भोसड़ी तंग थी दोनों टांगों को चौड़ा करके चोदा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में : हेल्लो दोस्तों मेरी इस इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में में आप सभी का बहुत स्वागत है. मैं 12वीं परीक्षा के बाद चेन्नई में होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहा हूँ. मैं चेन्नई का ही रहने वाला हूं. मेरा होटल मैनेजमेंट का कोर्स ख़त्म होने के बाद मैंने कोलकाता के होटल में जॉइनिंग कर ली. वहां पर मुझे ठीक ठाक तनख्वा मिल रही थी क्योंकि मै अभी नया नया था. सब कुछ सामान्य चल रहा था. मुझे वहां काम करते हुए करीब दो महीने ही हुए थे इन दो महीनों में मेरी लगभग सारे स्टाफ से अच्छी बातचीत हो चुकी थी और उसी दौरान मेरी मुलाकात गदराई राधिका से हुई जब मैं पहली बार गदराई राधिका से मिला तो मैं उसके चेहरे की तरफ ही देखता रहा. यह भी देंखे >> सविता भाभी को चोद चोदकर उनकी फुद्दी फाड़ी और माँ बना डाला Free Latest Hindi Sex Stories
मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी फुद्दी पेलने के लिये फडफडाने लगा मैंने मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक इतनी गदराई लड़की कभी नहीं देखि थी. दोस्तों वो दिखने में बहुत हॉट और गदराई थी और वह मुझे बहुत पसंद आई. मै उसके सेक्सी बदन को भोगने के लिये और उसे अपनी रांड बनाकर पेलने के लिये तड़पने लगा था किन्तु मुझे उस वक्त यह नहीं पता था कि मैं गदराई राधिका से फ्रेंडी कर भी पाऊंगा या नहीं. गदराई राधिका हाउसकीपिंग का काम देखती है. हम बहन के लंड दोनों की फ्रेंडी हो गई तो हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे से अधिकतर मिलने लगे थे सब कुछ बड़े ही अच्छे से चल रहा था गदराई राधिका और मेरी अच्छी फ्रेंडी हो चुकी थी कुछ ही वक्त बाद मैं गदराई राधिका को अपने दिल की बात कहने वाला था किन्तु ना जाने मेरी किस्मत में ही गदराई राधिका नहीं थी या फिर उस वक्त मेरी किस्मत ही ठीक नहीं थी.
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मैंने जब गरम राधिका से अपने दिल की बात कही तो वह मुझे बोलने लगी मैं किसी और को चाहती हूं. मैं यह बात सुनकर पूरी तरीके से शॉक्ड हो गया मैंने गदराई राधिका से कहा मैं जब से तुम्हें मिला हूं तब से ही मैं तुमसे प्यार कर बैठा था किन्तु मुझे नहीं पता था कि तुम किसी और को प्यार करती हो. मैं राधिका से उसके बाद बहुत कम बात करता था गदराई राधिका और मेरी कम बात हुआ करती थी किन्तु मैंने गदराई राधिका से कभी उसके पर्सनल लाइफ के बारे में नहीं पूछा कि वह किसके साथ रिलेशन में है मेरा मन तो करता था की उस साली रांड का चीरहरण कर डालू पर कभी हिम्मत नहीं कर पाया. हम बहन के लंड दोनों के बीच बहुत कम बात होती थी एक दिन गदराई राधिका ने मुझे कहा मेरा बर्थडे आने वाला है तो क्या तुम मेरे घर पर आओगे मैंने गदराई राधिका से कहा हां क्यों नहीं.
राधिका को लगता था कि शायद मैंने उसके साथ पूरी तरीके से अपने संबंध खत्म कर लिए है किन्तु ऐसा कुछ भी नहीं था गदराई राधिका के लिए मेरे दिल में अब भी उतना ही प्यार था जितना पहले था. गदराई राधिका ने मुझे इनवाइट किया था तो मुझे उसके घर पर जाना ही था मैं पहली बार ही उसके घर पर जा रहा था मैं जब गरम राधिका के घर पर गया तो उसके घर में काफी लोग आए हुए थे गदराई राधिका का घर काफी बड़ा है. उसने मुझे अनिल से मिलवाया मैं जब अनिल से मिला तो वह बड़ा ही सिंपल और अच्छा लड़का था.
मैंने राधिका से कहा तुम्हारी पसंद बहुत अच्छी है किन्तु मुझे बहुत तकलीफ हो रही थी क्योंकि गदराई राधिका से बहुत प्यार करता था उसके बावजूद भी गदराई राधिका और मेरा रिलेशन आगे नहीं बढ़ पाया. हम बहन के लंड दोनों के रिलेशन ना बढ़ने का कारण यह था कि मैंने गदराई राधिका को अपने दिल की बात बताने में काफी देर कर दी थी किन्तु अनिल गदराई राधिका को बहुत पहले से जानता है. उस दिन सब लोगों ने पार्टी में बहुत ही इंजॉय किया मैं नहीं चाहता था कि गदराई राधिका को मेरी वजह से कुछ बुरा लगे.
सेक्सी राधिका जब मेरे साथ बैठी हुई थी तो गदराई राधिका मुझे बोलने लगी देखो सुमित तुम बहुत अच्छे लड़के हो मैं तुम्हारी बहुत इज्जत करती हूं मैं नहीं चाहती कि तुम अपने दिल में मेरे लिए कोई भी गलतफहमी रखो. मैंने गदराई राधिका से कहा ऐसा कुछ भी नहीं है मैं तुमसे प्यार करता हूं और प्यार करता ही रहूंगा किन्तु तुम किसी और को चाहती हो यह तुम्हारी लाइफ है तो तुम्हे जो अच्छा लगे तुम वह कर सकती हो. मेरे दिल में तुम्हारे लिए ऐसा कुछ भी गलत नहीं है मैं तुम्हारी रिस्पेक्ट हमेशा करता हूं उसके बाद गदराई राधिका और मेरी बातचीत तो सामान्य हो चुकी थी और कुछ दिनों बाद गदराई राधिका ने मुझे कहा अनिल जॉब करने के लिए इंग्लैंड जा रहा है।
मैंने गदराई राधिका से कहा क्या मैं अनिल से एक दफे में मिल सकता हूं गदराई राधिका बोलने लगी क्यों नहीं अनिल तुम्हारी बहुत तारीफ कर रहा था वह कह रहा था कि सुमित बहुत ही समझदार है. मैं जब अनिल से मिला तो मैंने अनिल को बधाई दी और कहा कि तुम अपनी जिंदगी में और भी तरक्की करो मैं चाहता हूं कि जितना प्यार तुम बहन की लौड़ी राधिका से करते हो उतना ही हमेशा करते रहो. अनिल और मेरी बहुत अच्छी बातचीत हुई उसके कुछ वक्त बाद ही अनिल इंग्लैंड चला गया गदराई राधिका और मेरी बातचीत पहले जैसी हो चुकी थी हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे के साथ बात किया करते थे.
राधिका मुझे अनिल के बारे में बताती रहती थी वह कहती थी कि अनिल मुझे रोज फोन किया करता है और हम लोगों की फोन पर बात होती रहती है मैंने गदराई राधिका से कहा तुम बहुत ही प्रसननसीब हो जो तुम्हें अनिल जैसा लड़का मिल रहा है. गदराई राधिका बोलने लगी हां मैं पहले से ही अनिल को जानती हूं किन्तु अनिल ने कभी भी मुझे अपने दिल की बात नहीं कही थी परन्तु जब अनिल ने मुझे अपने दिल की बात कही तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा और मैं उस वक्त अनिल को मना ना कर सकी. गदराई राधिका और मेरे बीच में अब ऐसा कुछ भी रिलेशन नहीं था किन्तु उसी बीच मुझे कुछ दिनों के लिए घर जाना पड़ा क्योंकि मैं काफी वक्त से घर भी नहीं गया था तो मैंने सोचा की मैं कुछ दिनों के लिए घर चला जाता हूं।
मैं जब अपने घर आया तो मेरे अम्मी पापा बहुत प्रसन हुए मेरे बड़े भाई साहब मुझसे पूछने लगे सुमित काम कैसे चल रहा है तो मैंने उन्हें कहा भाई साहब सब कुछ ठीक चल रहा है मेरी गरम भाभी भी मुझसे बोलने लगी सुमित तुम ठीक तो हो ना मैंने उन्हें कहा हां भाभी मैं ठीक हूं. मैं कुछ वक्त तक अपने घर पर रहने के बाद जब वापस कोलकाता गया तो मैं उस दिन अपने रूम में ही था तभी मुझे गदराई राधिका का फोन आया गदराई राधिका बोलने लगी सुमित क्या तुम अभी भी चेन्नई में हो. मैंने गदराई राधिका से कहा नहीं गदराई राधिका मैं तो कोलकाता आ चुका हूं आज मेरा मन नहीं हो रहा था तो मैं घर पर ही था गदराई राधिका मुझे बोलने लगी कि मैं भी आज होटल नहीं गई मैं भी आज घर पर ही हूं.
मैंने गदराई राधिका से कहा क्यों तुम्हारी तबीयत तो ठीक है ना वह बोलने लगी हां मेरी तबीयत तो ठीक है किन्तु ना जाने क्यों मेरा भी मन आज काम करने का नहीं था तो मैंने आज छुट्टी ले ली. राधिका मुझसे बोलने लगी शाम के वक्त तुम क्या कर रहे हो मैंने उसे कहा कुछ नहीं मैं तो घर पर ही रेस्ट कर रहा था और मेरा ऐसा कोई प्लान नहीं है. वह बोलने लगी ठीक है यदि तुम्हें टाइम मिले तो हम लोग शाम के वक्त मिल लेते है मैंने गदराई राधिका से कहा ठीक है मैं तुम्हें शाम को फोन करूंगा और मैंने फोन रख दिया.
शाम के वक्त मैंने गदराई राधिका को फोन किया तो वह मुझे बोलने लगी ठीक है मैं तुमसे मिलने के लिए आती हूं, मेरे घर के पास ही एक रेस्टोरेंट है वहां पर हम लोग मिलने वाले थे मैंने गदराई राधिका को वहीं बुला लिया था. जब हम बहन के लंड दोनों मिले तो गदराई राधिका मुझसे पूछने लगी कि तुम्हारे घर में सब कुछ ठीक तो है ना मैंने गदराई राधिका से कहा हां घर में सब लोग ठीक हैं हम लोगों ने उस दिन साथ मे अच्छा वक्त बिताया गदराई राधिका ने मुझे अनिल के बारे में भी बताया।
हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे किन्तु ना जाने गदराई राधिका को क्यों ऐसा महसूस हो रहा था कि वह बहुत अकेली है उसने मुझसे कहा मुझे कई बार अनिल की याद आती है. मैंन गदराई राधिका से कहा कोई बात नहीं है सब कुछ ठीक हो जाएगा मैंने उसकी मोटी मोटी जांघ पर अपने हाथ को रखा तो उसने तंग जींस पहनी हुई थी किन्तु ना जाने उस दिन हम बहन के लंड दोनों के भीतर ऐसी फीलिंग आई की हम बहन के लंड दोनों ही अपने आपको ना रोक सके मेरे भीतर से 440 वोल्ट करंट दौड़ने लगा और गदराई राधिका मुझे बोलने लगी क्या हम लोग तुम्हारे रूम पर चले. हम बहन के लंड दोनों मेरे रूम पर चले आए जैसे ही मैंने गदराई राधिका के लाल लिप्स का रसपान किया तो मुझे बड़ा अच्छा लगा मैं उसके लिप्स का रसपान काफी देर तक करता रहा. गदराई राधिका ने अपने कपड़े खोल दिए और गदराई राधिका को भी पूरी न्यूड कर लिया.
जब गरम राधिका न्यूड हुई तो मै मैं उसके नंगे शारीर को देखता रहा. मैंने उसके नंगे शारीर को महसूस करना प्रारम्भ करा जब मैं उसके मोटे मोटे स्तनों को अपने हाथों से दबाता तो मेरे भीतर एक अलग जोश जाग जाता. मैंने जब उसके निप्पल को अपने मुँह मे लेकर चूसना प्रारम्भ करा तो गदराई राधिका मुझे बोलने लगी मुझसे थोड़ा सा भी नहीं रहा जा रहा जैसे ही मैंने उसकी फुद्दी पर अपनी उंगली को लगाना प्रारम्भ करा तो वह अपनी फुद्दी की चुदवाने के लिये मचलने लगी. उसकी टाइटयोनी से पानी बाहर की तरफ को निकलने लगा मैने गदराई राधिका से कहा क्या कभी तुमने किसी के पेनिस को अपने मुँह में लेकर ब्लोजॉब करा है तो वह बोलने लगी नहीं नहीं मैंने कभी भी ब्लोजॉब नहीं करा. मैंने उसे कहा मै तुम्हारी तंग भोसड़ी को बाद में चोदुंगा अभी मेरा मन तुम्हारे मुँह में लण्ड दल कर ब्लोजॉब करने का कर रहा है.

तुम आज मेरी लुल्ली को मुँह में लो ना उसने मेरी लुल्ली को अपने मुँह में भरकर चुसना प्रारम्भ करा और किसी रांड की तरह उसे बड़े उसे अच्छे से चूसने लगी मेरा फौलादी लण्ड बहुत लम्बा और मोटा था जिस कारण मेरा फौलादी लण्ड उसके गले तह जा रहा था जिस करण उसे कई बार खांसी भी आ रही थी. उस जवान देसी देसी रांड को मेरा पेनिस अपने मुँह में भरकर चुसना बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था और मुझे भी बड़ा आनंदा मिल रहा था. फिर लगभग पंद्रह से बीस मिनट के ब्लोजॉब के बाद मेरे लण्ड ने उसके मुह में स्पर्म निकाल डाला और वो मेरा सारा का सारा स्पर्म गटक गयी. दोस्तों मुझे तो ख़ुशी मिल चुकी थी अब बरी थी उस रांड की दोनों टांगों को चौड़ा करके उसकी टाइटयोनी पेलने की.
इसके बाद मैंने उसकी दोनों टांगों को चौड़ा करके उसकी टाइटयोनी के भीतर अपने 12 इंच लम्बे और 6 इंच मोटे पेनिस को जोर जोर से धकेलना प्रारम्भ करा तो मुझे महसूस हुआ कि उसकी फुद्दी तंग ज़रूर है पर उसकी योनी की गहराई बहुत काम है क्यों की मेरा फौलादी लण्ड अन्दर उसकी बच्चे दानी से टकरा रहा था. मैं उसकी दोनों टांगों को चौड़ा करके उसकी योनी में जोर जोर से शोर्ट देने लगा मुझे उसे शोर्ट देने में बड़ा आनंद आ रहा था क्यों की मैंने आज से पहले ऐसी माल लड़की के साथ सेक्स नहीं करा था.
मैं उसे बड़ी तेज रफ्तार से धक्का देता जाता हम बहन के लंड दोनों के शरीर से इतना ज्यादा पसीना निकलने लगा कि उसे हम बहन के लंड दोनों ही बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे. जैसे ही मेरा स्पर्म पतन राधिका की टाइटयोनी में हुआ तो वह बहुत ज्यादा प्रसन हो गई और हम बहन के लंड दोनों नंगे ही लिपट कर सो गए. उसके बाद हम बहन के लंड दोनों के बीच कई बार अवैध सेक्स संबध बने परंतु वह अब भी अनिल के लण्ड के इंतजार में है. दोस्तों आप सभी को मेरे इंडियन गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “भोसड़ी तंग थी दोनों टांगों को चौड़ा करके चोदा गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में” पसंद आई हो तो निचे लाइक बटन पर क्लिक करना मत भूलना और इस गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में को अपने दोसोत के साथ ज़रूर शेयर करना.