चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला मुझे जिगोलो समझ बैठी Hindi Chudai Ki Kahani : सलाम मित्रो, मेरा नाम राहुल (बदला हुआ) है. मेरी उम्र 21 साल है. मैं भोपाल का रहने वाला हूं. यारों, मुझे जन्म से ही बड़े लण्ड के रूप में एक बहुत ही ज्यादा अच्छा गिफ्ट मिला हुआ है. उससे पहले मैं तुम चूतियों को कुछ और बताना चाहता हूं. मेरी हाइट 5 फीट 11 इंच है. कलर गोरा है … बॉडी स्लिम है. प्राइवेट जॉब होने की वजह से शिफ्ट में बदलाव होता रहता है. इस कहानी में पढ़िए कि कैसे नाईट शिफ्ट से लौटते वक्त मुझे एक अमीर घर की महिला मिली.
वो अमीर घर की चुद्द्कड़ महिला मुझे जिगोलो समझकर अपनी गाड़ी में बिठाकर घर ले गई. फिर पूरी नाईट हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने कामसूत्र के लग अलग सेक्स आसन में चुदाई का आनंद लिया, मोर्निंग लौटते वक्त उसने मुझे कुछ पैसे भी पकड़ा दिए. यह फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में अभी एक महीने पहले की ही है. हुआ ये कि एक नाईट मैं अपनी ड्यूटी खत्म करके घर की तरफ जा रहा था. उस वक्त नाईट के साढ़े बारह हो चुके थे. रास्ते पर कोई टैक्सी नहीं दिख रही थी तो मैं बिना टैक्सी का इंतजार किए पैदल ही अपने घर की तरफ निकल पड़ा.
चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला मुझे जिगोलो समझ बैठी Hindi Chudai Ki Kahani

चूंकि मेरा घर ज्यादा दूर नहीं था, तो अपने घर पहुंचने के लिए पैदल चलते हुए मुझे आधा घंटा ही लगता है. अभी मैं आधे रास्ते तक भी नहीं पहुंचा था कि रास्ते के साइड में दो-तीन कारें लगी हुई थीं. सारी एक से बढ़कर एक थीं. मैंने सोचा कि एकाध गाड़ी को पूछकर देखता हूँ, अगर उन्हें भी मेरे घर की तरफ ही जाना हुआ, तो लिफ्ट मांग लूंगा. मैंने पहली गाड़ी के पास जाकर खिड़की के कांच पर खटखटाया, तो अन्दर बैठे एक बहन के लौड़े ने कांच नीचे किया. मेरे पूछने पर उस बहन के लौड़े ने मुझे ना कहा और फिर से कांच ऊपर चढ़ा लिया.
दूसरी गाड़ी के पास जाकर मैंने पूछा, तो अन्दर एक महिला बैठी हुई थी, उसने बिना मेरी बात सुने अपनी गाड़ी का पिछला दरवाजा खोल दिया और मुझे अन्दर बैठने के लिए कह दिया. मैं पहले से ही बहुत थका हुआ था, तो बिना कोई सवाल पूछे मैं सीधा पीछे बैठ गया और दरवाजा लगा दिया. जैसे ही मैंने दरवाजा लगा दिया, उस अमीर घर की महिला ने फोर व्हीलर गाड़ी चालू करी और मेरे घर की तरफ न चलकर उल्टा दूसरी तरफ चल दी. मैंने उसे बताना चाहा, तो उसने मुझे चुप बैठे रहने का इशारा किया. मैंने सोचा जो होगा देखा जाएगा, अभी के लिए थोड़ा आराम कर लेते हैं.
वो अमीर घर की चुद्द्कड़ महिला गाड़ी फुल स्पीड से चला रही थी और मैं पीछे की खिड़की से बाहर झांकते हुए उसी से अपना सर लगाकर आराम करने लगा. मुझे पता ही नहीं चला, कब मेरी आंख लग गई. एकदम गाड़ी रुकने की आवाज से मेरी नींद खुली, तो मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा गाड़ी किसी बंगले के बाहर खड़ी हुई थी. बंगले का चौकीदार गेट खोल रहा था. तभी उस अमीर घर की महिला ने गन्दी जनरों से पीछे मेरी तरफ देखते हुए कहा – उठो, चलो तैयार हो जाओ, मेरे राजा … आज की नाईट मैं तुम्हें पूरा नौचकर खाना चाहती हूं.
उस अमीर घर की चुद्द्कड़ महिला की हरकत देख पहले मुझे कुछ समझ ही नहीं आया कि ये महिला यह सब क्या कह रही है. किन्तु फिर ठंडे दिमाग से सोचने के बाद याद आया, जिस रास्ते से मैंने लिफ्ट मांगी थी, वो रास्ता तो जिगोलो के अड्डे के नाम से जाना जाता है वंहा पर विद्यालय और कॉलेज के लड़के पैसो के खातिर अमीर घर की चुद्द्कड़ महिला और लड़कियों के साथ सेक्स करने जाते है. अब मुझे समझ आ गया की यह महिला चुदाई की प्यासी है और मुझे जिगोलो समझस कर सेक्स करने के लिए आज नाईट के लिए यहां अपने घर पर लाई है.
मैं मन ही मन सोचने लगा की मैं कहा ं आकर फंस गया. किन्तु इसके बाद मैंने उस गदराई औरत को अच्छे से देखा, उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की उम्र लगभग तीस बत्तीस साल के आसपास रही होगी. उसका कलर एकदम गोरा था. उसका चेहरा तो ऐसा ब्यूटीफुल था कि देखकर ही सबके लण्ड से पानी निकल जाए. उस सेक्सी औरत की तरफ देखकर मुझे लगा की आज मेरी किस्मत बहुत अच्छी है जो बिन मांगे ही ऐसी मखमली और गरम महिला छोड़ने को मिल रही है चलो आज यह भी एक्सपीरियंस कर लेते हैं.
उस अमीर घर की चुद्द्कड़ महिला ने अपनी गाड़ी पार्क करने के लिए गार्ड को चाभी दे दी और मुझे लेकर अपने घर में प्रवेश कर लिया. घर अन्दर से और भी आलीशान था, जिसे देखकर मैं भौंचक्का सा रह गया. फिर उस अमीर घर की महिला ने मुझे अपने पीछे आने का इशारा किया और खुद आगे को चलने लगी. वो सीधा अपने कमरे में जाकर रुक गई. उसका कमरा काफी बड़ा था, कमरे के ठीक बीचों-बीच एक राउंड डबलबेड था और चारों तरफ सब कुछ अच्छे से सजाकर रखा हुआ था. उसने मुझे पलंग पर बैठने को कहा और खुद नहाने चली गई. कुछ समय बाद वो नहाकर कमरे में लौट आई.

वो चुद्द्कड़ महिला स्नानघर से निकलने के बाद अब तो और भी कयामत ढा रही थी. उस अमीर घर की महिला ने एक लाल कलर की नाइटी पहनी हुई थी, जो बस नाममात्र के लिए उसके शरीर को ढके हुए थी. उस नाइटी से आर-पार सब दिखाई दे रहा था. अन्दर उसने ना तो पैडेड ब्रा पहनी हुई थी और ना ही पैंटी. मतलब अभी वो महिला सेक्स के लिए पूरी तरह से तैयार होकर ही आई थी. फिर उसने आकर मेरा हाथ पकड़ा और मुझसे कहा – देखो, मैं मजे लेने के लिए ही तुम्हें यहां ले आई हूं, तो आज की नाईट तुम भी खुलकर मजे लो और मुझे भी वास्तविक चुदाई का आनन्द लेने दो. मैंने बस हां में सर हिला दिया. तो उस चुद्द्कड़ महिला ने मुझे उठाया और मेरा हाथ पकड़कर अपनी कमर पर रख दिया.
फिर खुद के हाथों का हार मेरे गले में डालकर उसने अपना सारा बोझ मुझ पर डाल दिया. मैंने भी उसे अपनी बांहों में उठाते हुए पलंग पर लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. उसके ऊपर चढ़ते ही उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की चुचियां मेरी छाती में गड़ने लगी थीं, तो मैंने अपना एक हाथ उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की चूचियों पर ले जाकर उन्हें मसलना शुरू कर दिया. उसने भी मेरे कोमल होंठों पर अपने कोमल होंठ रखकर चूसना शुरू कर दिया. अब हम चूमते हुए एक दूसरे के बदन को सहलाते भी जा रहे थे.
तभी उस चुद्द्कड़ महिला ने मुझे नीचे की ओर धकेलना शुरू कर दिया तो अब मैं भी नीचे की ओर आ गया. नीचे जाकर मैंने उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की नाइटी को ऊपर उठाया और उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की जांघों को चूमने लगा. जैसे ही मैंने उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की संगमरमर जैसी मुलायम जांघों को चूमना प्रारम्भ करा, उसने मेरे सर को पकड़कर अपनी फुद्दी पर दबाना शुरू कर दिया. मैंने भी फिर उस चुदाई की भूखी महिला की झांट रहित फुद्दी पर हमला बोल दिया.

मैंने पहले अपनी जबान को उस चुद्द्कड़ महिला की फुद्दी के पर ऊपर से नीचे तक फेरा, जिससे उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की एक कामुक आह निकल गई. फिर मैं फुद्दी में जबान को अन्दर बाहर करने लगा. आहिस्ता आहिस्ता करके मैंने अपने हाथ उसके फुद्दीड़ों पर जमा दिए और उन्हें भी अपनी हथेलियों में भरकर मसलना शुरू कर दिया. उसके मुँह से अब तेज स्वर में कामुक आवाजें निकलना शुरू हो गई थीं. पूरे पैर फैला कर उसने मुझे कुत्ता सा बना दिया था. मैं भी कुत्ते की तरह उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी को चाटने में लगा हुआ था. मुझे बेहद आनंद आ रहा था. साली की इतनी उम्र होने के बावजूद भी ये आज किसी जवान की तरह आनंद दे रही थी.
थोड़ी देर उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी चूसने के बाद मैं अपनी एक उंगली को उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की मोटी थुल-थुल चूतड़ के छेद में घुसाने लगा. उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की मोटी थुल-थुल चूतड़ का छेद खुला हुआ ही था, तो उंगली घुसाने में मुझे कोई खास तकलीफ नहीं हुई. अब मैं उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी चूसने के साथ साथ ही अपनी उंगली उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की मोटी थुल-थुल गांड के अंदर अन्दर बाहर भी कर रहा था. उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की कामुक आवाजें सुनकर मेरा जोश और भी बढ़ता जा रहा था.

इसके बाद मैंने उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की नाइटी को पूरा ऊपर उठाते हुए निकालकर साइड में रख दिया. और फिर अपने भी सारे कपड़े निकालकर खुद भी नंगा हो गया. मेरे नंगा होते ही उसने मुझे अपनी ओर खींच लिया और मेरे 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लंड को अपने हाथों में थाम लिया. अब वो मेरे 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लंड को हाथों से सहलाते हुए आगे-पीछे करके हिलाने लगी थी. फिर धीरे से उसने लण्ड के टोपे वाली चमड़ी को पीछे हटाकर टोपे पर चूम लिया. मैं उसके चूमते ही सिहर गया. मेरे लण्ड के सुपारे पर उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की जबान ने मुझे गनगना दिया था.
उधर उसने आराम से मेरे 9 इंच लम्बे और 4 इंच मोटे लंड को अपने मुँह में ले लिया था और चूसने लगी थी. कभी वो मेरा पूरा लौड़ा मुँह में भर लेती, तो उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की सांस अटकने को हो जातीं. कभी केवल टोपा अपने मुँह में भरकर चूसती, तो कभी मेरे टट्टों को अपनी हथेली से सहलाते हुए जबान से चाट देती. वो महिला सेक्स में पूरी माहिर लग रही थी. मुझे अपना लण्ड चुसवाने में इतना आनंद कभी नहीं आया था. मैं मस्ती से लौड़े को चुसवा कर जन्नत का सुख लूट रहा था. इसके बाद मैंने कुछ देर बाद उसे रोककर आराम से बिस्तर पर लिटाया और उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की कमर के नीचे एक तकिया रखकर उसके ऊपर चढ़ गया.

पहले तो मैंने अपने चुदास से भरे लौड़े को हाथ में लेकर उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी की फांकों में रगड़ दिया और जब वो लण्ड लेने के लिए अपनी कमर उचकाने लगी, तभी एक जोर के झटके के साथ मैंने अपना पूरा लण्ड उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी की गहराई में उतार दिया. लण्ड लेते ही उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की एक सिसकियाँ निकल गई और वो मुझे गाली देने लगी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मादरचोद … ओह … मार ही दिया … आह … चोद भोसड़ी के … आंह … अन्दर तक पेल दे. मैंने उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की मस्त चुदाई शुरू कर दी. मैं जोर जोर के धक्कों के साथ उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी में अपना लण्ड अन्दर बाहर करने लगा था.
हर शोर्ट के साथ उस गदराई चुद्द्कड़ महिला के स्तन उछल जाते, तो मैंने अपना एक हाथ उसके रसीले आम जैसे स्तनों पर रखकर मसलने लगा. वो भी बड़ी तेज गति से मोटी थुल-थुल चूतड़ उठा उठा कर लंड फुद्दी में ले रही थी. कुछ देर बाद उसने अपनी टांगें पूरी हवा में उठा दीं और मैंने भी उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी की जड़ तक लण्ड की ठोकर देना शुरू कर दिया. फिर उसने मुझे पलट दिया और मेरे ऊपर आकर मुझे पेलने लगी.
इस सेक्स पोजीशन में वो मुझे अपने दूध से भरे मोटे मोटे चूचे पीने के लिए कह रही थी. मैंने भी उस चुदाई की भूखी अमीर घर की महिला की फुद्दी में लण्ड की ठोकर देते हुए बारी बारी से उस रांड के दोनों बोबे खूब मजे से चुसे. फिर वो झड़ गई और मेरे सीने पर ही ढेर होकर लेट गयी और मुझे उसकी फुद्दी चुदाई रोकने की बोलने लगी अब उससे सहन नहीं हो रहा था.

मेरे लण्ड की गर्मी अभी शांत नहीं हुई थी तो मैंने उससे कहा की अभी मेरा फौलादी लण्ड शांत नहीं हुआ है डार्लिंग तो वो चुद्द्कड़ महिला बोली- एक मिनट रुको … फिर मेरे ऊपर आकर चोद लेना. एक मिनट बाद मैंने उसके ऊपर आकर उस अमीर घर की महिला की खतरनाक चुदाई फिर से चालू कर दी और कोई पांच मिनट बाद मैं झड़ने को हुआ, तो मैंने उससे लण्ड रस के लिए पूछा. उसने मेरी लुल्ली का रस पीने की मंशा जाहिर की तो मैंने लण्ड फुद्दी से निकाल कर उसके मुँह में लगा दिया. उसने मेरे आंडों को सहलाते हुए मेरी लुल्ली का रस चूस लिया. हम बहन के लंड दोनों शिथिल हो कर लेट गए.
कुछ देर बाद वो उठी और दो गिलास में पैग बना लाई. हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने दो दो पैग लिए और सिगरेट का आनंद लेने लगे. कुछ पल के बाद दुबारा से चुदाई का मंजर शुरू हो गया. उस नाईट मैंने उस अमीर घर की महिला की तीन बार चुदाई करी और तीनों बार उसने मेरे लण्ड से निकला स्पर्म पिया. उस रांड चुद्द्कड़ औरत को मर्दों के लण्ड से निकला स्पर्म पीना बहुत पसंद था, उस रांड महिला की पूरी नाईट अलग अलग पोजिशन में चुदाई चलती रही.

पहली बार मैंने उस साली देसी देसी रांड को मिशनरी सेक्स पोजिशन में चोदा था, दूसरी बार कुतिया (Doggy) बनाकर चोदा, तीसरी बार मेरे ऊपर आकर वो महिला सेक्स करने लगी थी, मुझे पेलने लगी थी. मेरी मंशा उस चुदाई की भूखी महिला की मोटी थुल-थुल चूतड़ मारने की भी थी, मगर इतनी पूरी नाईट की खतरनाक चुदाई की थकान के बाद न उसमें हिम्मत बची थी और न मुझमें दम बची थी. नाईट भर की खतरनाक चुदाई के बाद जब वो संतुष्ट हुई, तब हम बहन के लंड दोनों चिपक कर सो गए. मोर्निंग जल्दी उठ कर हम बहन के लंड दोनों एक साथ नहाए … अच्छे से एक-दूसरे को साफ किया.
फिर जब मैं निकलने को हुआ, तो उसने मुझे गाल पर एक चुम्बन दे दिया और एक रूपए से भरा लिफाफा मेरे हाथ में थमाते हुए बोली- अगर फिर से तुम्हारी जरूरत पड़ेगी, तो मैं तुम्हें कॉल कर लूंगी. मैंने उससे वो पैसे ले लिये और उस अमीर घर की औरत को बांहों में भर कर खूब प्यार किया. इसके बाद हमने एक दूसरे को अपने अपने मोबाइल नंबर दिए और फिर मैं अपने घर के लिए चल पड़ा.
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