मुझसे चुदकर फ्रेंड की नासमझ छोटी बहिन हुई चुदाई की मुरीद Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani : हाय यारों मैंने अपने एक चूतड़ू फ्रेंड की बहिन को उसके घर पर न्यूड (नग्न) कर के रांड की तरह मस्त चोदा है | पहेले मैं बिलकुल भोला भाला लड़का हुआ करता था जिसे सेक्स के बारे में कुछ भी पता नहीं था और फुद्दी चुदाई कैसे होती है कुछ भी पता नहीं था| मेरे बचपन का एक फ्रेंड था वो अधिकतर मेरे घर घूमने के लिए आया करता था | उस चूतड़ू फ्रेंड की एक बहिन भी थी | बचपन में उसकी बहिन कुछ ख़ास नहीं दिखती थी | किन्तु वक्त के गुजरने पर उसकी बहिन बड़ी हो गयी और पेलने के लायक माल लगने लगी | उसकी बहिन की चूतड़ बहुत मस्त फुल चुकी थी और उसके सुंदर मुलायम स्पंजी थन भी सुडोल हो गए थे|
करीब दस साल तक मैं अपने बचपन वाले चूतड़ू फ्रेंड से दूर रहा | क्योकि मेरे अब्बू का तबादला किसी अन्य शहर में हो गया था | पहले मैं और मेरा बचपन वाला चूतड़ू फ्रेंड एक शहर में रहा करते थे | किन्तु मेरे अब्बू के साथ मुझे अन्य शहरों में रहने के लिए जाना पड़ता था | तब मैं छोटा था और अपनी पढाई नयी नयी जगहों पर किया करता था | जब मैं जवान हो गया तो मुझे एक दिन मेरा वो चूतड़ू फ्रेंड मिला और उसने मुझ से मेरे विषय में पूछा की तुम पहले किस शहर में रहते थे | उस दिन मैं अपने पुराने शहर में किसी अपने परिचित के घर गया हुआ था ताकि मैं उन्हे एक कार्ड दे सकू मेरे मामा की पहली सालगिरह का |
मैं जब अपने परिचित के घर से बाहर निकल रहा था तब वो लड़का उसकी बहिन के साथ एक गाडी से कही जा रहे थे | उसने मुझे जब देखा था उसने मेरे पास गाडी को रोका और पूछने लगा की ये लड़का किधर से आया है | मेरे मामा ने उस लड़के को बताया की ये सुरेन्द्र है | उसने मुझे पहचान लिया और मुझसे मिलने के लिए मेरे पास आया | जब वो मेरे पास आ रहा था तब उसकी बहिन भी उसके साथ मुझ से मिलने के लिए आई | उस चूतड़ू फ्रेंड ने मुझसे मेरे अब्बू और अम्मी के विषय में पूछा की वो लोग कैसे है | मैंने उसे बताया की दोनों ठीक है और उन्हें आपकी याद आती है |
उसकी बहिन ने भी उस दिन मुझ से बात की | मैं उस वक्त जवानी के चरम पर पहुँच चुका था इस कारण से उसकी बहिन ने मुझे जब उसके घर पर चलने को कहा तो मैंने भी हाँ कर दी | मेरी प्यासी फुद्दीड़ू फ्रेंड ने उसकी बहिन को उसकी गाडी पर बैठाया और मैंने अपनी गाडी को चालू किया | उन लोगो के साथ उनके घर चल पड़ा | मैं जब चूतड़ू फ्रेंड के घर पर पहुंचा तब मुझे उस चूतड़ू फ्रेंड के अम्मी और पिताजी दिखाई दिए |
उनके साथ मैंने चाय का लुफ्त लिया और पोहा भी खाया | फिर मेरी प्यासी फुद्दीड़ू फ्रेंड ने मुझ से पूछा कि तुम कितने दिन के लिए यहा पर आये हो | उसने मुझ से कहा तुम आराम से हमारे घर पर रुक सकते हो | क्योकि तुम अनजान नही हो | मैंने अपने चूतड़ू फ्रेंड से कहा कि मैं अपने मामा के घर पर रुक सकता हूँ किन्तु मेरा चूतड़ू फ्रेंड ने मुझे जोर देते हुआ कहा कि तुम्हे हमारे घर पर रुकना ही पड़ेगा |
मैंने अपने उस चूतड़ू फ्रेंड को हां कर दिया | क्योकि मेरे मामा का घर छोटा था और उन लोगो को मेरी वजह से दिक्कत हो सकती थी | मुझे उन लोगो के घर पर रहते हुए एक महीना वैसे भी हो गया था | उस चूतड़ू फ्रेंड की बहिन फुरसत के वक्त में मेरे पास आकर मुझ से दुनिया भर की बाते किया करती एक दिन मेरे एक चूतड़ू फ्रेंड का फोन आया और ये वाला मेरा चूतड़ू फ्रेंड उस शहर का था जिस शहर से मैं आया हुआ था | मेरे शहर के चूतड़ू फ्रेंड ने मुझ से फोन पर पूछा कि तुम कहा ँ पर हो तब मैंने उसे बताया कि मैं मेरे मामा के घर पर घूमने के लिए आया हूँ किन्तु अपने एक पुराने चूतड़ू फ्रेंड के घर पर रुका हुआ हूँ |
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फोन पर मैंने अपने पुराने चूतड़ू फ्रेंड के विषय में बताया | मैंने उस चूतड़ू फ्रेंड को बताया की उसकी एक बहिन है जो जवान है | मेरी प्यासी फुद्दीड़ू फ्रेंड ने मुझे फोन पर कहा तेरे पास एक अवसर है की तू फ्रेंड की देसी रांड बहिन को गर्लफ्रेंड बना ले और फ्रेंड की देसी रांड बहिन के घर पर तू उसकी चुदाई कर सकता है | उस चूतड़ू फ्रेंड के ऐसा कहने पर मैंने फ्रेंड की देसी रांड बहिन का पहेले फोन नम्बर ले लिया | फ्रेंड की देसी रांड बहिन को गर्लफ्रेंड बनाना मेरे लिए सरल था | उसे मैंने अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया था |
फ्रेंड की देसी रांड बहिन को एक दिन मैंने उसके घर पर चोदा था | उस दिन फ्रेंड की देसी रांड बहिन के घर पर कोई नही था | मुझे एक अवसर मिला था कि मैं कुछ कर सकूँ | मैं फ्रेंड की देसी रांड बहिन को देखता था तो उसके दूध को अधिकतर देखा करता था क्यूंकि उसके दूध बड़े थे | जब वो पैदल चलती थी तो उसके दूध हिलने लगते थे | मुझे उसके दूध को दबाने का एक अवसर उस दिन मिला जब उसके घर पर कोई नही था |
उसकी चुदाई शुरु करने से पहले मैंने उससे हसी आनंदक शुरु किया | उसके साथ मैं एक कमरे के अन्दर था | कोई बाहर से आ ना जाये इस कारण से मैंने दरवाज बन्द करने के लिए कहा था | मैंने उस दिन बीमार होने का बहाना किया था और फ्रेंड की देसी रांड बहिन से बाहर का दरवाजा बन्द करवा लिया था |
फ्रेंड की देसी रांड बहिन ने मेरे अनुरोध पर दरवाजा बन्द कर दिया | इसके बाद मैंने फ्रेंड की देसी रांड बहिन से कहा तुम मेरे लिए कुछ गरमा गर्म पकाकर लाओ | उसने मेरे लिए गाजर का हलवा बनाया और परोस लायी | मैं फ्रेंड की देसी रांड बहिन के साथ गाजर का हलवा खा रहा था | मुझे फ्रेंड की देसी रांड बहिन को चोदना था इस कारण से मैंने उससे हसी आनंदक करना शुरु कर दिया | हसी आनंदक करते वक्त मैंने झटके से उसका कोमल हाथ पकड लिया और उसके होटो को चूमने लगा | ऐसा करने पर वो लड़की हैरान हो गयी थी किन्तु मैंने उसके होटो को चूमना नही छोड़ा | कुछ वक्त तक उसके होटो को चूमता रहा | फिर कुछ वक्त बाद वो मुझे देखकर हसने लगी | फिर क्या था मैंने उसके फुद्दी में अपना हाथ डाल दिया |
वो जोर से हसने लगी और अब मेरे पास एक छूट थी जो की फ्रेंड की देसी रांड बहिन ने मुझे दी थी | उस वक्त मैंने फ्रेंड की देसी देसी रांड बहिन की दी हुई छूट का फायदा उठाया और उसकी फुद्दी को अपने हाथों से रगड़ने लगा | मुझे कुछ वक्त तक उसे पेलने का अवसर मिला था क्योकि हो सकता था की कोई उसका घर वाला आ जाए | इस कारण से मैंने फटाफट उसके कपडा उतार दिए और इसके बाद मैंने उसकी गांड को मसलना शुरु किया | मैं अपने हाथो से उसके दूध को दबा रहा था और मैं इसके बाद नंगा हो गया | इसके बाद मैंने कुछ वक्त बाद उसके मुंह के अन्दर मेरा फौलादी लण्ड घुसेड दिया | वो लड़की मेरा फौलादी लण्ड चूस रही थी |
फ्रेंड की देसी रांड बहिन ने कुछ वक्त तक मेरा फौलादी लण्ड पीया | इसके बाद मैंने उसकी फुद्दी को रगड़ना शुरु किया | कुछ वक्त के बाद मैंने अपना लण्ड उसके फुद्दी में थूक लगा कर डाल दिया | मेरे लण्ड की गर्मी बढ़ रही थी तब मेरे लण्ड से स्पर्म निकलना शुरु हो गया था |
जब मेरा स्पर्म निकलकर बाहर आ गया तब मैं थक गया | इसके बाद मैंने उससे कहा अब तुम कपड़े पहन लो वर्ना कोई आ गया तो हमे कोई पकड सकता है | फ्रेंड की देसी रांड बहिन को मैंने अपनी गर्लफ्रेंड बना लिया था इस कारण से मैं उसके घर पर उसे आसानी से चोद सकता था | जब मैंने अगली बार उसे पेलने का फैसला किया तब उसके घर पर उसके घर वाले मौजूद थे इस कारण से मैंने फ्रेंड की देसी रांड बहिन से कहा की मैं तुम्हे कही घुमाने के लिए ले चलता हूँ | मैंने अपने चूतड़ू फ्रेंड से कहा की मैं तुमको अपने मामा के घर घुमाने के लिए ले चलता हूँ तब उस वक्त उसकी बहिन भी वहां पर मौजूद थी |
उसकी बहिन भी मेरे मामा के घर घूमने चलने के लिए तैयार थी | जब हम लोग तैयार हो रहे थे तब मुझे एक नजारा देखने को मिला | मैं पहले ही कपड़े पहनकर तयार हो गया था | तब मैंने अपने चूतड़ू फ्रेंड से कहा तुम भी रेडी हो जाओ | फिर मैं लड़की के कमरे के पास गया | वो लड़की उस वक्त कपड़े पहन रही थी और मैंने खिड़की से झाककर देखा तो वो सच में उसके कपड़े पहन रही थी | उसे कपड़े पहनता हुआ देखकर मैं उसके कमरे के सामने रुक गया | उसने कपड़े उतारे और उसके बड़े बड़े दूध को मैंने मेरी कंचो जैसी मोटी मोटी आँखों से देखा |
फिर उसने उसकी चड्डी को उतारा और एक लोअर पहन लिया | मुझे उस दिन पता था की उसने उस दिन चड्डी नही पहनी है | इस कारण से मुझे उसे पेलने के वक्त उसकी चड्डी को उतारना नही पड़ेगा | जब हम लोग हमारे मामा के घर पर पहुंचे तो मैंने अपने मामा से कहा मेरे महमान को कुछ नया खिलाओ और उन्होने मेरे महमानो के लिए पुडी और छोला बनवाया | हम सब ने पुडी और छोला खाया | उस दिन मुझे फ्रेंड की देसी रांड बहिन को चोदना था इस कारण से मैंने मेरी मामा की लड़की के साथ मेरी प्यासी फुद्दीड़ू फ्रेंड की बहिन को अपनी गाडी में बैठाया और उन्हे एक मेरे पहचान वाले के घर ले कर गया | पहेले से सब कुछ तय था |
मैंने अपने पहचानने वाले से कहा था की मैं एक अपने चूतड़ू फ्रेंड की बहिन को लेकर आने वाला हूँ ताकि मैं उसकी चुदाई कर सकू | मैंने अपनी बहिन से कहा कि तुम घर से बाहर चले जाओ और कुछ खाने के लिए ले आओ | मेरे मामा की बहिन बाहर चली गयी और फिर मैं अपनी लेट्रिंग से भरी चूतड़ू फ्रेंड की बहिन को ले कर अन्य परिचित वाले के घर चला गया | ऐसा करने पर मेरे पास अवसर था की मैं फ्रेंड की देसी रांड बहिन को चोद सकू | वो लड़की उस दिन मुझ से चुदवाने के लिए तयार थी | मैंने चुदाई शुरु करने से पहेले उसकी फुद्दी में अपना मुंह डाल दिया | मुंह डालने से पहेले मैंने पहेले उसके लोअर को उतार दिया | उसकी फुद्दी को फिर मैं अपने जबान से चाटने लगा |
उसकी फुद्दी चिप चिपी थी इस कारण से मेरा मोटा लम्बा लौड़ा उसकी फुद्दी में आसानी से घुस सकता था | मैंने देर किये बिना उसकी फुद्दी को चाटने के बाद अपना लण्ड उसकी उसमे अपना लण्ड घुसेड दिया | जब मैं फ्रेंड की देसी देसी रांड बहिन की चुदाई कर रहा था तो वो कह रही थी इस कारण से तुम मुझे मामा के घर पर घूमने का बहाना किया था | मेरे पास वक्त था और मैंने चुदाई करते हुए उसे बताया की आज का दिन मेरे लिए खास है क्योकि मैं तुम्हे देर तक चोद सकता हूँ | उसकी फुद्दी मेरी चुदाई के कारण लाल हो चुकी थी | जब मैं थक चूका था तो मैंने फ्रेंड की देसी रांड बहिन से घर चलने के लिए कहा और हम लोग घर पर लौटकर आ गए | मुझसे चुदकर फ्रेंड की नासमझ छोटी बहिन हुई चुदाई की मुरीद Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani