Old Man Fucked Young Girl In Office Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani In Hindi अधेड़ उम्र के अधिकारी ने 18 साल की नासमझ लड़की को चोद डाला Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani : हेल्लो दोस्तों मेरी Hindi Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani में आप सभी का बहुत बहुत स्वागत है. मेरा नाम गुंजन गोरा है और मैं एक 18 साल की मस्त कमसिन माल लड़की हूं और दफ्तर में जॉब करती हूँ. मेरा स्वभाव प्रसनमिजाज और हंसमुख है. मेरे चेहरे की नासमझियत सभी लड़कों को मेरी और आकर्षित करती है. मेरी मुस्कान से तो ना जाने कितने मर्द मुझ पर फिदा हो जाते हैं मेरी अम्मी को इस बात से बडी ही दिक्कत रहती थी. वह हमेशा कहती बेटा तुम ऐसे ही किसी को देखकर भी मुस्कुराया मत करो किन्तु मेरी आदत थी कि जो बदल ही नहीं सकती थी. मेरे गदराई और हॉट बदन में ऐसा तो कुछ था जिससे कि कोई भी मेरी तरफ खिंचा चला आता था और मेरे चेहरे की नासमझियत उसे मेरी और खींच लेती थी.
परंतु कुछ वक्त से मैं बहुत ज्यादा परेशान थी क्यों की दफ्तर में मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी मेरे साथ कुछ गलत कर रहे थे और में शरम और बदनामी के कारण किसी को कुछ बता भी नहीं पा रही थी. मेरे हंसी भी गायब थी मेरे भोले भाले दिखने वाले नासमझ चेहरे की चमक भी फीकी पड़ती जा रही थी मैं इतनी ज्यादा तनाव में आ चुकी थी कि मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था मैं किसे अपने दिल की बात बताऊ. मेरी अम्मी भी मुझे बोलने लगी बेटा कुछ दिनों से देख रही हूं तुम काफी परेशान हो और ऐसा लग रहा है जैसे तुम्हारे इस नासमझ ब्यूटीफुल चेहरे को किसी की नजर लग गई हो तुम अब खोई खोई और गुमसुम रहने लगी हो।
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मैंने मेरी अम्मी को समझाया की माँ ऐसा कुछ भी नहीं है बस दफ्तर में कम को लोड थोड़ा ज्यादा है. मेरी अम्मी सब कुछ समझ चुकी थी किन्तु मैं उन्हें दफ्तर में हो रहे शारीरिक शोषण के बारे में कुछ नहीं बता सकती थी नहीं तो वो मुझे दफ्तर छुडवाकर घर में बैठा लेती और फिर दुबारा और कंही कम करने नहीं जाने देती. मेरे दिल में समस्याओं का अंबार लगा पड़ा था मैं किसी को भी बात नहीं बता पा रही थी. एक दिन मेरी सहेली मेरे पास आई वह मुझे देखते ही बोलने लगी गुंजन तुम्हारे भोले भाले नासमझ से चेहरे की रौनक ना जाने कहा ं गायब हो गई है तुम बिल्कुल बदल चुकी हो. एकाएक मेरी आंखों से आंसू निकल आए मैं उसके सामने टूट पड़ी मेरे इंतजार का बांध अब टूट चुका था और मेरी आंखों से आंसू बहने लगे थे.
मैंने अपनी सहेली से कहा मैं बहुत परेशान हूं. वह मुझे बोलने लगी ऐसा क्या हुआ. मैंने उसे सारी बात बताई और कहा ं मेरे दफ्तर में मेरे अधिकारी जो कि अधेड़ उम्र के हैं उनकी खुद की बड़ी लड़की 18 साल की है वह मुझे अपने केबिन में बैठा कर रखते हैं और मेरे बदन को बड़ी गंदी नजरों से घूरते रहते हैं. मैं यह बात अपनी प्यारी माँ को भी नहीं बता सकती नहीं तो माँ मुझे कहती कि तुम नौकरी छोड़ दो किन्तु मैं कुछ करना चाहती हूं अपनी लाइफ में मुझे कुछ करना है. मेरे अधिकारी के के गोयल मुझ पर बड़ी गंदी नजर डालते हैं जिस वजह से मैं यह बात किसी को नहीं बता सकती और आज एकाएक मेरे मुँह से यह बात निकल पडी.

मेरी सहेली मुझे बोलने लगी देखो गुंजन तुम थोड़ा सा भी घबराओ मत तुम्हें यह बात अपनी मां को बता देना चाहिए. मैंने अपनी सहेली से कहा यदि मैं यह बात अपनी मां को बताऊंगी तो उन्हें बहुत बुरा लगेगा और वह कभी भी बर्दाश्त नहीं कर पाएंगी और मुझे वह दफ्तर छोड़ने के लिए कह देंगी. मेरी सहेली मुझे बोलने लगी मेरे साथ भी पहले ऐसा ही हुआ था मैं भी यह बात किसी को नहीं बता पाई थी मैं भीतर से बहुत ज्यादा टूट चुकी थी इसीलिए मैंने भी अपनी नौकरी छोड़ दी. मैंने अपनी सहेली से कहा तुमने तो अपनी लाइफ में समझौता कर लिया किन्तु मैं समझौता नहीं करना चाहती और मैं चाहती हूं कि मैं आगे काम करूं यदि मैंने यह बात अपनी प्यारी माँ को बताई तो वह मुझे कभी भी आगे काम करने नहीं देंगी.
मेरे अब्बू तो थोड़ा सा भी इन सब चीजों को पसंद नहीं करते वह तो मुझे कह देंगे कि तुम घर पर ही रहो तुम्हें काम करने की जरूरत नहीं है. मेरी सहेली के साथ बात कर के मुझे थोड़ा हल्का महसूस हुआ और अच्छा भी लगा क्योंकि किसी को तो मैं अपने दिल की बात बता पाई थी. मेरे दिल में बहुत दिनों से यही बात चल रही थी और मैं किसी को बता भी नहीं पाई थी परंतु अब यह बात मैंने अपनी सहेली को बता दी थी मुझे थोड़ा हल्का महसूस हो रहा था और अच्छा भी लग रहा था. उस दिन मुझे ऐसा लगा जैसे कि मानो मैं पतंग बनकर आसमान में उड़ रही हूं मुझे इतना हल्का महसूस हो रहा था अपनी सहेली से बात कर के मुझे थोड़ा बहुत हिम्मत तो आ ही चुकी थी.

जब कभी भी मेरे चुदाई बाज अधिकारी मुझे हवस से भरी गन्दी नजरों से देखने का प्रयास करते तो मैं उन्हें किसी न किसी प्रकार से बातों में उलझा लिया करती मैं उनकी हवस से भरी गन्दी नजरों से बचने की बहुत प्रयास करती थी और वो इस मामले में बहुत बड़े खिलाड़ी थे. आखिरकार मै कब तक बचती और एक दिन उन्होने मेरी छाती पर लटके मेरे दो मोटे मोटे स्तनोंं अर्थात मेरे ब्रेस्ट पर अपने हाथ को लगा ही दिया. जब उन्होने अपने हाथ को मेरे मोटे मोटे स्तनोंं पर लगाया तो मुझे थोड़ा सा भी अच्छा नहीं लगा उस दिन मैं घर आकर अपने कमरे में अकेले काफी देर तक रोती रही आज पहली बार किसी मर्द ने मेरे स्तनोंं दबाये थे में नासमझ थी मुझे ऐसा लगा जैसे कि मेरे साथ ना जाने ऐसा क्या हुआ.
मेरे अधिकारी मुझे पाना चाहते थे वह किसी भी सूरत में मेरे साथ एक नाईट बिताना चाहते थे किन्तु मैं शादी के बिना किसी भी गिर मर्द के साथ अवैध सेक्स संबंध बनाने के बिल्कुल खिलाफ थी और उम्मर से मेरे अधिकारी तो मेरे अब्बू की उम्र के थे. अगले ही दिन मैंने अपने अधिकारी को जाकर कहा सर मैं दफ्तर से रिजाइन दे रही हूं. उन्होंने मुझसे इसका कारण पूछा तो मैंने उन्हें बता दिया आप जिस प्रकार से मुझपर हवस से भरी गन्दी नजर डालते है और मुझे छूते हैं मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है. वह मुझे कहने लगे ठीक है गुंजन आज के बाद कभी ऐसा नहीं होगा उन्होंने मुझे पूरी तरीके से आश्वासन दिया उसके बाद उन्होंने मेरे साथ कभी ऐसा नहीं करने की बात कही तो मैं मान गई.
मुझे क्या पता था वह केवल मुझे अपनी मखमली चुपड़ी बातों में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि मैं दफ्तर छोड़कर कहीं नहीं जाऊं और उन्होंने मेरा रिजाइनिंग लेटर मुझे वापस कर दिया. मैं अब दोबारा से काम करने लगी थी सब कुछ ठीक चल रहा था वह भी मुझ पर अब पहले जैसी नजरों से नहीं देखा करते थे. मुझे भी मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी पर पूरा भरोसा हो चुका था किन्तु मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के दिल में मेरी अनचुदी फुद्दी को चोद डालने की चाहत थी वह मुझ 18 साल की नासमझ को अपने बिस्तर पर ले जाने का प्रयास में पूरी तरह से पागल हो चुके थे उन्हें मुझसे प्यार हो गया था और आप सभी जानते है प्यार तो अंधा होता है.
उन्होंने मुझे कहा आज मेरा बर्थडे है और मेरी फेमिली कंही शादी में गई हुई है यदि तुम मेरे साथ आज डिनर पर चलो और मेरा बर्थडे सेलेब्रेट करोगी तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगेगा. उन्होंने बड़ी शालीनता से मुझसे पूछा तो मैं भी उनकी बात मान गई और मैं मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के साथ डिनर पर चली गई. होटल में हम बहन के लंड दोनों कुत्ते कमीनो ने साथ में डिनर किया और मुझे मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के साथ काफी अच्छा लगा जिस प्रकार से वह मुझसे बात करते मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था. उन्होंने मुझे मेरे घर तक भी छोड़ दिया मझे उन पर पूरा भरोसा हो चुका था. एक दिन दफ्तर मे हम लेट नाईट तक कम कर रहे थे उन्होंने पुरे स्टाफ को घर भेज दीया था और मुझे कुछ किसी काम का बहाना बनाकर दफ्तर में ही रोक लिया.

में अपने केबिन में बैठकर दफ्तर का काम कर रही थी की तभी मेरे अधिकारी मेरे केबिन में आये और उन्होंने मेरे स्तनों को दबाना शुरू कर दिया मुझे बड़ा अजीब सा महसूस हो रहा था आज पहली बार कोई मर्द मेरे इतने करीब आया था. वह काफी देर तक मेरी छाती पर लटके मेरे मोटे मोटे स्तनोंं को दबाते रहे जिससे कि मेरे भीतर भी एक हलचल सी पैदा होने लगी थी और मेरी अनचुदी फुद्दी में लण्ड लेने की खुजली होने लगी. उन्होंने अपने काले से तगड़े लौड़े को बाहर निकाल लिया मैंने जब मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के लौड़े की तरफ नजर मारी तो मै मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के तगड़े लौड़े को देखती रही.
मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी का 9 इंच लम्बा और 4 इंच मोटा लण्ड तन कर खड़ा हो चुका था मुझे उसे देखने में बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था. मैंने जब मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के काले और मोटे तगड़े लौड़े को अपने हाथों में लेकर हिलाना प्रारम्भ करा तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा ये मेरा पहली बार था मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक मुझे कीई मर्द का लण्ड अपने हाथों में लेने का अवसर ही नहीं मिला था. मेरे अधिकारी ने मुझसे कहा की गुंजन तुम मेरी लुल्ली को मुँह में ले लो और इसे चुसो तुम्हे बहुत आनंद आयगा.

मैंने बिना वक्त गवाए अपने अधिकारी के पेनिस को मुँह में ले लिया तो मुझे भी अच्छा लगने लगा मैं अपने अधिकारी के पेनिस को अपने गले तक लेने लगी काफी देर तक मैं मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के तगड़े लौड़े को लौलीपॉप की तरह चुसती रही. यारों मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था की किसी बुड्डे आदमी का लौड़ा चूसने में भी इतना आनंद आयगा यदि मुझे ये बात पता होती तो में मेरे पूरे जीवन में आज की तारीख तक तो ना जाने कितनी बार और न जाने कितने मर्दों का लौड़ा खा गई होती. अपने अधिकारी की हरकतों को गलत समझना मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूल थी ऐसा आज मुझे महसूस हो रहा था.
में एक 18 साल की जवान लड़की मेरे वृद्ध अधिकारी का लौड़ा बड़े मजे से चुसे जा रही थी मुझे लुदा चूसने में बहुत मजे आ रहे थे मेरे अधिकारी भी मेरे मुँह में शोर्ट लगा लगा कर में मुँह को चोदे जा रहे थे अपने वृद्ध अधिकारी से अपने मुँह की खतरनाक चुदाई करवाकर बहुत मजे आ रहे थे. जिस प्रकार से मैंने मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के तगड़े लौड़े को चूसा उससे वह प्रसन हो चुके थे. वह अपनी कुर्सी पर बैठे हुए थे और ब्लोजॉब का आनंद ले रहे थे करीब एक घंटे तक मेरा मुँह पेलने के बाद उन्होंने अपना सफेद गाढ़ा माले मेरे मुँह के भीतर ही निकाल दीया और फिर में उनका गरम गरम माल पी गई.

मेरे अधिकारी ने मुझे सलवार सूट खोलकर न्यूड होने के लिये कहा अब मुझसे भी और इंतजार नहीं जो रहा था तो मैंने अपनी सलवार खोलते हुए मेरी अनचुदी फुद्दी को मेरे अधिकारी के मोटे लण्ड पर सटाया. मेरी अनचुदी फुद्दी से गिला पदार्थ बाहर की तरफ निकल रहा था जैसे ही मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी का काला और मोटा सा लण्ड मेरी अनचुदी फुद्दी की सील तोड़ते हुए भीतर प्रवेश हुआ तो मैं दर्द के मारे बहुत जोर से चीख उठी दफ्तर पूरा खाली था वंहा कोई मेरी भयँकर खतरनाक असहनीय दर्द से भरी चींखे सुनने वाला नहीं था. अपनी अनचुदी फुद्दी की सील तुडवाते वक्त दर्द के मारे मैं काफी तेज चीख रही थी और मेरे अधिकारी बिना मुझ पर तरस खाए धका धक अपना लण्ड मेरी ब्लड से संदी फुद्दी में भीतर बाहर करे जा रहे थे.
यह आज मेरी जिन्दगी का पहला सेक्स था आज मेरी फुद्दी की सील फट चुकी थी. मुझे नहीं पता था कि मेरी अनचुदी फुद्दी से ब्लड भी निकल आया है जिस प्रकार से मैं अपनी फुद्दीड़ों क मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के लण्ड के ऊपर नीचे करती जाती उससे मेरे भीतर का जोश और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा था. मै मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी का पूरा साथ दे रही थी मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी मुझे कहने लगे गुंजन तुम्हारी फुद्दी बड़ी लाजवाब है और तुम्हारा शरीर का एक-एक बड़ा लाजवाब है.

मैं तो ना जाने कबसे तुम्हारे साथ चोदा चादी करना चाहता हूं मैंने उन्हें कहा अधिकारी आपकी उम्र मुझसे काफी ज्यादा है और आप के मेरी उम्र की एक लड़की भी है इस कारण मुझे थोड़ा सा भी अच्छा नहीं लगता था आप जिस प्रकार से मेरे बदन को छूते थे किन्तु आज मुझे एहसास हुआ कि सेक्स करने में भी बड़ा आनंद आता है. जिस प्रकार से आप मेरे साथ आज संभोग कर रहे हैं उससे मुझे बहुत प्रसनी हो रही है.
उन्होंने जब मुझे कुतिया (Doggy) बनाकर चोदना प्रारम्भ करा तो मुझे और भी ज्यादा अच्छा लगने लगा था जैसे ही उन्होंने अपने स्पर्म को मेरी अनचुदी फुद्दी के भीतर गिराया तो मैं प्रसन हो गई. उसके बाद मुझे मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी के साथ चोदा चादी करने में बहुत ही ज्यादा अच्छा लगने लगा. अपने अधिकारी से अनचुदी फुद्दी की सील तुडवाने के बाद मेरे नासमझ चेहरे की रंगत वापस लौट आई थी. मेरे अधेड़ उम्र के अधिकारी भी मुझसे बहुत प्रसन रहते थे जिस वजह से उन्होंने मेरी तनख्वाह भी बढ़ा दी थी. दोस्तों शुरू प्रारंभ में चुदवाते वक्त मुझे बहुत तेज दर्द होता था और मेरी फुद्दी से बहुत खून भी बहता था किन्तु थोड़े दिनों बाद मेरी फुद्दी खुल गई और उसके बाद मुझे भी चुदवाने में दर्द ना के बराबर होने लगा और ब्लड भी बहुत कम आने लगा था.

मुझे वह कोई भी कमी नहीं होने देते थे पर वो रोज दफ्तर के बाद मेरी फुद्दी में अपना लौड़ा पेलते थे. मुझे अब एहसास हो चुका था कि मै मर्दों के साथ चोदा चादी करके क्या-क्या पा सकती हूं इस कारण से मैं अपने गदराई हुस्न का हर जगह लाभ उठाने का प्रयास करती रहती हू और मुझे उसका लाभ भी मिलता है. मेरे अधिकारी अब मुझे आये दिन ओयो पर होटल बुक करके पेलने के लिये ले जाते है और वंहा होटल में मुझे खूब दबाकर चोदते है. मेरे अधिकारी मेरी फुद्दी से बहुत प्रसन है और अब तो उन्होंने मुझे मेनेजेर की पोस्ट के लिये प्रमोट भी कर दीया है.
तो मेरे प्यारे भाई और बहनों आप सभी को मेरी गन्दी हिन्दी 18+ XXX फ्री अश्लील XXX सेक्स कहानी हिंदी में “अधेड़ उम्र के अधिकारी ने 18 साल की नासमझ लड़की को चोद डाला Free XXX Hindi Nonveg Sex Story For Adults 18+ Hindi Chudai Kahani” कैसी लगी निचे लाइक बटन पर क्लिक करके ज़रूर बताना. हम बहुत जल्दी एडल्ट डेटिंग एप्लीकेशन भी लांच करने वाले है जहा पर आप यार गर्लफ्रेंड बना सकते है उनके साथ सेक्स चैट कर सकते है विडियो सेक्स कर सकते है या फिर सेट करके चोद भी सकते है इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करने के लिये हमें “Boyfriend Girlfriend Setting App” लिखकर [email protected] पर ईमेल करे हम आप को डाउनलोड लिंक सेंड कर देंगे.