वाली गदराई लड़की की गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अन्दर ही अपना गरमा गरम स्पर्म गिराया.
दोस्तों अब हम बहन के लंड दोनों पति वाइफ हैं. पिछले महीने ही हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने शादी कर ली है और अब मैं उस झाड़ू पोछा लगाने वाली लड़की की फुद्दी को रोज़ चोदता हूँ और उसकी गू से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड के अंदर भी अपना लौड़ा पेलता हूँ मुझे उस लड़की की फुद्दी पेलने से ज्यादा आनंद उसकी चूतड़ मारने में आता है. उसे भी बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है मेरे साथ ये सब करना. दोस्तों उम्मीद करता हूँ की आप सभी को मेरी यह गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “गरीब झाड़ू लगाने वाली लड़की की अनचुदी फुद्दी चोद चोदकर फाड़ डाली गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” बहुत पसंद आई होगी