मुझे रांड की तरह ग्रुप में चोदा पांच मर्दों ने मिलकर हिंदी सेक्स स्टोरी : अब तक आपने पढ़ा कि मुझे पांच लोगों ने हचक कर चोद दिया था. इसके बाद मैं खाना और दवा खाकर सो गई थी. नाईट को मुझे ठाकुर रांड चोदु अंकल ने उठाया और मेरी अम्मी की खतरनाक चुदाई को दिखाया. इसके बाद मैं अपनी अम्मी के सामने आ गई. अम्मी ने मुझे रांड की तरह चुदते हुए मुझे देखा तो भी उन्हें कोई शर्म नहीं आई. इसके बाद दो ड्राइवर मुझे पेलने के लिए मेरे साथ एक अलग कमरे में आ गए.
अब आगे: महेश और सुनील का ड्राईवर मादरचोद भंवर लाल मेरी फुद्दी से गेम खेल रहा था. वो लगातार मेरी फुद्दी में अपनी उंगली को अन्दर बाहर करे जा रहा था. जिससे मैं बहुत उत्तेजित हो गई थी. मैं बोली- आह.. तुम बहुत गंदे हो मादरचोद भंवर लाल.. ये क्या कर दिया.
मेरे मुँह से ‘उंहहह ऊंहहह सी सी..’ की आवाज निकलने लगी. मादरचोद भंवर लाल के साथ जो रांड चोदु अंकल टाइप के ड्राइवर थे. वह बोले कि मुझे केवल इसकी गांड के अंदर लौड़ा डालना है.. मुझे इसकी गांड बहुत पसंद है. मादरचोद भंवर लाल भाई तुम्हें जो करना है, तुम कर लो, मैं तो बस पीछे इसकी गांड के अंदर ही लण्ड डालूंगा.
मुझे रांड की तरह ग्रुप में चोदा पांच मर्दों ने मिलकर हिंदी सेक्स स्टोरी

मादरचोद भंवर लाल बोला- तो ठीक है रांड चोदु अंकल.. अब देरी मत करो. आप पीछे से आ जाओ, यह बहुत गरम हो चुकी है.. और अपने पास टाइम भी कम है. रांड चोदु अंकल ने जल्दी से अपने पूरे कपड़े उतारे और मेरे पीछे की तरफ आ गए. तभी मादरचोद भंवर लाल बोला- वन्द्या तू थोड़ा ऊपर को हो जा.
उसने एक तकिए को उठाकर मेरी कमर के नीचे रख दिया. उसने मुझे अपने हाथ से पकड़ के टेड़ा कर दिया. मादरचोद भंवर लाल ने मेरे टॉप को भी नहीं उतारा.. बस पेंटी को नीचे खिसका कर मेरे मुँह की तरफ अपना लण्ड कर दिया और मेरी फुद्दी में अपना मुँह रखकर सिक्सटी नाइन की पोजीशन में आ गया.
वो मुझसे बोला- वन्द्या तुम बस आज जमके मेरा फौलादी लण्ड चूसो और मैं जी भर के तुम्हारी फुद्दी चाटूंगा. मुझे पेलने से ज्यादा चाटना पसंद है.. और रांड चोदु अंकल तो तेरी चूतड़ के दीवाने निकले. साले सभी वृद्ध चूतड़ू ही होते हैं. उनसे तू जमकर अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवा.
इतना कहते हुए मादरचोद भंवर लाल ने मेरी टांगें चौड़ी करके अपना मुँह मेरी फुद्दी में रखकर जैसे ही फुद्दी में जबान को डाला, मैं उछल पड़ी. वो इतनी जोर से जबान और कोमल होंठों लगाकर मेरी फुद्दी चाटने लगा कि जैसे फुद्दी को खा ही जाएगा.
मैं पूरी तरह से पागल होने लगी. अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था. मादरचोद भंवर लाल अपना लण्ड मेरे मुँह के पास लाकर रगड़ने लगा था. मुझसे रहा नहीं गया, मैंने मजबूर होकर मादरचोद भंवर लाल का लौड़ा अपने हाथ से पकड़ कर सीधे अपने मुँह में भर लिया और जोर से चूसने लगी, चाटने लगी. उस साले चोदू के तंदुरुस्त और फौलादी लण्ड से बहुत बदबू आ रही थी, पर वह भी मुझे अच्छी लगी. मैं इतनी जोश में जो आ गई थी.
तभी वह मन भरण रांड चोदु अंकल मेरे पीछे से लिपट कर मेरे कूल्हों को फैला कर अपनी नाक मेरी टट्टी से भरी चूतड़ के छेद में रगड़ने लगे और बोले- वन्द्या सच में तेरी चूतड़ से अच्छा दुनिया में कुछ भी नहीं है. बहुत गदराई और हॉट है तू, वन्द्या कुछ भी कर, पर मुझे अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ से अलग मत करना.
रांड चोदु अंकल अपनी जबान से चूतड़ चाटने लगे. तब मैं कहने लगी कि रांड चोदु अंकल तुम जो चाहो अभी कर लो, मेरा बहुत मन बिगड़ गया है.
मनभरण रांड चोदु अंकल बोले- मैं डाल दूं तेरी गांड के अंदर अपना लण्ड और चोद दूं?
मैं बोली- पूछो नहीं रांड चोदु अंकल अब सीधे डाल दो.. मुझसे नहीं रहा जा रहा.
ये सुनकर रांड चोदु अंकल ने सीधे अपना लण्ड पकड़ा और बहुत सारा थूक लगाकर मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर अपना लण्ड दबाने लगे. चूतड़ के छेद पर सुपारा रख कर रांड चोदु अंकल ने जैसे ही जोर डाला, तो ऐसा लगा कि चूतड़ फट गई. मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर बहुत तेज दर्द हो रहा था.
मेरे मुँह से मादरचोद भंवर लाल का लण्ड निकल गया और मैं चिल्लाने लगी- ऊंहहह ओहह.. आपका बहुत मोटा है.. रांड चोदु अंकल मैं मर जाऊंगी.. गांड के अंदर बहुत तेज दर्द हो रहा है निकाल लो, आह.. अम्मी मुझे बचाओ, मैं मर जाऊंगी.
पर रांड चोदु अंकल को कोई फर्क नहीं पड़ा, दर्द के बाद भी उन्होंने पूरी ताकत लगा कर अपना लौड़ा मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर घुसेड़ दिया. मैंने कसके बेडशीट को हाथ से पकड़ लिया और लण्ड बर्दाश्त करने लगी.
रांड चोदु अंकल बोले कि दर्द तो नहीं है?
मैं बोली- बहुत है.
तभी आगे मादरचोद भंवर लाल दांतों से मेरी फुद्दी को खाने लगा. रांड चोदु अंकल पीछे मेरी कूल्हों को पूरा फैला कर तकिए से और ऊपर उठा लिया और एक ही झटके में मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर पूरा लौड़ा घुसेड़ कर घुसा दिया.
मैं अपने आप दर्द के मारे अकड़ गई. मुझे लगा कि मेरी टट्टी से भरी चूतड़ फट गई. पर वह एक्सपीरियंस्ड चोदू थे, तो मेरी कमर पकड़ कर जल्दी जल्दी शोर्ट लगाने लगे. जल्दी जल्दी अन्दर बाहर करने लगे. मुझे दर्द तो बहुत हुआ, पर 3-4 मिनट में ही उनकी रगड़ से मैं शांत होने लगी. फिर भी मैं चूंकि जोर से चीख उठी थी इस कारण से मादरचोद भंवर लाल का लण्ड मेरे मुँह से निकल गया था. उस वक्त मैं चिल्लाई भी थी कि रांड चोदु अंकल बहुत तेज दर्द हो रहा है.. आप बाहर निकाल लो, किन्तु वह नहीं माने थे.
इधर मादरचोद भंवर लाल मेरी फुद्दी को खाए जा रहा था. वो पूरा अन्दर तक जबान घुसेड़ कर मेरी फुद्दी को बहुत तेज गति से चाट रहा था. मैं बिल्कुल मचलने लगी और मादरचोद भंवर लाल का लण्ड बहुत तेज गति से चूसने लगी. वह भी सटासट पेनिस को मेरे मुँह में अन्दर बाहर किए जा रहा था.
मेरे से बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा था. अब मनभरण रांड चोदु अंकल बहुत जोर जोर से पीछे मेरी टट्टी से भरी चूतड़ को पेलने लगे और मुझे गाली भी देने लगे.
वे बोले- साली ले लण्ड खा.. मादरचोदी तू बहुत बड़ी रांड है.. आह ले कुतिया.. साली कैसी मस्त हो रही है, तुझे हम लोगों ने भी चख लिया. आज पूरी नाईट अभी दो-तीन घंटे तेरी चुदाई होने वाली है. कुछ बड़े लोग आने वाले हैं.
उसका इतना कहना ही हुआ कि मेरे कमरे में एक धक्का लगा और दरवाजा खुल गया. रमीज खान के साथ दो लोग अन्दर आ गए. एक बुड्ढा करीब 70-75 साल का था और एक बहुत मोटा सा काला सा पहलवान था. रमीज ने उसका नाम अनवर लिया. दोनों की दाड़ी लंबी बड़ी थी.
उस वृद्ध ने जैसे ही मुझे देखा तो बोला- रमीज तू कैसे इतनी तारीफ कर रहा था कि वो लड़की नहीं कयामत है.. हीरोइन भी उसके सामने कुछ नहीं है और इधर तेरी हीरोइन को यह ड्राइवर लोग चोद रहे हैं.
तभी रमीज ने मादरचोद भंवर लाल को बोला- उठ साले बाहर जा और वह ड्राइवर रांड चोदु अंकल को भी बोले- ओ वृद्ध.. तू भी बाहर निकल ले.. अब तेरा काम खत्म हुआ.
तभी मादरचोद भंवर लाल तुंरत उठा. उसने मेरे मुँह से अपना लण्ड निकाल लिया. मेरी फुद्दी से भी अपना मुँह हटा कर उठा, अपने कपड़े पहने और बाहर चला गया. परन्तु उस वृद्ध ड्राइवर ने कहा कि मालिक पाँच मिनट इसकी गांड मार लेने दो.. मेरा काम बस हो ही गया, मैंने मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक ऐसी लड़की नहीं चोदी. यह बहुत मस्त माल है. सच में कोई हीरोइन भी इसके सामने कुछ नहीं लगती. पूरी दुनिया में सबसे मस्त चूतड़ वाली लड़की है ये. मुझे रांड की तरह ग्रुप में चोदा पांच मर्दों ने मिलकर हिंदी सेक्स स्टोरी
रमीज बोला- चल ठीक है चोद ले.. पर जल्दी कर.
इधर रमीज ने जिनको लाया था, उन लोगों से बोला- भाई जान आप दोनों शुरू हो जाओ.. कपड़े उतार लो अपने. इसे देखते भी रहो, कैसे गजब चुदवाती है, इसका नाम वन्द्या है. यह अपनी प्यारी माँ की बहन के यहां शादी में आई है. बगल वाले कमरे में इसकी अम्मी भी चुदवा रही है. हालांकि उसकी उम्र पैंतालीस साल के आसपास है, वो ढल गई है, पर गजब चुदवाती है. ये तो अभी कठिनाई से जवान हुई होगी, पर कोई रांड भी इसके सामने नहीं लगती.
रमीज की इन बातों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. वह बुड्ढा ड्राइवर बहुत तेज गति से मेरी टट्टी से भरी चूतड़ को रगड़ के चोद रहा था. उसने एकदम से स्पीड बढ़ा दी. उसकी हालत अब बहुत तेज गति से बिगड़ रही थी.
मुझे बोला- आह.. वन्द्या तेरी चूतड़ बहुत कमाल की है.. आह ले अब बस मेरा काम होने ही वाला है.. आह.. तेरी चूतड़ इतनी गरम है कि कोई लण्ड इस चूतड़ के अन्दर 5 मिनट से ज्यादा नहीं टिक सकता.. और मैं तुझे छ: सात मिनट से चोद रहा हूं.
ड्राइवर रांड चोदु अंकल मेरी पीठ को कस के पकड़ के धक्का लगाने लगे, तभी वह जो रमीज के साथ पहलवान की तरह अनवर आया था. वह अपने पूरे कपड़े उतारने लगा. जो वृद्ध से मियां थे, अनवर उन्हें बोला- भाई जान आप भी जल्दी से उतार लो.. देखो साली कैसे मस्त गदराई लड़की है. कैसे पागलों की तरह चूतड़ चुदवा रही है. मैं तो अब नहीं रह पा रहा हूं.
वे वृद्ध मियां भी अपनी कुर्ता और लोअर उतारने लगे. मेरे देखते ही देखते दोनों लोग बिल्कुल नंगे हो गए.
अनवर का लौड़ा देखकर मैं बिल्कुल आश्चर्य में पड़ गई. ये साला अब्दुल से भी बड़ा और बहुत मोटा लण्ड था. मैं सोचने लगी कि सच में आज मुझे यहां जन्नत मिल जाएगी.. यह तो पागलपन की हद हो गई है.
मुझे अभी वह बुड्ढा ड्राइवर चोद ही रहा था कि अनवर आकर सामने से मुझसे लिपट गया और सीधे मेरी फुद्दी में अपनी हथेली रखकर उल्टा लेट गया. मेरी पहले से ही इतनी हालत खराब थी कि कुछ समझ नहीं आ रहा था. मैं अपने आप ही अनवर का लण्ड पकड़ कर हाथ से रगड़ने लगी.
तभी अनवर ने मेरी फुद्दी में अपनी जबान को डाल दिया और मुझे कहा कि तेरी फुद्दी इतनी गरम कैसे है. ये तो भट्टी सी धधक रही है, लगता है मेरी जबान जल जाएगी?
मैं गुर्रा कर बोली- तू बस अपना लण्ड डाल दे.. मुझे तुझसे कुछ मतलब नहीं है, मैं मर रही हूं, अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है.
इतने में वृद्ध ड्राइवर ने अपना पूरा लौड़ा जोर से गांड के अंदर डाला और अकड़ गया. अगले ही पल उसका गरम गरम लण्ड रस मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर भर गया.
वो मेरी पीठ को चाटते हुए कहा कि वन्द्या तू बहुत बड़ी मस्त है रे.. मुझे मस्त कर दिया.. आह तेरी चूतड़ गजब की है.
वो एक मिनट तक चिपका रहा. फिर मुझे छोड़ कर जाने लगा.
वो बोला- मालिकों आपको बहुत बहुत धन्यवाद, मैं आपका एहसान नहीं भूलूंगा, आप लोग कुछ करना या नहीं इसकी गांड जरूर मारना, इसकी गांड बहुत मस्त है.
तभी वह बुड्ढा मियां बोला- हां ये सच बोल रहा है.. इसके दूध और चूतड़ दोनों बहुत मस्त हैं. मैं भी आज इसकी गांड ही चोदूंगा.
ये कह कर बुड्ढा मियां मेरी टट्टी से भरी गांड की तरफ आ गया और बोला- आह.. लड़की क्या उठी हुई चूतड़ है तेरी.. तू तो बस कमाल की माल है. तुझे क्या बताऊं कि कैसी तेरी गजब चूतड़ है. अब मुझसे नहीं रहा जाता. रमीज तुमने एक नंबर की रांड बुलाई है, इसकी तो मैं अब चूतड़ बजा के ही रहूंगा.
बस बुड्ढा मियां मेरी टट्टी से भरी चूतड़ को चाटने लगा. वो जोर जोर से चूतड़ चाटते हुए बोला- इसकी गांड प्रसनबूदार है.
इधर मैं अनवर का पूरा लौड़ा अपने मुँह भरने का प्रयास कर रही थी, पर जा ही नहीं रहा था.
इतने में अनवर बोला- चल अब बस कर.. मैं तुझे चोदूंगा… आज मैं तेरी फुद्दी का बाजा बजा दूंगा. पर तेरी फुद्दी बहुत तंग है तूने कैसे इतनी बड़ी रांड हो कर भी फुद्दी को तंग बनाए रखी है.
वो सीधा होकर मुझसे लिपट गया, अब उसका बहुत बड़ा मोटा लण्ड मेरी फुद्दी में टच होने लगा. अनवर का सीना भी मेरे सीने से मिल गया और मैं अनवर के बाजुओं में पूरी समा गई. उसकी बॉडी लग रही थी कि लोहे की है, वह जिमनास्टिक करने वाला बन्दा था. पहली बार मुझे कोई जिम वाला जवान मिला था. एकदम बॉडी बिल्डर ही था.
अनवर ने मुझे कस के अपनी बांहों में जकड़ लिया. मैं उसके सीने में बिल्कुल फूल जैसे मचल रही थी.
अनवर बोला- तू तो बहुत नाजुक कली है.. बहुत स्वीट एंड गदराई है. तू रांड कैसे बन गई.. तुझे तो कोई भी अपनी रखैल बना ले? चल मेरे बहुत सारे बड़े बड़े लोगों से संबंध हैं.. कई तो अरबपति हैं, उनमें से किसी की तुझे रखैल बनवा दूंगा. उनकी रखैल बनने के बाद सारी उम्र राज करेगी और जैसे जीना चाहेगी जियेगी. बस उनके लौड़े की सेवा करना और उनके बिस्तर को गर्म करना.. बता बनेगी रखैल?
मैं होश में तो थी नहीं, मुझे कुछ नहीं याद है कि क्या बोलूं.. क्या नहीं.
मैं बोली- हां अनवर मैं रखैल बनूंगी, तुमको मुझे जो बनवाना है, बनवा देना, पर अब मुझे मत तड़पाओ, मुझसे रहा नहीं जा रहा है. तुम जल्दी से कुछ करो.
अनवर बोला- अपना पूरा लौड़ा एक झटके में डाल दूं.. बोल, फुद्दी फट जाएगी तेरी.. दर्द भी हो सकता है, सह लेगी?
मैं बोली- फटने दे.. तू बस जल्दी से पूरा घुसा दे, अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है. मैं मर रही हूं.
तभी जो वृद्ध मियां ने अनवर को बोला- अबे यह लड़की पागलपन की हद से ज्यादा गदराई है.. तू अब रुक मत.. आज फाड़ ही दे इसकी फुद्दी, मैं जवान होता तो बताता, अब मेरे लण्ड में इतना दम बचा नहीं.. पर आज दस साल बाद मेरा फौलादी लण्ड इतना कड़क हुआ है, वो भी इसकी गांड चाटने के बाद हुआ है. नहीं तो अब मेरा ठीक से खड़ा भी नहीं होता था. पर आज मेरा ये लण्ड इस वन्द्या की सेवा के लिए खड़ा हो गया.
वृद्ध मियां ने अपना लण्ड मेरे कूल्हों को चौड़ा करके चूतड़ के छेद में फिट कर दिया. चूतड़ अब भी खुली ही थी. जैसे ही मियां ने अपना लण्ड गांड के अंदर टच किया, मैं इधर अनवर से लिपट गई. अब अनवर ने मुझे अपनी टांगों में फंसा लिया और कहा कि वन्द्या तुम मेरा फौलादी लण्ड पूरा झेल लेना. मैं एक दफे में ही घुसा दूंगा. मुझे रांड की तरह ग्रुप में चोदा पांच मर्दों ने मिलकर हिंदी सेक्स स्टोरी
मैं बोली- हां मेरे राजा घुसा दे, जितना दम हो एक ही बार में पेल दे. अब मुझसे पूछ मत, जो होगा मैं देख लूंगी.
ये सुनकर अनवर ने अपना लण्ड हाथ से पकड़ कर मेरी फुद्दी के छेद में रख दिया और फंसा के कहा कि अब तू ठीक से संभल जा, मैं तेरे अन्दर डालने वाला हूं.
मैं बोली- डाल जल्दी कर.. बहुत मन कर रहा है.. कुछ भी मत बोल, बस घुसा दे.
इतने में अनवर अपना लण्ड पूरा खींच लिया और जोर से पकड़ कर मेरी जांघों को फैलाकर अपने लण्ड का सुपाड़ा मेरी फुद्दी में जैसे ही फंसाया, मैं कस के लिपट गई. मेरे लिपटते ही अनवर का लण्ड अपने से ही थोड़ा सा घुस गया. अनवर ने पूरी ताकत लगाकर लण्ड मेरी फुद्दी में एक झटके में घुसा दिया.
लण्ड घुसते ही मैं बहुत जोर से चीख उठी कि आह.. मर जाऊंगी.. मैं मर गई अम्मी.. बचा लो.
मुझे इतना जोर से दर्द कभी नहीं हुआ था. जैसे कि अभी हुआ और मैं बिल्कुल घबरा के लिपट गई.
तभी पीछे से जो मियां रांड चोदु अंकल थे, उन्होंने भी मेरे कूल्हों को फैलाकर अपना लण्ड मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर घुसेड़ कर अन्दर तक पेल दिया. वहां थोड़ा ही दर्द हुआ क्योंकि वृद्ध का लण्ड बहुत बड़ा नहीं था. पर मेरी फुद्दी में मुझे लगा कि फट गई और मैं मर गई.
इतने में अनवर बोला- साली चिल्लाती बहुत है.. तुझे नहीं पता कि मेरा लौड़ा कितना बड़ा है? तुझे यह देखने के बाद पता चल गया था, फिर भी तूने कहा कि डाल और फाड़ दे मेरी फुद्दी.. फिर अब क्यों रो रही है.. क्यों चीख रही है? साली कुतिया.. बहुत तंग है तेरी फुद्दी.. आह.. ऐसा लगता है कि तू अनमैरिड है. तू साबुत सील माल है.. मेरा फौलादी लण्ड बड़ी कठिनाई से घुसा है, बड़ी ताकत लगानी पड़ी. मैंने एक चुस्त योनी को पहली बार चोदा था, इतनी तंग उसकी भी नहीं थी. आज तो मुझे ऐसा लगता है कि जैसे आज तू पहली बार चुद रही है.
मैं चिल्लाए जा रही थी, जोर जोर से रोने लगी. मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा था. मैं जितना रो रही थी, उतने जोर से अनवर अपने लण्ड का धक्का मेरी फुद्दी में मार रहा था. मैं अब उसको नोचने लगी गाली देने लगी कि हट मादरचोद कुत्ते कमीने तू साले भड़वे.. मुझे छोड़ दे.. मैं मर जाऊंगी.
मेरी गालियां सुन के अनवर और जोश में आ गया. वो बोला- आह.. बहुत मस्त लगता है.. और गालियां बक.. ऐसी लड़की को पेलने में बहुत आनंद आता है. तूने तो पागल कर दिया वन्द्या.. तेरी फुद्दी में आग लगी है.. इतनी गरम फुद्दी मैंने मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक नहीं चोदी. तेरे अन्दर लगता है मेरा फौलादी लण्ड जल जाएगा.. तू बहुत गदराई आइटम है. रमीज तूने बहुत मस्त माल दिलवा दिया यार.. यह चिल्लाती बहुत है.. इसके मुँह में लण्ड डाल, साली का रोना, चिल्लाना बंद हो जाए.
उधर रमीज पहले से ही मुझे चुदते देखकर पागल हो रहा था. रमीज मेरे मुँह के पास आया और अपना लण्ड मेरे मुँह में रखकर डालने लगा.
अबकी बार चिल्लाने पर जैसे ही मेरा मुँह खुला, उसने सीधे ही लण्ड घुसा दिया. मैं उसे चूसने और चाटने लगी.
अनवर ने करीब 4-5 मिनट तक जम कर मुझे रगड़ा.. तब दर्द होता रहा. फिर अनवर ने अपने पेनिस को मेरी फुद्दी में घुसा घुसा कर पेनिस को अन्दर बाहर किया तो एकदम से मेरा पूरा दर्द अपने आप गायब होने लगा. फिर जरा भी दर्द नहीं रहा. उसके बाद तो मैं पागल सी होने लगी और अब मैं जान गई कि थोड़ा दर्द के बाद असीम आनंद आता है. मैं यह बात आज समझ गई कि थोड़ा कष्ट और दर्द के बाद चुदाई में बहुत आनंद है.
मैंने अब कसके अनवर को बांहों में पकड़ लिया और अपनी कमर आगे पीछे करने लगी. बुड्ढा मियां भी अन्दर बाहर मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर लौड़ा कर रहा था. वो मुझे गंदी गंदी गालियां देने लगा.
बोला- वन्द्या तू मेरी रखैल बन जा या भैन की लौड़ी.. मेरे से तू निकाह कर ले और मेरी बेगम बन जा.. मैं तुझे इतने मस्त लौंडो के लण्ड से चुदवाऊंगा कि जिंदगी में तेरे से ज्यादा मजे किसी को नहीं मिलेंगे. बस रोज एक दफे मेरे से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवा लेना.. बहुत मस्त चूतड़ है, वन्द्या तेरी चूतड़ कितनी उठी हुई है.. बड़ी गजब की गांड है. मैंने 70 वर्ष की उम्र में कभी तेरे जैसी मस्त ब्यूटीफुल चूतड़ नहीं देखी.
वह बुड्ढा मियां मेरे कूल्हों में थप्पड़ मारने लगा और बोला- क्या लाल लाल तेरे कूल्हे हैं रानी.. आह..
वो मेरी टट्टी से भरी चूतड़ को जोर जोर से पेलने लगा. इधर अनवर मेरे एक दूध को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगा.
वो बोला- वन्द्या तेरे दूध बहुत गदराई हैं.. छोटे छोटे समोसे से हैं.. मैं इन्हें बहुत दबा दबा कर, चूस चूस कर बड़ा कर दूंगा.
वो मेरी फुद्दी में हथौड़े जैसा लण्ड बहुत तेज गति से अन्दर बाहर करने लगा. इधर रमीज मेरे बालों को पकड़ के अपने पेनिस को अन्दर बाहर रगड़ के मुँह में लण्ड चुसवा चटवा और मुँह को चोद रहा था.
अब एक साथ मेरे अन्दर 3-3 लण्ड अन्दर बाहर हो रहे थे.
तभी वृद्ध मियां कुछ मिनट बाद जोर से कस के मेरी टट्टी से भरी चूतड़ को लिपटकर रगड़ के बोले- वन्द्या गदराई इस उम्र में भी मैंने तेरी इतनी ज्यादा देर तक चुदाई कर ली, यह तेरी मस्त चूतड़ का ही कमाल है. नहीं तो अब मेरा ठीक से खड़ा भी नहीं होता था. आज इतने साल बाद मेरा फौलादी लण्ड इतना खड़ा हुआ है और मैंने इतना चोद पाया है तुझे. अब तो बस लगता है तुझे अपनी जोरू बना ही लूं.. कोई धंधे वाली तेरे सामने कहीं नहीं लगती है.
इसके तुरंत बात वृद्ध मियां का गरम गरम लण्ड रस निकल के मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर भरने लगा और वह अकड़ के कस के मुझे पकड़े और मेरी पीठ को चाटते हुए बोला- आह.. मेरा काम हो गया.. डार्लिंग गदराई वन्द्या मेरा काम हो गया.. तूने मुझे इस उम्र में जन्नत की सैर करा दी.
पाँच मिनट लिपटे रहने के बाद मियां उठ गया और अपने कपड़े पहन कर अनवर से कहा कि अब तू भी जल्दी से निपटा दे.. बहुत मस्त चुदवाती है यह.
रमीज कहा कि वन्द्या मेरी लुल्ली को मुँह से और तेज चूस.. जम के चूस कुतिया.
मैं रमीज के पेनिस को मुँह में चाटने चूसने लगी.
तभी अनवर बोला- अरे रमीज भाई.. वन्द्या की गांड के अंदर डाल लो.. देखो बह रही है.
रमीज बोला- ठीक कहा अनवर.. इसकी गांड की गुफा खाली भी हो गई.
रमीज मेरे पीछे की तरफ आ गया. उसने अपना लण्ड मेरी टट्टी से भरी चूतड़ के छेद में लण्ड टिकाया और जोर का धक्का मारा.
मेरी खुली गांड के अंदर उसका लण्ड पूरा एक ही झटके में घुस गया, क्योंकि दो लण्ड के रस के कारण बहुत मखमली चूतड़ हो चुकी थी. रमीज अपना काला मोटा लण्ड पेलता हुआ बोला- आह.. क्या मस्त चूतड़ है इस रांड लड़की की.. एक झटके में लण्ड अन्दर चला गया.. इसकी रांड लड़की की गांड अन्दर से बहुत गर्म है. अनवर तू इसकी फुद्दी फाड़ दे.
अब मेरा मुँह खुल गया था तो मैं भी बोली- हां कमीनों.. चोदो चोदो मुझे रांड की तरह चोदो मेरी फुद्दी और चूतड़ दोनों में अपना मोटा लण्ड डाल घुसेड़ कर फाड़ डालो आज.. जितना दम हो कस कस के मुझे अपनी रांड समझ कर जोर जोर से चोदो भड़वो नहीं तो में तुम्हारी माँ की फुद्दी में नमक मिर्च भर डालूंगी… ! फिर उन्होंने करीब 2 घंटो तक मुझे रांड की तरह पटक पटक कर चोदा और बाद में अपना सारा मुठ मेरे मुँह के अन्दर ही निकाला मै भी एक रांड की भाती उनका सारा का सारा मुठ चाट गयी मुझे उनसे रांड की तरह चुदवा कर बहुत आनंद आया… ( मुझे रांड की तरह ग्रुप में चोदा पांच मर्दों ने मिलकर हिंदी सेक्स स्टोरी )