जिगोलो बन पति से असन्तुष्ट अमीर औरत को खतरनाक चोदा – फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : सलाम दोस्तों में एक जिगोलो हूँ और मेरा काम असंतुष्ट लडकियों और भाभियों को ठोक चोदकर चुदाई का सुख देना है. मेरी यह कहानी एक महिला ने मुझसे मेरी सर्विस लेनी को कहा . वो एक अमीर महिला थीं और अपने पति से सन्तुष्ट नहीं थीं. मेरी सर्विस के लिए उसने बीच किनारे एक होटल बुक किया था…
कहानी शुरू करने से पहले मैं आप सब को अपने बारे में बता देना चाहता हूँ. दोस्तों, जैसा कि मैंने बताया, मैं एक जिगोलो हूँ और अब तक कई लड़कियों को जन्नत का मज़ा दे चुका हूँ. मेरी हाइट 6 फिट 1 इंच है और मैं दिखने में स्लिम हूँ और मेरी लुल्ली का साइज 6 इंच है.
अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ. एक दफे मैंने एक हाउस सुहागन पत्नी को अपनी सर्विस दी थी मेरी यह कहानी उसी की है.
कुछ महीने पहले की बात है, मुझे एक महिला का मेल आया. मेल करने वाली ने अपना नाम मोना बताया और कहा कि वह एक हाउस वाइफ हैं. उसने मुझसे मेरी सर्विस के संबंध में बात की. फिर उसने मुझे मेरा मोबाइल नम्बर लिया और कहा कि जगह और टाइम फिक्स करके मैं कॉल कर दूंगी.
चार दिन बाद मुझे उसका फ़ोन आया. उसने मुझे एक होटल का पता दिया और टाइम बता दिया. मैं तय वक्त पर होटल पहुंच गया. रास्ते में मैंने वियाग्रा की टैबलेट और निरोध के पैकेट खरीद लिए थे. टैबलेट तो मैंने रास्ते में ही खा ली थी. होटल पहुंच कर मैंने उसे कॉल किया तो वो मुझे लेने आ गई.
जिगोलो बन पति से असन्तुष्ट अमीर औरत को खतरनाक चोदा – फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
दोस्तों, दिखने में वो काफी ब्यूटीफुल थी. बिल्कुल मेरे जैसे ही स्लिम और गोरी थी. बाहर आकर उसने मुझे देखा और कहने लगी – क्या तुम दीपक हो? मैंने उत्तर दिया – हां, मैं ही दीपक हूँ. तब वह कहने लगी – तो चलें रूम में? मैंने सब अरेंज कर लिया है.
फिर हम रूम में चले गए. दोस्तों, वो होटल दमन के बीच के पास था और लाफी फेमस था. रूम में जाकर वह मुझसे कहने लगी – क्या लोगे? इस पर मैंने स्माइल देते हुए कहा – सब कुछ. यह सुन कर वो हंसने लगी और कहने लगी – वो तो मिलेगा ही किन्तु अभी क्या पियोगे? तब मैंने कहा – जो भी तुम पिलाना चाहो.
फिर उसने कॉल करके कॉफी मंगवाई और हम बातें करने लगे. वह अमीर घर की मैरिड महिला थी. उसने बताया कि उसके पति देव अपने बिज़नेस में बिजी रहते हैं और घर कम ही आते हैं. इस वजह से वो सेक्स की प्यासी रह जाती है और उंगलियों से काम चलना पड़ता है.
उसने बताया कि किन्तु उंगलियों से उतना मज़ा नहीं आता है. इस कारण से एक दिन उसने अपनी एक सहेली को अपने समस्या बताई तो उसने जिगोलो सर्विस लेनी की सलाह दी. उसने बताया कि यह पहली बार है, जब वह किसी पराये मर्द के साथ है.
फिर हमने कॉफ़ी पिया और मैंने मोना के हाथ को अपने हाथों में लेकर दबाने और सहलाने लगा. इस पर उसने अपनी आंखें बन्द कर ली और मोन करने लगी. इसके बाद मैंने मोना को पलंग पर लिटा दिया और उसके माथे पर किस किया. इसके बाद मैं उसके लिप्स पर अपने कोमल होंठों का जादू बिखेरने लगा. अब वो भी रिस्पॉन्स देने लगी थी.
थोड़ी देर तक इसी तरह किस करने के बाद हमने एक – दूसरे के मुँह में अपनी जबान डाल दी और किस करने लगे. मैं अपने एक हाथ से उसके रसीले आम जैसे स्तनों को भी प्रेस कर रहा था. इससे वो जल्दी ही गर्म हो गई और मेरी पीठ सहलाने लगी.
अब मैंने किस करना छोड़ कर कपड़ों के ऊपर से ही उसके रसीले आम जैसे स्तनोंं को मसलने लगा. जिससे वो मोन करते हुए मुझसे लिपट गई. इसके बाद मैंने उसे उठाया और चुदाई करने के लिये उसके कपड़े उतारने लगा.
उधर वो मेरे पैंट के ऊपर से ही मेरी लुल्ली को सहलाने लगी थी. अब उसके मुँह से लगातार आह आह ऊह ऊह की सिसकारियां दीपकल रही थीं. इसी बीच मैंने उसकी ब्रा को खोल दिया और पीछे से ही उसके रसीले आम जैसे स्तनोंं को दबाने लगा. तब तक मोना भी मेरा फौलादी लण्ड बाहर निकाल चुकी थी और मसल रही थी.
धीरे – धीरे मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया. उसके बदन पर केवल पैंटी भर बची थी. फिर मैं नीचे बैठ कर उसकी गांड को किस करने लगा. अब वो सेक्स करने ले लिये बहुत ज्यादा गर्म हो चुकी थी. उसकी फुद्दी अब मेरा फौलादी लण्ड लेने को तैयार थी.
इसके बाद मैंने उसे उठाया और सीधा पलंग पर लिटा दिया. इसके बाद मैं उन्हें बेतहाशा चूमने लगा. फिर धीरे – धीरे मैं नीचे आया और उनकी पैंटी के ऊपर से ही अपनी जबान चलाने लगा. ये सब करते हुए मैं अपने दाहिने हाथ से उसके रसीले आम जैसे स्तनोंं को भी दबा रहा था. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने अपने दांतों से खींच कर उनकी पैंटी को उतार दिया और उसकी फुद्दी पर अपनी जबान चलाने लगा. उसकी फुद्दी एक दम गीली हो चुकी थी. शायद अब तक वो दो बार झड़ चुकी थी.
अब मैं उसकी फुद्दी पर अपनी जबान को घुमा रहा था और वो मेरे सिर को अपनी फुद्दी में दबा रही थी. साथ में बहुत तेज मोन भी कर रही थी. इसी बीच मैंने अपनी एक उंगली उसकी फुद्दी में डाल डाली और भीतर – बाहर करने लगा. इस पर वो अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ उछाल – उछाल कर मज़े ले रही थी.
इसके बाद मैंने अपनी उंगली निकाली और उसको चटाया तो मेरा पूरा हाथ चाटने लगी. इसके बाद मैंने उसकी फुद्दी को फैलाया और जबान भीतर तक घुसेड़ दी. इससे वो अकड़ गई और मेरे सिर को फुद्दी में दबाते हुए मोन करनी लगी और फिर मेरे मुँह में ही झड़ गई.
मैं उसका सारा पानी पी गया. फिर सिर उठा कर एक लम्बी फ्रेंच किस की और उसकी फुद्दी के पानी का टेस्ट उसे करवाया. वो बड़े मज़े से मेरी जबान को चाट रही थी.
अब मैंने उसे नीचे बिठाया और अपने पेनिस को उसके मुँह में दे दिया. अब वो अपनी जबान से मेरी लुल्ली को अण्डों तक चाट रही थी. उसने मेरे पूरे पेनिस को गीला कर दिया था. वो मेरी लुल्ली को ऐसे चूस रही थी जैसे ये दुनिया का एकलौता लण्ड हो और फिर उसे चूसने को नहीं मिलेगा.
खैर, कुल मिला कर वो बहुत अच्छे से लण्ड चूस रही थी. मैं भी उसके सिर को पकड़ कर लण्ड भीतर – बाहर कर रहा था. उसकी माउथ फकिंग में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. कई बार लण्ड ज्यादा भीतर जाने पर वह खांसने लगती थी.
लगभग पंद्रह से बीस मिनट तक लण्ड चूसने के बाद वो कहने लगी – प्लीज, अब मुझे मत तड़पाओ, जल्दी से चोद दो. इसके बाद मैंने उसकी टांगों को अपने कंधे पर रखा और पेनिस को एक ही बार में उसकी फुद्दी के भीतर पेल दिया. फिर मैं फुल स्पीड से उसकी खतरनाक चुदाई करने लगा. मेरे ऐसा करने पर उसे दर्द हुआ और वो चीखते हुए कहने लगी – आराम से करो दर्द होता है.
अब मैं तेज गति से उसे पेलने लगा और साथ में उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन भी दबा रहा था. फिर मोना ने मुझे रोका और पलंग पर लिटा दिया. इसके बाद वो मेरे लण्ड पर बैठ गई और उछल – उछल कर लण्ड भीतर लेने लगी. जब कभी भी वो उछलती उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन ज़ोर – ज़ोर से ऊपर नीचे होने लगते.
इसके बाद मैंने उसे बेड से उतार कर खड़ा किया और बेड के सहारे झुका दिया. इसके बाद मैंने पीछे से उसकी फुद्दी में लण्ड पेल दिया और शोर्ट देने लगा. अब वो बीच – बीच में और तेज गति से करने को बोल रही थी. उसे मज़ा आ रहा था और वह कह रही थी – और जोर से चोदो, बहुत मज़ा आ रहा है, और जोर से धक्का मारो और जोर से.
अब मैं भी फूल स्पीड में उसे पेलने लगा. अब तक वो दो बार झड़ चुकी थी. अब मैं भी झड़ने वाला था. तभी मोना को महसूस हुआ और वह कहने लगी – मेरी फुद्दी में ही झड़ जाओ, बहुत दिनों से प्यासी है.
अब मैं तेज गति से चुदाई करने लगा और कुछ धक्कों के बाद उसकी फुद्दी में ही झड़ गया. कुछ देर बाद मैंने लण्ड बाहर निकाल लिया. अब वो बहुत प्रसन लग रही थी. फिर वो मेरी लुल्ली को चूमते हुए कहने लगी – अब कब मिलोगे? मैंने कहा – जब तुम बुलाओगी में तुम्हे पेलने के लिये आजाऊंगा में तो हूँ ही एक जिगोलो. मैं एक जिगोलो हूँ और मेरा तो काम ही तुम जैसी लडकियों की गांड मारना और फुद्दी चोदना है…