चूतड़ मरवाने का शौक पूरा करा आर्मी से रिटायर कर्नल ने Hindi Gay Sex Story : दोस्तों तुम चूतियों ने इंडियन फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में तो बहुत सी पढ़ी होगी पर आज मैं आप के लिये पाकिस्तानी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में लेकर आया हूँ. यह अन्तर्वासना इंडियन देसी नॉनवेज सेक्स स्टोरी एक पाकिस्तानी आर्मी से रिटायर हुए कर्नल की है. कर्नल पाकिस्तानी आर्मी से रिटायर होने के बाद अपने घर पर अकेला ही रहता था क्योकी उस रंडवे की लुगाई की मृत्य शादी के कुछ महीनो बाद ही हो गई थी और उसके घर में उसके आलावा कोई मेम्बर नहीं था उसके माँ बाप तो पहले ही उप्पर का टिकट कटवा चुके थे और उसकी बहन मटन बेचने वाले के साथ अपना मुँह काला करवाकर भाग चुकी थी.
वो रंडवा कर्नल एक बढ़िया सी पुश्तैनी हवेली में रहा करता था. कर्नल का वियवहार सभी लोगों के साथ बहुत ही ज्यादा अच्छा था जिस कारण वो रंडवा कर्नल लोगों के बीच में काफी प्रसिद्ध था. वह हर समारोह चाहे किसी की शादी ब्याह बर्थडे पार्टी चाहे किसी की मृत्यु हो जाए हर कार्य में सबसे आगे रहता था वो लोगों को पैसे भी दे दिया करता था वो हर तरह से सभी की सहायता करता था वह पाकिस्तानी आर्मी में कर्नल के पद से रीटायर हुआ था जिस कारण उस बहन के लौड़े के नियम बडे सख्त थे. कर्नल दीखता बहुत शरीफ आदमी था पर उस बहन के लौड़े की हकीकत इससे बिल्कुल उल्टी थी. कर्नल को मर्दों से चूतड़ मरवाने का बहुत शौक था.
चूतड़ मरवाने का शौक पूरा करा आर्मी से रिटायर कर्नल ने Hindi Gay Sex Story

वह बचपन से ही चूतड़ू प्रवृत्ति का लड़का था. विद्यालय में भी उसने अपने सीनियरों से बहुत चूतड़ मरवाई थी. और कॉलेज के दौरान भी उसने कईयों से ठुकवा रखी थी. अभी कर्नल का यह शौक बरकरार था. इस कारण से कर्नल ने अपने आसपास कुछ चमचों की फौज खड़ी कर रखी थी. जब वह चाहता जिस तरीके से चाहता उनसे अपनी लेट्रिंग से भरी गांड की खतरनाक चुदाई करवा कर अपनी लेट्रिंग से भरी गांड की गर्मी शांत कर लिया करता था. उसने बहुत सारे मर्दों से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवा रखी थी.
मेरा नाम हामिद अंसारी है मैं कर्नल के यहां कुक की नौकरी के लिए गया था मेरी कद काठी 6 फीट के आसपास है और मेरे लण्ड की लम्बाई करीब 9 इंच है. कर्नल ने मुझे देखते ही नौकरी पर रख लिया. और इसके बाद मैंने वहां नौकरी शुरू कर दी. मेरा नौकरी पर पहला दिन था मोर्निंग सबसे पहले मैंने कर्नल के लिए नाश्ता फिर उसके बाद खाना बनाया. कर्नल को मेरे हाथो से बना खाना बहुत पसंद आया फिर उन्होंने मुझे बख्शीश के तौर पर ₹100 दिए. और अपनी रौबदार आवाज में कहने लगा मुझे रोज ऐसा खाना चाहिए जैसा तुमने आज बनाया है. और मुझे चेतावनी भी दी अगर ऐसा खाना नहीं बनाया तो तुम्हारी पिटाई हो जाएगी.
मैंने कहा नहीं कर्नल साहब आपको कभी शिकायत का अवसर नहीं मिलेगा. फिर कर्नल कहीं चला गया. जब शाम को मैंने कर्नल के लिए खाना बनाया. कर्नल फिर मुझ पर मेहरबान हो गया इस बार भी उसने मुझे एक और 100 की पत्ती दे दी. मैं बहुत प्रसन था और नाईट हो चुकी थी हम अपने सर्वेंट रूम में सोने चले गए. हमारे सर्वेंट रूम से कर्नल के शयनकक्ष की खिड़की दिखाई देती थी. जब कर्नल सोने गया तो कल शायद अपने कमरे का पर्दा लगाना भूल गया. और हमें वहां से साफ साफ दिखाई दे रहा था. उस रूम में हम तीन सर्वेंट थे. मैंने गोलू और सोनू हम कर्नल के बैडरूम में घटी घटना देख कर दांग रह गए.

हमने कर्नल के शयनकक्ष की खडकी में देखा की कर्नल का बॉडीगार्ड उसे कमरे में आया. कर्नल ने अपने उस बॉडीगार्ड की पप्पी ली और उसको अपने बिस्तर पर लिटा दिया. फिर उसके कपड़े खोलने लगा. देखते ही दिखे कर्नल ने अपने बॉडीगार्ड जिसका नाम मोहसिन था. उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसके पेनिस को आइसक्रीम की तरह चूसने लगा. मैं उसे ब्लोजॉब करते देख भोचक्का रह गया. अब कर्नल पुरे हरामीपन पर उत्तर चुका था. कर्नल ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे उसके शरीर में एक भी बाल नहीं था. मानो ऐसा लग रहा था जैसे ये बदन किसी मर्द का नहीं बल्कि किसी महिला का हो.
फिर कुछ समय बाद मेरे नंगे मालिक ने भी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ ऊपर की तरफ उठाई. और अपने बॉडीगार्ड को कहा चल अपना लण्ड मेरी टट्टी से भरी गांड के अंदर गुसा कर शुरू हो जा. उस बॉडीगार्ड ने वही पर रखा तेल जैसा तरल पदार्थ उठाया और अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर और मेरे मालिक की गांड के छेद में लगाया और एक ही झटके में अपना लौड़ा मेरे मालिक की गांड के छेद के भीतर घुस दिया और मेरे मालिक की गांड की खतरनाक चुदाई करने लगा. कर्नल को अपनी गांड की खतरनाक चुदाई करवाने में आनंद भी आ रहा था और थोडा दर्द भी हो रहा था जिस कारण वो जोर जोर से चीख भी रहा था.

मेरा मालिक जोर जोर से चिल्लाते हुए बोल रहा था भोंसड़ी के और तेज कर कुछ खाया नहीं है क्या…? फिर बॉडीगार्ड शताब्दी ट्रेन की तरह उस साली रंडी छिनाल की गांड की ठुकाई करने लगा. ऐसा प्रतीत होता है जैसे बॉडीगार्ड उसकी मार रहा है और वह बॉडीगार्ड की. धीरे-धीरे उसने अपना लण्ड कर्नल के पिछवाड़े से बाहर निकाला. उसने अपने लौड़े से निकला सारा माल उस साली रंडी छिनाल की गांड के भीतर ही उड़ेल दिया था उसके बाद तो जैसे मेरा भी दिल उस गंडमरे कर्नल की चूतड़ मारने का करने लगा.
लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी मुझे उस साली रंडी छिनाल की गांड की खतरनाक चुदाई करने का शुभ अवसर मिल जाएगा. उस नाईट कर्नल ने सोनू के पास बुलावा भेजा. हामिद अंसारी को मेरे बैडरूम में भेजो. सोनू मेरे पास दौड़ता हुआ आया और कहा आज तो तेरी लॉटरी लग गई है. कर्नल का बुलावा आया है तेरे लिए उसने तुझे अपने शयनकक्ष में बुलाया है. यह जानकर मै बहुत प्रसन हो गया.

कर्नल ने मुझे अपने शयनकक्ष में बुलाया. मैं जैसी ही कर्नल के शयनकक्ष में पहुंचा. कर्नल कहा और हामिद अंसारी क्या हालचाल हैं. मैंने कहा बस सब आपकी दुआएं हैं. कर्नल ने मुझसे कहा कल नाईट को तुमने क्या देखा…??? ये सुनते ही डर के मारे मेरी तो चूतड़ ही फट गई . लगने लगा था बहन चोद नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा. फिर क्या था कर्नल ने कहा भोसड़ी वाले कल तूने मुझे चूतड़ मरवाते हुए देखा था. आज मैं तेरी चूतड़ कुत्ते की तरह मारूंगा मैं कुछ बोल भी नहीं सकता था. उसके बाद कर्नल में अपने बॉडीगार्ड को बुलाया और मुझे पूरा नंगा करवा डाला उसके बाद एक बोतल से कुछ चिपचिपा सा तेल जैसा तरल पदार्थ निकाला और मेरी टट्टी से भरी चूतड़ पर मल दिया.
वह तरल पर्दार्थ शायद चुदाई करते वक्त काम में लेने वाला तेल था वो बहुत ज्यादा ही ज्यादा चिकना था. फिर उसने उसके बॉडीगार्ड को मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मरने के आदेश दीया फिर उसके बाद मेरे मालिक के बॉडीगार्ड ने मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मारनी शुरू करी आज पहली बार मै किसी से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवा रहा था जिस कारण पहले पहले तो बहुत दर्द हुआ किन्तु बाद में मुझे भी आनंद आने लगा. उसने करीब एक घंटे तक मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मरी और अपना कामरस अर्थात स्पर्म मेरी चूतड़ के अंदर ही निकाल दीया मुझे अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाते वक्त बहुत तेज दर्द हो रहा था ये मेरा पहली बार जो था.
थोड़ी देर के बाद मेरे मालिक का गुस्सा शांत हो गया फिर मेरे गंडमरे कर्नल को मुझ पर दया आई और वह कहा गुस्से गुस्से में मैंने तेरे साथ बहुत गलत किया है. तू मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मार मेरे भीतर गुस्सा भी था और करने का मन भी. कर्नल ने भी अलमारी से लड़कियों के अंतर्वस्त्र निकालें और पहन लिए और बोलने लगा आजा हामिद अंसारी मेरी टट्टी से भरी गांड की प्यास बुझा दे. मेरे भीतर गुस्सा भी फूट-फूट कर भरा था और मेरा फौलादी लंड भी खड़ा था जो मुझसे कहने लगा इस मादरचोद की गांड मार कर इसकी माँ बहन एक कर दे.

उसके बाद जो कर्नल ने लड़कियों वाले अंतर्वस्त्र अपने शरीर पर पहन रखे थे मैंने उन लड़कियों वाले कपड़ों को फाड़ दिया ऐसा द्र्श्य लग रहा था की मनो मैं उनका चीरहरण कर रहा हूँ . और कहा अबे रंडवे कर्नल अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ ला आज तेरा चूतड़ मरवाने का शौक पूरा कर देता हूँ आज तेरी चूतड़ इतनी बुरी तरह मरूँगा की तू कई दोनों तक हंगने के काबिल नहीं रहेगा. उसने भी मेरी टट्टी से भरी चूतड़ मरवा कर अपना शौक पूरा करा था तो मैं भी उसको असंतुष्ट छोड़ने वाला नहीं था.
मैंने भी अपना 12 इंच का लण्ड बाहर निकाला और और वही तरल और चिपचिपा पदार्थ अपने मज़बूत और शक्तिशाली लण्ड पर और उस पाकिस्तानी कर्नल की गांड के छेद पर लगाया. ताकि उस साली रंडी छिनाल की गांड मरने में सुविधा हो. इसके बाद मैंने एक खतरनाक झटके के साथ अपना पूरा लण्ड एक ही बार में कर्नल की गांड के अंदर गुसा डाला. कर्नल की गांड के अंदर मेरा पूरा तगड़ा लण्ड गुस्ते ही दर्द के मारे उसकी चींखे निकलने लगी. कर्नल की गांड मरने में मेरी लुल्ली को शांति भी मिल रही थी और आनंद भी आ रहा था. अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाते हुए गंडमरा कर्नल दर्द के मरे बहुत जोर जोर से चीख रहा था।
मेरा तो ऐसा मन हो रहा था जैसे उसके टट्टी करने वाले छेद जिसे चूतड़ बोलते है उसमे मेरे लण्ड के निचे लटकेअंड भी गुसा डालूं. चूतड़ मरवाने से हो रहे दर्द के कारण कर्नल की आंखों से आंसू आने लगे थे. उसको एहसास होने लगा था कि मैंने हामिद अंसारी की गांड के साथ बहुत गलत किया है इस कारण से वह चीख चीख कर बोल रहा था हामिद अंसारी मेरी प्यासी फुद्दीड़ को चोदकर पूरी सूजा दे आज.

फिर तो जैसे मुझे आनंद मिलने लगा. इसके बाद मैंने अपना स्पर्म उसके फुद्दी मैं छोड़ दिया. और वहां से टपकने लगा. कर्नल ने अपनी आंख के आंसू पोछते हुए बोला. ऐसा एहसान मुझे मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक किसी ने नहीं दिया. कर्नल मुझसे बहुत प्रसन हुआ और उसने मुझे इनाम के तौर पर ₹10000 अपनी अलमारी से निकाल कर दिए और कहा आज जितने भी पैसों की जरूरत होगी मुझसे मांग लेना. कर्नल के जितने भी फ्रेंड उसके घर पर आते जिनको भी मौज मस्ती करनी होती. उन्हें कर्नल मेरे पास भेज देता. और मेरी खूब कमाई होती. और आज मैं पूरे बनारस में फेमस हूं.
कर्नल और मैं मिलकर अब यही मर्दों की गांड मारने और अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाने का काम करते हैं और बहुत पैसे कमाते हैं. कर्नल को तो फ्री में चूतड़ मरवाने का शौक है. पर मुझे इसके बदले पैसे मिल जाते हैं. और मैं अच्छी खासी कमाई करता हूं. क्योंकि कर्नल तो घर से संपन्न है तो उसको इस चीज का फर्क नहीं पड़ता. इस कारण से वह फ्री में करवाता है. जो हमारे पास कोई नहीं आता तो हम बहन के लंड दोनों एक दूसरे की गांड के अंदर अपना एटम बम घुसा देते हैं.

आज मैं शहर का एक संपन्न आदमी हूं क्यों की अब मै जिगोलो बन मर्दों से अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाता हूँ और पर शोर्ट का 5 हजार रुपय लेता हूँ. मै आज जो भी हूँ मेरे मालिक की बदौलत हूं. मुझे लगता है की हमारे कर्नल साहब जब पाकिस्तानी सेना में होंगे तो इंडियन आर्मी वालों से भी अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ मरवाया करते होंगे.
क्योंकि मैंने उस पाकिस्तानी कर्नल की गांड मरवाने का शौक पूरा करा था और उसकी गांड की खुजली शांत करी थी. मेरे प्यारे भाई और बहनों यदि आप को मेरी यह पाकिस्तानी हिंदी फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “चूतड़ मरवाने का शौक पूरा करा आर्मी से रिटायर कर्नल ने Hindi Gay Sex Story” पसंद आई हो तो इसे लाइक और शेयर ज़रूर करना तुम्हे तुम्हे माँ की कसम होगी…