चुदासी सविता भाभी का पेटीकोट खोल करी चूतड़ औरयोनी में ऊँगली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : हेल्लो दोस्तों आज इस देसी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मै आप पड़ेंगे की कैसे मैंने अपनी देसी सविता भाभी की लाल चूतड़ औरयोनी में ऊँगली करके उनके मस्त कमसिन माल बदन के मजे लुटे | दोस्तों मेरा नाम शुभम शर्मा है और मै जयपुर मानसरोवर का रहने वाला हूँ और अभी 12वी क्लास में पड़ता हूँ. यहाँ भी देंखे जीजाजी मेरा चीरहरण कर रहे थे और में पड़ी पड़ी रो रही थी मेरी फैमिली में हम तीन मेंबर है मै मेरे बड़े भाई साहब और मेरी 21 साल की जवान और गरम भाभी. दोस्तों मेरी गरम भाभी मेरी हम उम्र ही है इस कारण हम भाभी देवर की खूब पटती है. एक दिन मेरे बेस्ट फ्रेंड कारण के फैमिली वाले शादी में बाहर गए हुए थे तो हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने गदराई ब्लू फिल्म देखने का प्रोग्राम बनाया.
मैने और मेरे फ्रेंड ने गन्दी फिल्म देखने के लिये विद्यालय से बंक मार ली. उस दिन मुझे मेरे फ्रेंड ने अपने डेस्क टॉप कंप्यूटर पर www.indiansexbazar.com इंडियन पोर्न वेबसाइट पर एक बहुत ही गन्दी भाभी देवर की गदराई ब्लू फिल्म दिखाई उसमे एक लड़का अपने पेनिस को अपनी ही सगी भाभी की फुद्दी में घुसेड़ कर उसे मादा कुतिया बनाकर छोद रहा था.दोस्तों उस गदराई ब्लू फिल्म को देख मुझे मेरी सविता भाभी की याद आ गई माँ उस लड़की में मेरी सविता भाभी को और उस लड़के में अपने आप को सोच रहा था. और फिर मै भगवन से दुआ करने लगा की काश एक दफे मुझे भी मेरी ब्यूटीफुल और जवान सविता भाभी के साथ ये सब गन्दी हरकत करने को मिल जाए तो जीवन सफल हो जायगा…
चुदासी सविता भाभी का पेटीकोट खोल करी चूतड़ औरयोनी में ऊँगली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
यहाँ भी देंखे ताईजी की साड़ी निकाल फेंकी और पेटीकोट उठाकर चोदा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में उस दिन मैंने पहली बार गदराई ब्लू फिल्म देखी थी और अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो पा रहा था. फिर मै अपने घर आते ही अपने शयनकक्ष में चला गया और अपनी पेंट को निचे सरका अपनी चड्डी से लण्ड बाहर निकाल मेरी गरम भाभी के बारे में सुचते हुए उनके नाम की मुठ मरने लगा. भाभी अपने शयनकक्ष में आराम कर रही थी और मैं अपने रूम में बैठा मुठ मार रहा था | एकदम मेरी सविता भाभी मेरे शयनकक्ष में आ गयी और खड़े होकर मुझे मुठ मारते हुए देखने लगी और जब मेरी निगाहें उन पर पड़ी तो वो मुस्कुराने लगी और बोलने लगी देवर जी ये क्या हो रहा है….
दोस्तों डर के मारे मेरी टट्टी से भरी चूतड़ फट गई की कंही मेरी गरम भाभी ये सब मेरे भाई साहब को ना बता दे… मैंने डरते हुए शरम के मारे अपनी पैंट ऊपर कर ली पर मेरा फौलादी लण्ड अब भी खड़ा था | इसके बाद मैंने भाभी से कहा की भाभी जी सॉरी गलती हो गई प्लीज आप ये बात भाई साहब को मत बताना. फिर भाभी कहने लगी की इसमें डरने वाली बात नहीं है अभी तो उम्हारी उम्र ये सब करने की है अभी नहीं करोगे को कब करोगे देवर जी. फिर मेरी ब्यूटीफुल सी सविता भाभी मेरे पास आकर बैठ गई और मुझसे बोलने लगी की तुम्हारा लण्ड तो तुम्हारे भाई साहब से भी बड़ा है | भाभी के मुँह से ये बात सुन मेरा सारा डर धुआ बन कर उड़ गया. फिर मेरी गरम भाभी ने मेरी पेंट को निचे सरका दिया और मेरे लण्ड पर हाँथ रख उसे बड़े प्यार और मोहब्बत से सहलाने लगी |
मैं समझ गया की भाभी मेरे भाई साहब के लण्ड से प्रसन नहीं है और वो मेरे से अपनी फुद्दी की खुजली मिटवाना चाहती है | मैं उन्हें किस करने लगा और उन्हें पलंग पर लिटा दिया फिर उनके कपड़े निकाल दिए और उनकी फुद्दी में अपना लण्ड डालने ही वाला था की मेरी सविता भाभी ने मुझे रोक दिया और बोलने लगी की बस अब इससे ज्यादा और कुछ नहीं. यहाँ भी देंखे साड़ी ब्लाउज पेटीकोट में मोटे मोटे बोबे दिखाते हुए इंडियन लडकिया इसके बाद मैंने सविता भाभी से पूछा की क्यों भाभी जी क्या हो गया आभी तो आपन ने कहा था की मेरा फौलादी लण्ड मेरे भाई साहब से भी बड़ा और मोटा है फिर इसे लेने में क्या प्रॉब्लम है तो भाभी कहने लगी की मेरी फुद्दी पर केवल और केवल तुम्हारे भाई साहब का हक़ है तुम ज्यादा से ज्यादा अपनी ऊँगली से मेरी टट्टी से भरी चूतड़ और फुद्दी को चोद सकते हो पर लण्ड नहीं…
यारों मैंने सोचा की डूबते को तिनके का सहरा भाभी की फुद्दी को ऊँगली से चोदकर और चूतड़ को ऊँगली से मार कर ही काम चला लूँगा इसके बाद मैंने भाभी की साड़ी खोल डाली और उनका पेटीकोट थोडा उप्पर उठाया और उनकी लाल कलर की चड्डी उतार डाली उनकी अंडरवियर में विसपर का पैड लगा हुआ था शायद उन्हें प्रिएड्स आ रहे थे इसी लिये वो मुझे उनकी फुद्दी नहीं पेलने दे रही थी.
सविता भाभी की चड्डी उतारने के बाद मैंने अपनी सविता भाभी को उनकी चड्डी संभला दी और भाभी जी को घोड़ी बन्ने को कहा फिर मेरी सविता भाभी घोड़ी बन्ने की बात सुन दर गई वो समझी की मै उनकी गांड मरने के लिये घोड़ी बन्ने को बोल रहा हूँ इसके बाद मैंने सविता भाभी को कहा की भाभी जी आप डरो मत मै तो आप की गांड के अंदर ऊँगली करना चाहता हूँ इसी लिये आप को घोड़ी बन्ने के लिये बोल रहा हूँ.
फिर मेरी सविता भाभी बैड पर अपने दोनों हांथो को टेक मेरी तरफ अपनी टट्टी से भरी डबलरोटी जैसी गद्देदार गांड करके घोड़ी बन गई और मै अपने घुटनों के बल बैठ कर सविता भाभी की लाल गांड के अंदर अपनी ऊँगली करने लगा उनकी गांड के अंदर टट्टी भरी हुई थी जिस कारण मेरी पूरी की पूरी ऊँगली टट्टी में संद गई तो मैंने भाभी जी को कहा की भाभी जी क्या बात है आज आपने टट्टी नहीं करी आप की गंड में टट्टी भरी हुई है तो भाभी कहने लगी की देवर जी आज प्रेशेर ही नहीं बना इसी लिये नहीं करी. यहाँ भी देंखे टीचर के साथ चुदाई की धुन ब्रेस्ट दबाने लगे, उन्होंने मेरा पेटीकोट, पैडेड ब्रा और पेंटी उतार दि Hindi Sex Stories
फिर मेरी सविता भाभी जी कहने लगी की देवर जी आप को एक जादू दिखाऊ तो मैंने कहा की कैसा जादू भाभी जी तो भाभी जी ने एक जोर का बदबूदार पाद मारा दिया उनके पद में बहुत गन्दी बदबू आ रही थी तो मैंने अपने एक हाथ से अपनी नाक बंद कर ली और दुसरे हाथ की ऊँगली से उनकी गांड की खतरनाक चुदाई जारी रखी फिर भाभी जी वोली बहुत मार ली मेरी टट्टी से भरी चूतड़ अपनी ऊँगली से चलो देवर जी अपनी इस ऊँगली से मेरी फुद्दी की खतरनाक चुदाई करो फिर मेरी सविता भाभी सीधी होकर मेरे बैड पर लेट गई. फिर मै मेरी ऊँगली में लगी भाभी की लाल चूतड़ से निकली टट्टी लगी ऊँगली अपने मुझ में लेकर उनकी लेटरिंग खा ली मेरी गरम भाभी की लेटरिंग बहुत ही स्वादिष्ट थी.
इसके बाद मैंने उनकी फुद्दी में अपनी अंगूठे के पास वाली सबसे लम्बी ऊँगली करने लगा और भाभी तड़पने लगी और जोर जोर से आह…… आह…………उमह………. आह………………………………………… जैसी नशीली गन्दी गंदी आवाजे निकाल रही थी जिस कारण मेरे भीतर और उत्तेजना बढती जा रही थी और इसके बाद मैंने आहिस्ता आहिस्ता अपनी ऊँगली की स्पीड बड़ा थी और जल्दी जल्दी उनकी फुद्दी में ऊँगली करने लगा. और फिर मेरी सविता भाभी से रहा नहीं गया और उन्होंने गरम मूत कर दिया और उनकी फुद्दी से निकली गरम मूत की धर सीधे मेरे मुँह में आकर पड़ी तो मैंने भी उनका सारा का सारा गरम मूत पी लिया. दोस्तों मेरी सविता भाभी का गरम मूत बहुत स्वादिष्ट था.
यहाँ भी देंखे भाभी की सोते वक्त चुदाई-उसने अपना पेटीकोट ऊपर खींच लिया और अपनी न्यूड फुद्दी मेरे मुख पर जमा दी Hindi Sex Stories दोस्तों आज का दिन मेरी जिन्दगी का सबसे यादगार दिन था क्यों की आज सब कुछ पहली बार हो रहा था. गरम मूत के कारण सविता भाभी का सारा का सारा पेटीकोट गीला हो चूका था तो मैंने भाभी को उसे उतारने के लिये कहा फिर भाभी जी अपना घागरा खोलने के लिये खड़ी हो गई और इसके बाद मैंने अपने दोनों हाथो से अपनी रांड सविता भाभी का पेटीकोट खोल डाला अब मेरे सामने उनकी गोरी गोरी फुद्दी थी तो मेरे से रहा नहीं गया और इसके बाद मैंने भाभी को मेरे भाई साहब की कसम डे डाली तो वो मेरे साथ सेक्स करने के लिये तैयार हो गई. इसके बाद मैंने सविता भाभी का ब्लाउज और पैडेड ब्रा भी उतार डाली अब सविता भाभी पुरी न्यूड मेरे लण्ड से चुदवाने के लिये तैयार हो गई थी.
भाभी और मैं अबयोनी और लिंग की लड़ाई का गेम खेल खेलने के लिये पूरी तरह तैयार थे. अब मेरी सविता भाभी ने मेरे कोमल होंठों को अपने मुँह में भरकर चूमना शुरू कर दिया और मै भी उनके लाल गुलाबी कोमल होंठो का रस पान करने लगा . फिर एक दुसरे को चुमते चुमते हम बहन के लंड दोनों मेरे बैड पर लेट गए. फिर मैने मेरी गरम भाभी की फुद्दी फतह करने के लिये उनके नंगे बदन पर चडाई कर दी.
इससे भाभी के मोटे मोटे ब्रेस्ट मेरे सीने से दब गए और मेरा उत्तेजित लिंग भाभी की न्यूड जाँघों के बीच लग गया. मेरी गदराई सविता भाभी मेरे कोमल होंठों को चूमते हुए हल्की-हल्की सी ‘आहें..’ भरने लगी थीं.. साथ ही उनका कोमल हाथ भी मेरे कूल्हों से लेकर मेरे सिर तक घूम रहा था. मैं भी एक हाथ से भाभी के भरे हुए मखमली ब्रेस्ट के निप्पल दबाने और सहलाने लगा। फिर मैं थोड़ी देर तक अपनी सविता भाभी की फुद्दी को सहलाते हुए अपनी ऊँगली भीतर बाहर करने लगा और फिर अपने हाथ से अपना 12 इंच लम्बा लण्ड भाभी की फुद्दी पर सेट करा और एक जोर के शोर्ट के साथ मेरी लुल्ली को भाभी की फुद्दी में उतारने की नाकाम प्रयास करने लगा.
यहाँ भी देंखे शादी के मौके पर बूढ़े से फुद्दी चुदवाई-उसने मेरी साडी उतारी. और मेरा पेटीकोट भी खोल दिया और फिर ब्लाउज भी उतार दिया इसी प्रयास में मैं अपना लिंग भाभी की गुलाबी योनी पर रगड़ रहा था कि तभी भाभी मेरे गालों को चूमने के लिए थोड़ा सा ऊपर हुईं.. और जैसे ही वो ऊपर हो कर नीचे होने लगीं.. उसी पल मेरे लिंग का सुपारा ठीकयोनीद्वार के कोमल होंठों के बीच फँस सा गया. लिंग का सुपारा भाभी की गुलाबी योनी की फांकों में फंसा ही था कि भाभी ने ‘इईईई.. श्श्शशश..’ करके जोरों से मेरे कूल्हों को भींच लिया।
मगर अगले ही पल फिर से मेरा फौलादी लण्ड मखमली फुद्दीद्वार से निकल गया. मैंने भी हार नहीं मानी. मैं फिर से अपनी प्रयास में जुट गया.. मगर कामयाब नहीं हो सका. इस दौरान एक-दो बार फिर से मेरा फौलादी लण्ड मखमली फुद्दीद्वर पर लगा भी.. मगर चिकनाई की वजह से वो बार-बार फिसल रहा था. जब मैं कामयाब नहीं हो सका तो मेरी चुदासी सविता भाभी ने करवट बदल कर मुझे अपने ऊपर खींच लिया और अपनी जाँघें फैलाकर मुझे अपनी दोनों जाँघों के बीच भींच में दबा लिया।
मेरी चुदासी सविता भाभी का मखमली नंगा गदराई बदन अब मेरे नीचे था, उनके दोनों उभार मेरी छाती से दबे हुए थे और मेरा फौलादी लण्ड ठीक मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी पर था. मगर, अब भी मेरा फौलादी लण्ड सही से मखमली फुद्दीद्वार में नहीं जा रहा था और मैं ऐसे ही मखमली फुद्दी की दोनों फांकों के बीच पेनिस को घिस रहा था. तभी मेरी चुदासी सविता भाभी ने मेरी लुल्ली को पकड़ कर मखमली फुद्दीद्वार के कोमल होंठों से लगा लिया और मेरे हमले का इन्तजार करने लगी।
बाहर से ही मैं अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर उनकी मखमली फुद्दी की तपिश महसूस कर रहा था. मैंने भी अब देरी नहीं की और एक जोर को धक्का लगा दिया. मेरी चुदासी सविता भाभी का मखमली फुद्दीद्वार कामरस से भीग कर चिकना था और मेरी चुदासी सविता भाभी भी इसके लिए तैयार थीं.. जिससे एक ही झटके में मेरा आधे से ज्यादा लण्ड मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी में समा गया।
यहाँ भी देंखे रक्षा बंधन के दिन बहन को चोदकर प्रेग्नेंट करा और उसका घर बसाया गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मेरी चुदासी सविता भाभी के मुँह से ‘इईईई.. श्श्शशश.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… अआहह..’ की आवाज निकल गई. मेरी चुदासी सविता भाभी ने अपने टांगों व हाथों को समेटकर मेरे गदराई बदन को जोरों से भींच लिया और बड़े ही प्यार और मोहब्बत से मेरे गालों को चूम लिया जैसे कि मैंने बहुत बड़ा और गर्व का काम किया हो।
एक दफे मैंने अपने पेनिस को थोड़ा सा बाहर खींचा. मैंने फिर से एक धक्का और लगा दिया.. इस बार लगभग मेरा पूरा लण्ड मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी की गहराई में उतर गया. फिर से मेरी चुदासी सविता भाभी के मुँह से ‘इईईई.. श्श्श्श्शशश.. अआहह..’ की आवाज निकल गई. मेरी चुदासी सविता भाभी ने फिर मेरे गालों को चूम लिया और दोनों हाथों से मुझे अपनी बाँहों में भरकर जोरों से भींच लिया जिससे मेरी चुदासी सविता भाभी के उरोज मेरी छाती तले पिस से गए. अब लगभग मेरा पूरा लण्ड मेरी 21 साल की जवान सविता भाभी की मखमली फुद्दी में था और मैं अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर मखमली फुद्दी की गर्माहट को महसूस कर रहा था।
यहाँ भी देंखे मामा की शादी में मौसी की खतरनाक चुदाई उसका ब्लाउज और पैडेड ब्रा दोनो निकाल फेके और उसकी चूचीयों को आज़ाद कर दिया Hindi Sex Stories यह दूसरा अवसर था.. जब मेरा फौलादी लण्ड मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी में था. इस अहसास को मैं बयान नहीं कर सकता कि मुझे कैसा मस्त लग रहा था. मैं भी अब रुका नहीं बल्कि मैंने धीरे-धीरे अपने गदराई बदन को आगे-पीछे करके शोर्ट लगाने शुरू कर दिए. मेरा फौलादी लण्ड मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी में अन्दर-बाहर होने लगा और साथ ही मेरी छाती से दबे मेरी चुदासी सविता भाभी के दोनों उरोज भी चटनी की तरह मसले जाने लगे. मेरे प्रत्येक शोर्ट के साथ मेरी चुदासी सविता भाभी ‘अआआह.. अआआह..’ की आवाज करने लगीं।
मेरी चुदासी सविता भाभी ने अब अपने टांगों को मेरी जाँघों के ऊपर किया और फिर अपने टांगों को मेरे टांगों में इस तरह से फँसा लिया कि अब मैं चाह कर भी मेरी चुदासी सविता भाभी के ऊपर से उठ नहीं सकता था. मेरी चुदासी सविता भाभी ने मुझे जोरों से भींच लिया था और मेरी गर्दन व गालों को चूमने लगीं. मेरी चुदासी सविता भाभी का साथ देने के लिए मैंने भी उनके कोमल होंठों को मुँह में भर लिया और धीरे-धीरे उन्हें चूसने लगा।
मेरी चुदासी सविता भाभी ने अब मेरे कोमल होंठों को चूसना शुरू कर दिया, उन्होंने पहले की तरह ही अपनी जबान मेरे मुँह में डाल दी और मेरे पूरे मुँह में अपनी जबान घुमाने लगीं. मैं उनकी जबान को कोमल होंठों के बीच दबाकर जोरों से चूसने लगा मगर इस बार मैंने अपनी जबान मेरी चुदासी सविता भाभी के मुँह में डालने की गलती नहीं की.. बस मेरी चुदासी सविता भाभी की ही जबान को चूसता रहा।
जब मैंने अपनी जबान मेरी चुदासी सविता भाभी के मुँह में नहीं दी.. तो मेरी चुदासी सविता भाभी ने दोनों हाथों से मेरे सिर को पकड़ लिया और बुरी तरह से मेरे कोमल होंठों को चूसने लगीं. मुझे तो वो अब चूमने का अवसर ही नहीं दे रही थीं.. बल्कि खुद ही मुझे चूम-चाट रही थीं. उत्तेजना के वश धीरे-धीरे अपने आप ही मेरे धक्कों की गति बढ़ गई.. जिससे मेरी चुदासी सविता भाभी के मुँह से फिर सिसकारियां निकलनी शुरू हो गईं. मेरी चुदासी सविता भाभी का मुँह मेरे कोमल होंठों से बन्द था.. मगर फिर भी वो मेरे कोमल होंठों को चूसते हुए ‘हुहुह.. हूहूहूहहह.. हुहुह..’ की आवाज करने लगीं।
मेरी गदराई सविता भाभी के दोनों पैर अब मेरे कूल्हों पर आ गए और वो अपनी एड़ियों से मेरे कूल्हों को दबाकर धक्का लगाने लगीं.. साथ ही उनके दोनों हाथ भी मेरी पीठ को पकड़ कर मुझे आगे-पीछे करने लगे. मुझमें भी अब जोश आ गया और मैंने अपनी गति बढ़ा दी. मेरी चुदासी सविता भाभी भी अब जोरों से मेरे कूल्हों व पीठ को दबाकर मुझे आगे-पीछे करने लगीं.. इसी के साथ अब उनके नितम्ब भी ऊपर-नीचे होने लगे थे. यहाँ भी देंखे पेटीकोट ब्लाउज में गांव वाली ताईजी के स्तन
मेरी चुदासी सविता भाभी बहुत अधिक उत्तेजित हो गई थीं, मेरी चुदासी सविता भाभी जोरों से सिसकारियां भरते हुए पागलों की तरह मेरे कोमल होंठों को चूमने चाटने लगीं. वो मेरे कोमल होंठों के साथ-साथ अब मेरे गालों को भी जोरों से नोंचने की हद तक चूमते हुए काटने सी लगीं.. जैसे कि मेरे कोमल होंठों व गालों को खा ही जाएंगी. मेरी चुदासी सविता भाभी के काटने से बचने के लिए मैं मेरी चुदासी सविता भाभी के उरोजों पर से उठ गया. मैंने अपने हाथों के सहारे अपनी छाती व मुँह को ऊपर उठा लिया।
बस मेरे पेट के नीचे का ही भाग अब मेरी चुदासी सविता भाभी के ऊपर उनकी मखमली फुद्दी में शोर्ट लगाने के लिए था. नीचे की तरफ से भी मैं अब अपने घुटनों पर हो गया.. जिससे कि मुझे तेज गति से शोर्ट मारने में आसानी हो गई. मैं किसी पहलवान की तरह दण्ड पेलने की मुद्रा में मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी में तेज गति से शोर्ट लगाने लगा. मेरी चुदासी सविता भाभी का मुँह अब आजाद हो गया था इस कारण से वो अब जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगीं. मेरी नासमझ सी दिखने वाली सविता भाभी के पैर अब मेरी कमर पर आ गए और हाथ मेरे कूल्हों पर पहुँच गए, वो मेरे कूल्हों को पकड़कर मुझे जोरों से दबाने लगीं।
यहाँ भी देंखे नई नवेली मामी कि फुद्दी में मेरा फौलादी लण्ड गुसते ही उनकी चींखे निकल गयी गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में मैं अब अपनी पूरी ताकत से अपनी भाभी की फुद्दी में शोर्ट लगा रहा था. मेरा पूरा लण्ड मेरी सविता भाभी की मखमली फुद्दी के बाहर आता और फिर मेरी पूरी ताकत के साथ मखमली फुद्दी की गहराई में उतर जाता.. जिससे मेरी चुदासी सविता भाभी जोरों से ‘इईईई.. श्श्श्श्शशश.. अआआ.. ह्ह्हह.. इईईई.. श्श्श्शश.. अआआ.. ह्ह्ह..’ कर रही थीं।
मेरा व मेरी चुदासी सविता भाभी का नंगा बदन पसीने में लथपथ हो चूका था और खतरनाक धक्का पेल चुदाई करते करते हमारी साँसें भी उखड़ने लगी थीं. फिर एकदम से मेरी चुदासी सविता भाभी की मखमली फुद्दी में सँकुचन सा हुआ और वो ‘इईई.. श्श्श्श्शशश.. अआहहह..’ करके मुझसे लिपट गईं. मेरी चुदासी सविता भाभी के हाथ मेरी पीठ पर और दोनों पैर मेरी कमर पर कस गए. मेरी चुदासी सविता भाभी ने एक और लम्बी ‘आह..’ भरते हुए मुझे जोरों से भींच लिया और उनकी मखमली फुद्दी ने मेरी लुल्ली को मखमली फुद्दीरस से नहला दिया।
मेरी चुदासी सविता भाभी अपने चरम को पा चुकी थीं.. मगर मैं अब भी प्यासा ही था.. इस कारण से मैं शोर्ट लगाता रहा. मखमली फुद्दीरस से भीगकर मेरा फौलादी लण्ड और भी आसानी से मखमली फुद्दी के अन्दर-बाहर होने लगा. कुछ देर तो मेरी चुदासी सविता भाभी ऐसे ही मुझसे लिपटी रहीं.. मगर फिर वो मुझे रोकने लगीं. शायद उन्हें दिक्कत हो रही थी मगर मैं रूका नहीं और शोर्ट लगाता रहा क्योंकि मैं भी अपनी मँजिल के करीब ही था. मेरी रांड सविता भाभी को भी शायद अहसास हो गया था कि इस हालत में मेरा रुकना मुमकिन नहीं होगा.. इस कारण से उन्होंने अपने गदराई बदन को ढीला छोड़ दिया और मुझे अपने मुकाम पर पहुँचाने के लिए मेरी कमर को सहलाने लगीं।
कुछ ही देर में मैं चर्मोत्कर्ष पर पहुँच गया, मैंने तीन-चार खतरनाक शोर्ट लगाए और फिर मेरी चुदासी सविता भाभी के गदराई बदन से लिपट गया. मेरी चुदासी सविता भाभी से लिपट कर मैं हल्के-हल्के धक्कों के साथ उनकी मखमली फुद्दी को अपने स्पर्म से सींचने लगा. मेरी चुदासी सविता भाभी ने भी मुझे जोरों से भींचकर मेरा साथ दिया. उस नाईट को चार बार इस गेम खेल का दौर चला और नाईट भर मैंने मेरी चुदासी सविता भाभी को जगाए रखा. यहाँ भी देंखे मेरी गदराई वाइफ ने होली पर रांड की तरह ग्रुप में चुदवाया गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में
इसके बाद तो रोजाना ही मेरे व मेरी चुदासी सविता भाभी के बीच ये गन्दा गेम खेल चलने लगा. जब भाई साहब छुट्टी पर घर आते.. तभी मैं दूसरे कमरे में सोता.. नहीं तो मेरी चुदासी सविता भाभी के कमरे में ही सोता और हमारे बीच इस गेम खेल का दौर चलता रहता और मेरी गरम भाभी को मेरे से एक लड़का भी हो गया है . दोस्तों आप सभी को मेरी इंडियन भाभी की खतरनाक चुदाई की ये हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “चुदासी सविता भाभी का पेटीकोट खोल करी चूतड़ औरयोनी में ऊँगली हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” कैसी लगी मुझे ईमेल करके ज़रूर बताना…